एमएसएमई पांच ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के लक्ष्य का आधार : मोदी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 16 फ़रवरी 2020

एमएसएमई पांच ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के लक्ष्य का आधार : मोदी

msmes-set-target-of-five-trillion-economy-modi
वाराणसी, 16 फरवरी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि परंपरागत उत्पाद तथा लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) देश को ‘पांच ट्रिलियन’ अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य के आधार हैं और केन्द्र सरकार इन्हे आगे बढ़ाने का काम कर रही है। अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के पंडित दीन दयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल में आयोजित दो दिवसीय ‘काशी एक, रुप अनेक’ (ओडीओपी) प्रदर्शनी का उद्घाटन एवं हस्तशिल्पियों के सम्मान समारोह को कहा कि सरकार परंपरागत उत्पाद एवं एमएसएमई के विकास के हर संभव उपाय करेगी। उत्तर प्रदेश सरकार की ओडीओपी योजना को रोजगार परक होने के साथ ही देश को ‘5-ट्रिलियन’ अर्थ व्यवस्था में मददगार बताते हुए कहा कि इससे लघु, छोटे एवं मध्यम उद्योग को गति मिल रही है। गत दो वर्षों में राज्य के 30 जिलों 35 हजार डिजाइनों एवं बुनकारों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। हजारों को आर्थिक एवं अन्य तकनीकी सहयोग दिये गए हैं। सरकार की विभिन्न योजनाआओं से उनमें आत्मविश्वास बढ़ा है तथा वे अपने रोजगार को बढाने में कामयाब हुए हैं। श्री मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने बजट में कई ऐसे प्रावधान किया है, जिससे लघु, छोटे एवं मध्यम उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। पांच करोड़ टर्न ओवर तक के कारोबार कारोबार को ऑडिट से छूट दी गई है। उद्योग् को बढ़ाने के लिए नेशनल टेक्सटइल्स मिशन के तहत 1500 करोड़ रुपये फंड का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 3700 करोड़ रुपये की डिफेंस कॉरिडोर योजना से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होंगे। श्री मोदी ने कहा कि वर्ष 2022 कि तक सिंगल प्लाटिक के इस्तेमाल बंद करने की दिशा में ‘ओडीओपी’ महत्व भूमिका अदा करेगा क्योंकि इसके तहत आधुनिक तकनीक के जरिये परंपरागत ‘दोना पत्तल’ प्लेट एवं अन्य उत्पाद बनाने का काम किया जा रहा है। 

कोई टिप्पणी नहीं: