आरएसएस के कार्यकर्ताओ ने अनाज व खाध सामग्री वितरण की
पारा । कोरोना वायरस के चलते संपूर्ण देश में 21 दिन के लोकडाउन के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की वीर सावरकर शाखा पारा द्वारा बस्ती मे अनाज एवं खाद्य सामग्री का वितरण स्वयंसेवकों ने किया। नव वर्ष प्रतिपदा व कोरोना वायरस के चलते नगर कि गरीब व प्रति दिन मजदुरी कर जीवन यापन करने बस्ती मे आज आरएसएस के कार्यकर्ताओ ने बस्ती के सभी परिवारो को दाल व अनाज जेसी देनिक उपयोग मे आने वाली वस्तुओ का वितरण किया। साथ ही बस्ती के लोगों को स्वच्छता का ध्यान रखने के साथ ही साफ-सुथरा रहने के लिए जागरूक किया। कार्यकर्ताओ ने बस्ती के लोगो को बताया कि देश भर मे फेल रहा कोरोना वायरस से बचने का एक मात्र उपाय स्वच्छता हे। इसलिए दिन भर मे दस से अधिक बार साबुन से हाथ धोवे। बहुत जरुरी हो तो ही बाजार मे जाए व अपने चेहरे को रुमान अथवा मास्क से ढक कर जावे।इस अवसर पर पारा नगर के सामाज सेवी व आरएसएस के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
चेटीचंद पर सिंधी समाज के लोगों ने अपने घरांे पर की भगवान झूलेलालजी की पूजन, शाम को घरों पर जलाएं दीपक
झाबुआ। सिंधी समाज झाबुआ द्वारा 25 मार्च, बुधवार को लाॅक डाउन के बीच अपना प्रमुख त्यौहार चेटीचंद पर अपने घरों में ही रहकर भगवान झूलेलालजी की पूजन, आरती कर प्रसादी वितरण किया। शाम को अपने घरों पर दीपक प्रज्जवलित किए। ज्ञातव्य रहे कि देष में इन दिनों कोरोना वायरस (कोविड-19) के प्रकोप के चलते समाज के लोगों ने देष हित में निर्णय लेते हुए अपना सामूहिक कार्यक्रम निरस्त करते हुए समाज के लोगों से इस दिन अपने घरों पर ही भगवान की पूजन, आरती, प्रार्थना आदि करने की अपील की गई थी। इस हेतु समाजजनों ने बुधवार को अपने घरों पर ही भगवान झूलेलालजी का चित्र विराजमान कर उनकी कथा, आरती, पलव, अरदास आदि कर प्रसादी वितरण किया। साथ ही प्रार्थना में अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना के साथ कोरोना वायरस (कोविड-19) से देष को निजात के लिए प्रार्थना भी की। इस दिन घरों में ही विषेष व्यंजन बनाकर ग्रहण किए गए। देर शाम को समाज के लोगों ने अपने घरों के आंगन एवं परिसर में 11-11 दीपक भी प्रज्जवलित किए। घरों से बाहर नहीं निकलने के कारण सोष्यल मीडिया के माध्यम से एवं फोन पर ही एक-दूसरे को चेटीचंद ओर हिन्दू नववर्ष की शुभकामनाएं प्रेषित की।
कोराना (कोविड-19) के आपदा प्रबंधन के लिये पटवारी संघ आया आगे मुुख्यमंत्री राहत कोष में 2 करोड की राषि एक एक दिन का वेतन देकर करेगें जमा
झाबुआ । म.प्र.पटवारी संघ भोपाल के आह््वान पर प्रदेश के 19 हजार 20 पटवारियों द्वारा कोरोना वायरस कोविड-19 की राष्ट्रीय महामारी के आपदा प्रबंधन कार्यो हेतु मार्च माह 2020 के वेतन से एक दिन का वेतन की राशी लगभग दो करोड की सहायता राशी मुख्यमंत्री राहत आपदा कोष मे समर्पित करने संबंधित पत्र जारी किया गया है।’उक्त जानकारी देते हुए मध्यप्रदेश पटवारी संघ के जिलाध्यक्ष अखिलेश मुलेवा ने बताया कि पटवारी संघ के प्रान्तीय अध्यक्ष उपेन्द्रसिंह बघेल एवं महामंत्री धर्मेन्द्र शर्मा द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान के साथ ही मुख्य सचिव , प्रमुख सचिव राजस्व, तथा आयुक्त भू अभिलेख एवं बंदोबस्त को पत्र लिख कर मुख्यमंत्री राहत कोष में कोराना वायरस अर्थात कोविड-19 संबंधित आपदा प्रबंधन के पारमार्थिक कार्य में प्रदेश भर के 19 हजार 20 पटवारियों द्वारा माह मार्च 2020 के वेतन से एक एक दिन के वेतन की राशि जमा कराने का संकल्प व्यक्त किया हेै । मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में पटवारी संघ द्वारा कहा गया हेै कि हमारा प्रदेश भी कोरोना वायरस बीमारी से संघर्षरत है । प्रदेश हित में प्रदेश के समस्त पटवारी हर विपत्ति में प्रदेश और समाज की सहायता के लिये तन,मन एवं धन से समर्पित एवं दृढ संकल्पित है । प्रदेश के समस्त पटवारी इस कोविड -19 कोराना वायरस संबंधित राष्ट्रीय आपदा के समय सदेैव शासन और प्रशासन के साथ इस मुहिम के साथ खडा है । इस विपत्ति के समय में प्रदेश के समस्त पटवारी मानवीय मूल्यों एवं कत्र्तव्यों के निर्वहन को सद्रव अग्रणी स्थान देता है । इसी कडी में पटवारी संघ द्वारा निर्णय लिया गया है कि कोरोना कोविड-19 वायरस संबंधित आपदा में आर्थिक सहयोग हेतु मुख्यमंत्री राहत कोष में प्रदेश के समस्त 19 हजार 20 पटवारियों के द्वारा अपने एक दिन का माह मार्च 2020 के वेतन में से जमा कराने का निर्णय लिया गया है । मानव सेवा के साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राष्ट्र के नाम दिये गये सन्देश से प्रेरित होकर समस्त पटवारियों द्वारा उनके आव्हान का पालन करने के साथ ही मानव सेवा के क्षेत्र में हमेशा अपना योगदान एवं सहयोग दिया जावेगा । पटवारी संघ की इस पहल की सर्वत्र सराहना की जारही हैे तथा अन्यों को भी इस अनुकरणीय कार्य के लिये आगे आना चाहिये ।
21 दिनों का लॉक डाउन सुनकर जनता दौड़ी किराना दुकानों पर एसडीओपी के भरोसे पूरा थांदला
थांदला। जिम्मेदार यदि जिम्मेदारी समझे तो व्यवस्था व हालात कभी बिगड़ते नही है लेकिन यदि जिम्मेदार जिम्मेदारी से भागते रहे या कोई गैर जिम्मेदारी की बात करें तो फिर वहाँ के हालात बिगड़ते देर नही लगती। फिलहाल थांदला की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है कारण यहाँ के राजा याने प्रशासक पूरी तरह से तैयार है। एसडीएम जे एस बघेल समय समय पर नगर भ्रमण कर रहे है तो एसडीओपी एम एस गवली निरन्तर ग्राउण्ड पर पूरी ततपरता से जनता के बीच सोशल डिस्टेंश बनाये रखने की अपील करते हुए हर गली मोहल्लों में अपनी उपस्थिति का अहसास करा रहे है। उनके साथ थाना प्रभारी बी एल मीणा व उनकी टीम नगर के हर मुख्य चैराहों पर फालतू भटकने वालों को सबक सिखा रही है तो जरूरत पड़ने पर कभी डंडे भी बरसा रही है। शासकीय चिकित्सालय मेडिकल अधिकारी मनीष दुबे भी नगर में हो रही हर गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जैसे ही 21 दिनों का लॉक डाउन की घोषणा की वैसे ही नगर की जनता घरों से बाहर निकलकर किराना दुकानों पर जमा होने लगी। कुछ किराना व्यापारियों ने जनता की तकलीफ को समझते हुए उन्हें निर्धारित मूल्य पर ही राशन दिया तो कुछ ने मौके का फायदा भी उठाया। नगर में देर रात तक किराना व्यापारी अपने ग्राहकों को माल देते रहे बावजूद इसके की तीन दिन का लॉक डाउन उनके सोशल डिस्टेंश ना रखने की वजह से घातक हो सकता है, व एसडीओपी व डॉक्टर्स की समझाइश के बाद भी ग्राहक माल की खरीदारी ऐसे कर रहे थे मानो फिर उन्हें कभी राशन मिलने वाला ही नही है। यही हाल सुबह किराना दुकानों पर रहा तो डिस्टेंश के लिये दूर कृषि मंडी में सब्जी की दुकानों पर लगाई दुकानों पर भी देखने को मिला। सब्जी व्यापारियों को पहली बार उनके मनचाहे दाम बिना मोल भाव के मिले। टमाटर 10 से सीधे 30 रुपये किलों बिके इसी तरह पालक मैथी आलु प्याज के भाव भी बड़े हुए रहे तो गिलकी तरोई जैसी सब्जियों का आभाव रहा।
कोरोना वायरस में सेवा कार्य कर रहे सेवादारों को सलाम
