पाकिस्तानी पहलवान हिस्सा लेंगे, चीन को नहीं मिला वीजा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 18 फ़रवरी 2020

पाकिस्तानी पहलवान हिस्सा लेंगे, चीन को नहीं मिला वीजा

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नयी दिल्ली 17 फरवरी, पाकिस्तान के पहलवानों को 18 से 23 फरवरी तक इंदिरा गांधी स्टेडियम के केडी जाधव कुश्ती हाल में होने वाली एशियाई कुश्ती प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए वीजा मिल गया है और वे मंगलवार को वाघा बॉर्डर के जरिये भारत पहुंचेंगे जबकि चीन के 40 सदस्यीय दल को उनके देश में फैले खतरनाक कोरोना वायरस के चलते वीजा नहीं दिया गया है। चीन के पहलवान इस प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। पाकिस्तान का चार पहलवानों सहित छह सदस्यीय दल प्रतियोगिता में अपनी चुनौती पेश करेगा। भारतीय कुश्ती महासंघ के सहायक सचिव विनोद तोमर ने यह पुष्टि की है। तोमर ने बताया कि चीन में फैला कोरोना वायरस इस समय वैश्विक समस्या बन चुका है और दुनिया का कोई भी देश चीनी नागरिकों को अपने यहां उतरने की अनुमति नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि यह केवल भारत के सामने समस्या नहीं है और हमारी पहली प्राथमिकता खिलाड़ियों का स्वास्थ्य देखना है। चीन में कोरोना वायरस फैलने के कारण अब तक 1700 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 70 हजार लोग इस खतरनाक वायरस से प्रभावित हैं। भारत ने चीन से अपने लोगों को बुला लिया है। भारतीय अधिकारियों ने चीनी दल को कोरोना वायरस के चलते वीजा देने से इंकार दिया है और सरकार ने चीन के लोगों के सभी ई वीजा रद्द कर दिये हैं। हालांकि चीन ने यह आश्वासन दिया था कि भारत जाने वाले उसके सभी पहलवान और अन्य सभी स्टाफ का पूरा टेस्ट किया गया है और सभी कोरोना वायरस से मुक्त है। लेकिन सरकार ने खिलाड़ियों को स्वस्थ माहौल प्रदान करने के उद्देश्य से चीनी पहलवानों को वीजा नहीं दिया है। तोमर ने कहा कि अंतराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) को भी इस बात से परेशानी नहीं होनी चाहिए क्योंकि यह अब वैश्विक मामला बन चुका है। हालांकि यह देखना होगा कि भारत के चीनी पहलवानों को वीजा देने से इंकार करने पर आईओसी और कुश्ती की विश्व संस्था यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग क्या कदम उठाते है और भविष्य में भारत को अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की मेजबानी से प्रतिबंधित करते है या नहीं। भारत का वीजा नहीं मिलने से चीनी पहलवान तो प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले पाएंगे लेकिन पाकिस्तान का छह सदस्यीय दल इसमें हिस्सा लेगा। भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव के कारण दोनों देशों के बीच खेल सम्बन्ध लम्बे अर्से से टूटे पड़े हैं और दोनों देश विदेशी जमीन पर ही किसी अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले में भिड़ पाते हैं। लेकिन पाकिस्तानी पहलवानों को भारत की मेजबानी में होने वाली इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए वीजा मिल गया है।
       
तोमर ने बताया कि कई दिनों की अनिश्चितता के बाद पाकिस्तान के पूरे दल को वीजा प्रदान कर दिया गया। तोमर ने बताया शनिवार को पूरे पाकिस्तानी दल को वीजा दे दिया गया और इस मामले में भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष डॉ नरिंदर ध्रुव बत्रा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पाकिस्तान का चार फ्रीस्टाइल पहलवान, एक कोच और एक रैफरी सहित छह सदस्यीय दल प्रतियोगिता में उतर रहा है। इस तरह पिछले साल फरवरी में पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत में किसी खेल प्रतियोगिता में भाग लेने वाली यह पहली पाकिस्तानी टीम होगी। पाकिस्तानी पहलवानों में मुहम्मद बिलाल (57 किग्रा), अब्दुल रहमान (74 किग्रा), तैयब रजा (97 किग्रा) और जमान अनवर (125 किग्रा) शामिल हैं। तोमर ने बताया कि पाकिस्तानी पहलवानों को वीजा नहीं देने से भारत को गंभीर नतीजों का सामना करना पड़ता जिसमें भारतीय कुश्ती महासंघ पर विश्व संस्था से संभावित प्रतिबंध भी शामिल था और वह भी ओलंपिक वर्ष में। पाकिस्तान के पहलवान 29 साल बाद एशियाई चैंपियनशिप का हिस्सा बनेंगे। पिछली बार पाकिस्तान इस चैंपियनशिप में दिल्ली में 1991 में खेला था। तब वह एक रजत पदक के साथ नौवें स्थान पर रहा था। हालांकि इसके बाद राष्ट्रमंडल खेल 2010 में भी पाकिस्तान ने हिस्सा लिया था। एशियाई चैंपियनशिप इस साल होने वाले टोक्यो ओलम्पिक के लिए रैंकिंग टूर्नामेंट है और भारत ने इस प्रतियोगिता की मेजबानी की पूरी तैयारी कर ली है। भारत का 30 सदस्यीय दल इसमें अपनी चुनौती पेश करेगा। भारत दो साल बाद इस प्रतियोगिता की मेजबानी कर रहा है। भारत ने 2017 में इस प्रतियोगिता की मेजबानी की थी। विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर टोक्यो ओलंपिक का कोटा हासिल कर चुके बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक के प्रबल दावेदार के रुप में उतरेंगे। राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों के स्वर्ण विजेता बजरंग ने पिछले साल चीन के शियान में स्वर्ण पदक जीता था जबकि विनेश ने कांस्य पदक हासिल किया था। दोनों ही पहलवानों ने पिछले साल कजाकिस्तान के नूर सुल्तान में हुई सीनियर विश्व कुश्ती प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतकर ओलंपिक कोटा हासिल किया था। भारत के अन्य पदक दावेदारों में दीपक पुनिया शामिल हैं जो विश्व चैंपियनशिप के रजत विजेता है और 86 किग्रा वर्ग में मौजूदा जूनियर विश्व चैंपियन हैं। दीपक भी ओलंपिक कोटा हासिल कर चुके हैं। विश्व चैंपियनशिप के एक अन्य कांस्य पदक विजेता रवि दहिया भी पदक दावेदार रहेंगे। दहिया भी ओलंपिक कोटा ले चुके हैं। रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक इस प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन के जरिए ओलंपिक क्वालीफायर के लिए अपना दावा पेश करना चाहेंगी। पिछली एशियाई चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता दिव्या काकरान पर भी सभी की निगाहें रहेंगी। छह दिवसीय यह प्रतियोगिता टोक्यो ओलंपिक की तैयारी के लिए एक महत्वपूर्म टूर्नामेंट है जिसमें एशिया के शीर्ष पहलवान फ्री स्टाइल, ग्रीको रोमन और महिला वर्ग में अपनी चुनौती पेश करेंगे। स्टार स्पोर्ट्स फर्स्ट टूर्नामेंट के सभी फाइनल मुकाबलों का सीधा प्रसारण करेगा।  

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