मातंगी धाम पर मोढ़ेष्वरी माता के 13वें पाटोत्सव पर दो दिवसीय आयोजन संपन्न
प्रथम दिन कलष स्थापना, नवचंडी पाठ एवं दूसरे दिन नवचंडी यज्ञ, महाआरती और भंडारे का हुआ भव्य आयोजनविधायक कांतिलाल भूरिया एवं नगरपालिका अध्यक्ष ने पहुंचकर लिया लाभ
झाबुआ। शहर के कृषि विभाग के पीछे स्थित बालाजी धाम पर निर्मित मातंगी धाम पर प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी मातंगी पारमार्थिक ट्रस्ट द्वारा मां मोढ़ेष्वरी माता के 13वें पाटोत्सव पर दो दिवसीय आयोजन 6 एवं 7 फरवरी को किए गए। जिसमें प्रथम दिन कलष स्थापना, नवचंडी पाठ एवं दूसरे दिन मुख्य रूप से नवचंडी यज्ञ, महाआरती और महाप्रसादी (भंडारे) का भव्य आयोजन हुआ। 6 फरवरी, गुरूवार को सुबह 10.30 बजे से कलष स्थापना शुरू हुई। जिसमें मंदिर के अंदर पाट पर चावल-कंकु आदि से स्वस्तिक बनाकर उन पर विधिपूर्वक मंत्रोच्चार के साथ कलष स्थापना की गई। दोपहर 12 बजे से नवचंडी पाठ आरंभ हुआ। जिसमें यजमान के रूप में आयोजन के लाभार्थी एवं मातंगी पारमार्थिक ट्रस्ट से जुड़े वरिष्ठ सदस्य अजय रामावत ने शामिल होकर पाठ की संपूर्ण विधि की। विधि विधानपूर्वक मंत्रोच्चार के साथ युवा ज्योतिषाचार्य पं. द्विजेन्द्र व्यास के नेतृत्व में पं. मोहन शर्मा आलोट, पं. विनोद दवे उज्जैन, राधेष्याम अग्निहोत्री गोतमपुरा, संतोष उपाध्याय उज्जैन, चन्द्रषेखर शार्मा आलोट, मुकेष व्यास नागदा आदि ने संपन्न करवाई। पाठ करीब 2 घंटे तक चला। इस अवसर पर मुख्य रूप से मातंगी पारमार्थिक ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं प्रमुख ट्रस्टी राकेष त्रिवेदी और अंबरीष त्रिवेदी भी उपस्थित रहे।
भजन संध्या ने बांधा समां
रात्रि 10 बजे सिंगापुर से पधारे भजन गायक गोडल मेडलिस्ट गिरीष शर्मा एवं पार्टी द्वारा मां मोढ़ेष्वरी माता एवं अन्य देवी-देवताओं के समधुर भजनों से समां बंाधा गया। आयोजन समिति की ओर से भजन गायक गिरीष शर्मा एवं उनकी संगीत पार्टी का स्वागत किया गया। आयोजन रात करीब 12 बजे तक चलने के साथ रात्रि में माता का जगराता (रात्रि जागरण) भी रखा गया। समधुर भजनांे का तालियां बजाकर सभी ने जमकर आनंद लिया।
नवचंडी यज्ञ एवं पूर्णाहूति का हुआ आयोजन
दूसरे दिन 7 फरवरी, शुक्रवार को सुबह नवचंडी यज्ञ मंदिर परिसर में रखा गया। यज्ञ विधि-विधान से युवा ज्योतिषाचार्य पं. द्विजेन्द्र व्यास एवं उनके साथ आए विद्वानों ने सपंन्न करवाने के साथ ही यज्ञ में बैठे यजमानों द्वारा अपने परिवार के साथ झाबुआ जिले में भी आत्मिक सुख-षांति हेतु इस दौरान प्रार्थना करते हुए सामूहिक आहूतियां प्रदान की। नवचंडी यज्ञ में प्रतिष्ठित व्यवसायी अषोक शर्मा का जन्मदिवस होने से वे अपने परिवार के साथ शामिल हुए। 11.30 बजे पूर्णाहूति हुई। इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं विधायक झाबुआ कांतिलाल भूरिया के साथ कांग्रेस प्रवक्ता हर्ष भट्ट, नीमा समाज से जितेन्द्र शाह, मनीष व्यास आदि भी पहुंचे। सर्वप्रथम श्री भूरिया ने मां मोढ़ेष्वरी के दर्षन किए। बाद यज्ञ के साथ महाआरती में भी शामिल होने का लाभ लिया। महाआरती दोपहर 1 बजे की गई।
