भाजपा पंचायत प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष पंडित महेश दुबे ने किया सिंधिया का स्वागत
सीहोर। भाजपा जिलाध्यक्ष रवि मालवीय के नेतृत्व में भाजपा पंचायत प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष पंडित महेश दुबे के मार्गदर्शन में गुरूवार को भोपाल एयरपोर्ट पहुंचकर सैकड़ों भाजपा के कार्यकर्ताओं ने भाजपा में सम्मिलित हुए राज्यसभा प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया का पुष्प मालाओं से भव्य स्वागत किया। पंडित श्री दुबे और जिलाध्यक्ष श्री मालवीय ने श्री सिंधिया को बधाई शुभकामनाएं दी। कार्यकर्ता सिंधिया के राज्यसभा प्रत्याशी के रूप में नामांकन रैली में भी शामिल हुए। कार्यकर्ताओं के द्वारा भारत मां की आरती भारतीय जनता पार्टी के नारे लगाए।
नागरिकों को अब योग सिखाएंगे कांग्रेस सेवादल के कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में चयनीत कार्यकर्ताओं ने लिया प्रशिक्षण
नईदिल्ली में लगाया हिन्दूस्तानी योग सेवा संस्थान ने शिविर
सीहोर। जिला कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष नरेंद्र खंगराले के नेतृत्व में दिल्ली स्थित हिन्दूस्तानी योग सेवा संस्थान के द्वारा सेवादल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पांच दिवसीय योग प्रशिक्षण तथा वंदेमातरम, झंडा ऊचा रहे हमारा राष्ट्रीयगान एवं परेड का प्रशिक्षण लिया। प्रशिक्षण शिविर कांग्रेस सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई,प्रदेश कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष डॉ सतेंद्र यादव, प्रदेश कांग्रेस सेवादल सचिव राकेश राय के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। शिविर में कार्यकर्ताओं को योग प्रशिक्षण दिया गया। तत्पश्चात कार्यकर्ताओं को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। जिला सेवादल अध्यक्ष श्री खंगराले ने बताया की प्रशिक्षित सेवादल के कार्यकर्ता जिला, ब्लाक, पंचायत और ग्रामस्तर पर योग शिविर लगाएंगे। कार्यकर्ताओं के द्वारा नागरिकों को योग का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस दौरान कांग्रेस सेवादल की गतिविधियों से भी नागरिकों को अवगत कराया जाएगा। शिविर में प्रमुख रूप से सीहेार सेवादल कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष मांगीलाल टिमरई,नसरूल्लांगंज लाईकु़ई ब्लाक अध्यक्ष भागीरथ कटारे,इछावर ब्लाक अध्यक्ष डॉ जितेंद्र चंद्रवंशी,एडवोकेट श्रवण वास्तवार आदि जिला सेवादल कांग्रेस कार्यकर्ता भारी संख्या में उपस्थित थे।
मतदाता जागरुकता अभियान की गतिविधियों एवं पर्यवेक्षण हेतु नोडल एवं सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त
मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग के आदेशानुसार नगरीय निकायों एवं त्रि-स्तरीय पंचायतों की फोटो युक्त मतदाता सूची के पुनरीक्षण 2020 के लिए SENSE (मतदाता जागरुकता अभियान) की गतिविधियों के संचालन तथा पर्यवेक्षण के लिए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अजय गुप्ता ने नोडल अधिकारी एवं सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं। नगरीय निकायों के लिए नोडल जिला स्तर पर नोडल अधिकारी अपर कलेक्टर एवं सहायक नोडल अधिकारी समस्त अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारी सीहोर, आष्टा, जावर, कोठरी, इछावर, बुदनी, रेहटी, शाहगंज एवं नसरुल्लागंज को बनाया गया है। इसी प्रकार त्रि-स्तरीय पंचायतों के लिए जिला स्तर पर नोडल अधिकारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं सहायक नोडल अधिकारी समस्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सीहोर, आष्टा, इछावर, बुदनी एवं नसरुल्लागंज को नियुक्त किया गया है।
अनुसूचित जाति पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना 2019-20 समय पर पूर्ण करने के निर्देश
जिला संयोजक आदिम जाति कल्याण विभाग ने बताया कि अधिष्ठाता, प्राचार्य, शासकीय, अशासकीय महाविद्यालयख, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं को छात्रवृत्ति पोर्टल 2.0 पर वर्ष 2019-20 हेतु अनुसूचित जाति वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति हेतु ऑनलाइन आवेदन प्राप्त करने के लिए पोर्टल शीघ्र ही बंद कर दिया जाएगा। वर्ष 2019-20 हेतु विद्यार्थी स्तर पर लंबित सभी आवेदन संबंधित संस्थाओं को आवश्यक अभिलेखों सहित अनिवार्यतः तत्काल आवेदन करना सुनिश्चित करें। संस्थाओं द्वारा प्राप्त आवेदनों को शीघ्र नियमानुसार एवं पात्रतानुसार परीक्षण उपरांत आवश्यक अभिलेखों सहित नोडल अधिकारियों को अनिवार्यतः अग्रेषित किया जाए। स्वीकृत अधिकारियों द्वारा दिनांक 15 मार्च, 2020 तक परीक्षण उपरांत नियमानुसार एवं पात्रतानुसार स्वीकृति की कार्यवाही पूर्ण की जाए समय पर स्वीकृतियॉ प्राप्त न होने पर संबंधित संस्था प्रमुख पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी विभागीय जिलाधिकारियों द्वारा दिनांक 15 अप्रैल, 2020 तक नियमानुसार पात्र आवेदकों को शतप्रतिशत भुगतान किया जाए।
आवास पाकर खुश हैं हरिसिंह "खुशियों की दास्तां"
जिले के इछावर निवासी श्री हरिसिंह अपने बच्चों के साथ एक कच्चे मकान में रहने में परेशानी महसूस कर रहा था क्योकि बारिश के दिनों में उपर से पानी टपकता था और गर्मी के दिनों में तेज हवा के कारण छत से धूल गिरती थी। इनके भी इच्छा पक्के मकान में रहने की होती थी पर क्या करे गरीबी के कारण पक्का मकान बनाना संभव नही था। गांव में जब आवास हीनों की सूची बनी तो उसमें हरिसिंह का नाम आ गया इनके नाम से आवास स्वीकृत हुए और यह आवास बनकर तैयार हुए तो उनकी खुशी का ठिकाना न रहा। अब वह अपने अपने परिवार के साथ उनके आवास में रहते है। कैसी भी आंधी पानी हो लगातार वर्षा हो उन्हें कोई परवाह ही नही रहती। उनकी पक्की छत के नीचे रहने का सपना साकार हो गया है। हरिसिंह एवं उसका परिवार शासन द्वारा गरीबों के लिए चलाई जा रही योजनाओं का आभार मानते हैं।
हाईस्कूल गणित विषय के प्रश्न पत्र में 24313 परिक्षार्थियों ने दी परीक्षा
जिला शिक्षा अधिकारी श्री एस.पी.सिंह बिसेन ने जानकारी देते हुए बताया कि माध्यमिक शिक्षा मंडल म.प्र, द्वारा आयोजित हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षा में गणित विषय का प्रश्नपत्र सीहोर जिले के निर्धारित 100 परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित हुआ। जिले में हाईस्कूल परीक्षा में कुल 25039 छात्र-छात्राओं में से 24313 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए। हाईस्कूल परीक्षा जिले में शांतिपूर्ण ढ़ग से संचालित की जा रही है। कलेक्टर श्री अजय गुप्ता के निर्देशानुसार गठित जिला स्तरीय निरीक्षण दल एवं विकासखंड स्तरीय निरीक्षण दल द्वारा सधन निरीक्षण किये गये । जिले में एक भी नकल प्रकरण दर्ज नही बना। जिला स्तरीय निरीक्षण दल में जिला शिक्षा अधिकारी सहित श्री नीलेश सक्सेना, श्री व्ही के जैन, श्री भरतलाल शर्मा ने शासकीय हाईस्कूल चरनाल, गायत्री विद्या मंदिर चरनाल तथा जिला परियोजना समन्वयक श्री अनिल श्रीवास्तव, श्री एच एस निमजे, श्री संजय सिंह जादौन के द्वारा शासकीय उमावि भौंरा, शासकीय उत्कृष्ट उमावि, आष्टा, माडर्न पब्लिक स्कूल आष्टा, सेके्रट हार्ट स्कूल आष्टा, का निरीक्षण किया गया। विकासखंड स्तरीय दल प्रभारी श्री आर सी वर्मा, आलोक शर्मा, श्रीमती अनिता बडगुर्जर ने शासकीय हाईस्कूल बरखेडी, शासकीय उमावि उलझावन, शासकीय उमावि बिलकिसगंज का निरीक्षण किया।
प्राइवेट स्कूलों के मान्यता हेतु आवेदन की अंतिम तिथि 15 मार्च
प्रदेश में संचालित प्राइवेट स्कूलों की नवीन मान्यता एवं मान्यता नवीनीकरण के लिये मोबाइल एप से आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 मार्च निर्धारित की गई है। प्राइवेट स्कूल, नवीन मान्यता वाले अथवा जिन स्कूलों की पूर्व मान्यता शीघ्र समाप्त हो रही है, वे मान्यता नवीनीकरण के लिये मोबाइल एप से आवेदन कर सकेंगे। आवेदन प्राप्त होने के बाद संबंधित विकासखण्ड स्रोत केन्द्र समन्वयक द्वारा स्कूलों का भौतिक सत्यापन कर ऑनलाइन निरीक्षण रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी को भेजी जायेगी। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा प्राप्त मान्यता आवेदनों का अंतिम निराकरण किया जायेगा। अशासकीय विद्यालयों की मान्यता के लिये मोबाइल एप के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करने की व्यवस्था इसी सत्र 2020-21 से प्रारंभ की गई है। इस एप के माध्यम से प्राइवेट स्कूल स्वयं अपने मोबाइल से आवेदन कर सकते हैं। इसके लिये उन्हें किसी भी कार्यालय अथवा कियोस्क पर नहीं जाना होगा। मोबाइल एप के माध्यम से अशासकीय विद्यालयों की मान्यता प्रक्रिया सहज एवं साक्ष्य आधारित है। नवीन प्रक्रिया में स्कूलों को कोई तकनीकी समस्या न हो एवं प्राइवेट स्कूल सुगमता से आवेदन कर सकें, इस दृष्टि से संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र ने संशोधन किये हैं।
विश्व उपभोक्ता संरक्षण दिवस का आयोजन 15 मार्च को
