झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 20 फ़रवरी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 20 फ़रवरी 2020

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 20 फ़रवरी

पूजा कभी भी निष्फल नही जाती है भक्ति ऐसी होना चाहिये जिस प्रकार प्रहलाद ने की । कभी भी लक्ष्मी पति नही बल्की लक्ष्मी के पुत्र बनो ताकि भगवान श्री नारायण से पिता का संबध बना रहें- पण्डित अनुपानंद
भागवत कथा के चैथे दिन धुमधाम से  मनाया श्रीकृष्ण जन्मोत्सव भागवत कथा में धर्म एवं ज्ञान की बह रही ज्ञानगंगा
झाबुआ । नगर के मध्य पैलेस गार्डन में श्रीमद्भागवत कथा के चैथे दिन कथा व्यास पंडित अनुपानंद जी महाराज कानपुर ने श्रीकृष्ण जन्म की लीला का मनोहारी वर्णन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि राजा परीक्षित से शुकदेव कहते हैं, कि संसार का कल्याण करने के लिए भगवान अवतार लेते कि जब-जब धर्म की हानि होती है। तब सज्जनों का कल्याण और राक्षसों का वध करने के लिए भगवान अवतार लेते हैं । कथा के प्रारंभ मंे आरती के पूर्व भागीरथ सातोगिया द्वारा पण्डितजी का पगडी व दुपट्टे से स्वागत किया वही ममता राठौर, हेमलता पटेलकी ओर से व्यासगादी का स्वागत वंदन किया गया । डा. केके त्रिवेदी ने भागवत कथा के चैथे दिन पर पण्डित अनुपानंदजी का स्वागत करत हुए श्रीमद भागवत कथा को अमृतपान बताया । व्यास पीठ से भागवत कथा कहत हुए पण्डित अनुपानंद ने कहा कि कथा में कभी कभी संदेह हो जाता है और यह संदेह तब तक बना रहता है जब तक उसका निराकरण नही हो जाये । कथा में यह संदेह पैदा होता है कि पत्थर से भी भगवान प्रकट हो सकते है ? जबकि प्रहलाद चरित्र में भगवान श्री हरि स्वयं नृसिंह अवतार में प्रकट हुूए और धर्म की रक्षा की । उन्होने  कहा कि पूजा कभी भी निष्फल नही जाती है भक्ति ऐसी होना चाहिये जिस प्रकार प्रहलाद ने की ओर स्वयं श्री हरि को पत्थर से प्रकट होना पडा । गजेन्द्र कथा को सुनाते हुए उन्होने कहा कि भगवान की भक्ति का घंमड नही होना चाहिये ,भगवान घमंड का भी शमन करते है । उन्होने समुद्र मंथन की कथा को विस्तार से सुनाते हुए कहा कि देवताओं एवं राक्षसों के बीच विवाद बना रहता था, राक्षसों से देवताओं को हरा दिया था और मंदराचल पर्वत से समुद्र मंथन हुआ, देवताओं एवं राक्षसों ने वासुकी नाग से उसका रस्सा बना कर मंथन किया। समुद्र मंथन मे निकले जहर को शिवजी ने पीया और वे नीलकंठ कहलाये,। विभिन्न वस्तुये कामधेनु, घोडा, ऐरावत हाथी मदीरा, लक्ष्मी, अमृत, आदि को भगवान श्री नारायण से देवताओं एवं राक्षसों को पात्रतानुसार वितरण किया । पण्डित जी कहा कि मांगने वाला हमेशा घोटे मे रहता है और प्रतीक्षा करने वालेे को मीठा फल मिलता है । उन्होने  कहा कि जिनके पास लक्ष्मी होती है वह सीधा चलता है और जिसके पास लक्ष्मी का अभाव होेता हैै वह कष्ट उठाता है। इसलिये जरूरी है कि कभी भी लक्ष्मी पति नही बल्की लक्ष्मी के पुत्र बनो ताकि भगवान श्री नारायण से पिता का संबध बना रहें । कथा सुनाते हुए उन्होने कहा कि जो पात्र नही होता है उसे परमात्मा क्रुछ भी नही देता है । प्रसंग को आगे बढ़ाते हुएपण्डित अनुपानंदजी ने कहा भगवान श्रीकृष्ण ने जेल में वासुदेव के यहां अवतार लेकर संतो व भक्तों का सम्मान बढ़ाया। उन्होंने अपने अंदर बुराई विद्यामान न रहे इसके लिए संतों का सत्संग का मार्ग बताया। भगवान श्रीराम की मर्यादा और श्रीकृष्ण को तब समझोगे जब राम मय बनो। जब भक्ति मार्ग में भक्त लीन रहता है तब प्रभु दर्शन होते हैं। उन्होने  व्यासपीठ राम जन्म, गजेंद्र मोक्ष, समुद्र मंथन व कृष्ण जन्म की कथा का रोचक वर्णन कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। पण्डित जी नेे रामजन्म की कथा का वर्णन करते हुए कहा कि राम ने राक्षसों का संहार कर ऋषि मुनियों की रक्षा की। उन्होंने राम के वन गमन, सीता स्वयंवर आदि की कथा का भी विस्तार से वर्णन किया।  कृष्ण जन्म की कथा सुनाते हुए कहा कि कृष्ण का जन्म मथुरा की जेल में हुआ था लेकिन भागवत कृपा से बेडिया और द्वार खुल गए। श्रीकृष्ण जन्म पर नंदोत्सव मनाया गया और महिलाओं ने कृष्ण जन्म पर बधाइयां गाई। पैलेस गार्डन श्रीमती आशा राशिनकर परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद भागवत कथा में राम जन्म के बाद कृष्ण जन्म केे अवसर पर पूरा माहौल मथुरा-वृंदावन मे तब्दिल हो गया ।भगवान के जन्म पर ’’नंद घर आनन्द भयो जय कन्हैया लाल की तथा जय घोष से पूरा वातावरण भक्तिमय बन गया । बालस्वरूप् श्रीकृष्ण के रूप  में नन्हे बालक के दर्शनों के लिये महिलाओं में होड सी लग लग गई । इस अवसर पर पाण्डाल में धुमधाम से नन्दोत्सव मनाया गया । पूरा पाण्डाल गुब्बारों एवं पुष्पो से आच्छादित दिखाई दिया । पालने में भगवान बाल गापाल को झुलाया गया । कथा के विराम के पूर्व महामंगल आरती एवं प्रसादी का वितरण किया गया ।  आज 20 फरवरी को भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं के अलावा गोवर्धन पूजाप्रसंग एवं छप्पन भोग का आयोजन किया जावेगा । श्रीमती आशा राशिनपुर परिवार नेे नगर की घर्मप्रेमी जनता से भागवत कथा केे रसपान का आनंद लने तथा धर्मलाभ प्राप्त करने की अपील की है।