दो दिवसीय आयोजन के लाभार्थी कमलेष शर्मा का किया गया सम्मान
उक्त दो दिवसीय आयोजन के लाभार्थी वरिष्ठ समाजेसवी अजय रामावत झाबुआ के साथ कमलेष शर्मा एवं दीपक शर्मा इंदौर के प्रति मातंगी पारमार्थिक ट्रस्ट की ओर से विषेष आभार व्यक्त किया गया। इस दौरान एक संक्षिप्त कार्यक्रम का आयोजन कर तीनो लाभार्थियों का ट्रस्ट की ओर से पुष्पामाला पहनाकर स्वागत हुआ। स्वागत उद्बोधन देते हुए मातंगी पारमार्थिक ट्रस्ट के अध्यक्ष राकेष त्रिवेदी ने बालाजी धाम, मातंगी धाम, षिव मंदिर एवं भेरू मंदिर के अतीत के बारे में जानकारी दी।
मंदिर में आवष्यकतानुसार सभी कार्य करवाए जाएंगे
संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि विधायक कांतिलाल भूरिया ने कहा कि उन्हें यहां आकर धार्मिक वातावरण में मां के दर्षन कर अत्यधिक प्रसन्नता हुई। उन्होंने बताया कि पूर्व में जब झाबुआ विधानसभा के उप-चुनाव थे, तब इस मंदिर में दर्षन हेतु मप्र शासन के धर्मस्वी मंत्री पीसी शर्मा भी पधारे थे। जिन्होने मंदिर को ओर अधिक विस्तारित करने एवं मंदिर के सामने बने तालाब का सौंदर्यीकरण करवाने हेतु आदि हेतु भी आष्वास्त किया था। मेरे विधायक बनने के बाद मैं निष्चित तौर पर इस मंदिर में जो भी कार्य करवाने की आवष्यकता होगी, जो मंदिर समिति हमे बताएगी, वह कार्य प्राथमिकता के तौर पर करवाउंगा। इस दौरान आयोजन के मुख्य लाभार्थी कमलेष शर्मा इंदौर का सम्मान अभिनंदन-पत्र देकर अतिथियों ने किया। अभिनंदन-पत्र का वाचन एवं कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ इतिहासकार डाॅ. केके त्रिवेदी ने किया। अंत में दो दिवसीय आयोजन के सभी सहयोगियों के प्रति आभार मंदिर ट्रस्ट से जुड़े वरिष्ठ समाजेसवी अजय रामावत ने माना।
भव्य भंडारे का हुआ आयोजन
इस बीच नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती मन्नूबेन डोडियार ने भी पहुंचकर मां मोढ़ेष्वरी माता के दर्षन कर महाप्रसादी का लाभ लिया। भंडारा मंदिर परिसर में दोपहर 1.30 से शाम करीब 4.30 बजे तक चला। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर महाप्रसादी भंडारे का स्टाॅल पर पहुंचकर लाभ लिया। दो दिवसीय आयोजन में मोढ़ ब्राम्हण समाज महिला मंडल में श्रीमती पद्मावती त्रिवेदी, कल्पना त्रिवेदी, सुधा त्रिवेदी, ज्योति त्रिवेदी, गायत्री रामावत, मंजु त्रिवेदी, शीला त्रिवेदी, संगीता शर्मा, शारदा त्रिवेदी, लीला त्रिवेदी आदि का सराहनीय सहयोग रहा। दूसरे दिन हुए मुख्य आयोजन में झाबुआ जिले सहित रतलाम, खाचरोद, खरगौन, इंदौर के साथ गुजरात से भी माता के भक्त दर्षन एवं भोजन प्रसादी लाभ हेतु बड़ी संख्या में पहुंचे।
कोरोना वायरस से सचेत रहे, घबराएं नहीं, सावधानियां ही इसका उपचार -ः सीएमएचओ डाॅ. बीएस बारिया, स्वास्थ्य विभाग ने जिलेवासियों के लिए जारी की आवष्यक सलाह (परामर्ष)
