अरुण शाण्डिल्य (बेगूसराय) अब ऐसा लगता है कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी का एकछत्र साम्राज्य भारत मे स्थापित होने से कोई नहीं रोक सकता,अगर हमसभी भारतीय अभी भी खुदपर तो ध्यान दें ही साथ ही उन लोगों पर नजर बिछाए रहें जो नगर मुहल्ला में किसी अन्य जगहों से।आये हैं।भले।ही वो अपना ही पुत्र,पिता या कोई भी सगा-सम्बन्धी अथवा पड़ोसी ही क्यों न हो।जी अब जरा इस महामारी कोरोना के आंकड़ों पर नजर डालें तो यह आंकड़ा अब राजधानी दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र तक लगातार मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी जी करते जा रही है।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक हिंदुस्तान में अबतक का यह आंकड़ा 2992 पहुंच गया है।केंद्रीय मंत्रालय की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक कुल 1023 ऐसे पॉजिटिव मामले सामने आये हैं,जो व्यक्ति तब्लीगी जमात से जुड़े हुए हैं।यह आंकड़ा मात्र 23 प्रतिशत ही है,जो हिंदुस्तान के 17 अलग-अलग राज्यों में उपस्थित हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि इस बीमारी से अब तक भारत में 68 लोगों की मौत हुई है।पिछले 24 घंटे में भारत में 601 कोरोना से संक्रमित मरीज पाए गए हैं और 12 लोगों की मौत भी हो चुकी है।उन्होंने आगे बताया कि तकरीबन 31 हजार डॉक्टर्स मरीजों की देखभाल में लगे हुए हैं,मंत्रालय ने बताया कि भारत के 17 राज्यों में तब्लीगी जमात के लोग पहुंचे हैं।तमिलनाडु,दिल्ली,राजस्थान,आसाम,कर्नाटक,हरियाणा,जम्मू एंड कश्मीर,बिहार,झारखण्ड आदि जगहों पर पहुँचे हैं। गृह मंत्रालय की ओर से प्रवक्ता पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि मंत्रालय लगातार इन सबों पर अपनी नजर बनाये हुए है।लॉक डाउन को सख्ती के साथ लागू करने के लिए राज्य सरकार से बात भी लागातार की जा रही है।इसे सख्ती के साथ लागू करने से कोरोना के बढ़ते हुए चेनों को तोड़ा जा सकता है।उन्होंने आगे बताया कि तब्लीगी जमात से जुड़े 22 हजार वर्करों को क्वारंटाइन किया गया है।जिन्हें देश के विभिन्न राज्यों में रखा गया है।अब सवाल उठता है कि हम अपने आस-पड़ोस पर ध्यान नहीं देंगे तो सरकार कितना कर सकेगी।सरकार भी हाथ पर हाथ धरकर बैठे हुए नहीं है,और फिर देश के प्रति हमसबों का भी कुछ उत्तरदायित्व बनाता है या नहीं।
शनिवार, 4 अप्रैल 2020
अब भारत में भी बढ़ने लगा है कोरोना का कहर।
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