समाजसेवी के रूप में सुश्री मेरी आडलीन के द्वारा नौतन प्रखंड के सनसरैया गांव में 10 परिवारों के बीच खाद्य सामग्री और 3 परिवारों को आर्थिक मदद पहुँचाई गई। एक शिक्षिका के रूप में लोगों से अपील की प्रत्येक व्यक्ति अपने- अपने घर मे ही रहे। लॉक डाउन के नियमों का पालन अवश्य करें, सोशल डिस्टेंसिंग ही कोरोना से बचाव है। सरकार और प्रशासन की नियमों का पालन कर स्वयं को सुरक्षित रखें...
नौतन,29मार्च। पश्चिम चम्पारण जिले में है चुहड़ी।यहीं पर रहती हैं मेरी आडलीन। राजकीय +2 उच्च विद्यालय की शिक्षिका -सह-समाजसेवी सुश्री मेरी आडलीन हैं।उन्होंने मिलकर सोशल मीडिया नामक 'व्हाट्सएप' का सदुपयोग करना शुरू कर दिया है।मेरी आडलीन ने कहा कि हमलोगों ने ' समस्या और समाधान व्हाट्सएप ग्रुप' बनाया गया है। ग्रुप के रमन गुप्ता ने एक पोस्ट में लिखा कि नौतन प्रखंड के वार्ड नं 7, 8, 9 और 10 में कुछ लोग है, जिन्हें भोजनादि की अत्यंत आवश्यकता है। तब क्या था राजकीय +2 उच्च विद्यालय की शिक्षिका -सह-समाजसेवी सुश्री मेरी आडलीन ने यह खबर पढ़कर मचल उठी।उन्होंने यह ठान लिया कि उनको किसी भी हाल में मदद करनी है। इसकी शुरूआत खुद और अपने परिवार ही कर दी। परिवार के लोगों ने मदद के लिए एक छोटा प्रयास किया। इसी क्रम में जरूरतमंदों की सहायता के लिए आगे आई। समाजसेवी के रूप में सुश्री मेरी आडलीन के द्वारा नौतन प्रखंड के सनसरैया गांव में 10 परिवारों के बीच खाद्य सामग्री और 3 परिवारों को आर्थिक मदद पहुँचाई गई। एक शिक्षिका के रूप में लोगों से अपील की प्रत्येक व्यक्ति अपने- अपने घर मे ही रहे। लॉक डाउन के नियमों का पालन अवश्य करें, सोशल डिस्टेंसिंग ही कोरोना से बचाव है। सरकार और प्रशासन की नियमों का पालन कर स्वयं को सुरक्षित रखें। सुश्री ने कहा कि इस विपदा की घड़ी में जहां एक तरफ इंसान कोरोना महामारी से त्राहिमाम है, वही दूसरी तरफ लॉकडाउन के कारण कई घरों में काम बंद होने के वजह से लोगों को खाने के लाले पड़े है। ऐसी स्थिति में हरेक सक्षम व्यक्ति को चाहिए कि वे अपने स्तर से जितना भी संभव हो सके, गरीब, जरूरतमंदों की मदद के लिये आगे आये। सरकार और प्रशासन की ओर से अनेक प्रकार से सहायता पहुँचाई जा रही है। अगर सक्षम व्यक्ति भी मदद के लिए आगे आये तो निश्चित तौर पर हमसब आसानी से कोरोना की जंग जीत लेंगे।
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