झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 26 फ़रवरी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 26 फ़रवरी 2020

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 26 फ़रवरी

हिन्दू युवा जनजाति संगठन ने हर्षो उल्लास से मनाई शबरी जयंती 

jhabua news
पारा । हिंदू युवा जनजाति संगठन ने हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 24 फरवरी को शनि मंदिर पर शबरी माता जयंती बड़े धूमधाम से मनाई सर्वप्रथम माता शबरी की तस्वीर पर माल्यार्पण दीप जलाकर शुभारंभ किया जिसके बाद उद्बोधन हुआ जिसमें संगठन के जिलाध्यक्ष कमलेश मावी ने माता शबरी के जीवन पर प्रकाश डाला उन्होंने बताया कि माता शबरी का वास्तविक नाम श्रमणा था और वह भील समुदाय के शबर समाज से थी उनके पिता गांव के पटेल हुआ करते थे जब माता शबरी की शादी किसी समाज की युवक से कई हो गई थी और उनको मालूम पड़ा कि मेरी शादी के लिए 10 बकरों की बलि चढ़ाई जाएगी तो उन्होंने अपने पिता को बलि चढ़ाने से मना किया परंतु पिता नहीं माने तो वह शादी के 1 दिन पहले अपना घर बार छोड़कर जंगल में चली गई जहां जंगल के आस-पास ऋषि मुनियों की कुटिया हुआ करती थी उन्होंने मतंग ऋषि की पटिया के पास रहने लगी परंतु उस समय जात पात जोरों पर थी तो उन्होंने सोचा की कुटिया में जाना उचित नहीं होगा और वहां ऋषि मुनियों के रास्ते से पत्थर कांटे हटाने का काम करती थी और उन ऋषि मुनियों के रास्ते पर फूल और रेती बिछाने का काम करते थी एक दिन मतंग ऋषि की नजर माता शबरी पर पड़ी तो मतंग ऋषि ने अपनी कुटिया में रहने का आग्रह किया माता शबरी मतंग ऋषि की कुटिया में रहकर भगवान के ध्यान में लीन और ऋषि मुनियों की सेवा करती थी जब मतंग ऋषि जब आखिरी समय गुजर रहा था तो पतंग ऋषि ने माता शबरी को वरदान दिया कि 1 दिन भगवान राम इसी कुटिया में मिलने जरूर आएंगे माता शबरी दिन रात भगवान श्रीराम के रास्ते पर फूल बिछा कर स्वागत के लिए अतुल होती थी परंतु प्रतिदिन जैसा ही समय गुजरता गया समय था जब बूढ़े होने का एक दिन उन्होंने देखा कि उनकी कुटिया तरफ दो व्यक्ति आते दिखाई दिए वह समझ गई और भगवान श्री राम के पैर छूकर खून के आंसू से भगवान श्री राम के पैर धोए जिसके बाद झूठे बेर भगवान श्रीराम को खिलाएं जंगल में कट्टे मीठे फल हुआ करते हैं अपने प्रेम भाव से माता शबरी शक कर भगवान श्रीराम को बेर खिलाए थे श्री राम भगवान ने भी माता शबरी के जूठे बेर अत्यंत प्रेम भाव से खाए इतना प्रेम फांसी राम और माता शबरी के बीच अत्यंत प्रेम से आज का समय गुजारा जिसके बाद माता शबरी ने हीं श्री रामचंद्र भगवान को जंगल का रास्ता और वनवास के बीस कौन-कौन मिलेगा और कौन-कौन सत्य और असत्य पर चलने वाले व्यक्तियों के बीच ता रास्ता बताया था परंतु आज कुछ लोग माता शबरी और श्री राम भगवान को अलग तरीके से जात पात में पूरे समाज को जाकर तोड़ने का षड्यंत्र रचा जा रहा है यह वह लोग हैं जो अपने स्वार्थ सिद्ध करने के लिए अपने समाज और अपने देश की संस्कृति सभ्यता रूढ़िवादी परंपरा को खत्म करने में लगे हैं सभी समाज से मेरा अनुरोध है कि ऐसे लोगों को पहचान कर सबक सिखाने का समय आ गया है हमको किसी भी देश विरोधी लोगों से और समाज विरोधी लोगों से डरने की जरूरत नहीं है अंत में आभार व्यक्त संगठन के उपाध्यक्ष श्री विजन जी मावी ने किया जिसमें संगठन के सदस्य उपाध्यक्ष विजन मावी जिला महामंत्री श्री विनोद मेडा तहसील महामंत्री श्री दिनेश गामड़ जिला उपाध्यक्ष श्री कैलाश चैहान रामा तहसील महामंत्री श्री सुनील जी निनामा एवं तहसील उपाध्यक्ष श्री प्रकाश जी मेडा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सक्रिय कार्यकर्ता श्री अनिल बवेरिया श्री राधे जी पचाया आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।

