जरूरतमंदों को लॉकडाउन के अंतिम दिन तक खिलाएंगे खाना दीनदयाल रसोई में नहीं आने दी जाएगी सामग्री की कोई कमी, शहर के किराना दुकानदारों से विधायक सुदेश राय ने की मुलाकात
विधायक सुदेश राय ने किया बस स्टेंड पहुंचकर रेन बसेरा का निरीक्षण
सीहोर। विधायक सुदेश राय ने मंगलवार को बस स्टेंड स्थित रेन बसेरा में संचालित पंडित दीनदयाल रसोई योजना के द्वारा गरीबों मजदूरों को वितरण किए जा रहे भोजन व्यवस्था का निरीक्षण किया। विधायक श्री राय ने रसोई योजना के संचालक प्रदीप शर्मा से भंडार में उपलब्ध भोजन सामग्री की जानकारी प्राप्त की। जरूरतमंदों को वितरण किए जा रहे भोजन की गुणवत्ता को भी विधायक श्री राय ने देखा। उन्होने कहा की शहर के जरूरतमंदों को लॉकडाउन के अंतिम दिन तक भोजना उपलब्ध कराया जाएगा। पंडित दीनदयाल रसोई योजना में किसी तरह की कमी नहीं आने दी जाएगी। दीनदयाल रसोई संचालक श्री शर्मा ने बताया की विधायक श्री राय के द्वारा बीते दिनों से भोजन पकाने के लिए खाद्यतेल और गैस सिलेंडर सहित अन्य सामग्री की व्यवस्था कराई जा रहीं है प्रतिदिन चार से छ: हजार भोजन के पेकेटों का वितरण शहर में नगर पालिका परिषद के कर्मचारियों के सहयोग से चार पहिया वाहन के माध्यम से किया जा रहा है। विधायक श्री राय के द्वारा दीन दयाल रसोई को महत्वपूर्ण सहयोग दिया जा रहा है निरीक्षण के दौरान उन्होने अन्य भोजन सामग्री भी भरपूर उपलब्ध कराने का आश्वासन गरीबों मजदूरों जरूरतमंदों के हित में दिया है। इधर शहर के बाजारों में मास्क और सेनिटाईजर के साथ विधायक सुदेश राय और भाजपा जिला प्रवक्ता राजकुमार गुप्ता ने किराना व्यापारियों से भी दुकानों पर पहुंचकर कोरोना महामारी के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा संचालित राहतकोष में आपातकालीन मदद करने और शहर के नागरिकों के हित में किसी भी सामग्री की कीमते नहीं बढ़ाने को लेकर चर्चा की। उन्होने कहा की दीनदयाल रसोई योजना में कोई भी नागरिक सहायता कर सकता है देश हित में हर नागरिक का यह कत्र्तव्य है। विधायक श्री राय ने इस दौरान आमजनों को भी मास्क लगाने और सेनिटाईजर से हाथ धोने के लिए प्रोत्साहित किया।
कलेक्टर पहुंचे इछावर, किया विभिन्न ग्रामों का निरीक्षण बिलकिसगंज में की स्थानीय लोगों से चर्चा
कलेक्टर श्री अजय गुप्ता ने मंगलवार को इछावर क्षेत्र के अमलाहा, दीवड़िया, छापरीताल्लुक, धामन्दा, ब्रिजिशनगर आदि ग्रामों का दौरा कर वहां रह रहे ग्रामवासियों से कोरोना वायरस से बचाव के संबंध में चर्चा की। साथ ही उन्होंने सभी को सोशल डिस्टेनसिंग की जानकारी देते हुए कोरोना वायरस से बचने की सलाह दी। उन्होंने क्षेत्र में भोजन व अन्य आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता के बारे में संबंधित अधिकारियों से जानकारी ली। इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि शासन के निर्देशों का पालन करते हुए जिला प्रशासन कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक सीहोर जिले में एक भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव होने का मामला नहीं पाया गया है। उन्होंने सभी से अपील की है कि कोरोना महामारी के खिलाफ सभी एकजुट होकर प्रशासन का साथ दें एवं शासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन करें। कलेक्टर ने बिलकिसगंज में ली स्थानीय लोगों की बैठक कलेक्टर श्री अजय गुप्ता ने बिलकिसगंज पहुंचकर स्थानीय लोगों की बैठक ली। बैठक के दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण से बचे रहने के लिए कलेक्टर ने लोगों से अपने घरों से बाहर न निकलने की अपील की है। शासन के निर्देशों का पालन किया जाए। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान यदि किसी व्यक्ति को भोजन आदि की परेशानी हो तो प्रशासन को अवगत कराएं। प्रशासन द्वारा हा संभव मदद की जाएगी। इस मौके पर विधायक इछावर श्री करण सिंह वर्मा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अरूण कुमार विश्वकर्मा, , अनुविभागीय अधिकारी प्रगति वर्मा सहित अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
जांच दल ने किया अनेक ग्रामों का निरीक्षण
कोरोना वायरस Covid - 19 के अंतर्गत जांच दल द्वारा प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में आइसोलेशन वार्ड का सपोर्टिव निरीक्षण किया गया। दल द्वारा ग्राम नीलबड़, श्यामपुरा, छायन खुर्द पगारिया हाट, पीथमपुरा में ग्रामीण क्षेत्र में होम क़वारन्टीन व्यक्तियों के स्वास्थ्य का फालोअप लिया तथा निरीक्षण उपरांत सेक्टर चिकित्साक सेक्टर सुपरवाइसर को फीडबेक दिया गया।
बाहर से आए हुए व्यक्तियों का किया जा रहा है स्वास्थ्य परीक्षण
नोवल कोरोना वायरस (COVID-19) संक्रमण बीमारी के रोकथाम एवं बचाव के लिए जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं एवं राज्य स्तर पर जारी किए गए दिशा निर्देशों का पालन पूर्ण गंभीरता से किए जा रहा है। जिले में 06 अप्रैल को 38 कार्यरत दलों द्वारा 227 गांव में कुल 2207 नागरिकों की जांच की गई। जिले में नोवल कोरोना वायरस की स्थिति के संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रभाकर तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि 06 अप्रैल 2020 की स्थिति में विदेश भ्रमण कर जिले में आए हुए यात्रियों की संख्या 202 है जिसमें से सभी यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है। इसी प्रकार 06 अप्रैल को अन्य राज्यों से आए हुए यात्रियों की संख्या 110 तथा कुल 2930 है जिनमें सभी का परीक्षण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 06 अप्रैल को अन्य जिलों से आए हुए यात्रियों की संख्या 1915 तथा कुल 16244 है जिनमें सभी का स्वास्थ्य परीक्षण हो चुका है। 06 अप्रैल को होम क्वारेंटाईन किए गए व्यक्तियों की संख्या 2025 है तथा कुल होम क्वारेंटाईन किए गए व्यक्तियों में कुल 19219 शामिल हैं। डॉ तिवारी ने बताया कि जांच के लिए कुल 40 सेंपल भेजे गए हैं। जिले में अब तक कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या संख्या शून्य है तथा कोरोना निगेटिव की संख्या 14 है। सीएमएचओ बताया कि विभाग द्वारा टेलीमेडिसिन मो.नंबर 07562-401259 जारी किया गया है जिसमें होम क्वारेंटाअर्न किए गए व्यक्ति व्हाटसएप, ऑडियो काल, वीडियो काल एवं zoom/skype के माध्यम से संपर्क कर चिकित्सीय सलाह ले सकते हैं। जिला स्तरीय कंट्रोल रूम नं. 9893635076 पर संपर्क कर नोवल कोरोना वायरस के संबंध में आवश्यक जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
गेंहू उपार्जन के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त
रबी उपार्जन वर्ष 2020-21 अन्तर्गत उप सचिव खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग मध्यप्रदेश शासन के आदेशानुसार कलेक्टर श्री अजय गुप्ता द्वारा पूर्व में जारी आदेश को निरस्त करते हुए समर्थन मूल्य पर गेंहू उपार्जन के लिए नोडल अधिकारी के रूप में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अरुण कुमार विश्वकर्मा (आईएएस)-9174875822 को नियुक्त किया गया है।
लाकडाउन के दौरान भोजन, आश्रय, चिकित्सीय समस्या हेतु हेल्प लाईन नंबर 15100 कर सकते हैं संपर्क
वर्तमान परिदृष्य में कोरोना कोविड -19 के संक्रमण एवं सम्पूर्ण देश में लाकडाउन की स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीहोर श्री राजवर्धन गुप्ता के मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में संबद्ध पैरालीगल वालेंटियर्स द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग व समन्वय से गरीब, जरूरतमंद, प्रवासी व असंगठित क्षेत्र के व्यक्तियों के हित में कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में माननीय उच्च न्यायालय द्वारा निर्देश प्राप्त हुए हैं कि जिला प्राधिकरण में संबद्ध पैरालीगल वालेंटियर्स जिला प्रषासन के सहयोग व समन्वय से कार्य करेगें। समाजसेवा के इस कार्य को करने के इच्छुक पैरालीगल वालेंटियर्स को कलेक्टर द्वारा पहचान पत्र/बैच प्रदत्त किये जायेगे जिससे वे अपने क्षेत्र में इस पुनीत कार्य को अधिक आसानी व सुगमतापूर्वक संपादित कर पायेंगे। जिले के किसी भी व्यक्ति को कोरोना संक्रमण एंव देश व्यापी लाकडाउन के चलते भोजन, आश्रय, चिकित्सीय व अन्य कोई भी समस्या है और प्रशासन व जिला प्राधिकरण के पैरालीगल वालेंटियर्स तक उनकी पहुंच नहीं हो पा रही है तो वे राष्ट्रीय विधिक सेवा हेल्प लाईन नंबर 15100 पर फोन कर अपनी समस्या बता सकते हैं, जिस पर उनकी समस्याओं का तत्काल प्रभाव से निराकरण किया जाएगा। अपनी स्वेच्छा से समाज सेवा हेतु इच्छुक ये पैरालीगल वालेंटियर्स माननीय सर्वोच्च्य न्यायालय से संबद्ध संस्था नालसा की आपदा पीड़ितों के लिए विधिक सेवा योजना के अंतर्गत जिला प्रशासन व स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग व समन्वय से जरूरतमंद व्यक्तियों को भोजन, आश्रय, चिकित्सीय, व अन्य सहायतों के साथ उन्हें इस वैश्विक महामारी से कैसे जीता जाये के संबंध में जागरूक करेगें।
स्टाफ नर्सों के लिये परिवहन, आवास एवं भोजन व्यवस्था
राज्य शासन ने कोरोना वायरस कोविड-19 के उपचार के लिये चिन्हित शासकीय तथा निजी चिकित्सालयों और चिकित्सा महाविद्यालयों में ड्यूटी पर कार्यरत स्टाफ नर्सों को लाने-ले-जाने के लिए परिवहन एवं आवासीय व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये है। संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन श्रीमती स्वाति मीणा नायक ने सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों से कहा है कि इस व्यवस्था के लिये मिशन के कोविड बजट में राशि आवंटित की गयी है।
कोविड-19 संक्रमण के फैलाव को नियंत्रित करने कर सकते हैं घरेलू कॉटन मास्क का उपयोग
