कोरोना संक्रमण को लेकर राज्य सरकार के आदेश के बाद 17 मार्च से 14 अप्रैल तक शहर के सभी पार्क, मॉल, स्कूल आदि पर रोक लगा दी है. इसे लेकर जमशेदपुर के जुबली पार्क में मॉर्निंग वॉक करने पहुंचे लेकिन प्रवेश नहीं मिला.
जमशेदपुर (आर्यावर्त संवाददाता) राज्य सरकार के आदेश के बाद 17 मार्च से 14 अप्रैल तक शहर के सभी पार्कों में आम लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. पार्कों में पूरी तरह से विरानी छायी है. जिन पार्कों में लोगों की भीड़ लगी रहती थी, वहां एक भी व्यक्ति नजर नहीं आ रहा है. वहीं, जुबली पार्क में हर सुबह हजारों लोग साकची, कदमा, सोनारी, बिष्टुपुर, मानगो, गोलमुरी से मॉर्निंग वॉक पर आते हैं. मंगलवार को भी लोग पार्क के दोनों गेट पर पहुंचे, लेकिन उन्हें अंदर प्रवेश नहीं मिला गार्ड ने बताया कि गेट 14 अप्रैल तक बंद रहेगा, अंदर जाना मना है. कई लोगों ने मॉर्निंग वॉक के लिए गेट खोलने का आग्रह भी किया लेकिन आदेश का हवाला देकर गेट नहीं खोला गया. मॉर्निंग वॉक पर आये अधिकतर लोगों को इसकी जानकारी नहीं थी कि सुबह से ही गेट को बंद कर दिया जाएगा वहीं कुछ लोग जानकारी के बाद भी पहुंच गये थे कि सुबह तो टहलने की अनुमति मिल जाएगी लेकिन लोगों को गेट से ही वापस लौटना पड़ा. जिस तरह से रोजाना लोग जुबली पार्क व शहर के अन्य बड़े पार्क में घूमने के लिए आते हैं उससे काफी कम संख्या मंगलवार को देखी गयी. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि लोग खुद ही इसको लेकर सचेत हैं और किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहते हैं. चिड़ियाघर में आम सैलानी नहीं दिखे, वहीं जानवरों के बाड़े में भी खामोशी दिखी. सुरक्षा के सभी माप दंड का ध्यान रखे हुए थे. मास्क को अनिवार्य कर दिया गया है. सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. वहीं एम्यूजमेंट पार्क को भी बंद कर दिया गया है. इससे उसके व्यवसाय पर काफी ज्यादा असर पड़ा है. एम्यूजमेंट पार्क के अंदर बने वाटर पार्क में लोग इसी मौसम में सबसे ज्यादा आते हैं. ऐसे में इस पूरे मौसम में इसका बंद करना इसके राजस्व पर बड़ा प्रभाव डालेगा. एम्यूजमेंट पार्क और वाटर पार्क अपनी कमाई से संचालित होता है. इसलिए एम्यूजमेंट पार्क और वाटर पार्क प्रबंधन इसको लेकर काफी चिंतित है.
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