भौतिक जीवन को आध्यात्मिक जीवन के साथ सामंजस्य बना कर ही जीवन को सुखद बनाया जासकता है- आचार्य सुयषचन्द्रसूरिष्वर जी मसा
7 मई को जैन तीर्थ देवझिरी में होगा प्रथम तीर्थंकर आदीनाथ भंगवान का अंजनषलाका कार्यक्रम
jhabua news
झाबुआ । आगामी 7 मई गुरूवार को वैशाखसुदी पूर्णिमा के अवसर पर देवझिरी जैन तीर्थ में आयोजित होने वाले अंजनशलाका कार्यक्रम को लेकर देवझिरी में पूज्य आचार्य श्री सुयशचन्द्रसूरिजी मसा का मंगलवार को एक दिवसीय आगमन हुआ । इस अवसर पर उपस्थित  समाजजनों को संबोधित करते हुए पूज्य आचार्य श्री सुयशचन्द्रसूरिश्वरजी मसा ने कहा कि  मनुष्य जीवन एक अमूल्य रत्न है, इसको सुखद बनाने के लिये सभी प्रकार की व्यवस्थायें अनुकुल होना आवश्यक है । भौतिक जीवन को आध्यात्मिक जीवन के साथ सामंजस्य बना कर ही जीवन को सुखद बनाया जासकता हैै । क्योकि मनुष्य की भूख दो प्रकार की होती है पहली शारीरिक भूख एवं दुसरी मानसिक भूख । शारीरिक भूख की पूर्ति भौतिक पदार्थो से होती है जबकि मानसिक भूख के लिये किसी अधिशक्ति याने आध्यात्मिकता से जुड कर ही किया जासकता है ।उन्होने भगवान महावीर के 10 संदेश को प्रत्येक व्यक्ति को अंगीकार करने का आव्हान करते हुए कहा कि महावीर स्वामी अहिंसा के प्रतीक थे। उन्होंने जियो और जीने दो के संदेश को अपनाया। महावीर का कहना है कि अहिंसा सबसे बड़ा धर्म है अतः हमें जियो और जीने दो के संदेश पर कायम रहना चाहिए। प्रत्येक आत्मा स्वयं में सर्वज्ञ और आनंदमय है। आनंद बाहर से नहीं आता। शांति और आत्मनियंत्रण ही सही मायने में अहिंसा है। हर जीवित प्राणी के प्रति दयाभाव ही अहिंसा है। घृणा से मनुष्य का विनाश होता है। सभी जीवित प्राणियों के प्रति सम्मान का भाव ही अहिंसा है। सभी मनुष्य अपने स्वयं के दोष की वजह से ही दुखी होते हैं और वे खुद अपनी गलती सुधारकर प्रसन्न हो सकते हैं। महावीर कहते हैं कि खुद पर विजय प्राप्त करना, लाखों शत्रुओं पर विजय पाने से बेहतर है। आत्मा से परे कोई भी शत्रु नहीं है। असली शत्रु अपने भीतर रहते हैं। वे शत्रु हैं- लालच, द्वेष, क्रोध, घमंड और आसक्ति और नफरत। आत्मा अकेले आती है अकेले चली जाती है, न कोई उसका साथ देता है न कोई उसका मित्र बनता है। महावीर हमें स्वयं से लड़ने की प्रेरणा देते हैं। वे कहते हैं- स्वयं से लड़ो, बाहरी दुश्मन से क्या लड़ना? जो स्वयं पर विजय प्राप्त कर लेगा उसे आनंद की प्राप्ति होगी। पूज्य आचार्य सुयशचन्द्रसूरिजी के मार्गदर्शन में  देवझिरी जैन तीर्थ के ट्रस्ट की बैठक में सर्वानुमति से यह निर्णय लिया गया है कि आगामी 7 मई गुरूवार लब्धि पूर्णिमा के पावन अवसर पर देवझिरी जेैन तीर्थ पर  प्रथम तीर्थंकर श्री आदिनाथ भगवान की अंजन शलाका अर्थात प्राण प्रतिष्ठाका भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जावेगा। इसके लिये व्यापक तेैयारिया प्रारंभ की जारही है। इस अवसर ट्रस्टीगण  निर्मल मेहता, नयनेशभाई शाह दाहोद, सचिन कटारिया इन्दौर, बाबुलाल कोठारी झाबुआ, ललीत सखलेचा रानापुर, नीतिन कोठारी झाबुआ , मनोहर भंडारी, प्रकार कटारिया, रिंकू रूनवाल, अनील जैन, राकेश मेहता आदि समाजजनो  द्वारा प्राण प्रतिष्ठा के महुर्त आदि पर चर्चा कर कार्यक्रमों को अन्तिम रूप दिया गया ।