जिला आपूति अधिकारी ने बताया है कि शासन के निर्देशानुसार विश्व उपभोक्ता संरक्षण दिवस का आयोजन 15 मार्च 2020 को किया जायेगा। इस अवसर पर कार्यशाला आयोजित की जायेगी। साथ ही कार्यक्रम में विभिन्न विभागों खाद्य एवं औषधि प्रशासन, नापतौल, शिक्षा, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, अनुसूचित जाति/जनजाति, महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य, बीमा, परिवहन ऑयल कंपनी, बिजली कंपनी, दूरसंचार, स्थानीय निकाय, बैंक आदि द्वारा उपभोक्ताओं को विभागीय जानकारी दी जायेगी। साथ ही विभागीय प्रदर्शनी लगाई जायेगी। गणमान्य नागरिकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं आमजनों से अपील है कि वे इस कार्यक्रम में उपस्थित होकर लाभ उठायें।
"मेघदूत" एप से मिलेगी मौसम की जानकारी और किसानों को होगा फायदा
कृषि विज्ञान केन्द्र के कृषि मौसम विशेषज्ञ द्वारा बताया गया कि किसानों को मौसम व कृषि से संबंधित विभिन्न जानकारियां अब ‘‘मेघदूत‘‘ के जरिए मिलेंगी। इस एप के माध्यम से तापमान, वर्षा, आर्द्रता, हवा की गति तथा हवा की दिशा से संबंधित पूर्वानुमान संबंधी जानकारियां समय-समय पर प्रदान की जावेगी। जो किसानों को उनकी फसलों और पशुओं की देखभाल के तरीके, कृषि कार्यों और सलाह में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। इस एप के जरिये मौसम की जानकारी के साथ मौसम पूर्वानुमान से किसान फसल भी बचा सकेंगे। इस एप्लीकेशन बनाने का मुख्य उद्देश्य यह है किसानों को फसल परामर्श और मौसम की जानकारी के लिये कहीं भटकना न पड़े। मेघदूत एप से किसानों को स्थान, फसल और पशुधन, विशिष्ट मौसम आधारित जानकारी मिलेगी।
फसलों को प्रभावित होने से बचा सकेंगे किसान
मेघदूत मोबाइल एप पर पांच दिन के लिए परामर्श (एडवाइजरी) जारी की जावेगी। सप्ताह के प्रति मंगलवार व शुक्रवार को एप बताएगा कि आगामी दिनों में मौसम कैसा रहेगा। बारिश, तेज हवा व कोहरे के दौरान किसानों को क्या करना है यह सलाह भी मिलेगी। इतना ही नहीं किसानों को फसलों की सिंचाई कब करना है, दवा कब डालनी है एप में देखकर यह पता लगा सकेंगे कि बारिश कब होगी इससे किसानों को सिंचाई नहीं करनी पड़ेगी। मौसम का पूर्वानुमान पता चलने पर कि वर्षा कब होगी। इससे यह भी पता चलेगा कि दवाई अभी डालें या न डालें इससे किसान भाइयों की पैसे की भी बचत होगी।
प्ले स्टोर से डाउनलोड करें
मेघदूत एप्लीकेशन सभी किसान भाई या सामान्य व्यक्ति मोबाइल में प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। एप्लीकेशन में अपना नाम, स्थान भरकर पंजीकृत कर सकते हैं। एप में हिन्दी अंग्रेजी सहित 10 भाषाओं में जानकारी मिलेगी।
पंजीयन कार्यालय अवकाश के दिनों में भी खुले रहेंगे
महानिरीक्षक पंजीयन मध्यप्रदेश भोपाल द्वारा मार्च माह में सभी जिला पंजीयक कार्यालयों को अवकाश के दिनों में भी खुले रखने के निर्देश जारी किए गए है। जारी निर्देशों में उल्लेख किया गया है कि यह माह राजस्व की दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण है, इसलिए होली एवं रंगपंचमी के अवकाश को छोड़कर शेष अवकाशों पर जिला पंजीयक व उप पंजीयक कार्यालय खुले रखे जायें तथा पंजीयन कार्य नियमित रूप से किया जाये।
खसरा वायरस रोकथाम के लिए संगोष्टी 16 मार्च को
