लाॅकडाउन के कारण उपजी परिस्थिति में लोगों को राहत देने के लिये सरकार ने कई कदम उठाये है। 150 आपदा राहत केन्द्र बनाये गये है, जिसमें 17,964 लोग लाभान्वित हुये है। स्कूल (पंचायत) स्तर पर 3,147 क्वारंटाइन केन्द्र बनाये गये हैं, जिसमें 31,730 लोग रह रहे हैं। इन सभी लोगों को भोजन, आवासन एवं चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है
पटना,10 अप्रैल। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के निर्देश पर वीडियों काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सचिव सूचना एवं जन-सम्पर्क श्री अनुपम कुमार, सचिव स्वास्थ्य श्री संजीव कुमार हंस, सचिव स्वास्थ्य श्री लोकेश कुमार सिंह एवं आपदा प्रबंधन विभाग के नोडल पदाधिकारी श्री संजय सिंह ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर किये जा रहे कार्यों के साथ-साथ अद्यतन स्थिति पर मीडियाकर्मियों के साथ संवाद कर जानकारी दी। सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव श्री अनुपम कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री लगातार कोरोना संक्रमण की अद्यतन स्थिति पर समीक्षा कर रहे हैं। आज भी मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव एवं अन्य वरीय पदाधिकारियों के साथ गहन समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये हैं। सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव श्री अनुपम कुमार ने बताया कि अब तक कोरोना संक्रमण के 5,040 मामलों की जांच की गयी है, जिसमें 51 कोरोना के पाॅजिटिव मरीज पाये गये हैं।चार संस्थानों- पी0एम0सी0एच0, डी0एम0सी0एच0,आर0एम0आर0आई0 और आई0जी0आई0एम0एस0 में कोरोना जांच की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि लाॅकडाउन के कारण उपजी परिस्थिति में लोगों को राहत देने के लिये सरकार ने कई कदम उठाये है। 150 आपदा राहत केन्द्र बनाये गये है, जिसमें 17,964 लोग लाभान्वित हुये है। स्कूल (पंचायत) स्तर पर 3,147 क्वारंटाइन केन्द्र बनाये गये हैं, जिसमें 31,730 लोग रह रहे हैं। इन सभी लोगों को भोजन, आवासन एवं चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है।
मुख्यमंत्री द्वारा मुख्य सचिव को यह भी निर्देश दिया गया है कि सभी जिलाधिकारी एवं सभी अनुमंडल पदाधिकारी राशन कार्ड के अस्वीकृत एवं लंबित आवेदनों की पुनः समीक्षा कर नियमानुसार तेजी से उसका समाधान करें। बिहार के लोग जो बाहर फंॅसे हुये है, वे लोग मुख्यमंत्री सचिवालय, आपदा प्रबंधन विभाग एवं बिहार भवन के स्थानिक आयुक्त के कार्यालय में फोन कर अपनी समस्यायें बता रहे है। प्राप्त फोन पर अधिकारी रोजाना लोगों से फीडबैक प्राप्त कर रहे है और उसके आधार पर लोगों की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। अब तक 40 हजार से अधिक काॅल/मैसेज प्राप्त हुये है। उनसे फीडबैक लेकर उनकी परेशानियों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। लाॅकडाउन के कारण बिहार के जो लोग बिहार के बाहर अन्य राज्यों में फंसे हुये है, उन्हें प्रति व्यक्ति एक हजार रूपये की राशि विशेष सहायता के रूप में मुख्यमंत्री राहत कोष से आपदा प्रबंधन विभाग के माध्यम से दी जा रही है। राज्य के बाहर लाॅकडाउन में फंसे बिहार के मजदूरों एवं जरूरतमंद व्यक्तियों के लिये सहायता राशि के रूप में मुख्यमंत्री राहत कोष से मुख्यमंत्री विशेष सहायता अन्तर्गत 1,000 रूपये की दर से अब तक 2 लाख 95 हजार 890 राज्य के बाहर रह रहे बिहार के लोगों के खाते में कुल 29 करोड़ 58 लाख राशि अंतरित कर दी गयी है। अब तक 6 लाख 17 हजार 398 आवेदन प्राप्त हुये है, जरूरतमंदों के और आवेदन अभी प्राप्त हो रहे है। प्राप्त आवेदनों का शीघ्र निष्पादन कर राशि अंतरित करने की कार्रवाई की जा रही है। बिहार फाउण्डेशन के माध्यम से देश के 11 शहरों में 40 राहत केन्द्र भी चलाये जा रहे हैं, जहां पर लोगों को भोजन तथा राशन सामग्री भी दी जा रही है। अब तक 3 लाख 52 हजार 408 लोगों ने इसका लाभ उठाया है। राज्य में रहने वाले सभी राशन कार्डधारियों के खाते में 1,000 रूपये अंतरित कराये जा रहे है। अब तक 60 लाख 5 हजार लाभुकों के खाते में यह राशि अंतरित की गयी है। उन्होंने बताया कि सरकार की परिस्थितियों पर पैनी नजर है। सभी बिंदुओं पर नजर रखी जा रही है और मुख्यमंत्री के स्तर पर प्रतिदिन गहन समीक्षा की जाती है। सरकार हर स्तर पर मदद कर रही है। लोगों को खाद्य सामग्री एवं जरूरी आवश्यक सामग्रियों की आपूर्ति बाधित नहीं होगी। लाॅकडाउन के दौरान किसी प्रकार की क्राइसिस उत्पन्न नहीं होने दी जायेगी। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। लोग सोशल डिस्टेंसिंग एवं लाॅकडाउन का पालन करें।
स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्री संजीव हंस ने बताया कि राज्य में अब तक कुल 51 कोरोना के पाॅजिटिव मरीज मिले है। ये 11 जिलों से संबंधित है, जिनमें सीवान के 20,मुंगेर के 7, पटना के 5, गया के 5, गोपालगंज के 3, बेगूसराय के 5, नालंदा के 2, सारण के 1, लखीसराय के 1, भागलपुर के 1 और नवादा के 1 मामले हैं। अब तक 17 लोग कोरोना संक्रमण से स्वस्थ होकर घर लौटे है और एक कोरोना संक्रमित मरीज की मृत्यु हुयी है। अब तक कुल 5,040 जांच किये जा चुके हैं। आज 330 सैंपल की टेस्टिंग रिपोर्ट आनी है। राज्य के तीन अस्पतालों- एन0,एम0सी0एच0 पटना, ए0,एन0एम0सी0एच0 गया, भागलपुर के जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय को कोविड अस्पताल के रूप में चिन्हित किया गया है। 22 मार्च के बाद से बाहर से आये हुये व्यक्तियों की कुल संख्या 1 लाख 54 हजार 737 है, जिसमें से 9,429 की स्क्रीनिंग की जा चुकी हैं। राज्य के विभिन्न जिलों में 286 क्वारंटाइन सेंटर के रूप में चिन्हिन किये गये हैं, जिसमें होटल सहित अन्यस्थल भी शामिल हैं। 18-23 मार्च तक विदेश से लौटे व्यक्तियों की संख्या 3,356 है, जिसमें 2,254 व्यक्ति राज्य में आये हैं। उन सबकी सैंपल लेकर जांच करायी जा रही है। पंचायत स्तर पर विद्यालयों में बनाये गये क्वारंटाइन सेंटर में चिकित्सकीय दल नियुक्त है और उनकी जांच की जा रही है। क्वारंटाइन केन्द्रों में आवासित व्यक्तियों की संख्या 988 है। आपदा प्रबंधन विभाग के नोडल पदाधिकारी श्री संजय सिंह ने भी आपदा राहत कार्यों के संबंध में जानकारी दी।
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