जिला स्तरीय  जनसुनवाई का आयोजन हुआ, 61 आवेदन प्राप्त हुई

jhabua news
झाबुआ,। कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा के निर्देषानुसार जिला स्तरीय जनसुनवाई मंगलवार यहां कलेक्टर कार्यालय सभा कक्ष मे संपन हुई! डिप्टी कलेक्ठर श्री अनिल भाना द्वारा इस जनसुनवाई में आमजनता कि समस्याए सुनी गई! इस दौरान 61 आवेदन पत्र प्राप्त हुए! जिसमे से 10 आवेदन पत्रों का त्वरित निराकण किया गया! ग्राम पंचायत ढोचका के पटेल, फलिया में हिडी बडी, ग्राम हिडी बडी के भगत फलिया के ढोचका हिन्डोला फलिया, ग्राम बोचका के छाबरी फलिया के ग्रामीणों ने पषुओं तथा पेयजल के लिये कूप निर्माण कराने, झाबुआ तहसील के ग्राम खेडी भाबोर फलिया ,के ग्रामीणों ने पेयजल समस्या के निदान के लिए हेण्डपंप खनन कराने, ग्राम जामली के ग्रामीणों ने माही नहर पूर्व निर्धारित स्थान पर बनाई जाने, ग्राम पंचायत आम्बा माछलिया के ग्राम भैंसाकराई से ग्राम छकतला तक 4 किलोमीटर की सडक बनाने की, झाबुआ तहसील के ग्राम रोटला के ग्रामीणों ने षासकीय चरनोई भूमि पर से अतिक्रमण हटाने रानापुर नगर में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के सामने अतिक्रमण हटाने, ग्राम बिलीडोज के मनीष पाल ने बजाज फाईनेंन्स कम्पनी से 5500 रुपए की राषि दिलाने ,्रग्राम करडावद बडी के ग्रामीण ने दो लाख रूपए की एफ डी दिलवाने , ग्राम भूतेड,ी ग्रामीण ने अतिवृष्टि  से मकान छतिग्रस्त हो जाने पर आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने, ग्रामीणों ने गुजरात की बसंे अहमदाबाद से इंदौर की और जाने वाली बसें जेल चैराहे के बजाय बस स्टेड तक ले जाने की व्यवस्था करने, जमीन का मुआवजा राषि दिलाने प्रधानमंत्री आवास   योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, कपील धारा योजना वन भूमि का पट़़़़टा दिलाने का भी अनुरोध किया! डिप्टी कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को आवेदन भेजकर निर्देष दिये है कि वे इन आवेदन पत्रों का षीघ्र निराकरण करें! इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर एन एल गर्ग, सुश्री  ज्योति परते सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे!

