पटना,09 अप्रैल। संपूर्ण लाॅकडाउन की धज्जियां उड़ायी जा रही है। केन्द्र और राज्य सरकार के द्वारा जनधन खाता में राशि डाली गयी है। तो पैसा निकालने में खाताधारी परेशान हो गये है। वह न सोशल डिस्टेंसिंग को पालन करना चाहते हैं केवल गरीबी का रोना रोकर जल्द से जल्द पैसा लेना चाहते हैं। यह बानगी बांसकोठी के सामने इलाहाबाद बैंक के द्वारा काउंटर खोलकर खाताधारियों को पैसा दिया जा रहा है। खुद चित्र देेेखकर समझ लेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सचिव सूचना एवं जन-सम्पर्क अनुपम कुमार, सचिव स्वास्थ्य संजीव कुमार हंस,सचिव स्वास्थ्य लोकेश कुमार सिंह एवं आपदा प्रबंधन विभाग के नोडल पदाधिकारी संजय सिंह ने कोरोना संक्रमण की रोकधाम को लेकर किये जा रहे कार्यों की अघतन जानकारी बुधवार को दी। सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि अब तक कोरोना संक्रमण के 4,699 मामलों की जांच की गयी है,जिसमें 38 कोरोना के पाॅजिटिव मरीज पाये गये है और 15 लोग कोरोना संक्रमण से स्वस्थ होकर घर लौटे हैं। 4 संस्थानों- पी0एम0सी0एच0,डी0एम0सी0एच0, आर0एम0 आर0आई और आई0जी0आई0एम0एस0 में कोरोना जांच की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि लाॅकडाउन के कारण उपजी परिस्थिति में लोगों को राहत देने के लिये सरकार ने कई कदम उठाये हैं, जिसमें राज्य के सभी राशन कार्डधारी परिवारों को एक हजार रूपये की राशि प्रति परिवार उनके खाते में डी0बी0टी0 के माध्यम से अंतरित की जा रही है। वर्ग 1 से 12 के सभी छात्र/छात्राओं को देय छात्रवृति 31 मार्च 2020 तक उनके खाते में भेज दी गयी है। सभी चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यकर्मियों को एक माह के मूल वेतन के समतुल्य प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। मार्च महीने के असामयिक वर्षा/ओलावृष्टि से हुयी फसल क्षति के भुगतान के लिये 518.42 करोड़ रूपये स्वीकृति किये गये, जिसे प्रभावित किसानों के खाते में कृषि इनपुट अनुदान के रूप में सीधे अंतरित की जा रही है।
सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि बिहार के लोग जो बाहर फंसे हुये हैं,शुरूआती दौर में 3 हजार से अधिक लोगों ने मुख्यमंत्री सचिवालय,आपदा प्रबंधन विभाग एवं बिहार भवन के स्थानिक आयुक्त के कार्यालय में फोन कर अपनी समस्यायें बतायीं थीं। उस फोन पर अधिकारियों ने बात कर लोगों से फीडबैक प्राप्त किया और उसके आधार पर लोगों की समस्यायें जानी गयी। अब तक 35 हजार से अधिक काॅल प्राप्त हुये हैं। उनसे फीडबैक लेकर उनकी परेशानियों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। लाॅकडाउन के कारण बिहार के जो लोग बिहार के बाहर अन्य राज्यों में फंसे हुये हैं, उन्हें प्रति व्यक्ति एक हजार रूपये की राशि विशेष सहायता के रूप में मुख्यमंत्री राहत कोष से मुख्यमंत्री विशेष सहायता अन्तर्गत 1,000 रूपये की दर से अब तक 1 लाख 74 हजार राज्य के बाहर रहे बिहार के लोगों के खाते में राशि अंतरित कर दी गयी है। अब तक 4 लाख 63 हजार आवेदन प्राप्त हुये है, जरूरतमंदों के और आवेदन अभी प्राप्त हो रहे हैं। प्राप्त आवेदनों का शीघ्र निष्पादन कर राशि अंतरित की जा रही है। उन्होंने कहा कि कि राज्य के अंदर 149 आपदा राहत केन्द्र चलाये जा रहे हैं, जिसमें 17 हजार लोगों भोजन इत्यादि की सुविधा प्राप्त हो रही है। राज्य के जिलों के पंचायत स्तर के स्कूलों में 3,278 क्वारंटाइन सेंटर पर 31,996 लोग रह रहे हैं। बिहार फाउण्डेशन के माध्यम से देश के 11 शहरों में 38 राहत केन्द्र भी चलाये जा रहे हैं, जिन्हें भोजन, राशन सामग्री दी जा रही है। अब तक 3 लाख 17 हजार 731 लोगों को सुविधा मिल चुकी है। उन्होंने बताया कि सरकार की परिस्थितियों पर पैनी नजर है। सभी बिंदुओं पर नजर रखी जा रही है और मुख्यमंत्री के स्तर पर प्रतिदिन गहन समीक्षा की जाती है। सरकार हर स्तर पर मदद कर रही है। लाॅकडाउन के दौरान किसी प्रकार की क्राइसिस उत्पन्न नहीं होने दी जायेगी। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। संकट की इस घड़ी में बिहार सरकार आप सभी के साथ है। स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजीव हंस ने बताया कि राज्य में अब तक कुल 38 कोरोना के पाॅजिटिव मरीज मिल है। ये 11 जिले से संबंधित हैं। अब तक 15 लोग कोरोना संक्रमण से स्वस्थ होकर घर लौटे हैं और एक कोरोना संक्रमित मरीज की मृत्यु हुयी है। आज 465 सैंपल की टेस्टिंग रिपोर्ट आनी है। राज्य के तीन अस्पतालों- एन0एम0सी0एच0 पटनाख् ए0एन0एम0सी0एच0 गया, भागलपुर के जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविघालय को कोविड अस्पताल के रूप में चिन्हित किया गया है। राज्य के विभिन्न जिलों में 286 क्वारंटाइन सेंटर के रूप में चिन्हित किये हैं, जिसमें होटल सहित अन्य स्थल भी शामिल हैं। 18-20 मार्च से राज्य में बाहर से आने वाले 3,056 लोगों की सूची प्राप्त हुयी है, जिसमें 2,214 व्यक्ति राज्य में आये हैं। उन सबकी सैंपल लेकर जांच करायी जा रही हैं और उनकी जांच की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने चिकित्सकीय सामग्रियों के संबंध में जानकारी देते हुये बताया कि अभी स्टाॅक में 30 हजार पी0पी0ई0 किट्स उपलब्ध हैं और 24 घंटे के अंदर 6 हजार और प्राप्त हो जायेंगे। थ्री प्लाई मास्क अभी 2 लाख 70 हजार हैं और 24 घंटे के अंदर 1 लाख और प्राप्त हो जायेंगे। एन095 मास्क 60 हजार उपलब्ध हैं और 16 हजार आज उपलब्ध हो जायेंगे। 30,638 सेनिटाइजर उपलब्ध हैं। 3595 बी0टी0एम0 उपलब्ध है, 1500 आर0एन0ए0 एक्सट््रैक्शन कीट उपलब्ध है और 1,000 आज उपलब्ध हो जायेंगे।
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