अरुण शाण्डिल्य (बेगूसराय) कोरोना वायरस पूरे विश्व में महामारी का रूप ले चुका है। जिसे देखते हुए भारत सरकार ने आगामी 14 अप्रैल तक लॉक डाउन का आदेश जारी कर दिया जी।जिसमें आदेश के तहत लोगों को घर से नहीं निकलने एवं सोशल डिस्टेंस बनाने की हिदायत भी जारी किया गया है।ऐसी परिस्थिति में गरीबों एवं दैनिक मजदूरों का हाल बुरा होते जा रहा है। मजदूरी नहीं मिलने के कारण उनके समक्ष भुखमरी जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है।वहीं सरकार द्वारा जन वितरण प्रणाली के तहत बांटी जा रही खाद्यान्न पर सवाल उठ रहे हैं।डीलरों के माध्यम से उपभोक्ताओं को दी जा रही गेहूं एवं चावल में कंकड़ पत्थर मिलने कि शिकायत उपभोक्ताओं के द्वारा कि जा रहीं है।इस व्यवस्था से नाराज़ उपभोक्ता जानिपुर निवासी बबीता देवी ने बताया कि मार्च माह का खाद्यान्न उठाव जनवितरण विक्रेता सुनील शर्मा के यहां से ही उठाव कि थी।जहां उठाव के समय ही गेहूं में काफी मात्रा में कंकर पत्थर रहने की शिकायत डीलर से भी किया था।लेकिन उन्होंने कहा कि विभाग के द्वारा आपूर्ति की गई अनाज का वितरण ही आप लोगों के बीच दीया जा रहा है।आपूर्ति की गई अनाज में कंकर पत्थर रहने के कारण इसका उपयोग करना काफी मुश्किल है।यहां तक की जानवर को भी यह अनाज देने पर हानिकारक है।इस बावत बलिया अंचलाधिकारी को ध्यान देने की जरूरत है।एवं इस तरह की शिकायतों को दूर कर उपभोक्ता को सही और स्वच्छ अनाज मुहैया कराने की आवश्यकता है।इस बात पर जनवितरण पदाधिकारी एवं बिहार सरकार को ध्यान देने की सख्त आवश्यकता है।
सोमवार, 30 मार्च 2020
बेगूसराय : जनवितरण प्रणाली द्वारा गेंहूँ-चावल में कंकर पत्थर बांटा जा रहा है
Tags
# बिहार
# बेगूसराय
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
बेगूसराय
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें