मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) जिले का सदर अस्पताल सुविधा और संसाधन विहीन है। रोगियों को मिलने वाली कई जरूरी सेवाएं अस्पताल में बंद है। अगर एक सप्ताह में सदर अस्पताल में मरीजों को मिलने वाली आवश्यक सेवाओं में सुधार नहीं हुआ तो कांग्रेस आंदोलन करेगी। यह बातें हैं कांग्रेस जिला अध्यक्ष प्रोफेसर शीतलामबर झा ने कहीं। जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय में जिला अध्यक्ष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सदर अस्पताल की दयनीय स्थिति का खुलासा किया। बिहार प्रदेश काँग्रेस कमिटी के निदेश के आलोक में सदर अस्पताल का निरीक्षण अपने जिला काँग्रेस के साथियों के साथ किया गया। सबसे पहले कांग्रेसी नेताओं ने सिविल सर्जन डॉक्टर केसी चौधरी से मुलाकात कर कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जानकारी ली। जिला अध्यक्ष ने कहा जो जानकारी सिविल सर्जन से मिली बहुत ही चौकाने बाली है। मधुबनी जिला के जनसंख्या लगभग 60 लाख है। सीएम नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी की सरकार पिछले 13 बर्षो से बिहार में है। लेकिन आज तक जिला अस्पताल में भी डॉक्टर,नर्स ,दवा,साफ सफ़ाई का भी ब्यबस्था नही है। सदर अस्पताल में स्वीकृति पद डाक्टर 72 है, जबकि कार्यरत संविदा सहित सिर्फ 14 है। वहीं नर्स की स्वीकृति पद 200 से ज्यादा है। कार्यरत सिर्फ 38 हैं। महिला डॉक्टर का पद स्वीकृति 8 हैं। कार्यरत सिर्फ 2 है। जिला अस्पताल में आपातकालीन सेवाओ की ब्यबस्था नही है। न आईसीयू, एमआईसीयू, न ट्रामा सेंटर है, एक भी महिला सर्जन नहीं है। सदर अस्पताल में भी अल्ट्रासाउंड, सिटी स्केन,एमआरआई की आज तक ब्यबस्था नहीं हुई।अभी कोरोना वायरस से पूरी दुनिया डरी हुई है। लेकिन अपने जिला अस्पताल में इस बीमारी से लड़ने के लिए कुछ भी ब्यबस्था नही है।ऐसे में तो यह लगता है कि इस जिला के जनताओं को भगवान भरोसे छोड़ दिया है। प्रेस वार्ता में विजय कुमार राउत, पवन कुमार यादव, आकिल अंजुम, कृष्ण कुमार झा, मो साबिर हुसैन आंनद कुमार झा , बिदेश चौधरी थे समय दर्जनों कार्यकर्ता प्रेस वार्ता में प्रोफेसर सितंबर झा जिला अध्यक्ष ने क्या बतलाया आइए सुनते हैं इस वीडियो में
मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) जिले का सदर अस्पताल सुविधा और संसाधन विहीन है। रोगियों को मिलने वाली कई जरूरी सेवाएं अस्पताल में बंद है। अगर एक सप्ताह में सदर अस्पताल में मरीजों को मिलने वाली आवश्यक सेवाओं में सुधार नहीं हुआ तो कांग्रेस आंदोलन करेगी। यह बातें हैं कांग्रेस जिला अध्यक्ष प्रोफेसर शीतलामबर झा ने कहीं। जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय में जिला अध्यक्ष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सदर अस्पताल की दयनीय स्थिति का खुलासा किया। बिहार प्रदेश काँग्रेस कमिटी के निदेश के आलोक में सदर अस्पताल का निरीक्षण अपने जिला काँग्रेस के साथियों के साथ किया गया। सबसे पहले कांग्रेसी नेताओं ने सिविल सर्जन डॉक्टर केसी चौधरी से मुलाकात कर कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जानकारी ली। जिला अध्यक्ष ने कहा जो जानकारी सिविल सर्जन से मिली बहुत ही चौकाने बाली है। मधुबनी जिला के जनसंख्या लगभग 60 लाख है। सीएम नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी की सरकार पिछले 13 बर्षो से बिहार में है। लेकिन आज तक जिला अस्पताल में भी डॉक्टर,नर्स ,दवा,साफ सफ़ाई का भी ब्यबस्था नही है। सदर अस्पताल में स्वीकृति पद डाक्टर 72 है, जबकि कार्यरत संविदा सहित सिर्फ 14 है। वहीं नर्स की स्वीकृति पद 200 से ज्यादा है। कार्यरत सिर्फ 38 हैं। महिला डॉक्टर का पद स्वीकृति 8 हैं। कार्यरत सिर्फ 2 है। जिला अस्पताल में आपातकालीन सेवाओ की ब्यबस्था नही है। न आईसीयू, एमआईसीयू, न ट्रामा सेंटर है, एक भी महिला सर्जन नहीं है। सदर अस्पताल में भी अल्ट्रासाउंड, सिटी स्केन,एमआरआई की आज तक ब्यबस्था नहीं हुई।अभी कोरोना वायरस से पूरी दुनिया डरी हुई है। लेकिन अपने जिला अस्पताल में इस बीमारी से लड़ने के लिए कुछ भी ब्यबस्था नही है।ऐसे में तो यह लगता है कि इस जिला के जनताओं को भगवान भरोसे छोड़ दिया है। प्रेस वार्ता में विजय कुमार राउत, पवन कुमार यादव, आकिल अंजुम, कृष्ण कुमार झा, मो साबिर हुसैन आंनद कुमार झा , बिदेश चौधरी थे समय दर्जनों कार्यकर्ता प्रेस वार्ता में प्रोफेसर सितंबर झा जिला अध्यक्ष ने क्या बतलाया आइए सुनते हैं इस वीडियो में
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