चाईबासा : मां से बिछड़ा नन्हा हाथी, वन विभाग कर रहा देख रेख - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 13 मार्च 2020

चाईबासा : मां से बिछड़ा नन्हा हाथी, वन विभाग कर रहा देख रेख

चाईबासा के आनंदपुर वन प्रक्षेत्र के सिरका जंगल से तीन माह का हाथी का बच्चा अपने झुंड से अलग हो गया है, जिसके लिए वन विभाग के कर्मचारी लगातार हाथी के बच्चे को उसके झुंड तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं.
small-elephant-lost-mother-jharkhand
चाईबासा (आर्यावर्त संवाददाता) : पोड़ाहाट के आनंदपुर वन प्रक्षेत्र के सिरका जंगल से तीन माह का का हाथी का बच्चा अपने झुंड से अलग हो गया है, जिसके कारण ग्रामीणों में डर है, इस कड़ी में वन विभाग के कर्मचारी लगातार हाथी के बच्चे को उसके झुंड तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि वह सुरक्षित महसूस कर सके वन विभाग दो दिनों से हाथी के बच्चे की सुरक्षा को लेकर परेशान है. विभाग की कोशिश है कि भटका हुआ हाथी का बचठ्चा अपने समूह में एकबार मिल जाए, ताकि बच्चा सुरक्षित रहे वन विभाग दो दिनों से हाथी के बच्चे की सुरक्षा को लेकर परेशान है. विभाग की कोशिश है कि भटका हुआ हाथी का बचठ्चा अपने समूह में एकबार मिल जाए, ताकि बच्चा सुरक्षित रहे वन विभाग के कर्मचारी के अनुसार हाथी का बच्चा लगभग एक सप्ताह से सिरका जंगल में अपने समूह से बिछड़ गया है. जिसके लिए वन विभाग के कर्मचारियों ने दो ,तीन बार उसे उसके परिवार हाथियों का समूह में मिलाने की कोशिश की गई पर उन्हे सफलता नही मिली. हाथी के बच्चे को सुरक्षित उनके समूह तक पहुंचाना वन विभाग की प्रथम प्राथमिकता है. जिसके लिए वन विभाग के कर्मचारी भरसक प्रयास कर रहे है. हाथियों के समूह से बिछड़ा हुआ 3 महीने का हाथी का बच्चा बीमार हो गया है, इसके लिए मनोहरपुर के पशु चिकित्सक संजय घोलेटकर विशेष निगरानी में हाथी के बच्चे का इलाज कर रहे है साथ ही साथ बच्चे को समय समय पर पर्याप्त भोजन की सुविधा भी दी जा रही है.

कोई टिप्पणी नहीं: