सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 13 मार्च - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 13 मार्च 2020

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 13 मार्च

सांसद आदर्श ग्राम योजना अन्तर्गत ग्राम पंचायत बसंतपुर का चयन, आदर्श ग्राम हेतु जिला स्तरीय क्रियान्वयन समिति गठित  

विदिशा लोकसभा संसदीय क्षेत्र के सांसद श्री रमाकांत भार्गव द्वारा सीहोर जिले के नसरुल्लागंज विकासखंड अन्तर्गत ग्राम पंचायत बसंतपुर का चयन सांसद आदर्श ग्राम योजना अन्तर्गत किया गया है। आदर्श ग्राम की परिकल्पना को मूर्त रूप देने के लिए मप्र शासन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के आदेशानुसार कलेक्टर श्री अजय गुप्ता द्वारा जिला स्तरीय क्रियान्वयन समिति का गठन किया गया है। जिला स्तरीय क्रियान्वयन समिति में अध्यक्ष सांसद श्री रमाकांत भार्गव, नोडल अधिकारी कलेक्टर, प्रभारी अधिकारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं सदस्यों में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला समन्वयक सर्व शिक्षा अभियान, उपसंचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग, सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग, पशु चिकित्सा सेवाएं, कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, लोक निर्माण विभाग, विद्युत वितरण कंपनी, जल संसाधन विभाग, महाप्रबंधक जिला सड़क परियोजना इकाई, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, जिला अंत्यव्यवसायी विभाग, प्रबंधक हाथकरघा, खादी ग्रामोद्योग, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सहायक संचालक मत्स्य विभाग, उद्यानिकी विभाग, उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं, जिला श्रम अधिकारी, जिला संयोजक आदिम जाति कल्याण विभाग, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक बैंक ऑफ इंडिया, जिला प्रमुख रेशम विभाग, जिला प्रमुख आयुष विभाग, अधिक्षण यंत्री एमपीईबी, वन मंडल अधिकारी, जिला योजना अधिकारी, जिला खाद्य अधिकारी, प्रभारी अधिकारी समस्त (एसबीएम, पीएमएवाय, मनरेगा, जलग्रहण, एनआरलएम, एमडीएम) जिला पंचायत, अनुविभागीय अधिकारी नसरुल्लागंज, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत नसरुल्लागंज एवं सरपंच ग्राम पंचायत बसंतपुर को शामिल किया गया है।   

प्राचार्य पद के लिये आवेदन की अंतिम तिथि बढ़कर हुई 16 मार्च तक

प्रदेश में आदिम-जाति कल्याण विभाग के अंतर्गत संचालित मध्यप्रदेश स्पेशल एण्ड रेसिडेंशियल एकेडमिक सोसायटी 123 विशिष्ट आवासीय विद्यालयों में प्रतिनियुक्ति के माध्यम से प्राचार्य के पदों के लिये आवेदन की अंतिम तिथि को बढ़ाकर 16 मार्च कर दिया है। पूर्व में आवेदन की अंतिम तिथि 29 फरवरी थी।

निःशुल्क नेत्र जांच शिविर में मिले ग्लूकोमा के दो मरीज, ग्लूकोमा सप्ताह पर आयोजित किया गया निःशुल्क जांच षिविर

sehore news
ग्लूकोमा सप्ताह का आयोजन 08 से 14 मार्च 2020 तक किया जा रहा है। इस अवसर पर जिला चिकित्सालय स्थित नेत्र यूनिट में निःशल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 136 मरीजों ने अपना पंजीयन कराया। जांच के दौरान 2 मरीज ग्लूकोमा से पीड़ित पाए गए। जिला दृष्टिहीनता नियंत्रण अधिकारी डॉ.यू.के.श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि ग्लूकोमा सप्ताह के दौरान लोगों को नेत्र सुरक्षा के प्रति जागरूक करने कार्यषाला का आयोजन भी किया गया। जिला चिकित्सालय स्थित नेत्र यूनिट में निःषुल्क जांच शिविर का आयोजन किया गया जिसमें आंखों के अन्य बीमारियों से संबंधित तकरीबन 136 मरीजों ने अपना पंजीयन कराया जिसमें 02 मरीज ग्लूकोमा के पाए गए उन्हें जांच एवं उपचार की सलाह दी गई है। 35 मरीज एलर्जी से पीडित, मोतियाबिंद से संबंधित 03 मरीज चिन्हित किए गए जिन्हें ऑपरेशन के लिए कहा गया है। जांच के दौरान इनमैच्योर के 10 मरीज पाए गए। शेष मरीजों को दवा देकर उपचार किया गया। 35 से अधिक मरीजों का चष्मा लगाने की सलाह दी गई तथा आंखों का विशेष ध्यान रखने कहा गया। शिविर में नेत्र सहायक श्री के.सी.सोलंकी, श्री प्रभात जैन ने अपनी सेवाएं दी।