राजपूत महिला क्लब ने भगवताचार्य पं. अनुपानंदजी महाराज का किया आत्मीय भरा सम्मान, प्रतिदिन किया जा रहा कथा का श्रवण

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झाबुआ। शहर के पैलेस गार्डन पर श्रीमद् भागवत रसपान महोत्सव (सात दिवसीय भागवत कथा) में धर्म की अनवरत निर्झरणी (गंगा) प्रवाहित हो रहीं है। प्रारंभ में कानपुर (उत्तरप्रदेष) से पधारे भगवताचार्य पं. अनुपानंदजी महाराज एवं संगीत मंडली का विभिन्न समाजों एवं सामाजिक संगठनों तथा आयोजकांे की ओर से आत्मीय भरा स्वागत भी किया जा रहा है। इसी क्रम में राजपूत महिला क्लब झाबुआ की महिलाओं में सुश्री रूक्मणी वर्मा, कमला सोलंकी, शोभा राठौर, अनिला बेस, साधना चैहान, राखी सिसौदिया, अनिता चैहान आदि ने कथा आरंभ होने से पूर्व आचार्य पं. अनुपानंदजी महाराज का शाल ओढ़ाकर एवं श्रीफल भेंटकर आत्मीय अभिनंदन किया। साथ ही राजपूत क्लब की महिलाएं प्रतिदिन भावगत कथा में शामिल होकर पूरे समय उपस्थित रहकर कथा का श्रवण कर धर्मलाभ ले रहंी हैै एवं शहर के अन्य लोगों को भी भागवत कथा में अधिक से अधिक संख्या में पधारकर धर्म लाभ लेने हेतु आग्रह कर रहीं है। क्लब की महिलाओं के इस कार्य की कथा आयोजक श्रीमती आषा राषिनकर एवं संचालन (व्यवस्था) समिति के समस्त सदस्यगणों ने प्रसंषा की है।

जीके शर्मा भारतीय मजदूर संघ के जिला संयोजक मनोनीत, दी गई शुभकामनाएं

झाबुआ। मप्र वरिष्ठ नागरिक परिसंघ के संभागीय संयोजक एवं सेवानिवृत्त अधिकारी-कर्मचारी पेंषनर महासंघ के जिलाध्यक्ष गोपालकृष्ण शर्मा निवासी गोपाल काॅलोनी झाबुआ को भारतीय मजदूर संघ का जिला संयोजक मनोनीत किया गया है। उन्हें यह जवाबदारी भारतीय मजूदर संघ के प्रदेष महामंत्री केपी सिंह द्वारा सौंपी गई है। श्री शर्मा ने बताया कि वह जल्द ही झाबुआ जिले में संघ की जिला कार्यसमिति का गठन करेंगे एवं अपने उक्त दायित्व का बखूबी निवर्हन कर संगठन को सक्रिय एवं मजबूत बनाने में सराहनीय सहयोग प्रदान करेंगे। उनके इस मनोनयन पर उन्हें जिलेभर के सेवानिवृत्त अधिकारी-कर्मचारियों, पेंषनरों, वरिष्ठ नागरिकों और ईष्ट मित्रों ने शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए हर्ष व्यक्त किया है।

हनुमान टेकरी पर महाषिवरात्रि पर्व, होली मिलन समारोह एवं हनुमान जयंती धूमधाम से मनाने को लेकर बनाई गई विस्तृत रूपरेखा, 25 मार्च को ‘‘कुछ पल राम के नाम’’ व्याख्यान माला का होगा आयोजन
श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर सेवा समिति की बेठक संपन्न
झाबुआ। शहर के हनुमान टेकरी पर प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी महाषिवरात्रि पर्व, होली मिलन समारोह एवं हनुमान जयंती महोत्सव हर्षोल्लासपूर्वक मनाने को लेकर श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर सेवा समिति की विषेष बैठक 18 फरवरी, मंगलवार देर शाम 7.30 बजे से हनुमान टेकरी पर संपन्न हुई। जिसमें इन पर्वों के दौरान किए जाने वाले कार्यक्रम तय किए गए। बैठक का संचालन समिति के वरिष्ठ सदस्य गजेन्द्रसिंह चंद्रावत ने करते हुए जानकारी दी कि 21 फरवरी को महाषिवरात्रि पर्व पर हनुमान मंदिर परिसर में निर्मित श्री भूमेष्वर महादेव मंदिर पर महाभिषेक का आयोजन होगा। जिसमें मंदिर समिति से जुड़े सभी सदस्यगण शामिल होने के साथ शहर के श्रद्धालुजन भी बड़ी संख्या में शामिल होकर दर्षन-पूजनन लाभ लेंगे। अभिषेक पश्चात् सभी को स्वल्पाहार (फरियाली खिचड़ी) का वितरण होगा। 14 मार्च को होली मिलन समारोह का आयोजन कर इस अवसर पर व्याख्यान माला की आमंत्रण पत्रिकाओं का विमोचन आमंत्रित अतिथियों द्वारा किया जाएगा। कार्यक्रम में शहर के विभिन्न समाजों को प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जाएगा। 25 मार्च को हिन्दू नववर्ष (गुड़ी पड़वा पर्व) पर शहर के शहनाई गार्डन में देर शाम 7.30 बजे से 9 बजे तक ‘‘कुछ पल राम के नाम’’ आयोजन किया जा रहा है। जिसमें प्रख्यात साहित्यकार, लेखक एवं प्रसिद्ध वक्ता डाॅ. विजयषंकर मेहता द्वारा इस विषय पर व्याख्यान दिए जाएंगे।

