पूरे देश के साथ-साथ जमशेदपुर के लोग भी कोरोना वायरस को लेकर दहशत में हैं. इसका जीता जागता उदाहरण जमशेदपुर के सीतारामडेरा क्षेत्र में देखने को मिला जहां रोड पर नोटों का बंडल गिरा पड़ा था लेकिन किसी ने भी नोटों को छूने की जहमत नहीं उठाई.
जमशेदपुर (आर्यावर्त संवाददाता) सिदगोड़ा से लेकर भुइयांडीह तक सौ-सो के कई नोट सड़क पर मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गयी. सड़क पर पड़े नोटों को कोरोना फैलाने की साजिश के रूप में देखा जाने लगा. सारे नोटों को लोगों ने सड़क से गुजरते वक़्त देखा लेकिन कोई डर से उठाने को तैयार नहीं था. दरअसल, सिदगोड़ा से भुइयांडीह तक सड़क पर एक व्यापारी के सौ-सौ रुपये के कई नोट गिर गए थे. उसमें कुल दस हजार रुपये थे. सभी नोटों को लोगों ने सड़क से गुजरते वक्त देखा लेकिन हाल में कुछ लोगों के नोटों के जरिए वायरस फैलाने की उड़ी अफवाहों के कारण किसी ने भी पैसे को हाथ नहीं लगाया. ,वहीं स्थानीय लोगों की सूचना पाकर सीतारामडेरा पुलिस पहुंची. पुलिस टीम ने नोटों को बरामद किया. इस बीच नोटों का बंडल जिसका था वह खुद आ गया. पैसै मेडिकल दुकान के संचालक मोहन अग्रवाल के थे. वह सिदगोड़ा थाना क्षेत्र के विद्यापतिनगर का रहने वाला है. मोहन अग्रवाल ने बताया की वह अपने घर से 10 हजार रुपए लेकर भुइयांडीह अपने दवा दुकान के लिये चला था की रास्ते में नोटों का बंडल गिर गया. दुकान पहुंचने पर उन्हें पता चला की उनके कुछ रुपए रास्ते में गिर गए. जिसके बाद वह वापस उसी रास्ते से जाने लगा तो पुलिस के साथ उनकी मुलाकात हो गयी जिसके बाद पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद उक्त नोटों के बंडल को उन्हें लौटा दिया.
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