नयी दिल्ली 06 मार्च, दिल्ली में हिंसा पर चर्चा कराने तथा गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग को लेकर संसद में लगातार पांचवें दिन भी सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध बना रहा और विपक्ष के हंगामे के चलते दोनों सदन की कार्यवाही बुधवार तक स्थगित करनी पड़ी। लोकसभा में आज विपक्षी सदस्यों ने दिल्ली हिंसा के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान की भी मांग की और इसको लेकर हंगामा किया। जिसके कारण सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गयी और राज्य सभा में भी शून्यकाल के दौरान विपक्षी सदस्यों ने सदन में दिल्ली हिंसा पर चर्चा कराने की मांग को लेकर अड़ गये जिसके कारण सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्य के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने पिछले दिनों सदन में कहा था कि दिल्ली हिंसा के मुद्द पर चर्चा होली के बाद होगी, लेकिन विपक्ष अभी भी अपनी मांग पर अड़ा हुआ है जिसके कारण दोनों सदनों की कार्यवाही सुचारू रूप से चल नहीं पा रही है। होली के अवकाश के कारण अब दोनों सदनों की बैठक 11 मार्च को होगी। दोनों पक्षों के बीच दिल्ली हिंसा पर चर्चा कराने की मांग के कारण संसद में गतिरोध के चलते बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले सप्ताह में एक दिन भी कामकाज नहीं हो सका है। सभापति नायडू ने शुक्रवार को विधायी दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाने के बाद जैसे ही शून्यकाल के लिए भारतीय जनता पार्टी के कैलाश सोनी का नाम पुकारा कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी, द्रविड मुनेत्र कषगम, और वामपंथी दलों के सदस्य अपनी जगह पर खड़े होकर तेज आवाज में बोलने लगे। कुछ सदस्य नारेबाजी भी कर रहे थे।
शनिवार, 7 मार्च 2020
बजट सत्र के दूसरे चरण में हंगामे की भेंट चढ़ा पहला सप्ताह
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