झाबुआ। कोरोना वायरस से संबंधित प्रकरण चीन के वुहान क्षेत्र में पाजीटीव केस पाए गए है। इसके अलावा अन्य 20 देषों जिसमें जापान, दक्षिण कोरिया, वियतनाम, सिंगापुर, आस्ट्रेलिया, मलेषिया, कम्बोड़िया, थाईलेंड, नेपाल, श्रीलंका, संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, फं्रास, जर्मनी साउदी अरब, अमीरान, हांेंगकोंग, मकाऊ, फिलिपिंग, ताईवान एवं फिनलेंड में भी इसके पाॅजीटिव प्रकरण पाए गए। इस बिमारी से भारत के केरल राज्य से 3 प्रकरण की पुष्टि हुई है। यह जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. बीएस बारिया ने बताया कि झाबुआ जिले में भी इस बिमारी से बचाव के लिए विषेष प्रबंध किए गए है एवं सलाह दी गई हे कि आपके ग्राम, नगर, शहर में कोरोना बिमारी से प्रभावित देषों से यात्रा कर यदि कोई व्यक्ति आता है तो स्वास्थ्य विभाग एवं कंट्रोल रूम में इसकी सूचना दे।
यह रखे सावधानियां
सीएचमओ डाॅ. बारिया ने आगे बताया कि कोरोना वायरस से ज्यादा भयभीत होने की आवष्यकता नहीं है। आप व्यक्तिगत साफ-सफाई का विषेष ध्यान रखे। बार-बार साबुन एवं पानी से हाथ धोए, खांसते एवं छिंकते समय मुंह पर कपड़ा एवं रूमाल रखे, भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचे, तेज बुखार, खांसी, श्वास की तकलीफ आदि लक्षण दिखाई देने पर तत्काल शासकीय चिकित्सालय में जांच करवाएं।
उच्च षिक्षा हेतु विदेषों में अध्ययन करने वाले बच्चें भी रखे सावधानी
डाॅ. बारिया ने बताया कि झाबुआ जिले में अभी ऐसे मरीज होने की संभावना नहीं है, लेकिन फिर भी सावधानी रखने की अत्यंत आवष्यकता है। इस क्षेत्र से बहुत से बच्चें उच्च षिक्षा हेतु विदेषों में भी नोकरियां कर रहे है एवं उच्च अध्ययन करने के लिए भी जाते, ऐसे में अगर प्रभावित क्षेत्र में उनका आना-जाना होता है, तो वहां विषेष सावधानी रखी जाए, तथा उपरोक्त लक्षण पाए जाने पर तुरंत समीपस्थ चिकित्सालयों में जाकर अपना उपचार करवाएं। ऐसे मरीजों के जांच हेतु सेंपल नेषनल इंस्टीटयूट आॅफ बाॅयलाॅजी पूणे भेजे जा सकते है। मात्र सावधानी बरतकर ही इस जानलेवा बिमारी से बचा जा सकता है।
भेरूसिंह चैहान ‘‘तरंग’’ संवादवीर सम्मान से सम्मानित, स्व. कन्हैयालाल वैद्य की जयंती पर व्याख्यान माला का हुआ आयोजन
झाबुआ। स्वतंत्रता संग्राम सैनानी, पूर्व सांसद, प्रखर पत्रकार स्व. कन्हैयालाल वैद्य की 112वीं जयंती के अवसर पर ‘‘वैद्य स्मृति व्याख्यान माला’’ का आयोजन नगरपालिका परिषद् थांदला के सभागृह में हुआ। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं कस्तूरबाजी की 150वीं जयंती वर्ष को समर्पित इस व्याख्यान माला में ‘‘गांधी का भारत’’ विषय पर प्रख्यात समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर ने सटिक उदाहरणांे के माध्यम से विस्तृत रूप से अपने विचार पटल पर रखे। इसके साथ ही उन्होंने स्व. कन्हैयालाल वैद्य के जीवन वृतांत और उनके पत्रकारिता के क्षेत्र में निर्भिकता से महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाष डाला। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बंटी डामोर, समाजेसवी नगीनलाल शाह, डाॅ. खुषालसिंह पुरोहित, श्री संघ अध्यक्ष जितेन्द्र घोड़ावत, पूर्व नपा उपाध्यक्ष अषोक अरोरा एवं नारायण भट्ट ने भी संबोधित किया।
श्री तरंग का किया गया सम्मान
इस अवसर पर राष्ट्रीय पत्रकार मोर्चा भारत के महानियंत्रक केसी यादव के निर्देषन में अतिथियों ने कई ख्यातनाम हस्तीयों का सम्मान किया। जिसमें झाबुआ से भेरूसिंह चैहान ‘तरंग’ द्वारा साहित्य के क्षेत्र में विषेष योगदान हेतु उन्हें ‘संवाद वीर’ सम्मान से मेडल पहनाकर एवं प्रषस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर अनवरत 16 वर्षों से रक्षा सूत्र कार्यक्रम के संयोजक सुधीर शर्मा का भी प्रषस्ति पत्र एवं ट्राफी देकर सम्मान हुआ। साथ ही क्रंांतिकुमार वैद्य ओर रघु ठाकुर का नारायण भट्ट ने विषेष अभिनंदन किया। संचालन अक्षय भट्ट ने किया एवं आभार धर्मेन्द्र पंचाल ने माना।
निःशुक्ल नेत्र जाँच शिविर सम्पन्न - 20 मरोजों के निःशुक्ल ऑपरेशन किये गए
थान्दला। ऑल इंडिया जैन जर्नलिस्ट एसोसिएशन (आईजा) तथा समता फाउंडेशन मुंबई एवं जिला चिकित्सालय झाबुआ के संयुक्त तत्वाधान में जिला स्वास्थ्य समिति दृष्टि विहिनता कार्यक्रम के अंतर्गत विशाल निशुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन स्थानीय सिविल अस्पताल थान्दला में किया गया। जानकारी देते हुए आईजा के प्रदेश अध्यक्ष पवन नाहर ने बताया कि ऑल इंडिया जैन जर्नलिस्ट एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हार्दिकजी हुंडिया के जन्म दिवस पर आयोजित निरूशुल्क नेत्र जांच शिविर में 186 मरीजों की आंखों की जांच की गई जिसमें 20 मोतियाबिंद ऑपरेशन के मरीजों को जिला चिकित्सालय झाबुआ ले जाकर लैंस प्रत्यारोपित ऑपरेशन किए गए। शिविर में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बी.एस. बारिया, ब्लॉक मेडिकल अधिकारी डॉक्टर अनिल राठौड़, जिला कार्यक्रम प्रबंधक एवं नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर जी. एस. अवास्या का विशेष सहयोग मिला। समस्त नेत्र रोगियों के नेत्र का परीक्षण नेत्र चिकित्सा सहायक राजू नायक द्वारा किया गया व उन्हें झाबुआ ले जाया गया। शिविर में स्वास्थ्य विभाग व समाजसेवी आईजा सदस्य उपस्थित थे।
कराटे चेम्पियनशिप में थान्दला को गोल्ड मेडल
थान्दला। थर्ड इंटर स्कूल स्टेट कराटे चेम्पियनशिप प्रतियोगिता बड़नगर में आयोजित की गई जिसमें थांदला ब्लॉक के खिलाड़ियों ने दो गोल्ड व 1 सिल्वर मेडल प्राप्त किया। जानकारी देते हुए थान्दला कोच उदयसिंग गरवाल ने बताया कि प्रतियोगिता में धार, झाबुआ, अलीराजपुर, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, थांदला, पेटलावद आदि के बच्चे शामिल थे जिसमें कई खिलाड़ी नेशनल व इंटरनेशनल में चयनित राज्य स्तर के थे। इन सब प्रतियोगियों में थान्दला के सुनील डामोर व साँई प्रसाद डामोर ने कुमिते में गोल्ड मेडल व काटा इवेंट में सिल्वर मेडल प्राप्त किया। सभी प्रतियोगियों व मुख्य कोच को बड़नगर विधायक के आतिथ्य में सम्मानित किया गया।
साध्वीजी का महावीर बाग से हुआ आगमन
