जमशेदपुर में टास्क फोर्स की टीम ने 5 बच्चों को अलग-अलग जगहों से रिसक्यू किया है. उन बच्चों को फिलहाल बाल सुधार गृह में रखा गया है. उन बच्चों के परिजन बाल सुधार गृह पहुंचकर ले जाना चाह रहे हैं. जबकि किसी भी बच्चों को परिजनों के साथ भेजने से इंकार कर दिया है.
जमशेदपुर (आर्यावर्त संवाददाता) : पूर्वी सिंहभूम में टास्क फोर्स ने जिन बच्चों को रेस्क्यू किया था, फिलहाल उन्हें घर जाने नहीं दिया जाएगा. उनके परिवार को लाॅकडाउन खत्म होने का इंतजार करना पड़ेगा. यह आदेश जिले के उपायुक्त रवि शकंर शुक्ला ने दिया है. इस सबंध में टास्क फोर्स की सदस्य पुष्पा तिर्की ने बताया कि पिछले महीने टीम ने 5 बच्चों को अलग-अलग जगहों से रेसक्यू किया था. उन बच्चों को फिलहाल बाल सुधार गृह में रखा गया है, लेकिन उन बच्चों के परिजन बाल सुधार गृह पहुंचकर उन्हें ले जाना चाह रहे हैं. उस संबंध में डीसी के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी. डीसी को अवगत कराने के बाद उन्होंने साफ तौर पर फिलहाल किसी भी बच्चों को परिजनों के साथ जाने से इनकार कर दिया है. मालूम हो कि जिला प्रशासन ने शहर के अलग-अलग जगहों पर काम करने वाले बाल मजदूरों को चिह्नित कर पकड़ने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया गया था. टास्क फोर्स ने शहर के अलग-अलग स्थानों से 5 बाल मजदूरों को रेस्क्यू किया था और उन रेस्क्यू किए गए बाल मजदूरों को घाघीडीह स्थित बाल सुधार गृह में रखा गया था. वहीं लॉकडाउन होने के बाद सभी बच्चों के परिजन उन्हें लेने घाघीडीह स्थित बाल सुधार गृह पहुंचे, लेकिन जिले के उपायुक्त के आदेश के बाद उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा.
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