तीन दिवसीय हनुमान जयंती महोत्सव मनाया जाएगा
मुख्य रूप से प्रतिवर्ष हनुमान टेकरी पर भव्य एवं व्यापक रूप से मनाए जाने हनुमान जयंती महोत्सव पर चर्चा हुई। जिसमें सर्व सम्मति से तय किया गया कि हनुमान जयंती महोत्सव पर इस वर्ष 3 दिवसीय आयोजन किए जाएंगे। जिसमें 6 अप्रेल को सुबह 8 से 9 बज तक अमृतवाणी पाठ पश्चात् शाम 7 बजे से रामायणजी पर आधारित धार्मिक प्रष्न मंत्र प्रतियोगिता रखी जाएगी। 7 अप्रेल को अखंड श्री राम नाम जाप, बाद शाम 7 बजे से महापुरूषों के जीवन पर आधारित फेंसी प्रतियोगिता रखी जाएगी। रात्रि में सुंदरकांड पाठ एवं जागरण आमलीफलिया सुंदर कांड टीम द्वारा किया जाएगा। हनुमान जयंती पर 8 अप्रेल को सुबह 6 बजे बाबा की जन्मोत्सव आरती, बाद पंचकुंडीय यज्ञ मुख्य आचार्य पं. कैलाष त्रिपाठी के सानिध्य में होंगे। भगवान को अन्नकूट भोग लगाया जाएगा। दोपहर में महाआरती पश्चात् महाप्रसादी (भंडारे) का भव्य आयोजन होगा। तत्पष्चात् रात्रि 8 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन रखा गया। इसके साथ ही इस अवसर पर हनुमान टेकरी प्रवेष मार्ग की सफाई एवं सड़क के नवीन निर्माण हेतु इस संबंध में नगरपालिका अध्यक्ष एवं सीएमओ से मिलकर चर्चा करने का निर्णय लिया गया।

यह रहे उपस्थित
यह बैठक करीब डेढ़ घंटे तक चली। बैठक की व्यवस्था में सहयोग दिनेष चैहान ने प्रदान किया। इस अवसर पर समिति अध्यक्ष अरूण भावसार, पूर्व अध्यक्ष प्रेमअदीपसिंह पंवार, राकेष झरबड़े, पवेन्द्रसिंह चैहान, प्रदीप सोनी, सुभाष गिधवानी, पल्लूसिंह चैहान, मुकेष नीमा, सुश्री झरबड़े, श्याम सुंदर शर्मा, तरूण बैरागी, पूजारी महेषचन्द्र बैरागी, महिलाओं में श्रीमती रंजना चंद्रावत, नीता भावसार, सीमा चैहान, माया बैरागी, लाली सोनी सहित बड़ी संख्या में मंदिर समिति से जुड़े महिला-पुरूष सदस्यगण उपस्थित थे। अंत में पधारे सभीजनों के प्रति आभार समिति अध्यक्ष अरूण भावसार ने माना।

शिव सन्देश जीवन परिवर्तन यात्रा अभियान, व्यसन मुक्ति के साथ जीवन में आद्यात्मिक परिवर्तन लाने के प्रयास
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी द्वारा जन जागृति के प्रयास सराहनीय
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झाबुआ थांदला। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ओम शांति संस्थान द्वारा विश्वभर में आध्यात्मिक अभियान चलाते हुए जन जागृति लाने का प्रयास किया जा रहा है। उनके जन चेतना के सराहनीय कार्य से कई लोग व्यसन मुक्ति का संकल्प लेकर लाभान्वित हुए है। महाशिवरात्रि के पावन दिनों में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय झाबुआ व गुजरात शाखा के सेवक सम्पूर्ण जिलें में शिव सन्देश जीवन परिवर्तन यात्रा के द्वारा जनता को आद्यात्मिक शिव सन्देश देते हुए उन्हें व्यसन मुक्ति, निज विकास, स्वच्छता, व आत्मिक शांति युक्त जीवन के लिए प्रेरित कर रहे है। 14 से 28 फरवरी तक सम्पूर्ण जिलें में चलने वाले इस अभियान का मंगलवार बाजार के दिन थांदला में आगमन हुआ। नगर के विभिन्न स्थानों पर प्रचार सामग्री व आध्यात्मिक प्रेरणादायक उदबोधन देकर ग्रामीणजन को समझाइश दी जा रही है। अभियान में ब्रम्हकुमारी जयंती दीदी, ज्योति दीदी, शिवा भाई, प्रेमसिंह भाई, जोगा भाई, गिरधारी भाई आदि अपनी सेवाएं दे रहे है।

थांदला में होल्कर स्टेट के समय के अतिप्राचीन शिवालयों के दर्शन से पूर्ण होती है मनोकामना

