हैदराबाद, 07 मार्च, अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) ने संकट में फँसे येस बैंक को जल्द से जल्द सार्वजनिक क्षेत्र में लाने और उसके अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग की है। संघ के महासचिव सीएच वेंकटाचलम् ने यहाँ एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, “सरकार द्वारा कभी जिन निजी बैंकों का गुणगान किया जा रहा था, एक-एक कर वे सभी बैंक डूब रहे हैं। समय आ गया है कि सरकार हरकत में आये और 1969 की तरह सभी निजी बैंकों को सार्वजनिक बैंक बनाये। जनता के पैसे का इस्तेमाल जनता के कल्याण के लिए होना चाहिये, न कि निजी लूट के लिए।” उन्होंने कहा कि इस बात को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है कि बैंकों में आम लोगों का पैसा होता है जो उन्होंने कड़ी मेहनत से बचाये होते हैं। यदि बैंक इन पैसों का कुप्रबंधन करते हैं तो उसके शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई कर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए। उन्हें लूट के लिए खुला नहीं छोड़ देना चाहिये। उल्लेखनीय है कि येस बैंक के प्रबंधन में जबरदस्त खामी पाये जाने के बाद भारतीय रिजर्व बैंक ने पांच मार्च को उसके कामकाज पर 30 दिन का अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया था। इस दौरान एक ग्राहक कुल मिलाकर 50 हजार रुपये से अधिक नहीं निकाल सकेगा।
शनिवार, 7 मार्च 2020
येस बैंक को सार्वजनिक क्षेत्र में लाने की माँग
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