अरुण शाण्डिल्य (बेगूसराय) जिले में कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की पहचान के लिए घर घर जाकर सर्वे कार्य करने हेतु जिले में तेजी से सभी कर्मचारी अपने अपने आलाकमान के निर्देशानुसार करने में जुट गए हैं।हालांकि कुछ जगहों पर लोग आनाकानी व छुपने का प्रयास कर सर्वे चेन को धत्ता बताने का प्रयास कर रहे हैं।इस जानकारी के बाद डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने जिलेवासियों से सहयोग करने की अपील की है।उन्होंने कहा है कि जनहित के इस कार्य में किसी प्रकार का मन में भ्रम नहीं पालेंं।सर्वे कार्य के दूसरे दिन क्षेत्र से फीडबैक आने के बाद शुुुक्रवार को श्री वर्मा ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की पहचान के लिए एक एक घर जा जा कर सर्वे की जा रही है।सर्वे में सभी लोग अपना अपना सहयोग दें और सर्वे में पूछे जाने वाले सवालों का सही सही जवाब दें। उन्होंने कहा कि गुरुवार को सर्वे के प्रथम दिन जिले के लगभग 20 जगहों पर कई परिवार ने सर्वे में भाग लेने से इंकार कर दिया,जो सर्वथा अनुचित है।सर्वे के संबंध में भ्रामक राय नहीं बनाएं और अफवाहों का हिस्सा नहीं बने।
सर्वे के दौरान 88 लोग जांच के लिए चिन्हित
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के निर्देश के आलोक में उक्त कार्य करवाये जा रहे है।इस सर्वे में जिले के प्रत्येक व्यक्ति की भागीदारी अहम है,क्योंकि कोरोना वायरस से प्रभावित यदि एक भी व्यक्ति बिना इलाज के समाज में मौजूद रहेंगे तो वह स्वयं के साथ-साथ अपने संपर्क के सभी लोगों के लिए खतरा बने रहेंगे।इसलिए कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए उसके चेन को तोड़ना जरूरी है।सर्वे के प्रथम दिन जिले के कुल 73198 घरों में 366345 व्यक्तियों के स्वास्थ्य की जाँच की गई,जिसमें से विभिन्न प्रखंडों के 88 व्यक्तियों को जाँच हेतु चयनित किया गया।ज्ञात हो कि 16 से 23 अप्रैल तक चलने वाले सर्वे में जिले के लगभग 6 लाख घरों में जाँच कार्य किया जाना है।इस दौरान किसी व्यक्ति में कोरोना से संबंधित लक्षण पाए जाते हैं तो उसे प्रखंड स्तर पर बने क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखकर उनकी स्वास्थ्य निगरानी की जाएगी।गंभीर होने पर जिला स्तरीय चिकित्सक टीम द्वारा सैंपल लेकर उसे जाँच के लिए पटना भेजा जाएगा।रिपोर्ट पॉजिटिव होने की स्थिति में उसे आइसोलेशन सेंटर में भर्ती कर इलाज किया जायगा।
अधिकारियों के साथ समीक्षा कर दिया आवश्यक निर्देश
इससे पूर्व दैनिक समीक्षा के दौरान डीएम ने स्वास्थ्य विभाग,विश्व स्वास्थ्य संगठन,यूनिसेफ एवं पीरामल फाउंडेशन के पदाधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सर्वे के दौरान यदि किसी क्षेत्र में समस्या आती है या किसी व्यक्ति द्वारा सहयोग नहीं किया जाता है तो अविलम्ब सूचित करें।ताकि तवारीग कार्यवाही कर समस्या का निदान किया जा सके।उन्होंने उप विकास आयुक्त को सर्वे प्रक्रिया के समग्र अनुश्रवण करने का निर्देश दिया तथा संबंधित पदाधिकारियों को कहा कि यदि किसी परिवार द्वारा सर्वे में भाग लेने से मना किया जाता है तो ऐसी स्थिति में स्थानीय जनप्रतिनिधियों वार्ड, मुखिया,सामाजिक कार्यकर्ता से भी सहयोग लिया जाए।इसी क्रम में उन्होंने सिविल सर्जन से सदर अस्पताल, अनुमंडल अस्पताल में पुनः प्रारंभ होने वाली विभिन्न चिकित्सा सेवा संबंधी तैयारियों के संबंध में जानकारी प्राप्त की।साथ ही जरूरतमंद रोगियों की सेवा देने के दौरान अस्पताल में सोशल डिस्टेंस अनुपालन की व्यवस्था करने का निर्देश भी दिया है।
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