थांदला। मां पद्मावती और श्रृंगभद्रा (नौगांवा नदी) दो सदानीरा नदियों के मध्य बसा आध्यात्मिक नगर थांदला भक्त मलूकदास, सरस्वतीनन्दन स्वामीजी, जैनाचार्य जवाहरलालजी, जिनशासन गौरव उमेशमुनिजी,  दिगम्बर सन्त पुण्यसागरजी महाराज आदि संतों और संस्कृतज्ञ पंडितों की जन्मभूमि और कर्मभूमि रही है। यह संत और पंडितों के संस्कार अनुसार मंदिरों की भूमि भी है यहाँ श्रीराम मंदिर, श्री हनुमान अष्ट मंदिर, श्री आदि तीर्थंकर ऋषभदेवजी, नरसिंह मंदिर आदि  बाहर से पधारे भक्त मलूकदासजी महाराज द्वारा बनाए गए है। नगर में 17वीं शताब्दी अर्थात लगभग 360 वर्ष पूर्व होल्कर स्टेट के समय में देवी अहिल्याबाई द्वारा बना अंबिकेश्वर मंदिर महादेव मंदिर जोकि पद्मावती नदी के दक्षिण तट पर स्थित वास्तुशिल्प के अदभुत मन्दिरों में से एक है। इस के निकट के दृश्य भी अति मनभावन हुआ करते थे। पद्मावती नदी थांदला के उत्तर पश्चिम में बहती है। मन्दिर पुजारी व प्रबन्धक आशुतोष पाठक द्वारा नियमित रूप से इस मंदिर का रख रखाव व पूजा अर्चना की जाती रही है। समय समय पर विभिन्न आयोजन भी यहाँ होते रहते है। पर्याप्त मात्रा में चैड़ी और गहरी इस नदी का सबसे गहरा स्थान घोड़ा कुंड के नाम से जाना जाता है यह नदी जब बहती थी तब के दृश्य दुर्लभ हो गए हैं परंतु आज सैकड़ों बीघा जमीन की सिंचाई और लाखों ईंटों के निर्माण इसी नदी से जुड़े हुए हैं। यह सच्चे अर्थों में थांदला की मां की भूमि है युवा अनुसार प्रदूषण के शिकार और भू माफियाओं द्वारा इसके तटों पर अतिक्रमण एक विकराल समस्या है। हालांकि अनेक समाजसेवी संगठन समय समय पर इसके जिर्णोद्धार के कदम उठाते रहते है फिर भी शासन - प्रशासन को भी इस तरफ ध्यान देना चाहिये। इस मंदिर को पुरातत्व विभाग द्वारा नवीनीकृत किया गया है। यहाँ के अन्य मन्दिरों में नागणेचा माता मंदिर इंदौर के होलकर राजाओं द्वारा निर्मित है। जो व्हाया बदनावर यहां की गड़ी में पहुंचे थे। तत्कालीन भूमि सीमा के अंतिम छोर पर यह माताजी का मंदिर बनाया गया था। श्री गणेश मंदिर, श्री पट्टाभिराम मंदिर, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर,  अपेक्षाकृत बाद में उन्ही के द्वारा बनाये गए हैं। नगर की प्रसिद्धि इस धरा के ये अतिप्राचीन शिवालयों के मंगल दर्शन व मनोकामना पूर्ण के लिये विख्यात है।

नगर परिषद ने 15 अस्थायी कर्मचारियों को निकाला - नगर में चारों तरफ लगा कचरों का ढेर

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थांदला । नगर परिषद थांदला में इन दिनों कुछ भी ठीक नही चल रहा है। भ्रष्टाचार के आरोपों को झेल रही नगर परिषद फंड की कमी के चलते कर्मचारियों का वेतन तक नही दे पा रही है। विगत एक सप्ताह पूर्व नगर परिषद के दलित सफाई कर्मचारियों ने काम के बदले समय पर वेतन की जायज मांग की तो उन्हें बदलें में काम से निकालने की धमकी मिली। यही नही कर्मचारियों ने जब इसके खिलाफ भी आवाज उठानी चाही तो उन्हें दबाने का भरसक प्रयास किया गया। इन सभी से खफा नगर परिषद के कर्मचारियों ने एक आवेदन नगर परिषद को सौंपते हुए अपनी मांगों को शासन प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों के समक्ष रखा लेकिन आज एक सप्ताह बाद भी उनकी समस्याओं का उचित समाधान नही हो पाया है। उन्होंने आवेदन के आधार पर स्पष्ट कहा था कि यदि मांग पूरी नही हुईं तो वे अनिश्चतकालीन हड़ताल पर उतर जाएंगे। नगर परिषद की हठधर्मिता के कारण 18 फरवरी मंगलवार से सभी सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले गये। आज दो दिन हो जाने के बाद भी कोई जिम्मेदार उनसे मिलने नही पहुँचा है। नगर में चारों तरफ गन्दगी व कचरों का ढेर लग गया है। जानकारी देते हुए सभी सफाई कर्मचारियों ने बताया कि डीडीओ के आदेश का हवाला देकर सफाई कर्मचारियों में  मनोज, लखन, महेश भरत, दीपक बाबूलाल, अजय भरत, रतन, धर्मेंद्र, मंगल विनोद, अजय स्वराज, अंगूर बाला, पिंकी महेश, रीना जीवन आदि 15 अस्थायी कर्मचारियों को भी बिना पूर्व सूचना के काम से निकाल दिया । नगर परिषद के इस बर्ताव से खफा सफाई कर्मचारियों पर आर्थिक संकट खड़ा हो गया है, इसलिये उन्होंने पुलिस विभाग में आवेदन देकर शांतिप्रिय धरना देते हुए मांगे पूरी नही होने तक आंदोलन की बात कही थी।

नगर परिषद सीएमओ पर लगे व्यवस्था बिगाड़ने के आरोप
नगरपरिषद के सफाई कर्मचारियों सहित अन्य कर्मचारी इन सब के लिए जिम्मेदार प्रभारी सीएमओ अशोकसिंह चैहान को यहा से तत्काल हटाने की मांग कर रहे है। गौरतलब है कि जब से प्रभारी सीएमओ बन कर अशोक चैहान बैठे है तब से लेकर आज तक कर्मचारी परेशान हो रहे है। कर्मचारियों को समय पर वेतन का भुगतान नही करना अकारण उन्हें डांटना फटकारना व नोकरी से निकालना उनकी तानाशाही दर्शा रहा है । पूर्व में भी सीएमओ के नगरपरिषद में कई कारनामे भरे पड़े है यहाँ तक कि लोकायुक्त में प्रकरण तक चल रहे है। परंतु कांग्रेस सरकार में व पैसों के दम पर लगातार विवादों में रहने के बाद भी सीएमओ का प्रभार लेकर काम कर रहे है।

नगर में अव्यवस्था कोरोना वायरस का बड़ा खतरा
2 दिन से सफाई कर्मचारियों ने नगर परिषद के बहार मुख्य सड़क पर ही धरना दिया हुआ है लेकिन फिर भी जिम्मेदार प्रशासन की नींद नही उड़ रही है। सफाई कर्मचारियों की हड़ताल से पूरे नगर परिषद का कामकाज ठप्प हो गया है, वही नगर में दूसरे दिन भी सफाई नहीं होने से सड़कों पर गन्दगी व कचरे के ढेर लग गए है।  डोर-टू-डोर कचरा वाहन द्वारा कचरा नही ले जाने पर यह परेशानी और भी बढ़ गई है। नगर परिषद में करीब 55 सफाई कर्मचारी है जिनके हड़ताल पर चले जाने से नगर में वायरल कोरोना वायरस जैसी घातक बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।  नगर परिषद अध्यक्ष सीएमओ मिले कर्मचारियों से नगर के हालातों से जनता के प्रभावित होने से नगर परिषद अध्यक्ष बन्टी डामोर ने मामले को समझते हुए सीएमओ को लेकर कर्मचारियों से मिलने पहुँचे। लेकिन कर्मचारी लिखित आश्वासन व मांग पूरी होने तक हड़ताल पर डटे रहे। नगर परिषद अध्यक्ष ने कहा कि यदि उनकी जायज मांग पूरी नही होती है तो वे स्वयं भी उनके साथ हड़ताल पर बैठ जाएंगे। इस दौरान राजेश जैन, कादर शेख, कमालुद्दीन शेख आदि नगर परिषद कर्मचारी उपस्थित थे।

वर्जन -
 जब से सीएमओ अशोक चैहान ने अपना पद संभाल है तब से हमें कभी हमारी सेलरी टाईम पर नहीं मिली है। वेतन मांगने पर निकालने की धमकी मिलती थी और उन्होंने हमारे 15 कर्मचारियों को निकाल भी दिया है।जिस कारण हमे सेठ - साहूकारों से पैसा उधार लाकर अपने घर का खर्च चलना पड़ रहा है हम पर कर्जा चढ़ गया है। वही कभी समय पर सफाई उपकरण व सामान दिया जाता है साबुन झाड़ू भी नही मिलती है टूटी हुई झाड़ू से सफाई करने में दिक्कत आती है फिर भी हम ईमानदारी से अपना काम कर रहे है। सुनीता चैनाल (अध्यक्ष - कर्मचारी संघ थांदला

नगर परिषद बे वजह जिद पर अड़े हुए है। समय पर वेतन दिया जा रहा है। इस बार चूंगी कर कटौती के कारण फंड नही होने से दो माह का वेतन बकाया है उसमें से भी एक माह का जमा करा दिया है। रही बात कर्मचारियों के काम से हटाने की तो अस्थायी कर्मचारियों को काम नही होने से व पैसों के आभाव में हटाया गया है। समय व जरूरत के हिसाब से वापस लगाया जाएगा। वही सभी को शासन की सभी योजनाओं का लाभ भी दिया जा रहा है। अशोक चैहान (प्रभारी सीएमओ - नगर परिषद थांदला

क्षेत्र की समस्याओ के निराकरण के लिए हर संभव प्रयास किये जावेगे- श्री भूरिया

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झाबुआ। विधानसभा क्षेत्र के विकास एवं समस्याओ के निराकरण के लिए हर संभव प्रयास किये जावेगे। विधानसभा क्षेत्र के लोगो को स्वास्थ्य, षिक्षा, पेयजल तथा अन्य मूलभुत सुविधाएं मिले इसके लिए हर संभव कोषिष की जावेगी। यह उदगार क्षेत्रीय विधायक श्री कांतिलाल भूरिया ने 18 फरवरी को झाबुआ तहसील के ग्राम पिटोल में आपकी सरकार आपके द्वार योजना के तहत आयोजित विकासखण्ड स्तरीय जन समस्या निवारण षिविर में व्यक्त किये। श्री भूरिया ने इस षिविर में उपस्थित ग्रामीणो को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा आम जनता की समस्याओ के निराकरण के लिए आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का क्रियान्वयन किया जा रहा हैं। इस कार्यक्रम के तहत सभी जिला अधिकारी ग्रामीणी क्षेत्र में भ्रमण कर आम जनता की समस्याओ के समाधान का प्रयास किया जा रहा हैं। साथ ही विकासखण्ड स्तरीय षिविर आयोजित कर ग्रामीणो की समस्याओ का निराकरण किया जा रहा है। ग्रामीणजन इन षिविरो में उपस्थित होकर अपनी समस्याओ से संबंधित आवेदन पत्र प्रस्तुत करें ताकि इन समस्याओ का निपटारा किया जा सकें। श्री भूरिया ने कहा कि षासन द्वारा अनेक लोकहितकारी योजनाओ का क्रियान्वयन किया जा रहा हैं। ग्रामीणजन जागरूक होकर इन योजनाओ का लाभ उठाएं तथा अपने जीवन स्तर मे बदलाव लाएं। श्री भूरिया ने आगे कहा कि प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने सत्ता में आते ही किसानो का कर्ज माफी की है।  इस कर्ज माफी से सभी पात्र किसानो को लाभ मिलेगा। महिला स्वयं सहायता समूहो को भी 25-25 हजार रूपये का लाभ दिया गया है।  सरकार की मदद योजना के तहत बच्चे का जन्म होने पर 50 किलो अनाज तथा मृत्यु भोज के लिए एक क्विंटल अनाज और प्रत्येक पंचायत को बर्तन के लिए 25 हजार रूपये प्रदाय किये जावेगे। श्री भूरिया ने कहा कि षिक्षित युवा-युवतियो को कम्पनियो में रोजगार उपलब्ध कराने का भी प्रयास किया जा रहा हैं।  षिक्षित युवा-युवतियां कम्पनियो को रोजगार पाने के लिए आगे आना चाहिए। कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि सभी अधिकारी आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत ग्रामीण क्षेत्र में भ्रमण कर आम जनता की समस्याओ का आकलन करे और उन समस्याओ का समाधान के लिए पूरी कोषिष करें तभी षासन की मंषा पूरी होगी। श्री सिपाहा ने अधिकारियो से कहा कि वे अपने-अपने विभाग की जन कल्याणकारी योजनाओ और कार्यक्रमो का व्यापक प्रचार-प्रसार करें ताकि जरूरतमंद व्यक्यिो को इस का लाभ मिल सके। श्री सिपाहा ने ग्रामीणो से कहा कि वे इन षिविरो में अपनी समस्याएं रखें ताकि अधिकारियो द्वारा समस्याओ का निराकरण किया जा सके।   इस षिविर मे पूर्व विधायक श्री जेवियर मैडा ने भी ग्रामीणो को सम्बोधित किया। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री संदीप षर्मा ने कहा कि ष्षासन की मंषा है कि आपकी सरकार आपके द्वार योजना के तहत आम जनता की समस्याओ का निराकरण हों। सभी अधिकारी ग्रामीणो की समस्याएं सुने और उनका निराकरण करें। षासन की यह योजना महत्व पूर्ण ने इसका सफल क्रियान्वयन करे। इस षिविर में विभिन्न विभागो के जिला अधिकारियो द्वारा अपने-अपने विभाग की योजनाओ की विस्तार से जानकारी दी और ग्रामीणो से कहा कि वे इन योजनाओ का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। मुख्य अतिथि श्री भूरिया तथा कलेक्टर श्री सिपाहा ने मदद योजना के अंतर्गत स्वीकृती पत्र हितग्राहियो को प्रतीक स्वरूप प्रदाय किये।  इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विजय डावर, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री दिनेष वर्मा, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री अभयसिंह खराडी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत श्री चन्दरसिंह मण्डलोई सहित समस्त विभागो के जिला अधिकारी, खण्ड स्तरीय अधिकारी, पत्रकारगण तथा बडी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद थें।

क्षेत्रीय विधायक श्री भूरिया तथा कलेक्टर श्री सिपाहा द्वारा ग्राम भीम फलिया का आकस्मिक भ्रमण
      
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झाबुआ। विगत 18 फरवरी को क्षेत्रीय विधायक श्री कांतिलाल भूरिया, कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा तथा विभिन्न विभागो के जिला अधिकारियो द्वारा आपकी सरकार आपके द्वार के तहत जनपद पंचायत क्षेत्र झाबुआ के अंतर्गत ग्राम भीम फलिया का आकस्मिक भ्रमण किया और ग्रामीणो की समस्याएं जानी तथा षासकीय संस्थाओ का निरीक्षण किया। श्री भूरिया तथा कलेक्टर श्री सिपाहा ने ग्राम भीम फलिया में ग्राम पंचायत से मुख्य सडक तक के अतिक्रमण तत्काल हटाने के निर्देष अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को दिये। कलेक्टर श्री सिपाहा ने ग्राम पंचायत सचिव को निर्देष दिये है कि वे नये ग्राम पंचायत भवन से पुराने ग्राम पंचायत भवन में कार्यालय स्थांतरीत करने के निर्देष दिये ताकि आम जनता को ग्राम पंचायत कार्यालय में आने की सहूलियत हो सके। कलेक्टर श्री सिपाहा ने माध्यमिक विद्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस भवन में कीचन षेड में रखा घास को हटाने और स्कूल के एक कक्ष में व्यायाम षाला स्थापित करने के निर्देष दिये। साथ जनषिक्षा केन्द्र भवन की मरमत करा कर महिला स्वयं सहायता समूह को सौपने के निर्देष दिये।  श्री सिपाहा ने संबंधित अधिकारियो को निर्देष दिये है कि वे स्थानीय स्वयं सहायता समूह को विभिन्न गतिविधियां चलाने के लिए प्रयास करें। क्षेत्रीय विधायक श्री भूरिया तथा कलेक्टर श्री सिपाहा ने नलजल योजना का अवलोकन किया। अवलोकन के दौरान ग्रामीणो ने बताया कि यह नलजल योजना चालू है। कलेक्टर श्री सिपाहा ने जल संसाधन विभाग तथा ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियो के लिए बने भवनो का चिन्हांकन कर उनका उपयोग करने के निर्देष दिये। उन्होने संबंधित अधिकारियो को निर्देष दिये है कि महिला स्वयं सहायता समूह को कुक्कुट पालन तथा मसरूम की खेती के लिए महिला स्वयं सहायता समूह को प्रेरित करे। इस अवसर पर भ्रमण के लिए 20 दलो द्वारा गांव के प्रत्येक वार्ड का भ्रमण किया और आम जनता की समस्याएं जानी तथा उनके समाधान के लिए प्रयास किया । इस दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री संदीप षर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विजय डावर, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री दिनेष वर्मा, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री अभयसिंह खराडी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थें।

कृषि विज्ञान केन्द्र झाबुआ को राष्ट्रीय उत्कृष्ट मुर्गीपालन विस्तार पुरस्कार 2020
      
झाबुआ। एग्राीकल्चर टूडे ग्रुप द्वारा विगत दिवस होटल ताज पेलेस नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय मुर्गीपालन सम्मान समारोह में कृषि विज्ञान केन्द्र झाबुआ को राष्ट्रीय उत्कृष्ट मुर्गीपालन विस्तार पुरस्कार 2020 कडकनाथ के प्रचार-प्रसार एवं उससे किसानो को जीवीकोपार्जन में होने वाले लाभों व इसकी महत्ता को बताने के लिए सम्मानित किया गया। इस सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में डाॅ. एसपी सिंह बघेल, लोकसभा सदस्य एवं भुतपूर्व पषुपालन मंत्री उत्तरप्रदेष द्वारा राष्ट्रीय उत्कृष्ट मुर्गीपालन विस्तार पुरस्कार 2020 कृषि विज्ञान केन्द्र झाबुआ को प्रदान किया गया। पुरस्कार केन्द्र की ओर से वैज्ञानिक डाॅ. चन्दन कुमार व डाॅ. महेन्द्र सिंह द्वारा ग्रहण किया गया। डाॅ. ओपी चैधरी, संयुक्त सचिव मुर्गीपालन भारत सरकार, डाॅ. प्रवीण मलीक पषुपालन विभाग कमिष्नर भारत सरकार एवं एग्रीकल्चर टूडे ग्रुप के अध्यक्ष डाॅ. एमजे खान उपस्थित थे। केन्द्र के प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख डाॅ. आईएस तोमर के मार्गदर्षन में केन्द्र वैज्ञानिको द्वारा किये गये कार्यो को देखते हुए यह पुरस्कार कडकनाथ प्रजाति को संरक्षित संवर्धन एवं इसके विस्तार के लिए प्राप्त हुआ। कृषि विज्ञान केन्द्र झाबुआ द्वारा इस प्रजाति का प्रचार-प्रसार देष के विभिन्न राज्यो में किया गया एवं इसकी उपयोगिताओ व आर्थिक महत्व परियोजना व प्रधानमंत्री कौषल विकास योजना के माध्यम से झाबुआ जिले के किसानो की आर्थिक गति को दुगुना करने में सहायक सिद्ध हुई।

