कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने कार्यभार ग्रहण किया
नवागत कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने आज रविवार को कार्यभार ग्रहण कर लिया है। नवागत कलेक्टर डॉ जैन ने जिला पंचायत सीईओ आईएएस श्री मयंक अग्रवाल से चार्ज टेकनओवर किया है।
उपार्जन कार्यो की समीक्षा
नवागत कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने आज अपने चैम्बर में उपार्जन कार्यो के लिए किए गए प्रबंधो की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि एसएमएस के माध्यम से किसानों को समर्थन मूल्य पर विक्रय हेतु करने की सूचनाएं प्रेषित करने के उपरांत इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि शाम तक संबंधित कृषक की उपज की तौल प्रक्रिया पूर्ण हो सकें। कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने जिले में समर्थन मूल्य उपार्जन कार्य के उपरांत गेंहू के भण्डारण हेतु किए गए प्रबंधो का भी जायजा लिया है। इस दौरान बताया गया कि जिले में इस वर्ष लगभग साढे पांच लाख मैट्रिक टन गेंहू उपार्जन होने की संभावना है। भण्डारण के लिए अस्थायी प्लास्टिक के सायलो के भी प्रबंध सुनिश्चित किए गए है। कलेक्टर चैम्बर में हुई उक्त समीक्षा बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री मयंक अग्रवाल, अपर कलेक्टर, डिप्टी कलेक्टर, जिला आपूर्ति अधिकारी ने बताया कि समर्थन मूल्य पर अपनी फसलों के विक्रय हेतु पंजीयन तिथि दो मार्च तक जिले में 90 हजार 288 किसानो ंके द्वारा पंजीयन कराया गया है। कुल पंजीयन में गेंहू हेतु 81 हजार 246, चना के लिए 34 हजार 701, मसूर हेतु 10 हजार 33, जबकि सरसो के लिए कुल 18 कृषकों के द्वारा पंजीयन कराया गया है। रजिस्टर्ड टोटल किसानो का कुल रकवा 316543 हेक्टेयर है। पंजीकृत किसानों में ओबीसी वर्ग के कृषक 32726, सामान्य 54612, एससी के 2670 तथा एसटी के 281 कृषक शामिल है। जिले में समर्थन मूल्य पर पंजीकृत किसानों से फसल क्रय करने का कार्य 25 मार्च से शुरू होगा इसके लिए जिले में 152 उपार्जन केन्द्र बनाए गए है।
नवागत कलेक्टर मीडियाकर्मियों से रू-ब-रू हुए
आमजन अपने कार्यो के लिए कलेक्ट्रेट का चक्कर ना लगाएं मेरी प्राथमिकता
नवागत कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने आज नवीन कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में मीडियाकर्मियो से अनौपचारिक चर्चा की। उन्होंने कहा कि मेरी पहली प्राथमिकता होगी आमजन अपने कार्यो के लिए कलेक्ट्रेट का चक्कर लगाने की नौबत ना आए। स्थानीय स्तर पर उनकी समस्याओं का निदान हो को सर्वोच्च प्राथमिकता से लागू किया जाएगा। कलेक्टर डॉ जैन ने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि के क्षेत्र में और कार्य करने के अवसर है जिन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा ताकि जिले के रहवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें। जिले का कृषि मुख्य व्यवसाय है इसको बढ़ावा देने के लिए क्या नवाचार किए जाएं कि ओर कदम बढ़ाए जाएंगे। कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने कहा कि नीति आयोग के मापदण्डो में विदिशा जिला आकांक्षी जिलों की सूची में शामिल है। उन बिन्दुओं पर विशेष ध्यान देकर कमिंयों को दूर किया जाएगा ताकि जिला आकांक्षी जिलो की सूची से शीघ्र पृथक हो सकें। नवागत कलेक्टर डॉ जैन ने मीडिया को विभिन्न सूचनाओं से अवगत कराने का मुख्य आधार बताते हुए कहा कि मीडियाकर्मियों के द्वारा जो कमियां बतलाई जाएगी उसे शीघ्र दूर करने के सफल प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने जिले में अपनी पूर्व पदस्थापना अवधि के संबंध में किए गए कार्यो पर भी प्रकाश डाला। समय अनुसार प्राथमिकताओं का चयन कर उन्हें पूरा किया जाएगा। इस अवसर पर इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिन्ट मीडियाकर्मियों के अलावा फोटोग्राफर एवं कैमरामैन भी मौजूद थे।
जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण
नवागत कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने आज कार्यभार ग्रहण करने के उपरांत श्रीमंत माधवराव सिंधिया जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री मयंक अग्रवाल भी साथ मौजूद रहें। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ केसी अहिरवार ने बताया कि कलेक्टर महोदय द्वारा सभी वार्डो का अचानक भ्रमण कर अस्पताल में मरीजों के लिए किए गए प्रबंधो का जायजा लिया है। कलेक्टर डॉ जैन ने जिला चिकित्सालय में कोरोना वायरस (सीओव्हीआईडी-19) से बचाव के संबंध में आमजनों को अवगत कराने हेतु किए गए प्रबंधो के साथ-साथ जिला चिकित्सालय में बनाए गए विशेष वार्ड में किए गए प्रबंधो का भी मौके पर जायजा लिया है। सिविल सर्जन सह अधीक्षक डॉ संजय खरे ने जिला चिकित्सालय में किए गए प्रबंधो के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव हेतु समस्त तैयारियां पूर्ण की गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एसओपी के अनुसार तैयारियों को मूर्तरूप दिया गया है। क्रमांक 92
3871 का टीकाकरण हुआ
राष्ट्रीय सघन मिशन इन्द्रधनुष अभियान दो का चतुर्थ चरण जिले में दो से 12 मार्च तक संचालित किया गया है कि जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ केसी अहिरवार ने बताया कि अभियान अवधि के दौरान कुल 3871 का टीकाकरण कार्य पूर्ण किया गया है जिसमें शून्य से दो वर्ष तक के 3077 बच्चे तथा 794 गर्भवती माता शामिल है। जिले के समस्त विकासखण्डो को मिलाकर कुल 730 टीकाकरण सत्रो का लक्ष्य जिले में निर्धारित किया गया था जिसमें से 2324 शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों का एवं 629 गर्भवती माताओं का टीकाकरण लक्ष्य प्राप्त हुआ था। टीकाकरण अवधि के दौरान सम्पन्न हुए कार्य में तदानुसार 734 टीकाकरण सत्रों का आयोजन कर 3871 का टीकाकरण कार्य किया गया है जिसमें 3077 बच्चे तथा 794 गर्भवती माताएं शामिल है।
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