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सदस्यों द्वारा भोजन की पहल ने कई घरों तक खाना पहुँचाया। उनकी इस सराहनीय पहल में लॉक डाउन में फंसे वे बाहरी व्यक्ति भी है जो ड्राइवर, व्यापारी के अलावा रोज काम करने वाले मजदूर व भिक्षावृत्ति करने वाले भी है। आरएसएस के सदस्यों ने निकटतम सीमा गुजरात से दवाई मंगवाने की व्यवस्था भी प्रशासनिक स्वीकृति से नगर जनों के लिये की है इस कार्य के लिये पार्षद गोलू उपाध्याय व अजय सेठिया के प्रयास सराहनीय रहे। इसी के साथ नगर परिषद उपाध्यक्ष मनीष बघेल ने सफाई का मोर्चा सम्भालते हुए वार्ड क्रमांक 1, 9 व 15 की गलियों में सफाई करवाई व दवाई का छिड़काव भी करवाया। उनके इस कार्य में स्वच्छता निरीक्षक गौराकसिंह राठोर, इंजीनियर पप्पू बारिया, सुपरवाइजर यशदीप अरोरा, दरोगा टीटीया देवदा, गौरव सिसोदिया, रमेश बैरागी, रादू निनामा, शब्बीर बोहरा, अमित भुरजी,मेहबूब आदि का सहयोग रहा। फिलहाल नगर की मुस्लिम बस्तियों में अभी भी कुछ युवा इसे गम्भीरता से नही ले रहे है व हंसी ठिठौली करते अपने ही समाज को बदनाम कर रहे है तो स्वयं की जान के साथ पूरे देश को खतरे में डाल रहे है।
जिलें में किसी भी प्रकार की खाद्य सामग्री दवाओं आदि की कमी नही आएगी - जिला कलेक्टर
जिला कलेक्टर ने दूरभाष पर चर्चा में इस प्रतिनिधि के माध्यम से जनता से संयम रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि हमें नही पता जिलें में कोई कोरोना वायरस से संक्रमित है इसलिये सोशल डिस्टेंश बनाये रखे। यह समय मजाक मस्ती या दोस्तों के साथ पार्टी का नही है अपितु उनसे भी नियत दूरी बनाए रखने का है। उन्होंने कहा कि जिलें में फसल खेतों में तैयार है इसको देखते हुए फसल मालिक किसान भी सोशल डिस्टेंश का पालन कर भीड़ इकट्ठी किये बिना अपनी फसल को उचित स्थान पर रखवा ले। वही सोशल कार्य कर रहे सदस्यों को भी पूरी सावधानी के साथ मास्क व ग्लब्ज उपयोग कर सेवा करने की सलाह दी।
परिवारों को चिन्हित कर भोजन पहुचाएंगे संघ के बाल स्वयंसेवक कोरोना के कहर के बीच संघ का सेवा कार्य जारी
झाबुआ। एक और दुनिया भर में कोरोना का कहर हर किसी को सता रहा है। वहीं दूसरी और सेवाभावी संगठन और उनके कार्यकर्ता भी लगातार सेवा में जुटे दिखाई देने लगे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा 21 दिन के लॉक डाउन की घोषणा के साथ निम्न आय वर्ग के लोगो के सहयोग हेतु राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक जन जागरूकता और सेवा कार्य से जुड़ चुके हैं। बीते तीन दिनों में संघ की नगर बाल शाखा के स्वयंसेवको ने अनेक परिवारों तक पहुँचकर कोरोना से बचाव हेतु करीब एक हजार मास्क वितरित करने के साथ रोग से बचाव के उपायों की जानकारी दी। स्वयंसेवकों ने आयुर्वेदिक पद्धति द्वारा नीम , तुलसी , ग्वारपाठा , कर्पूर , नारियल तेल और ग्लिसरीन से निर्मित सेनेटाइजर के माध्यम से स्वच्छता रख कैसे कोरोना वायरस से बचाव किया जा सकता है। इसकी जानकारी देते हुए सेनेटाइजर निर्माण की घरेलू पद्धति भी बताई। अब 21 दिन के लॉक डाउन के शुरुआती दौर में अब यह सभी बाल स्वयंसेवक जानकारी लेकर उन जरूरतमंद परिवारों को चिन्हित कर रहे है। जहाँ भोजन सामग्री पहुंचायी जा सके ताकि लॉक डाउन के दिनों में ऐसे परिवारों को भोजन की समस्या का सामना न करना पड़े। संघ के सेवा कार्य को देखकर नगर के अनेक समाजसेवी नागरिकों ने संघ से सम्पर्क कर अपनी ओर से भी सहयोग करने की पहल की है। इस सेवा कार्य में समाज के सक्षम परिवारों से आग्रह किया जा रहा है कि एक व्यक्ति का अतिरिक्त भोजन बनाए ताकि निम्न आय वर्ग के परिवारों तक उसे पहुँचाया जा सके। पिछले तीन दिनों में बाल स्वयंसेवकों द्वारा गांधी ग्राम ,माधवपुरा , उदयपुरिया और जिला जेल के पीछे स्थित बस्तियों में पहुँचकर मास्क वितरण , सैनिटाइजर से हाथ धोने का प्रशिक्षण दिया गया और घर से बाहर नहीं निकलने की समझाइश दी गई।
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