छुट्टी के बावजूद जलापूर्ति योजनाओं का किया निरीक्षण
जमशेदपुर (आर्यावर्त संवाददाता) आने वाले गर्मी में झारखंड के लोगों को पेयजल का संकट का सामना न करना पड़े इसके लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है. यही कारण है की होली की छुट्टी के बावजूद झारखंड के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर सुदूरवर्ती क्षेत्रों में पेयजल संकट से निजात दिलाने के लिए प्रयासरत दिख रहे हैं. सोमवार को पश्चिम में सलोन जिला के बहुप्रतीक्षित मोगरा जलापूर्ति योजना के मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने निरीक्षण किया और इसकी धीमी प्रगति पर कार्रवाई एजेंसी एवं पेयजल विभाग के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई. जिला के जगन्नाथपुर प्रखंड अंतर्गत मोगरा नदी पर बन रहे मोगरा पाइपलाइन जलापूर्ति योजना पिछले 5 वर्षों से लंबित है. जिससे जगन्नाथपुर प्रखंड के बड़ी आबादी प्रतिवर्ष पेयजल संकट से जूझती है. झारखंड सरकार के पेयजल मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मोगरा नदी में बन रहे इंटेक वेल एवं जगन्नाथपुर शहर में बन रहे पानी टंकी का निरीक्षण किया और योजना की वास्तविक स्थिति की जानकारी ली. योजना की धीमी प्रगति और गुणवत्ता को देख मंत्री ने पेयजल आपूर्ति विभाग के कार्यपालक अभियंता कनीय अभियंता और कार्यकारी एजेंसी के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई. मंत्री ने 15 अप्रैल तक का अल्टीमेटम देते हुए निर्देश दिया कि 15 अप्रैल को इस योजना का उद्घाटन होगा.
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