अरुण शाण्डिल्य (बेगूसराय) आज से कुछ दिनों पूर्व की घटना है जब यह लड़का अपने ननिहाल गौरा गांव में था तो घर के कुछ कार्यवश अपने मामा के अनुसार खेत से बाँस लाने गया हुआ था।जब बांस लेकर दिन ढले करीब 6:30 या 07 बज रहे होंगे जब बांस लेकर यह लड़का घर की ओर आ रहा था। तभी कंधे पर राखी बांस बिजली के तार से टकराया और यह हादसा हो गया।दरसल में बिजली के खम्भे में बिजली का तार काफी ढीला-ढाला रहने के कारण ऐसी घटनाएं घटी जो आए दिन घटती ही रहती है।जिसका शिकार यह लड़का भी हुआ है।आज जब मैं सिहमा निवासी संजीव सिंह के आवास पर मिलने गया तो उन्हीं के द्वारा ये जानकारी मिली कि एक आदमी को करेंट लग गया है उसी को देखने जाना डॉक्टर शशि भूषण बाबू के क्लिनिक पर,सो आज समय नहीं दे पाउँगा फिर भी चाय तो पिला ही दिये और चाय पीने के बाद हम सब साथ ही निकले और पीड़ित से मिलने पहुँचे तो जो देखा देखकर काफी दुःख हुआ।इस पीड़ित लड़के का नाम अजय कुमार है,यह लड़का सिहमा का निवासी है इसके लिये सबसे दुःख की बात तो यह है कि इसके माता-पिता पहले ही गुजर चुके हैं,इस दुनियाँ में इसके परिवार के नाम पर कोई नहीं अकेला रह गया बेचारा उसपर हालात यह की इसके दोनो हाथों में एक दाहिने हाथ की अंगुली ही नहीं रही,बाएं हाथ की अंगुली भी कुछ हद तक नाकाम ही हो चुकी है।शरीर पर जहाँ-तहाँ जख्म अलग लग चुका है।ऐसी हालत में पड़ोसी के कोई चाचा लगते हैं जो इसके देखभाल में फिलहाल लगे हुए हैं।संजीव सिंह जी सहायता करने की बात कहते हुए डॉक्टर साहब से मिलने के लिए निकले हैं आगे बिजली विभाग इस लापरवाही का जिम्मेवार होते हुए भी इस पीड़ित के लिए अभीतक कुछ नहीं किया है तो आगे कौन करने या करवाने जा रहा है,जबकि इस पीड़ित का कोई अपना तो है ही नहीं दूसरों का मोहताज है ये लड़का अब किसके पास इतना फुर्सत है कि इसके लिए कोई कुछ करे।अब आगे की कारवाई संजीव सिंह ही कुछ करेंगे ऐसा हमें पूर्ण विश्वास है।
शुक्रवार, 6 मार्च 2020
बिहार : विद्युत बोर्ड के कर्मचारियों के कारण आये दिन हो रहा ये हादसा
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