कोरोना वायरस के संक्रमण से रोकथाम के लिए पूरे देश में लॉकडाउन घोषित किया गया है. लॉकडाउन में लोगों को परेशानी न हो, भूखे लोगों को भोजन मिले यह सुनिश्चित कराने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं और निगरानी के लिए दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त किए गए हैं.
जमशेदपुर (आर्यावर्त संवाददाता) जिला प्रशासन की तरफ से सिविल सोसायटी और स्वयंसेवी संगठनों के सहयोग से भी ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूकता लाने और भोजन उपलब्ध कराने के लिए प्रयास किया जा रहा है. इसी क्रम में परिसदन में घालभूम अनुमंडल पदाधिकारी चंदन कुमार की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक की गई. अनुमंडल पदाधिकारी धालभूम द्वारा बैठक में उपस्थित सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधि, स्वयंसेवी संगठन, टाटा ट्रस्ट के प्रतिनिधियों को बताया गया कि उन्हें ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनबाड़ी सेविका/सहिया को प्रशिक्षित करना है, ताकि वे अपने क्षेत्रों के लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के प्रति जागरूकता ला सकें. वहीं, स्वयंसेवी संगठन और सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधियों को ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को भोजन उपलब्ध कराने के प्रति सहयोग के लिए कहा गया. उपस्थित सदस्यों को कोरोना वायरस से निपटने में सोशल डिस्टेंसिंग के महत्व से अवगत कराते हुए उन्हें अपने कर्तव्य निर्वहन के दौरान इसके अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए भी कहा गया. वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में एक कमेटी बनाने भी निर्देश दिया गया, जिससे ग्रामीणों के आवश्यकताओं की जानकारी प्राप्त की जा सके और निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित हो सके. पंचायत प्रतिनिधियों, मानकी-मुंडा,प्रधान, सामाजिक कार्यकर्ताओं को चिन्हित करने और एनजीओ को लोकल वोलंटियर चिन्हित कर प्रशिक्षित करने हेतु कहा गया, जिससे आकस्मिक स्थिति में उनका सहयोग लिया जा सके. बैठक में जिला योजना पदाधिकारी अजय कुमार द्वारा विस्तार से सभी स्वयंसेवी संगठन के प्रतिनिधियों और सिविल सोसायटी के प्रतिनिधियों से उनसे सहयोग हेतु अपेक्षित मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई. बैठक में टाटा ट्रस्ट के सीएसआर हेड सौरभ राय और अन्य उपस्थित थे.
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