जमशेदपुर के चाकूलिया में शव को ठेले से ले जाने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है. मामले को गलत बताते हुए बहरागोड़ा विधायक ने इसे साजिश बताया है. उनका कहना है कि झारखंड सरकार को बदनाम करने की कोशिश की गई है. वे इस मामले पर से जल्द ही पर्दा उठाएंगे.
जमशेदपुर (आर्यावर्त संवाददाता) चाकूलिया में तीन दिन पहले ठेले से शव ले जाने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है. इस मामले को बहारागोड़ा के विधायक समीर महंती ने राजनीतिक साजिश बताया है. उन्होंने जमशेदपुर मेंआर्यावर्त संवाददाता को एक मुलाकात मे बातचीत करते हुए कहा है कि चाकूलिया में एक व्यक्ति के शव को हाथ ठेले से ले जाना एक षडयंत्र था. विधायक ने कहा कि एक साजिश के तहत मुझे और झारखंड सरकार को बदनाम करने की कोशिश की गई है. विधायक समीर महंती ने कहा है कि अभी लोग डाक्टरों को भगवान का दर्जा दे रहे हैं. इस वक्त का इस प्रकार का घृणित कार्य किया जाना निश्चय ही निंदनीय है. उन्होंने कहा कि वे इस मामले पर से जल्द ही पर्दा उठाएंगे. मालूम हो कि पूर्वी सिंहभूम जिले में घाटशिला अनुमंडल के बहारागोड़ा प्रखंड के राजलाबांध गांव की बुजुर्ग सुजाता पाल की मौत हो गयी थी. लोग दाह संस्कार की तैयारी कर रहे थे. इसी बीच प्रशासन ने परिवार को दाह संस्कार करने से रोका और कोरोना जांच के लिए सैंपल ले गए, लेकिन प्रशासन ने शव को न तो अपने वाहन से सीएचसी पहुंचाया और न ही पीएचसी में उपलब्ध 108 वाहन से ही शव को लाया गया. उसके बाद गांव वालों ने चंदा करके वृद्ध महिला के शव को ठेले पर लादकर उसे बहारागोड़ा सीएचसी तक पहुंचाया.
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