झाबुआ। प.पुज्य आचार्य भगवन्त श्रीनवरत्न सागर सुरीश्वर जी म.सा. के समुदायवर्तीनी साध्वी श्री मुक्तीनीलया श्री जी म.सा.(मंजु म.सा. लिमडी वाले)आदि ठाणा3 आज शुक्रवार को सुबह विहार कर सुबह 10 बजे के लगभग ब्रह्मकुमारी आश्रम पर श्री संघके अध्यक्ष संजय मेहता के नेतृत्व मे श्राव श्राविकाये श्री ऋषभदेव बावन जिनालय झाबुआ में आगवानी के लिये पहुचे। साध्वीजी मसा ने महावीर बाग स्थित प्रभु भगवान गौतम स्वामी के चैती वंदन कराया एवं साध्वी जी को यहा आकर अति प्रसन्नता हुई।
आचार्य श्री ऋषभ चंद्र सुरीश्वरजी महाराज के महाराष्ट्र में विहार हुआ
झाबुआ। आचार्य श्री ऋषभ चंद्र सुरीश्वरजी मसा महाराष्ट्र के लिये विहार किया। जिसमें सेंधवा, धुलिया, मालेगांव, चांदवड, मनमाड, संगमनेर होते हुए। 24 फरवरी को आकूरडी(पूना) मे प्रतिष्ठा के लिए जाजम, 29फरवरी को पोयनाड वासुपूज्य स्वामी अंजनशलाका प्रतिष्ठा हेतु प्रवेश, 5 मार्च को। अंजनशलाका प्रतिष्ठा समारोह पोयनाड(अलिबाग) 8 मार्च से 11 मार्च तक प्रतिष्ठा समारोह राजेंद्र विहार माजीवाडा थाणा 13 एवं 15 मार्च को बदलापुर मे गुरु मंदिर व जिनेश्वर प्रतिमा समारोह 17-19 मार्च डोंबीवली पालवा सिटी लोढा मे विमलनाथ जिन मंदिर प्रतिष्ठा समारोह 23-26 मार्च को गुरुमंदिर व जिनेन्द्र प्रतिमाओ का आकुरडी मे प्रतिष्ठा समारोह ’ का आयोजन होगा। 29 मार्च को पूना मे प्रवेश व 9अप्रैल तक शुक्रवार पेठ राजराजेंद्र सूरि ज्ञान मंदिर जैन मंदिर चैक पर नवपद ओली आराधना की जावेगी। आचार्य श्री के कार्यक्रम इस प्रकार से रहना निश्चित है। आगामी कार्यक्रम की सूचना दी जाएगी उपरोक्त कार्यक्रम सुनिश्चित हैं। उक्त जानकारी महावीर बाग स्मारक समीति के रिंकु रूनवाल द्वारा दी गई।
श्री गौड़ीजी तीर्थ पर झाबुआ की माटी के सुपुत्र मुनी कमल विजयजी म. सा. की 87 जन्म जयन्ति मनाई
झाबुआ के राजपूत समाज में जन्मे थे मुनी कमल विजयजी, आज मनाया जायेगा श्री गौड़ीजी का प्रतिष्ठा दिवस
झाबुआ। परम पूज्य आचार्य देवेन्द्र श्री तीथेन्द्र सूरीष्वरजी म. सा. के षिष्य रत्न और झाबुआ माटी में जन्में मुनी श्री कमल विजयजी (कालिया बाबा) की 87 वी जन्म जयन्ति धुमघाम से श्री गौड़ीजी तीर्थ पर मनाई। गुरू भक्तों ने उनके फोटो एव मूर्ती पर माल्यापर्ण दीप प्रज्जवलन एवं वाक्षक्षेप पूजा कर उन्हें श्रंद्धाजली दी गई। मुनी कमल विजयजी म. सा. के परम भक्त एवं आचार्य श्री तीथेन्द्र सूरी समिती के वरिष्ठ राजमलजी राठौर ने गुणानुवाद सभा में मुनी कमल विजय को याद करते हुऐ उनके सस्मरण सुनाये। आपने बताया कि जब श्री तीथेन्द्र सूरी के भक्तों ने आचार्य श्री लब्धिचन्द्र सूरीष्वरजी म. सा. एवं मुनी कमल विजयजी म. सा. से राजस्थान पहुॅचकर झाबुआ आने की विनती की एव मुनी कमल विजयजी जिनका जन्म स्थल झाबुआ का ही है। से विनती की झाबुआ एक चार्तुमास प्रदान करे। श्री संघ एवं गुरू भक्तों की बात रखते हुऐ आपने झाबुआ श्री संघ को एक ऐतिहासिक चार्तुमास दिया।
मुझे कमल कुटिया नहीं मेरे गुरू का नाम चाहिये
