बिहार के मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, चैकसी बरतने की अपील.
पटना 1 अप्रैल, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने आज प्रेस बयान जारी करके कहा है कि संघियों और भाजपाइयों पर भरोसा करना बिलकुल गलत होगा. हमने सोचा था कि कोरोना और लाॅकडाउन से उत्पन्न विषम परिस्थितियों में सब मिलजुलकर काम करेंगे, लेकिन उन्होंने अपना गंदा खेल ऐसे समय में भी शुरू कर दिया है. इसलिए बिहारवासियों को रामनवमी में सावधान रहने व चैकसी बरतने की आवश्यकता है. इस संदर्भ में माले राज्य सचिव ने बिहार के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर चैकसी बरतने की अपील की है. कहा कि दिल्ली में मुस्लिम धार्मिक संस्था तबलीगी जमात के अंतर्राष्ट्रीय आयोजन का बहाना बनाकर संघ, भाजपा व मीडिया का एक हिस्सा मुसलमानों के खिलाफ मिथ्या प्रचार में उतर गया है. यह झूठ फैलाया जा रहा है कि कोरोना को फैलाने के लिए यह जमात जुटी थी. तथ्य गवाही देता है कि 22 मार्च के जनता कफ्र्यू, 23 मार्च को दिल्ली सरकार द्वारा लाकडाउन और फिर 24 मार्च को देशव्यापी लाॅकडाउन की वजह से जगह-जगह बड़ी संख्या में लोग फंस गए. तबलीग ने अपनी ओर से 25 मार्च और फिर 27 मार्च को इसकी सूचना भी पुलिस को दी. न केवल तबलीगी जमात व अन्य श्रद्धालु भी जगह-जगह फंसे. बावजूद, दिल्ली मसले को मुस्लिमों के खिलाफ व्यापक प्रचार का हथियार बनाया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि रामनवमी के अवसर पर सांप्रदायिक उन्माद की घटनायें बिहार के लिए अब कोई नई बात नहीं रह गई है. विगत कुछ सालों में ऐसी वीभत्स घटनाओं को घटते हमने देखा है. इस बार उम्मीद थी कि ऐसा नहीं होगा, लेकिन दिल्ली की घटना के बाद अब ऐसा विश्वास करना मुश्किल हो रहा है. संभव है कि इस अत्यंत विषम परिस्थिति में भी दिल्ली घटना को ही लेकर मुस्लिमों के खिलाफ कोई दंगा-फसाद आरंभ कर दिया जाए. इसलिए, उन्होंने बिहार सरकार से मांग की है कि इसपर विशेष निगाह रखी जाए और प्रशासन को भी इसके लिए उपर से नीचे तक सचेत कर दिया जाए. बिहार की जनता का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि हमें न केवल कोरोना के वायरस को बल्कि इस सांप्रदायिक जहर के वायरस को भी मार भगाना होगा. अभी यदि इस प्रकार की कोई घटना घटती है, तो फिर समस्या और जटिल ही होगी.
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