कुलपति रा.वि.सिं.कृ.वि.वि. ग्वालियर का कृषि विज्ञान केन्द्र झाबुआ आगमन
       
झाबुआ । कुलपति राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विष्वविद्यालय ग्वालियर डाॅ. एसके राव भ्रमण के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र झाबुआ आये केन्द्र के प्रमुख डाॅ. आईएस तोमर एवं समस्त वैज्ञानिको द्वारा डाॅ. एसके राव का स्वागत किया गया। डाॅ. तोमर एवं समस्त वैज्ञानिको के साथ विगत दिवस कृषि विज्ञान केन्द्र, बीज उत्पादन इकाई, फलोद्यान, कडकनाथ हेचरी, वर्मीकम्पोस्ट उत्पदान इकाई, पाॅली हाऊस, एजोला इकाई का भ्रमण किया तथा कृषि अत्याधुनिक करने के लिए केन्द्र के वैज्ञानिको को आवष्यक दिषा निर्देष दिये। साथ ही अपने फलोद्यान इकाई को जैविक फलोद्यान इकाई के रूप में विकसित करने एवं इसका जैविक पंजीयन कराने की बात कही। केन्द्र पर किसानो को प्रषिक्षण एवं प्रदर्षनी के रूप में निर्मित आदर्ष बकरीपालन इकाई का उद्घाटन किया। इस इकाई में जलवायु अनुकुल बारबरी प्रजाति की बकरियों का पालन एवं संवर्धन कर इससे होने वाले लाभो से किसानो को अवगत कराया जा रहा है। इसके पष्चात जिले के विभिन्न गांवो से आये किसानो एवं अन्य विभागो के अधिकारियो के साथ कृषि में आने वाली समस्याओ जैसे समय पर बीज उपलब्धता, कृषि उत्पादो की मूल्य अनियमितता, उत्पाद संग्रहण, सिंचाई के लिए जल एवं बिजली की समस्या आदि विषयो पर चर्चा की और उनके निराकरण के लिए मार्गदर्षन दिया। डाॅ. राव ने चर्चा के दौरान जिले के किसानो की प्रति व्यक्ति औसत जमीन को दृष्टिगत रखते हुए क्षेत्र के किसानो को सलाह दी की वे कृषि के अतिरिक्त पषुपालन का व्यवसाय भी करें जिससे वे अपनी आय को अधिक बढा सके। हाल ही में केन्द्र को प्राप्त दो बडे राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार धानुका इनोवेटिव का बेस्ट केवीके पुरस्कार 2018 एवं एग्रीकल्चर टूडे ग्रुप का उत्कृष्ट मुर्गीपालन विस्तार पुरस्कार 2020 के लिए केन्द्र के कार्यो की सराहना की। कार्यक्रम के समापन पर केन्द्र में संचालित विभिन्न योजनाओ जैसे निकरा परियोजना, आर्या परियोजना अंतर्गत किसानो के समूहो को नस्ल सुधार के लिए बारबरी नस्ल के नर एवं कडकनाथ चूजो का वितरण कुलपति द्वारा किया गया।

बिगड़े वनों, पड़त भूमि एवं खेतों में बांस उत्पादन की कार्य-योजना बनाएं
मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ की अध्यक्षता में बांस मिशन की बैठक सम्पन्न
झाबुआ,। मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने कहा है कि बांस उद्योग को प्रोत्साहित कर इसके माध्यम से रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए बिगड़े वन क्षेत्र, पड़त भूमि तथा किसानों के खेतों में बांस उत्पादन के लिए समयबद्ध कार्य-योजना बनाई जाए। मुख्यमंत्री ने मंत्रालय में बांस मिशन की बैठक में यह निर्देश दिए। वन मंत्री श्री उमंग सिंघार बैठक में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने कहा कि बिगड़े हुए वन क्षेत्रों में और राजस्व की पड़त भूमि पर बांस उत्पादन को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वन विभाग निजी क्षेत्र में किसानों की सहभागिता से बांस उत्पादन के लिए प्रस्तावित कार्य क्षेत्र की योजना बनाएं और उसके क्रियान्वयन की समय सीमा तय की जाए। श्री कमलनाथ ने कहा कि बांस उद्योग में रोजगार की बड़ी संभावना है। इससे ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार उपलब्ध करवा सकते हैं। श्री कमलनाथ ने कहा कि किसानों को भी अपने खेतों में बांस उत्पादन के लिए प्रेरित करना चाहिए और उसके लिए उन्हें हर संभव सहायता दी जानी चाहिए। उन्होंने बांस उद्योगों की कठिनाईयों को दूर करने के लिए संबंधित विभागों में आपसी तालमेल बनाने को कहा। बांस उद्योग से जुड़े उद्योगों के प्रतिनिधियों ने बैठक में बताया कि बांस उत्पादन से जहाँ एक ओर बांस आधारित उद्योगों को बल मिलेगा, वहीं दूसरी ओर बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। प्राकृतिक वनों पर पडने वाला दबाव कम होगा। जलवायु परिवर्तन की गति कम करने में सहायता मिलेगी। प्रदेश में बांस से निर्मित अगरबत्ती, चारकोल, पार्टीकल बोर्ड तथा बांस को कोयले के विकल्प के रूप में ईंधन की तरह उपयोग करने के क्षेत्र में उद्योगों के स्थापना की संभावना है। बैठक में अपर मुख्य सचिव वन श्री ए.पी. श्रीवास्तव, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख डॉ. यू. प्रकाशम, मुख्य कार्यपालन अधिकारी मध्यप्रदेश बांस मिशन डॉ. अभय कुमार पाटील एवं अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री संजय कुमार शुक्ला एवं बांस उद्योग से जुड़े डालमिया भारत ग्रुप के श्री महेन्द्र सिंह, आर्टिशन एग्रोटेक के श्री देवोपम मुखर्जी, श्री सुभाष भाटिया एवं श्री अश्विनी पाहुजा उपस्थित थे।

प्रदेश की बेटियाँ पढ़ेंगी अ©र आगे बढ़ेंगी - मंत्री इमरती देवी
समृद्धि परिय¨जना की राज्य-स्तरीय कार्यशाला में शामिल हुईं महिला-बाल विकास मंत्री
झाबुआ,। महिला-बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने कहा कि प्रदेश की बेटियाँ पढ़ेंगी अ©र प्रगति की दिशा में आगे बढ़ेंगी। राज्य सरकार इस दिशा में सतत रूप से प्रयासरत है। मंत्री इमरती देवी 17 फरवरी को खजुराह¨ में समृद्धि परिय¨जना के अंतर्गत एक्सप¨जर राज्य-स्तरीय कार्यशाला में ब¨ल रही थीं। यूएनएफटीए के सहय¨ग से आय¨जित इस कार्यशाला में महिला-बाल विकास मंत्री ने कहा कि सतत् प्रयास¨ं से बेटिय¨ं की तरक्की क¨ लेकर परिवार अ©र समाज की स¨च में सकारात्मक बदलाव आया है। बेटिय¨ं ने हर क्षेत्र में लम्बी छलांग लगाई है अ©र उपलब्धिय¨ं के शिखर¨ं का स्पर्श किया है। उन्ह¨ंने कहा कि बेटिय¨ं की शिक्षा क¨ लेकर सरकार गंभीर है क्य¨ंकि शिक्षित माँ से ही परिवार शिक्षित बनता है। उन्ह¨ंने विभागीय अधिकारिय¨ं अ©र मैदानी कर्मचारिय¨ं से अपेक्षा की कि वे पूरे दायित्व-ब¨ध के साथ अपने कत्र्तव्य¨ं का निर्वहन करेंगे। मंत्री इमरती देवी ने किश¨री बालिकाअ¨ं में लीडरशिप अ©र स्किल डेव्हलपमेंट के लिये चलाये जा रहे कार्यक्रम¨ं की महत्ता क¨ रेखांकित करते हुए इस दिशा में यूएनएफपीए के प्रयास¨ं की सराहना की।

जिले में संचालित उर्वरक-बीज विक्रता लायसेंसी समयावधि में पंजीयन पत्र का नवीनकरण करावे
    
झाबुआ। जिले में संचालित उर्वरक-बीज विक्रेताओ के पंजीयन पत्र की वैद्यता अवधि 31 मार्च की स्थिति में समाप्त हो रही है वे आदान विक्रेता फर्म के पंजीयन पत्र का निर्धारित समयावधि में निर्धारित षुल्क का बैंक चालान जमा कर नवीनीकरण करवा लेवें। समय सीमा में नवीनीकरण नही होने पर समस्त जिम्मेदारी सम्बंधित फर्म के प्रोपराईटर की रहेगी। समयावधि में नवीनीकरण नही करवाया गया हो और बगैर पंजीयन पत्र के उर्वरक-बीज व्यवसाय करते पाये जाने पर आवष्यक वस्तु अधिनियम 1955 उर्वरक (नियंत्रण) आदेष 1985/बीज (नियंत्रण) आदेष 1983 के तहत वैद्यानिक कार्रवाई की जावेगी। इसके लिये स्वयं जिम्मेदार होगे।कृषि विभाग द्वारा जिले के समस्त उर्वरक-बीज आदान विके्रताओ से अपील की गई है कि वह समय सीमा में अपने फर्म के पंजीयन पत्र का नवीनीकरण करवा लेवे। अधिक जानकारी के लिए अपने नजदिकी कृषि कार्यालय या जिला कार्यालय कृषि विभाग से सम्पर्क कर सकते है।

परियोजना स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देष
       
झाबुआ,। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती सुषमा भदौरिया ने जिले के समस्त परियोजना अधिकारियो को निर्देष दिये है कि वे बाल विवाह रोकथाम अभियान के अंतर्गत परियोजना स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित करें। यह कंट्रोल रूम 31 दिसम्बर 2020 तक नियमित रूप से सुबह 9 बजे से षाम 6 बजे तक खुला रखा जावे। इस कंट्रोल रूम में एक कर्मचारी की ड्यूटि लगाई जावे। संबंधित कर्मचारी बाल विवाह से संबंधित जानकारी प्राप्त होने पर परियोजना अधिकारी को अवगत करावेगे। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती सुषमा भदोरिया का मोबाईल नम्बर 9425980823 तथा 8770506411,  सहायक संचालक श्रीमती वर्षा चैहान का मोबाईल नम्बर 7024543419, परियोजना अधिकारी थांदला श्री जामसिंह मुवेल का मोबाईल नम्बर 9770016877, परियोजना अधिकारी पेटलावद कुमार ईषीता मसानिया का मोबाईल नम्बर 8319415417, परियोजना अधिकारी मेघनगर श्रीमती वर्षा चैहान का मोबाईल नम्बर 7697130123, परियोजना अधिकारी झाबुआ श्रीमती मीरा गाडगे का मो. नं. 9827825981, प्रभारी परियोजना अधिकारी रामा श्रीमती नाजिया खान का मो.नं. 9617525173 तथा प्रभारी परियोजना अधिकारी रानापुर श्रीमती अल्का तिवारी का मो.नं. 8839213948 है।

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