आचार्य श्री तीथेन्द्र सूरी समिति के ट्रस्टी संजय कुमार कांठी ने मुनी कमल विजयजी म. सा. की गुरू भक्ति पर प्रकाष डालते हुऐ बताया कि जब श्री संघ एव गुरू भक्तों ने मुनी कमल विजयजी से अनुरोध किया की आपकी जन्म स्थली की यादगिरी के लिये कमल कुटिया बनाई जाये। तब मुनी कमल विजय म. सा ने गुरू भक्तों के अनुरोध को स्वीकार किया ओर कहा की निर्माण तो होगा पर कुटिया का नहीं मेरे गुरू श्री तीथेन्द्र सूरी के नाम से श्री तीथेन्द्र धाम का ओर आज यह श्री गौड़ीजी तीथेन्द्र धाम के नाम से पूरे भारत वर्ष में विख्यात हैं। आचार्य श्री तीथेन्द्र सूरी समिती के सदस्य तेजप्रकाष कोठारी ने मुनी कमल विजय म. सा. की जन्म स्थली के बारे में जानकारी देते हुऐ बताया कि मुनी कमल विजयजी का जन्म झाबुआ की गायत्री गली में राजपूत परिवार में हुआ था बाद में आप श्री तीथेन्द्र सूरी के साथ रहने लगे और उन्हें अपना गुरू माना। आप अपने गुरू के अति प्रिय षिष्य थे। वरिष्ठ समाज सेवी राजेन्द्र लालन, सुरेन्द बाबेल, डाॅ. संतोष प्रधान, महेष कोठारी, मनोज जैन, मनोज पोरवाल, अषोक कासवा ने भी मुनी कमल विजयजी को श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
रोटरी आजाद ने भी दि मनुी कमल विजय को दी श्रद्धांजली
रोटरी क्लब के आजाद वरिष्ठ रो. रविन्द्र सिसोदिया, डाॅ. संतोष प्रधान, रो. संजय कुमार कांठी, रो. देवेन्द्र पटेल, रो. महेष कोठारी, मनोज कटकानी ने भी मुनी कमल विजयजी म. सा. के फोटो पर पुष्प् अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
आज मनाया जायेगा श्री गौड़ीजी का 20 वा प्रतिष्ठा दिवस
श्री गौड़ीजी पाष्र्वनाथ श्री तीथेन्द्र कमल धाम की 20 वी वर्षगाठ आज श्री गौड़ीजी तीर्थ पर धुमघाम से मनाई जावेगी। विधिकारक अनिल जैन द्वारा सत्तर भेदी पूजन के साथ शुभ मोर्हरत में ध्वजा चढ़ाई जावेगी। मूल मंदिर में ध्वजा स्व. श्री मोहनलालजी कमलाबाई अनिल कुमार सुनिल कुमार राठौर परिवार द्वारा। गुरू मंदिर की ध्वजा श्री अनोखीलालजी लुणाजी नाहर रानापुर हाल युकाम मुम्बई परिवार द्वारा एव श्री नाकोड़ा मंदिर की ध्वजा वरूण कुमार कैलाषचन्द्रजी मांगीलालजी सकलेचा परिवार द्वारा चढ़ाई जावेगी। आचार्य श्री तीथेन्द्र सूरी समिती ने श्री संघ व समस्त शुरू भक्तों नें श्री गौड़ीजी के समस्त आयोजन में सहभागिता का अनुरोध किया है।
अति प्राचीन रंगपुरा राम मंदिर का 127वां स्थापना दिवस मनाया गया, महाआरती, पूजन एवं भजनों का चला दार
झाबुआ। शहर के रंगपुरा स्थित अति प्राचीन श्री राम दरबार (पंचदेव मंदिर) पर मंदिर के 127वें स्थापना दिवस के अवसर पर 7 फरवरी, शुक्रवार को विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जानकारी देते हुए मंदिर के पूजारी पं. विष्णुपूरी गोस्वामी ने बताया कि दोपहर ठीक 12 बजे मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्री रामजी की महाआरती का आयोजन हुआ। भगवान की आरती मंदिर के संरक्षक एवं आयोजन के यजमान बाबुलाल अग्रवाल ने उतारी। इस अवसर पर रंगपुरा मंदिर समिति अध्यक्ष यषवंत भंडारी भी उपस्थित थे। पूजन एवं आरती की विधि पं. विष्णुपूरी गोस्वामी एवं अमृतपूरी गोस्वामी ने उतारी। महाआरती पश्चात् पाट पर बजरंग बली का चित्र विराजमान कर पूजन की गई। बजरंग बाण संगीत मंडल द्वारा सुंदरकांड एवं बजरंग बाण का संगीतमय सुंदर आयोजन दषरथ जानी के नेतृत्व में हुआ। जिसमें समधुर भजनों की प्रस्तुति संगीतकार तन्मय नागर, राहुल एवं कुलदीप पंवार द्वारा दी गई।