आपकी सरकार आपके द्वार योजना के तहत पेटलावद तहसील के ग्राम करवड में  विकासखण्ड स्तरीय, जन समस्या निवारण षिविर का आयोजन आज

झाबुआ, । आपकी सरकार आपके द्वार योजना के तहत पेटलावद तहसील के ग्राम करवड में 26 फरवरी को विकासखण्ड स्तरीय जन समस्या निवारण षिविर का आयोजन किया गया है। कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा ने अवगत कराया कि कार्यक्रम के प्रथम भाग के रूप में चयनित झाबुआ विकासखण्ड के एक गांव का चयन कर समस्त जिला अधिकारी गांव का आकस्मिक भ्रमण करेगे। भ्रमण के लिए 20 दल गठित किये गये है। यह दल अपने-अपने वार्ड में जाकर आम जनता की समस्याएं सुनेगें। साथ ही भ्रमण के दौरान गांव में मौजूद षासकीय संस्थाओ यथा स्कूल, आगनवाडी केन्द्र, छात्रावास, उचित मूल्य की दुकान, चिकित्सालय, ग्राम पंचायत कार्यालय आदि का निरीक्षण करेगे और माध्यान्ह भोजन कार्यक्रम आगनवाडी केन्द्र में पोषण एवं वितरण स्कूल में षिक्षण कार्य आदि का भी जायजा लिया जावेगा। भ्रमण कार्यक्रम सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक रहेगा। इसके पष्चात दोपहर 2 बजे से विकासखण्ड स्तरीय जन समस्या निवारण षिविर रखा जावेगा। कलेक्टर श्री सिहापा ने विभिन्न विभागो के जिला अधिकारियो को निर्देष दिये है कि वे निर्धारित समय पर कलेक्ट्रेट परिसर में उपस्थित होना सुनिष्चित करे।

दो दिवसीय जिला स्तरीय कृषि मेला 27 फरवरी से प्रारंभ होगा

झाबुआ । जिला स्तरीय कृषि विज्ञान मेला 27 से  28 फरवरी तक अनुविभागीय अधिकारी ग्रामीण यांत्रिकी सवा भवन के पीछे एवं एनआरएलएम भवन के सामने बस स्टेड के सामाने बास पास रोड झाबुआ में आयोजित किया जावेगा। कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा ने विभिन्न विभागो के अधिकारियों को निर्देष दिये है कि वे इस कृषि मेले को सफल बनाने के लिये आवष्यक तैयारिया सुनिष्चित करे। इस कृषि मेले में जिले के जनजातिय कृषको की आजिविका उन्नयन, आय में बढोत्तरी व कृषि को लाभ का धंधा बनाने के लिये बेहतर फसल उत्पादन, आवष्यक तकनिकी ज्ञान एवं नवीन वैज्ञानिक पद्धितियों, कृषि आदानों तथा कृषि के क्षैत्र में हो रहे परिवतनो से किसानो को अवगत कराने तथा जन कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार करने के लिय निर्देष दिये है। इस कृषि मेले में विभिन्न विभागो की आकर्षक प्रदर्षनी आयोजित करने के निर्देष दिये है।

कोई टिप्पणी नहीं: