हैदराबाद 04 अप्रैल, अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) ने चिकित्सा कर्मियों की तरह बैंक कर्मचारियों का भी बीमा कराने की माँग की है। एआईबीईए के महासचिव सीएच वेंकटचलम् ने वित्तीय सेवा विभाग के सचिव देबाशीष पांडा को पत्र लिखकर कहा है कि बैंक कर्मचारी भी ‘लॉकडाउन’ के दौरान कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ के संक्रमण का खतरा उठाकर काम कर रहे हैं। जिस प्रकार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्वास्थ्य कर्मियों के लिए 50 लाख रुपये के बीमा की घोषणा की है उसी प्रकार बैंकों से भी कहा जाये कि वे अपने कर्मचारियों के लिए वृहद बीमा योजना लागू करें।
श्री वेंकटचलम् ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मचारियों जैसा ही खतरा बैंक कर्मचारी भी उठा रहे हैं। बैंकों के कर्मचारी और अधिकारी शाखाओं में ग्राहकों के संपर्क में आते हैं। यदि उनमें कोरोना जैसे लक्षण दिखते हैं तो उनसे क्वारंटीन में 14 दिन रहने के लिए कहा जाता है। उन्हें क्वारंटीन की अवधि में ‘विशेष अवकाश’ दिया जाना चाहिये। एआईबीईए ने कहा कि बैंक शाखाओं में काम करने वाले कर्मचारी यदि कोरोना से संक्रमित होते हैं और अस्पताल में भर्ती होते हैं तो इस दौरान भी उन्हें ‘विशेष अवकाश’ मिलना चाहिये। साथ ही अस्पताल का पूरा खर्च मौजूदा सामूहिक चिकित्सा बीमा योजना से दिया जाना चाहिये।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें