जमशेदपुर (आर्यावर्त संवाददाता) निदेशक, एनईपी श्रीमति ज्योत्सना सिंह द्वारा गोलमुरी-सह-जुगसलाई प्रखंड अंतर्गत विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों में सहायिका के चयन में नियमों की अनदेखी संबंधी ग्रामीणों द्वारा की गई शिकायत के आलोक में आज जांच की गई। तीन आगनबाड़ी केंद्रों जिसमें रामपुर गिट्टी मशीन आगनबाडी केंद्र, अल्पसंख्यक टोला आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 193 और छोटा गोविंदपुर आगनबाडी केंद्र में सहायिका के चयन प्रक्रिया में नियमों के पालन की जांच की गई। जांच के क्रम में स्थानीय मुखिया, शिकायत कर्ता सहित अन्य ग्रामीण एवं चयनित सहायिका उपस्थित थे। जांच के क्रम में निदेशक, एनईपी ने पाया कि प्रथम दृष्टया में तीनों आगनबाड़ी केंद्रों में सहायिका के चयन में नियमों की अनदेखी की गई है। सहायिका के चयन में सबसे पहले यह देखा जाता है कि सहायिका उस पोषक क्षेत्र की हो दूसरा जो सबसे शिक्षित हो उसको प्राथमिकता दिया जाना चाहिए। इन तीनों आंगनबाड़ी केंद्रों में सहायिकाओं के चयन में नियमों की अनदेखी की गई है। निदेशक, राष्ट्रीय नियोजन कार्यक्रम द्वारा दो अन्य आंगनबाड़ी केंद्र हरहरगुट्टू और राधिका नगर आंगनबाड़ी केंद्र में चयनित सहायिका का चयन नियमानुसार की गई है अथवा नहीं इसकी भी जांच अगले दिन की जाएगी। जांच उपरांत संबंधित प्रतिवेदन निदेशक एनईपी द्वारा उपायुक्त को समर्पित किया जाएगा।
मंगलवार, 11 फ़रवरी 2020
जमशेदपुर : शिकायत के आलोक में जांच
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