लॉकडाउन में स्वास्थ्य विभाग के साथ प्रशासनिक जिम्मेदारियां बढ़ी हैं. सीधे तौर पर डॉक्टर जहां अस्पताल में इलाज कर रहे हैं, वहीं सड़कों पर 24 घंटे पुलिस रहकर बेहतर काम कर रही है. जमशेदपुर के सिटी एसपी ने इस संवाददाता को बात चीत के दौरान कही
जमशेदपुर (आर्यावर्त संवाददाता) : कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन में डॉक्टर और पुलिस 24 घंटे ड्यूटी में लगे हुए हैं. एक तरफ मेडिकल की टीम जिंदगी बचाने की कोशिश में है. वहीं दूसरी तरफ लोगों को कोरोना से बचने के लिए लॉकडाउन और डिस्टेंस का पालन करने के लिए सड़क पर रहकर जनता को समझा रही उनसे अपील कर रही है. वर्तमान हालात में पुलिस के लिए कितनी बड़ी चुनौती है इस मुद्दे पर जमशेदपुर के सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट से बातचीत की आर्यावर्त संवाददाता प्रमोद कुमार झा ने. वर्तमान में यह एक बड़ी चुनौती'कोरोना को लेकर लॉकडाउन में स्वास्थ्य विभाग के साथ प्रशासनिक जिम्मेदारियां बढ़ी हैं. सीधे तौर पर डॉक्टर जहां अस्पताल में इलाज कर रहे हैं, वहीं सड़कों पर 24 घंटे पुलिस रहकर बेहतर काम कर रही है. जमशेदपुर के सिटी एसपी ने आर्यावर्त संवाददाता से खास बातचीत के दौरान अपनी बातों को रखते हुए बताया कि अपराधी किसी व्यक्ति को नुकसान पहुंचाता है. जबकि कोरोना वायरस कम्युनिटी को. एसपी ने कहा कि अपराधी की पहचान होती है, लेकिन वायरस में ऐसा नहीं है. वर्तमान में यह एक बड़ी चुनौती है. उन्होंने बताया है कि पुलिसकर्मी 24 घंटे ड्यूटी में हैं. चेक पोस्ट पर सख्ती के साथ वाहनों और अन्य आने जाने वालों की जांच की जा रही है. उद्देश्य है कि आम जनता को घरों से बाहर न निकलने देना.
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