श्री गोस्वामी एवं श्री जानी का किया गया सम्मान
कार्यक्रम पश्चात् प्राचीन मंदिर में लंबे समय से सेवक के रूप में निःस्वार्थ सेवाएं दे रहे वरिष्ठ विष्णुपूरी गोस्वामी एवं बजरंग बाण संगीत मंडल के दषरथ जानी का सम्मान अतिथि श्री भंडारी एवं श्री अग्रवाल ने मिलकर किया। इस अवसर पर रंगपुरा आश्रम के अधीक्षक जेएस हरबलिया, षिक्षिका श्रीमती उषा ताम्रकर, जेतरू कटारा, कु. उमा बैरागी एवं छात्र तथा ग्रामवासी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
श्री राजेन्द्र जयंत नित्यसेन विहार धाम हेतु बैठक में किया गया समिति का गठन, फुलमाल में विहार धाम के साथ जिन मंदिर, ज्ञानार्जन केंद्र एवं गौषाला का भी होगा निर्माण
झाबुआ। विष्व पूज्य दादा गुरूदेव श्रीमद् विजय राजेन्द्र सूरीष्वरजी मसा एवं पुण्य सम्राट राष्ट्रसंत श्रीमद् विजय जयंतसेन सूरीष्वरजी मसा के दिव्य एवं आलोकिक कृपा वृष्टि से वर्तमान आचार्य गच्छाधिपति श्रीमद् विजय नित्यसेन सूरीष्वरजी मसा की पावन प्रेरणा से पपू मुनिराज डाॅ. सिद्धरत्न विजयजी एवं विद्वतरत्न विजयजी मसा, परम् तपस्वी विदुषी साध्वी दर्षनकला एवं जीवनकला श्रीजी मसा के सानिध्य एवं मार्गदर्षन में शहर के समीपस्थ ग्राम फुलमाल में श्री राजेन्द्र जयंत नित्यसेन विहार धाम के निर्माण की योजना एवं रूपरेखा को लेकर झाबुआ श्री संघ के सदस्यांे की आवष्यक बैठक स्थानीय श्री ऋषभदेव बावन जिनालय परिसर में संपन्न हुई। बैठक जैन श्री संघ के वरिष्ठ संरक्षक आनंदीलाल संघवी एवं पूर्व व्यवस्थापक राजेन्द्र मेहता के मुख्य आतिथ्यि में आरंभ हुई। अध्यक्षता श्री संघ प्रवक्ता डाॅ. प्रदीप संघवी ने की। संचालन करते हुए विहार धाम संयोजक यषवंत भंडारी ने बताया कि फुलमाल में वरिष्ठ समाजसेविका श्रीमती शारदा प्रतापसिंह सिक्का द्वारा अपनी स्वेच्छा से विहार धाम के निर्माण हेतु निजी कृषि भूमि प्रदान की गई है। जिस पर पूज्य आचार्य श्रीजी, मुनि भगवंत एवं साधु भगंवतों ने विहार धाम निर्माण हेतु स्वीकृति प्रदान की। जिसके निर्माण एवं संचालन हेतु ट्रस्ट या समिति का गठन करके शीघ्र-अतिषीघ्र कार्य आरंभ हो सके, इस हेतु आप सभी को आमंत्रित किया गया है। साथ ही श्री भंडारी ने बैइक में उपस्थित सभीजनों से से इस संबंध में अपने सुझाव आमंत्रित किए।
जिन मंदिर, ज्ञानार्जन केंद्र एवं गौषाला का भी हो निर्माण
उपस्थित सभी सदस्यों ने मुर्हुत देखकर तत्काल विहार धाम का निर्माण प्रारंभ करने की बात कहीं। साथ ही इस स्थान पर एक सुंदर जिन मंदिर, ज्ञानार्जन केंद्र (गुरूकुल) एवं गौषाला का भी प्रोजेक्ट बनाकर इनका भी निर्माण किए जाने की बात कहीं। उपस्थित सभी सदस्यों ने इन तीनांे प्रस्ताव पर अपनी सहमति व्यक्त कर पूरा सहयोग देने हेतु आष्वास्त किया।
