जयनगर/मधुबनी (आर्यावर्त संवाददाता) : जिले में इंडो-नेपाल सीमा पर जयनगर में जयनगर रेलवे स्टेशन के बगल स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर बुधवार को ताले लटके हुए है। वहां न तो पीएचसी प्रभारी थे, ओर न ही कोई अन्य चिकित्सक ही। प्राप्त जानकारी के अनुसार स्टेशन से सटे होने तथा मार्केट के बगल में रहने के कारण स्थानीय लोगो व समाजिक कार्यकर्ताओं के पहल चार पांच महीने पुर्व पीएचसी में पुनः ओपीडी चालु कराया गया था, पर मौजूदा कोरोना वायरस के संकट के समय पीएचसी पर ताले लटते थे। पीएचसी परिसर के ईर्द-गिर्द गंदगी व पशु विचरण कर रहे थे। पीएचसी के बगल में बने बिल्डिंग में फार्मासिस्ट अनिल कुमार ने दबी जुबान से बताया कि चिकित्सक व स्टाफ की कमी के कारण स्थिति विधमान है। रोगी भी नहीं आते है और आने के बाद उपचार होता है। दूसरे कमरे में बैठे बीएचआई घनश्याम ठाकुर ने बताया कि सिर्फ टीकाकरण व कालाजार उन्मूलन के कार्यालय वर्क होता है। मालूम हो कि जब चिकित्सक व रोगी ही नही आते, तो कोरोना प्रोटोकॉल किसके लिए पालन हो। आपको बता दें कि पीएचसी से आधे किलोमीटर पर अनुमंडलीय अस्पताल है, जहां भी चिकित्सक व स्टाफ की भारी कमी है। अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी डीएस डा० रोनित कुमार ने बताया कि बॉडर पर चिकित्सक की तैनाती के कारण पीएचसी पर चिकित्सक उपस्थित नही होगे। हालांकि देखने पर ऐसा लगा जैसे ये पीएचसी नही वाहनों के पार्किंग की जगह बन चुकी है।
गुरुवार, 19 मार्च 2020
मधुबनी : प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर लटका ताल, पार्किंग बना पीएचसी
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