संचालनालय स्वास्थ्य सेवायें मध्यप्रेदश के निर्देशानुसार 16 से 21 मार्च 2020 तक खसरा सप्ताह मनाया जा रहा है। खसरा रोग अभी भी देवी प्रकोप के रूप से समाज में माना जाता है, जबकि व्हैक्सीन रोधक 11 बिमारियों में सर्वाधिक जानलेवा, घातक एवं तेजी से फैलने वाला यह वायरस की बिमारी है। खसरा वायरस से बचाव एवं एमआर बैकलॉग समाप्त करने हेतु 16 मार्च 2020 को जिला मुख्यालय नीमच में समस्त मेडिकल ऑफिसर, चिकित्सा विशेषज्ञों की एवं खण्ड चिकित्सा अधिकारी मनासा कार्यालय में दोपहर 12 बजे सेक्टर सुपरवाईजर की संगोष्टी का आयोजन किया जावेगा।
31 मार्च तक सीवरेज का उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश
आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास श्री पी. नरहरि ने सभी नगरीय निकाय के अधिकारियों को 31 मार्च 2020 तक सीवरेज का शत-प्रतिशत उपचार करने के निर्देश दिये हैं। सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट प्रारंभ होने तक सभी नालियों एवं सीवरेज उत्पन्न करने वाले स्त्रोतों का स्थानीय उपचार करें। सीवरेज का उपचार नहीं करने पर लगेगा जुर्माना सीवरेज का समय पर उपचार नहीं करने पर गंगा नदी के प्रकरण में जारी निर्देशानुसार क्षतिपूर्ति देनी होगी। स्थानीय उपचार नहीं करने पर प्रति नाली प्रतिमाह 5 लाख रूपये और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एस.टी.पी.) नहीं प्रारंभ होने पर प्रति एस.टी.पी. प्रतिमाह 5 लाख रूपये के अर्थदण्ड का प्रावधान है। एन.जी.टी. के आदेशानुसार एस.टी.पी. प्रारंभ होने की तिथि 31 मार्च 2021 है।
हम सुरक्षित तो सुरक्षित हमारा परिवार "सड़क सुरक्षा" (विशेष लेख)
वक्त के साथ सम्हल के चलना पड़ता है। जैसे-जैसे आप पर जिम्मेदारी बढ़ती जाती है, वैसे-वैसे आप जिम्मेदार होते जाते हैं। आपको अपनों और अपनी सुरक्षा की चिंता होने लगती है कि मैं नहीं तो मेरे बच्चों का क्या होगा ? इसलिये आप खुद अपने आप को सुरक्षित रखने का प्रयास करते रहते हैं और करना भी चाहिये। हम सुरक्षित तो हमारा परिवार सुरक्षित। हम बात कर रहे हैं, आप सुरक्षित कैसे रहेंगे ? आज सड़क पर चलना दूभर हो गया है, लेकिन आप सड़क सुरक्षा नियमों को अपनाकर जिम्मेदार नागरिक बन सकते हैं और अपने आप को सुरक्षित कर अपने परिवार को सुरक्षा दे सकते हैं। “काल के गाल में समाना” का सबसे सटीक उदाहरण है सड़क/वाहन दुर्घटना, जो हमेशा असामयिक मृत्यु का कारण बनती है। इसके कई कारण हो सकते हैं, लेकिन सड़क/वाहन दुर्घटना एक ऐसा उदाहरण है, जिसे हम सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन कर रोक सकते हैं, लेकिन कई बार अपने परिवार का ख्याल नहीं रखकर सड़क सुरक्षा नियमों की उपेक्षा करते हैं। वक्त के साथ बदलाव जरूरी है। पहले के समय, न तो इतने वाहन थे और न ही इतने लोग। आज सड़कों पर लोगों से ज्यादा वाहन हैं। इसलिये हमें अपनी सुरक्षा के लिये सड़क सुरक्षा के छोटे-छोटे नियमों का पालन करना आवश्यक होता है। सड़क सुरक्षा के नियमों को धीरे-धीरे भी अपनाना शुरू कर दें तो वे आदत में आ जाते हैं और आप एवं आपका परिवार सुरक्षित हो जाता है। इसका दूसरा फायदा यह भी होता है कि यातायात पुलिस-जांच के समय आपका जो समय अनावश्यक व्यर्थ जाता है, वो भी बच सकता है। इसलिये भी सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करना चाहिये। एक बात यह भी है कि सड़क सुरक्षा के नियमों को आपको खुद से अपनाना पड़ेगा, तभी आप सुरक्षित होंगे। यह कोई जोर-जबरदस्ती से अपनाने वाली चीज नहीं है, नहीं तो आप इसे हमेशा बोझ ही समझेंगे। हम सोच भी नहीं सकते सड़क/वाहन दुर्घटना इतनी भयावह होती है कि हम या हमारे परिजन दुर्घटना के बाद सड़क एवं अस्पताल में जिंदा लाश की तरह हो जाते हैं। कई उदाहरण अखबारों में पढ़ने को मिलते हैं कि माता-पिता ने बेटे की मृत्यु के बाद उसके अंगदान किये। यह दिल को दहलाने वाली खबर होती है। मुझे भी कुछ दिनों पहले अंगदान सम्मान समारोह में जाने का मौका मिला। उस सम्मान समारोह में कोई भी खुशी से सम्मान नहीं ले रहा था, लेकिन वे सबके प्रेरणा-स्त्रोत बने। समारोह में सभी की आँखें नम (गमगीन) थी। ऐसी ही एक खबर पढ़ी थी कि सड़क दुर्घटना में बेटे के सिर में चोट लगने के बाद उसकी मृत्यु हुई। पिता ने उसकी तेरहवीं के दिन लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हेलमेट का वितरण किया। वे समाज में एक उदाहरण बने, लेकिन दिल पर पत्थर रखकर उन्होंने यह कार्य किया होगा, उन्हें प्रणाम। सड़क पर चलना भी आपकी सोच-समझ की परीक्षा होती है। सड़क पर वाहन चलाने में आपके ज्ञान-चक्षु खुल जाते हैं। हम सड़क का उपयोग विभिन्न साधनों के माध्यम से परिवहन के लिये करते हैं। साईकिल, मोटरसाइकिल, कार, बस, ऑटो रिक्शा के साथ सड़क पर हम पैदल भी चलते हैं। इसलिये हमें सभी का ध्यान रख कर वाहन चलाना चाहिये। हाँ सबसे बड़ी बात यह है कि आप ये सोच के वाहन चलाये कि सब नौसिखिये हैं। हमें सबको बचा के चलना है। हम गलती करे या नहीं करे सामने वाला गलती कर सकता है और थोड़ा सा भी गलत अनुमान दुर्घटना का कारण बन सकता है। पदयात्रियों को अधिकतर देखा है कि वे ट्रेफिक सिग्नल के समय यातायात में बाधा बनते हैं। कभी-कभी तो वे वाहन चालक की दृष्टि से दूर होते हैं और एक दम से प्रकट हो जाते हैं। इसलिये पैदल यात्री भी यातायात संकेतों का पालन करें और सुरक्षित रहे। कभी भी एक हाथ से वाहन न चलाये। दोनों हाथों का उपयोग कर ही वाहन चलायें। वाहनों पर करतब नहीं दिखाये। उच्च गति पर नहीं मुड़े। सामने वाले वाहन से सुरक्षित दूरी बनाकर चलने में भी भलाई है। अनियंत्रित जेब्रा क्रॉसिंग पर पहले पैदल यात्रियों को सड़क पार करने दें। सीट-बेल्ट का प्रयोग दुर्घटना के दौरान मौत की सम्भावना को 60 प्रतिशत तक घटाता है। दुर्घटना की रोकथाम के लिये यातायात नियमों और चिन्हों का पालन करे। सड़क पर परेशानी व दुर्घटना से बचने के लिये वाहन को दुरुस्त रखें। वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग न करें। अपने सिर की सलामती के लिये उच्च गुणवत्ता वाला हेलमेट पहने। इससे चोट की सम्भावनाओं को 70 प्रतिशत तक घटाया जा सकता है सड़क का सबके साथ सहभाग करे। दूसरों का भी ध्यान रखे। सड़क पर क्रोध/रोष न करें। नम्र रहे। जिम्मेदार बने....शराब पीकर वाहन नहीं चलाये।
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