15 मार्च तक बच्चों का आधार सत्यापन कार्य पूर्ण करने के दिए निर्देश  

शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत गैर अनुदान मान्यता प्राप्त अशासकीय शालाओं में सत्र 2019-20 में ऑनलाईन लॉटरी के माध्यम से निःशुल्क प्रवेश दिया गया था। इन बच्चों का संबंधित स्कूल द्वारा आधार सत्यापन करने के लिए आरटीई पोर्टल पर सुविधा प्रारंभ की गई है। इस संबंध में राज्य शिक्षा केंद्र की संचालक अनुभा श्रीवास्तव ने समस्त कलेक्टर्स एवं जिला परियोजना समन्वयकों को पत्र जारी किया है। उन्होंने कहा कि संबंधित अशासकीय स्कूल द्वारा सत्र 2019-20 में इस अधिनियम के तहत निःशुल्क प्रवेशित समस्त बच्चों के आधार सत्यापन का कार्य 15 मार्च तक पूर्ण करने के लिए निर्देश दिए जाएं।

कोरोना वायरस से बचाव और जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर 104

जिला शिक्षा अधिकारी श्री एस.पी.सिंह बिसेन ने जानकारी देते हुए बताया कि माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश भोपाल द्वारा आयोजित हायर सेकेण्डी परीक्षा जिले के निर्धारित 94 परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित हुई। हायर सेकेण्ड्री परीक्षा के अंतर्गत कला, विज्ञान, वाणिज्य  कृषि एवं गृह प्रबंधन के विषयों के प्रश्न पत्र आयोजित किये गये। जिले के समस्त 94 परीक्षा केन्द्रों पर शांतिपूर्ण परीक्षा का आयोजित हुई। जिले में कुल 18882 में से 18453 परीक्षार्थी उपस्थित   हुए तथा 429 अनुपस्थित पाए गए। हायर सेकेण्ड्री परीक्षा में कोई भी नकल प्रकरण दर्ज नहीं हुआ। कलेक्टर श्री अजय गुप्ता के निर्देशानुसार परीक्षा केन्द्रों पर नकल रोकने के लिए निरीक्षण दल द्वारा लगातार एवं सतत निरीक्षण किये जा रहें है। जिले के समस्त विकासखंडों के अनुविभागीय अधिकारी एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी के  गठित निरीक्षण दल द्वारा परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण किया गया । जिला स्तरीय निरीक्षण दल में जिला शिक्षा अधिकारी श्री एस.पी.एस. बिसेन, श्री एच.एस. निमजे, श्री नीलेश सक्सेना, श्री संजय सिंह जादौन, श्रीमती गायत्री श्रीवास्तव, भरत लाल शर्मा, ने बुदनी विकासखंड के कन्या उमावि रेहटी एवं बालक उमावि रेहटी का निरीक्षण किया तथा परीक्षा केन्द्र पर व्यवस्थाओं के संबंध में दिशा निर्देश प्रदान किये।

स्टूडेंट ट्रेकिंग से होगी डिग्री की उपयोगिता की पड़ताल

उच्च शिक्षा विभाग द्वारा विश्व बैंक परियोजना के अंतर्गत चयनित 200 महाविद्यालय के स्नातक और स्नातकोत्तर में उत्तीर्ण विद्यार्थियों की ट्रेकिंग की जायेगी। विभाग द्वारा स्टूडेंट ट्रेकिंग के माध्यम से यह जानकारी संकलित करने की कोशिश की जा रही है कि डिग्रीधारक विद्यार्थियों की वर्तमान स्थिति क्या है और प्रदेश के विश्वविद्यालयों से मिली डिग्री की कितनी उपयोगिता है। परियोजना में चयनित सभी महाविद्यालयों के प्राचार्यों को निर्देशित किया गया है कि वे 2019 में उत्तीर्ण स्नातक और स्नातकोत्तर विद्यार्थियों के लिए एलुमनी मीट का आयोजन करें। मीट में विद्यार्थियों से जानकारी ली जाए कि वे डिग्री लेने के बाद जीवन-यापन के लिए क्या कर रहे हैं। इसके लिए महाविद्यालयों को प्रति विद्यार्थी 50 रूपये खर्च करने का अधिकार दिया गया है। उच्च शिक्षा विभाग ने महाविद्यालयों को 20 मार्च तक एलुमनी मीट आयोजित कराने के निर्देश दिए हैं।