विहार धाम समिति का हुआ गठन
इस अवसर पर विहार धाम के निर्माण एवं संचालन हेतु उपस्थित सदस्यों की सर्वानुमति से विहार धाम समिति का गठन किया गया। जिसमें प्रमुख संरक्षक पूर्व व्यवस्थापक बाबुलाल संघवी, संरक्षक एवं मार्गदर्षक कांतिलाल बाबेल, आनंदीलाल संघवी एवं राजेन्द्र मेहता को बनाया गया। समिति में सलाहाकार के रूप में आमंत्रित सदस्यों में प्रेमप्रकाष कोठारी, अषोक संघवी, ओएल जैन, कांतिलाल पगारिया, डाॅ. प्रदीप संघवी, मुकेष संघवी, मनोहरलाल छाजेड़, अषोक कटारिया को मनोनीत किया गया। साथ ही प्रमुख विधि सलाहकार की जवाबदारी अषोक रूनवाल एवं उत्तम लोढ़ा (एडवोकेट) को सोंपी गई।
श्री भंडारी अध्यक्ष एवं श्री संघवी सचिव नियुक्त
प्रस्तावित समिति को ट्रस्ट मंडल का स्वरूप देने हेतु विधिवत् पदाधिकारियों का चयन हुआ। जिसमें यषवंत भंडारी अध्यक्ष, अनिल संघवी एवं सतीष कोठारी उपाध्यक्ष, सुनिल संघवी सचिव, राजेन्द्र आर भंडारी एवं मनोज बाबेल सह-सचिव एवं अनिल रूनवाल को कोषाध्यक्ष नियुक्त किया। साथ ही एक स्थायी ट्रस्ट मंडल बनाया गया। जिसमें ट्रस्टी के रूप में दिलीप संघवी, रमेष जैन, योगेन्द्र नाहर, कमलेष भंडारी, महेन्द्र मुथा, नरेन्द्र पगारिया (नीलम), संजय जैन, धर्मेन्द्र कोठारी, राजेन्द्र (राजू) सेठिया, संदीप जैन, राकेष वागरेचा गज्जूभाई, निखिल भंडारी, रत्नदीप सकलेचा एवं रिंकू रूनवाल का मनोनयन किया गया।
निर्माण समिति भी की गई गठित
इस अवसर मनोज बाबेल ने सुझाव दिया कि निर्माण शीघ्र एवं गुणवत्तायुक्त हो तथा विहार धाम आकर्षक बने, इस हेतु सदस्यों की एक समिति बनाई जाए, जो समय-समय पर निर्माण कार्यों का अवलोकन कर अपने-अपने सुझाव दे, जिस पर सभी की स्वीकृति से निर्माण समिति का भी गठन किया गया। जिसमें प्रभारी रत्नदीप सकलेचा (इंजिनियर), मनोज बाबेल, संदीप जैन एवं संजय जैन को सदस्य नियुक्ति किया गया। इसी प्रकार वित्तीय व्यवस्था की जिम्मेदारी राजेन्द्र मेहता, अनिल रूनवाल एवं यषवंत भंडारी को दी गई। शासकीय कार्य में सहयोग हेतु सतीष कोठारी, मुकेष संघवी एवं रिंकू रूनवाल को नियुक्त किया।
9 फरवरी को होगा भूमिपूजन
ट्रस्ट मंडल के गठन के पश्चात् भूमिपूजन करने हेतु 9 फरवरी, रविवार को प्रातः 9 से 10 बजे तक का समय तय किया गया। साथ ही यह तय किया गया कि भूमिपूजन करवाने हेतु बोली लगाई जाए। जिसमें बोली लगाकर लाभार्थी बनाया जाए। सर्वाधिक बोली बोलकर जितेन्द्रकुमार, संजयकुमार जवेरचन्द जैन (मुंबई वाले) ने भूमिपूजन करने का लाभ लिया। भूमिपूजन की विधि पंड़ित गुरू महेष जैन (रानापुर) द्वारा संपन्न करवाई जाएगी तथा निर्माण के सभी कार्य निर्विघ्न संपन्न हो, इस हेतु श्री नमस्कार महामंत्र का जाप, भक्तामर स्त्रोत पाठ एवं शांति स्नात्र पूजन की जाएगी। अंत में आभार समिति के नव-मनोनीत सचिव सुनिल संघवी ने माना। बैठक में बडी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।
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