ईसाई समुदाय पवित्र वृहस्पतिवार को ‘ मैंने प्रभु और गुरू होकर भी धोए पैर तुम्हारें तूने भी है धोना सबकी जो है भाई तुम्हारें और पवित्र शुक्रवार को ‘येसु ने अपना खून बहाकर मुझे बचा लिया ‘ गीत काफी पंसद करते हैं दिनभर इस गाने को गुनगुनाते रहते हैं.....
पटना,09 मार्च, आज से ईसाई समुदाय पुण्य दिवस में प्रवेश कर रहे हैं। 2020 साल पहले ईसा मसीह ने पवित्र संस्कार की स्थापना की थी। अपने 12 शिष्यों के साथ अंतिम बार भोजन किये। जो बाद में ख्रीस्तयाग मिस्सा के रूप में तब्दील हो गया। इसी समय ईसा मसीह ने अपने 12 शिष्यों के पैर धोए। ईसा मसीह ने कहा कि ‘ मैंने प्रभु और गुरू होकर भी धोए पैर तुम्हारें तूने भी है धोना सबकी जो है भाई तुम्हारें। इसी के साथ ईसाई भक्तों ने लोगों की सेवा करना प्रारंभ कर दिया। जो आज यह सेवा विश्वविख्यात हो गया है।
अति महत्वपूर्ण एवं पुण्य दिन
आज से ईसाई समुदाय अति महत्वपूर्ण एवं पुण्य दिनों में प्रवेश कर रहे हैं। यह ईसाई भक्तों के लिए अतीत से जुड़ा दिवस है। पवित्र वृहस्पतिवार को पवित्र संस्कार की स्थापना की गयी है। पुण्य वृहस्पतिवार को मिस्त्र में प्रभु येसु ख्रीस्त की पहचान मिली। वहां पर ईसा मसीह के द्वारा ख्रीस्तयाग मिस्सा की स्थापना तथा प्रेम का सबसे बड़ा प्रमाण शिष्यों के पैर धोकर दियें। हमारी सक्रिय सहभागिता, हमारी मुक्ति, प्रेम की अनुभूति पूर्ण जीवन को उजागर करती है। उन आदर्श को ही अपने जीवन में लागू करना है। आज के दिन ही हमारे प्रभु ईसा मसीह इस धरती पर अंतिम पास्का भोज करते हैं। इसे हम अंतिम ब्यारी के रूप में जानते है। गुरू-प्रभु होकर अपने शिष्यों के पैर धोते हैं। आज के दिन तीन संस्कार बपतिस्मा संस्कार,परम-प्रसाद संस्कार और पुरोहिताई संस्कार की स्थापना करते हैं। पुण्य वृहस्पतिवार को प्रेम-दिवस के रूप में अपना शरीर को आध्यात्मिक भोजन के लिए देते हैं। हम प्रभु को अपने जीवन में ग्रहण करते हैं। प्रभु हमस ब से यहीं चाहते हैं कि मानव मानव को प्यार,सेवा,क्षमा, दया करें तथा अपने जीवन में इन सब मूल्यों को स्वीकार कर आगे बढ़ें। पवित्र शुक्रवार को ईसा मसीह को सलीब पर चढ़ाकर मार डाला जाता है। पवित्र शुक्रवार को ‘येसु ने अपना खून बहाकर मुझे बचा लिया । सलीब पर चढ़े प्रभु येसु ख्रीस्त ने सलीब पर लटकाने वालों को कहते हैं पिता परमेश्वर इनको माफ कर देना कि ये नहीं जानते कि क्या कर रहे हैं। यह अति पराकाष्ठा का समय है। जो सलीब पर टंगने के बाद भी प्यार-मोहब्बत और क्षमा की ही बात करता है। पवित्र शनिवार को सलीब पर लटकने वाले प्रभु येसु ख्रीस्त मृतकों में जी उठते हैं। कोरोना काल के कारण ईसाई समुदाय दुखभोग काल में चर्च के बदले घर में ही कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण देख पाएंगे। इस समय संपूर्ण लाॅकडाउन है। मृतकों की संख्या लगाता बढ़ती ही जा रही है। इस समय घर पर ही रहना है। पटना महाधर्मप्रांत, बेतिया धर्मप्रांत, आसनसोल धर्मप्रांत के साथ अन्य धर्मप्रांतों में समारोह का सीधा प्रसारण किया जा रहा है। पटना महाधर्मप्रांत के द्वारा 9 अप्रैल (पुण्य बृहस्पतिवार),प्रभु के भोज का आयोजनः संध्या 6ः00 बजे से पवित्र युखरिस्त की आराधनाः संध्या 7ः30-8ः30 तक किया गया गया है। 10 अप्रैल (पुण्य शुक्रवार),क्रूस रास्ताः संध्या 3ः00 बजे,पुण्य शुक्रवार की धर्मविधिः संध्या 4ः00 बजे तक किया गया है। 11 अप्रैल, पुण्य शनिवार,पास्का जागरणः रात्रि 10.00 बजे, 12 अप्रैल (पास्का रविवार) और पास्का रविवार का मिस्साः सुबह 7.30 बजे।मुख्य समारोही पुरोहितःआर्चबिशप विलियम डिसूजा, येसु समाजी होंगे। https://youtu.be/wPd-6dVEQbY पर देखा जा सकता है।
बेतिया धर्मप्रांत में सीधा प्रसारण
09 अप्रैल (पुण्य वृहस्पतिवार) .प्रभु के भोज का आयोजन संध्या 5ः 00 से। .पवित्र यूख्रीस्त की आराधना संध्या 6ः30-7ः30 बजे तक।10 अप्रैल ( पुण्य शुक्रवार ) को .क्रूस रास्ता संध्या 3ः 00 बजे से। .पुण्य शुक्रवार की धर्मविधि संध्या 4ः00 बजे से। 11 अप्रैल (पुण्य शनिवार ) . पास्का जागरण रात्रि 9ः00 बजे से। 12 अप्रैल (पास्का रविवार ) .पास्का रविवार का मिस्सा सुबह 7ः00 बजे से।.मुख्य समारोही पुरोहित धर्माध्यक्ष पीटर सेवास्टियन गोबियस हैं। You Tube Channel-“BETTIAH DARPAN” पर सुबह सात बजे से सीधा प्रसारण होगा।
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