अरुण शाण्डिल्य (बेगूसराय) आज इस कोरोना वायरस से पूरे भारत में चल रहे लॉक डाउन जैसी स्थितियों में छौड़ाही के आम जनता को भूखे रहने की नोबत आ पड़ी है।जी हाँ लाल कार्डधारी लाभुकों को डीलर ने वापस लौटाया।जबकि सरकार द्वारा आदेश निर्गत होने के बावजूद भी नया कार्ड लाने को डीलरों ने कहा।जबकि पूरे भारत में चल रहे लॉक डाउन में गरीबों को समय पर राशन मुहैया कराने की जिम्मेवारी जन वितरण प्रणाली के दुकानदार को दी जा रही है।लेकिन डीलर नियम कायदे से राशन का वितरण भी कर रहे हैं।अधिकारियों की लापरवाही के कारण सैकड़ों उपभोक्ता राशन से वंचित हो भूखे पेट बाल बच्चों के साथ सोने को विवश हो गए हैं।सबसे गंभीर स्थिति सिहमा पंचायत की हो गई है। मुखिया पवन कुमार साह बताते हैं कि लॉक डाउन का सख्ती से पालन कर गांव के सभी मोहल्ले में सड़क पर लोगों की आवाजाही एकदम बंद कर दी गई है। सब व्यवस्था होने के बावजूद भी लाल कार्ड धारी अंत्योदय योजना के लाभुकों को बहुत ही परेशानी का सामना करना पर रहा है। लाभुक जब कार्ड लेकर राशन लेने जाते हैं तो डीलर स्पष्ट रूप से कहते हैं कि नया कार्ड लाइए तब आपको राशन मिलेगा।वही सिहमा पंचायत के मुखिया पवन कुमार साह ने बताया कि अधिकांश लाल कार्ड धारी,अंत्योदय योजना के लाभार्थियों को नया कार्ड नहीं दिया गया है।डीलर भी नियम की बात करते है।जब इस संबंध में एम ओ से बात करने पर उन्होंने बताया कि डीलर को निर्देश दे दिए है।सभी को अनाज मिलेगा लेकिन डीलर अधिकारियों के लिखित आदेश पर ही राशन देने की बात कर रहे हैं।ऐसे में मुखिया का कहना है कि मोहम्मद कलीम,रामसुंदर दास,मोहम्मद शमी समेत दर्जनों उपभोक्ता हमारे दरवाजे पर बैठे हुए हैं मैं क्या करूं।क्योंकि उनका पूरा परिवार दो से दस दिनों तक भूखा था।राशन मिलेगा तब तो भोजन करेंगे। इस संदर्भ में बात करेें तो छौड़ाही के प्रभारी ने बताया कि मामला संज्ञान में आ चुका है जल्द ही व्यवस्था कर रहे हैं।अब आगे आ होगा येे तो वक़्त ही बताएगा।
शुक्रवार, 3 अप्रैल 2020
बिहार : लालकार्डधारी को डीलर ने वापस लौटाया,गरीब जनता भूखों मरने के कगार पर
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