सरायकेला में कोरोना के खौफ से लोग दहशत में हैं. कोरोना वायरस के आतंक से लोग खुद को और अपने परिवार के बचाव में लगे हुए हैं. लोग अब सामाजिक गतिविधियों में कम शामिल हो रहे हैं. वहीं मार्केट में आसानी से मिलने वाले मास्क और सेनिटाइजर लोग मंहगे दामों पर भी खरीद रहे हैं.
सरायकेला/जमशेदपुर (आर्यावर्त संवाददाता) पूरे विश्व के साथ भारत में भी खौफ का पर्याय बन चुके कोरोना वायरस का आतंक अब झारखंड के सरायकेला खरसावां जिले में भी खूब देखने को मिल रहा है. कोरोना के खौफ से लोग अपने बचाव करने में जुटे हैं. वहीं अब बाजार से सुरक्षा में प्रयुक्त होने वाला मास्क और हैंड सेनिटाइजर लगभग गायब हैं. यदि कहीं यह उपलब्ध भी है तो काफी ऊंचे कीमत पर मिल रहे हैं. कोरोना वायरस के आतंक से लोग खुद को और अपने परिवार के बचाव में लगे हुए हैं. लोग अब सामाजिक गतिविधियों में शामिल नहीं हो रहे, जबकि भीड़भाड़ और समूह वाले स्थान पर लोग जाने से बच रहे हैं. इसके अलावा अपने शरीर के बचाव को लेकर भी लोग खासा सतर्क है. लोग बड़े पैमाने पर अब फेस मास्क के साथ-साथ हैंड सेनिटाइजर का उपयोग कर रहे हैं, लेकिन अब मेडिकल दुकान और बाजारों से यह दोनों धीरे-धीरे गायब हो रहे हैं और यदि कहीं यह उपलब्ध भी हैं तो उनके दाम काफी ज्यादा हैं, ऐसे में लोगों को अतिरिक्त बोझ उठाना पड़ रहा है. सरायकेला जिले के विभिन्न क्षेत्र में स्थित मेडिकल दुकानों में तकरीबन रोजाना 50 से भी अधिक लोग फेस मास्क और हैंड सेनिटाइजर की मांग कर रहे हैं. आलम यह है कि जहां पहले मेडिकल शॉप और बाजार में चार से पांच मास्क और हैंड सेनिटाइजर उपलब्ध होते थे. वहीं अब दुकानों में यह आते ही हाथों हाथ बिक जा रहे हैं. वहीं, कई मेडिकल दुकानदारों ने बताया कि मास्क और हैंड सेनिटाइजर की मांग इतनी बढ़ गई है कि वे आपूर्ति नहीं कर पा रहे. ऐसे में इनकी कालाबाजारी भी जमकर हो रही है और इसका खामियाजा सिर्फ आम आदमी को ही उठाना पड़ रहा है. कोरोना वायरस से बचाव को लेकर आम आदमी सबसे पहले मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकल रहा है. वहीं मास्क की लगातार बढ़ रही मांग के कारण अब मास्क के दामों में भी अचानक काफी इजाफा हो गया है. आमतौर पर यूज होने वाले मेडिकल और सर्जिकल मास्क बाजारों से पूरी तरह गायब हैं, जबकि कपड़े के साधारण मास्क की कीमत 60 रुपये से शुरू हो रही है और बढ़िया क्वालिटी के मास्क 225 से लेकर 250 रुपए तक बिक रहे हैं. कोरोना वायरस से बचाव को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाई जा रही है. वहीं जानकार मानते हैं कि वायरस से बचाव में सबसे महत्वपूर्ण जागरूकता है. इसके अलावा मेडिकेटेड मास्क के साथ साधारण रुमाल या कपड़े को भी चेहरे पर बांधकर वायरस से बचा जा सकता है, लेकिन लोग खतरनाक वायरस से बचाव को लेकर अधिक से अधिक संख्या में मेडिकेटेड फेस मास्क का ही प्रयोग कर रहे हैं. कोरोना से बचाव को लेकर मास्क की कीमतों में अचानक से बढ़ोतरी का खामियाजा लोगों को उठाना पड़ रहा है. ऐसे में आम लोगों ने सरकार से मांग की है कि सरकार सस्ते या मुफ्त में लोगों को मास्क उपलब्ध कराए, ताकि वे वायरस से बच सके और बाजार में मास्क की कालाबाजारी पर भी रोक लगाई जा सके. घातक कोरोना वायरस का असर पूरे विश्व में एक साथ देखने को मिल रहा है, ऐसे में जागरूकता और जानकारी ही वायरस से बचाव के लिए एक कारगर उपाय है.
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