- निरीक्षण के दौरान हर केंद्र पर दोपहर का ही भोजन बनाया गया था जबकि रात्रि कालीन का भोजन नहीं बना था
- इसकी रिपोर्ट जिला उपायुक्त एवं मुख्यमंत्री को सौपी जाएगी
- उच्च स्तरीय जांच होने पर मुख्यमंत्री दीदी किचेन घोटाला का उजागर हो सकता है
जमशेदपुर (आर्यावर्त संवाददाता) पंचायत प्रतिनिधियों ने जमशेदपुर प्रखंड के 55 पंचायतों में कोरोना वायरस लाॅक डाउन को लेकर मुख्यमंत्री दीदी किचेन सखी मंडल द्वारा संचालित आज कुल 20 केंद्रों का जिला कार्यक्रम प्रबंधक जेबीयार एक्का को लिखित आवेदन देकर निरिक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान पंचायत के महिला समिति के लोगों ने कहा कि चावल एवं सब्जी के अलावा कुछ सामग्री अभी तक नहीं मिला है। दाल जलावन का लकड़ी भी अभी तक मुहैया नहीं कराया गया है। वही पंचायत के स्थानीय लोगों ने कहा कि भोजन की गुणवत्ता की कमी है। चावल 10 से 20 किलो तक का ही भोजन दोपहर में बनाया जा रहा है।एक पंचायत का बना हुआ भोजन दूसरे पंचायत में पहुंचाया जा रहा है। सेंटर के नाम पर पैसा की निकासी कर सेंटर को भी संचालित नहीं किया जा रहा है। सारी बातों से अवगत होकर पंचायत प्रतिनिधियों ने पाया कि मुख्यमंत्री दीदी किचेन सखी मंडल द्वारा हर पंचायतों में केवल दोपहर में ही भोजन बनाया जा रहा है जबकि नियमानुसार रात्रि पाली में भी भोजन बनाकर जरुरतमंद को खिलाना है। वही प्रतिदिन 30 किलो चावल के बदले मात्र 10 से 20 प्रति किलो चावल का भोजन बनाया जा रहा है। इसके अलावे भात के साथ दाल भी नहीं बन रहा है, जबकि नियमानुसार 3 किलो दाल प्रतिदिन बनाना है। वही जलावन का लकड़ी भी नहीं है। इसके अलावे केंद्रों में किसी भी पदाधिकारियों के द्वारा निरीक्षण नहीं करना, सरकार का गाइडलाइन केंद्रों पर नहीं मुहैया करवाना, सोशल डिस्टेंस की भी कमी, लाभुको द्वारा मास्क नहीं पहनना ऐसी कई सारी त्रुटियां पाई गई है। इन सारी चीजों की सूचना जिला उपायुक्त सहित मुख्यमंत्री को दी जाएगी। इसकी उच्च स्तरीय जांच करने पर मुख्यमंत्री दीदी किचेन घोटाला भी उजागर हो सकता है। निरीक्षण टीम में ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर कौशल कुमार, ब्लॉक कोऑर्डिनेटर सुषमा कुमारी ,पंसस जितेंदर यादव, द्रोपदी मुंडा, बबीता करूवा, मुखिया मोनिका हेमब्रम, उप मुखिया सुनील गुप्ता, समाजसेवी अजीत सिन्हा, सोमनाथ चटर्जी शामिल थे।
मुख्यमंत्री दीदी किचेन योजना क्या है
कोऱोना वायरस की महामारी को ध्यान में रखते हुए ग्राम स्तर पर सभी असहाय, बेसहारा, बीमार,विधवा, दिव्यांग एवं जो अपना खाना स्वय नहीं बना सकते हैं, वैसे लोगों को भोजन सुनिश्चित कराने हेतु ग्राम स्तर पर मुख्यमंत्री दीदी किचेन स्थापित किया गया है। लॉक डाउन अवधि में मुख्यमंत्री दीदी किचेन से सखी मंडल के परिवार के साथ अन्य स्थानीय जरुरतमंदो को लाभ देने की योजना है।
कैसे हुई शुभाराम्भ
ग्रामीण विकास विभाग के अधीन झारखंड स्टेट लाईवलीहुड प्रोमोशन सोसाइटी के माध्यम से राष्ट्रीय आजीविका मिशन में गठित सखी मंडल के सहयोग से मुख्यमंत्री दीदी किचेन का शुभाराम्भ किया गया है।
जारी राशि का विवरण
प्रत्येक मुख्यमंत्री दीदी किचेन को 15 दिनों के लिए ₹20000 की राशि जारी कर दिया गया है। पंचायत में ज़रूरत पड़ने पर अवधि को 15 दिनों तक और बढ़ाई जा रही है। इस तरह 30 दिनों के लिए कुल 39,900 रुपया की राशि निर्गत की गई है।
खाना का विवरण
मुख्यमंत्री दीदी किचेन के अंतर्गत प्रतिदिन दोपहर एवं रात के भोजन में लगभग 70 से 100 व्यक्ति हेतू प्रत्येक दीदी किचेन का वित्तीय अनुमानित
1) चावल 30 किलो प्रतिदिन --- ₹30 प्रति किलो --- 27,000 (अनुमानित राशि 30 दिन की)
2) दाल 3 किलो/सब्जी----₹90 प्रति किलो-----8100
3) नमक, जलावन, मसाला इत्यादि-----₹160 प्रति किलो-----4800
कुल:- 39,900 रुपया
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