पटना,03 मार्च। रूपसपुर थानान्तर्गत बिहार दलित विकास समिति (BDVS) की सभाकक्ष में दलित नेता गोलबंद रहे हैं। वर्तमान सरकार के द्वारा संवैधानिक अधिकारों को धीरे-धीरे मगर सुनियोजित ढंग से नागरिकों का अधिकार कतर दिया जा रहा है।इसमें दलितों का अधिकार भी शामिल है। इस ओर सरकार के बढ़ते कदमों व संभावित संवैधानिक खतरों पर गहन रूप से मंथन करने के लिए परिचर्चा आयोजित की गयी । परिचर्चा को चार खंड में विभक्त कर मूलरूप से दलित अधिकारों से जोड़ दिया गया। बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष व राजद नेता उदय नारायण चौधरी ने कहा कि अव्वल (1) सीएए,(2) एनआरसी,(3) एनआरपी (4)भूमि अधिकार (5) आरक्षण और (6) समान्य शिक्षा का अधिकार आदि के मुद्दे को चिन्हित कर दलित समुदाय के बीच जागरूकता अभियान चलाने तथा संगठित कर आन्दोलन चलाने के निर्णय लिया गया । उन्होंने कहा कि तीन चरणों में कार्यक्रम तय किए गए । पहली चरण में गैर भाजपाई दलित व प्रगतिशील विभिन्न संगठनो की बैठक। दूसरी चरण में 500 सामाजिक कार्यकर्ताओं व बुद्धिजीवीयो की सेमिनार । तीसरा चरण में जागरूकता अभियान चलाना तथा पटना में बड़ा आंदोलन करना । इस परिचर्चा में उपस्थित लोगों में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी , बिहार दलित विकास समिति के निदेशक फादर जोश , फादर अंटो , भूमि अधिकार अभियान के संयोजक कपिलेशवर राम , मुसहर विकास मंच के संयोजक अशर्फी सदा , महेन्द्र कुमार रौशन , मनोज प्रभावी, सामाजिक कार्यकर्ता गजेन्द्र मांझी आदि रहे ।
बुधवार, 4 मार्च 2020
बिहार : दलित आंदोलन करने की फ़िऱाक में दलित नेता
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