डायवर्सन की राशि 31 मार्च तक जमा कराने के निर्देश

मध्यप्रदेश शासन द्वारा भू-राजस्व संहिता में गत 25 सितम्बर, 2018 से कई संशोधन किये गये हैं। भूमि के व्यपवर्तन के पश्चात प्रति वर्ष व्यपवर्तित भूमि पर भू-भाटक एवं पंचायत उपकर शासन के खाते में जमा करना होता है। नवीन संशोधन के पूर्व भू-भाटक एवं पंचायत की बकाया  राशि पर ब्याज नहीं देना पड़ता था, किन्तु म.प्र. शासन के पत्र द्वारा नवीन संशोधन के पश्चात संहिता की धारा- 143 के प्रावधानों के अनुसार यदि भू-राजस्व का भुगतान नियत कालावधि में नहीं किया जाता है तो बकाया पर प्रथम 12 मास के लिये 12 प्रतिशत और उसके पश्चात् की अवधि के लिये 15 प्रतिशत वार्षिक की दर से साधारण ब्याज भुगतान की तिथि 31 मार्च, 2020 तक  देय होगा।

इलाज के लिए मुंबई जाने वाले शासकीय सेवकों को मध्यालोक में मिलेगी आवास सुविधा 

मध्य प्रदेश से बीमारी का इलाज कराने के लिए मुंबई जाने वाले प्रदेश के शासकीय, अर्द्धशासकीय अधिकारी, कर्मचारी तथा उनके परिवार के सदस्यों (माता, पिता, पत्नी, पुत्र, पुत्री)  को "मध्यालोक" भवन मुंबई में रूकने की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। यह सुविधा उन्हें वहां लगने वाले किराए में 40 प्रतिशत डिस्काउन्ट के रूप में मिलेगी। इस सुविधा को प्राप्त करने के लिए मध्य प्रदेश से अस्पताल और डॉक्टर का मैडिकल रैफरल सर्टिफिकेट "मध्यालोक" मुंबई में चैक-इन करते समय प्रस्तुत करना होगा। मुंबई में मध्यप्रदेश शासन के "मध्यालोक" भवन का वर्तमान में संचालन राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा किया जा रहा है।

पीओएस के माध्यम से तीन माह का राशन एक मुश्त प्राप्त करे हितग्राही

संचालक खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मध्यप्रदेश राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के अंतर्गत सम्मिलित पात्र हिग्राहियों को अग्रिम खाद्यान्न वितरण कराया जाना है। मार्च, अप्रैल एवं मई 2020 तक तीन माह का एक मुश्त राशन वितरण पीओएस के माध्यम से शासकीय उचित मूल्य दुकानों द्वारा वितरण किया जावेगा। इस संबंध में पात्र हितग्राही अपनी पात्रता का राशन एक मुश्त प्राप्त करे।

“प्रेम विस्तार है और स्वार्थ संकुचन” (विशेष लेख)  

मानव जीवन के प्रत्येक क्षण में दिन प्रतिदिन हमारा सामना विभिन्न पहलुओं से होता है। कुछ जीवन के घटक जैसे सुख, दु:ख, वत्सल, क्रोध, करुणा, सद्भाव और वीभत्स आदि हमारे ह्रदय को पूर्ण रूप से प्रभावित करते है। इन घटकों के कारण ही हमारा आन्तरिक एवं बाह्य जीवन, मस्तिष्क में उत्पन्न विचार एवं कार्यशैली प्रभावित होते हैं। इन घटकों अथवा जीवन के कुछ विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं में सम्मिलित हैं “प्रेम” एवं “स्वार्थ”।

“प्रेम के पथ पर चलकर हो, मानवता का विस्तार।
स्वार्थ से मिथ्या जीवन हो, सुख की घटे कतार॥
आदिकाल से लेकर अनंतकाल तक प्रेम वास्तव है, फलीभूत है, सत्य एवं अटल है। जीवन की कसौटी पर बल देने वाला तत्व प्रेम है, जीवन का महत्त्व प्रेम है। मानव, पशु - पक्षी, पेड़-पौधे, पर्यावरण, प्रकृति एवं समस्त संसार एक ही बंधन में बंधे हुए हैं। ईश्वर हो चाहे मानव सभी प्रेम के साक्षी हैं।प्रत्येक सम्बन्ध के नाम में अंतर हो सकता है लेकिन इनमें निहित भाव प्रेम ही है।

हांथों में वो पुष्प सजाए, जिसकी खातिर आती है।
कान्हा का वो प्रेम ही है जो, गोपियाँ रास रचाती है॥
इस प्रसंग में श्री कृष्ण से गोपियों के निस्वार्थ प्रेम को वर्णित किया गया है। ठीक इसी प्रकार प्रेम अनेक रूपों में होता है चाहे वह माँ और संतान का हो, भार्या और आर्य का, भ्राता और भगिनी का या फिर मानव और प्रकृति का। प्रेम की सार्थकता में ही जीवन का आनंद है। जीवन की वास्तविकता में स्वार्थ भी उसी तरह से भागीदार है जिस प्रकार प्रेम। मानवता को परे रखकर स्वयं का कार्य सिद्ध करने की क्रिया या विचार ही स्वार्थ का मूल अर्थ है। स्वार्थ परोपकार का पर्याय है, जिसकी प्रवृत्ति में मनुष्य लोभ, नकारात्मकता और घृणा का शिकार होता है। कहीं न कहीं मानवता पर कलंक के समान व्याप्त यह स्वार्थ दु:खों की असीमित श्रंख्लाओं का एकमात्र कारण है।

जब मानव के जीवन में, स्वार्थ प्रबल हो जाता है।
प्रेम-करुणा और सद्भाव, अर्थहीन हो जाता है॥ प्रेम और स्वार्थ एक दूसरे के पूरक हैं। स्वार्थ यदि अंतर्मन और मस्तिष्क के भावों को दूषित कर अनुचित क्रियाएँ कराता है, तो वहीँ दूसरी और प्रेम विचलित मन एवं मस्तिष्क को उचित प्रोत्साहन एवं आत्मबल प्रदान करता है। वर्तमान परिवेश में स्वार्थ नें वृहद् रूप में प्रेम को भी अछूता नहीं रहने दिया। स्वार्थ की परछाई ने प्रेम को भी काला कर दिया है। अनेक युवक और युवतियों का आपस में प्रेम शारीरिक संबंधों के स्वार्थ में लिप्त हुआ है, तो कहीं राष्ट्र की राजनीति में स्वार्थ के कारण देशहित की अनदेखी की जाती है। इसके विपरीत स्वार्थ और भौतिक सुख-सुविधाओं को भुलाकर जब राष्ट्र के नौजवान सिपाही देशहित हेतु योगदान देते हैं तब प्रेम देशप्रेम बनकर स्वार्थ पर भारी हो जाता है। प्रेम और स्वार्थ का परस्पर सम्बन्ध है, कहीं प्रेम मानवता के विस्तार का परिचायक है तो कहीं स्वार्थ सीमाओं और संकुचन का।

नगरपालिका-परिषद आष्टा, जावर, कोठरी एवं इछावर के वार्ड आरक्षण की प्रक्रिया 16 मार्च को

जिला परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण ने जानकारी देते हुए बताया कि कलेक्टर श्री अजय गुप्ता के निर्देशानुसार नगरपालिका/परिषद आष्टा, जावर, कोठरी एवं इछावर में आम निर्वाचन 2019-20 के अन्तर्गत वार्ड आरक्षण किए जाने की कार्यवाही 16 मार्च 2020 को जिला पंचायत सभाकक्ष में दोपहर 12 बजे की जाएगी। आरक्षण की कार्यवाही संपन्न कराए जाने तक कलेक्टर द्वारा प्राधिकृत अधिकारी अपर कलेक्टर श्री विनोद कुमार चतुर्वेदी, एवं डिप्टी कलेक्टर श्री गिजेश सक्सेना, परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण श्री संदीप श्रीवास्तव एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारी द्वारा आरक्षण की कार्यवाही पूर्ण की जाएगी। आरक्षण कार्यवाही में संबंधित नगरीय निकायों के मुख्य नगरपालिका अधिकारी उपस्थित रहकर संपन्न कराएंगे। नगरपालिका/परिषद आष्टा, जावर, कोठरी एवं इछावर की वार्ड आरक्षण प्रक्रिया के पश्चात जिले के सात नगरीय निकायों में वार्ड आरक्षण की प्रक्रिया पूर्ण कर ली जाएगी। शेष दो नगरीय निकाय नगरपालिका सीहोर एवं शाहगंज के आम निर्वाचन शासन के निर्देशानुसार वर्ष 2021 में प्रस्तावित है। शेष दो नगरीय निकायों में वार्ड परिसीमन एवं वार्ड आरक्ष्ज्ञण की प्रक्रिया अक्टूबर एवं नवंबर माह के मध्य पूर्ण की जाना प्रस्तावित है।

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