नोवेल कोरोना वायरस कोविड-19 संक्रमण के फैलाव को नियंत्रित करने के लिए कॉटन मास्क के उपयोग के संबंध में स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी मुख्य चिकित्स एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। भारत सरकार के कार्यालय प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकारी द्वारा जारी मेन्यूवल के अनुसार कॉटन मास्क का उपयोग करने से कोविड-19 वायरस संक्रमण के फैलाव को नियंत्रित किया जा सकता है। आमजन द्वारा कॉटन से बने मास्क का उपयोग किया जा सकता है। वैज्ञानिकों द्वारा किए गए परीक्षणों के अनुसार 100 प्रतिशत कॉटन से निर्मित दोहरी परत वाले मास्क वायरस की रोकथाम के लिए अत्यंत प्रभावी हैं। डिस्पोजेबल मास्क केबल एक बार ही उपयोग किए जा सकते हैं जबकि घरेलू कॉटन मास्क धुलाई एवं सफाई कर पुनः उपयोग में लाए जा सकते हैं। डिस्पोजेबल मास्क केबल एक बार के उपयोग के बाद घरेलू कचरे के साथ क्लोज्ड बेग में निपटान करना आवश्यक है जबकि घरेलू कॉटन मास्क उपयोग के बाद साधारण साबुन पानी से आसानी से धो सकते है।
घरेलू कॉटन मास्क के उपयोग के पूर्व बरते सावधानी- घरेलू कॉटन मास्क का उपयोग करने के पूर्व सावधानी बरतना आवश्यक है। मास्क को अच्छी तरह से धोकर एवं साफ करने के बाद ही पहनना चाहिए। मास्क पहनने से पहले हाथों को अच्छी तरह से धोना जरूरी है तथा मास्क गीला होने पर दूसरा मास्क बदलकर पहनना चाहिए। मास्क के उपयोग के बाद उसे धोए बिना पुनः उपयोग नहीं करना चाहिए।
घरेलू मास्क की सफाई एवं सेनेटाईज करने की विधि- घरेलू मास्क को साधारण साबुन पानी से धोने के बाद धूप में पांच घण्टे सुखाना चाहिए। यदि धूप न हो तो मास्क को प्रेशर कुकर में कम से कम प्रेशर से 10 मिनिट उबालना जरूरी है। प्रेशर कुकर उपलब्ध नहीं होने पर 15 मिनिट पानी में उबालना चाहिए। प्रेशर कुकर व गर्म पानी उपलब्ध नहीं होने पर मास्क को साबुन पानी से धोना चाहिए तथा आयरस प्रेस से गर्म करना चाहिए। इन कॉटन मास्क का उपयोग ऐसे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं जो प्रत्यक्ष रूप से कोविड-19 के रोगियों की सेवा में नहीं है तथा अतिरिक्त अन्य शासकीय कर्मचारी, पुलिसकर्मी, सफाईकर्मी, सुरक्षाकर्मी द्वारा किया जा सकता है।
अनुमत्य मदों के अलावा अन्य बजट शीर्षों से भुगतान नहीं करने के निर्देश
आयुक्त कोष एवं लेखा ने अनुमत्य मदों के अलावा अन्य बजट शीर्षों से भुगतान नहीं करने के संबंध मं सभी कोषालय अधिकारियों तथा उप कोषालय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। जारी निर्देशों में कहा गया है कि अनुमत्य मदों के अलावा किसी भी अन्य बजट शीर्ष में प्राप्त देयकों को स्वीकार एवं पारित नहीं किया जाए। इसका पालन सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी देयकों के परीक्षण से जुड़े लिपिक, सहायक कोषालय अधिकारी एवं कोषालय अधिकारी/उप कोषालय अधिकारी की होगी। सभी आहरण अधिकारियों को इन निर्देशों से अवगत कराए जाने तथा अन्य मदों से संबंधित देयक कोषालय को प्रेषित नहीं किए जाने संबंधी निर्देशों से अवगत कराने के लिए कहा गया है। निर्देशों के बावजूद यदि कोई आहरण एवं संवितरण अधिकारी ऐसे देयक प्रेषित करता है तो कलेक्टर के ध्यान में लाए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
कोरोना से बचाव हेतु आयुर्वेद के नुस्खे अपनाएं
कोरोना से बचाव हेतु आयुर्वेद के इन नुस्खे को अपनाएं पूरे दिन केवल गर्म पानी पिए। आयुष मंत्रालय की सलाह के अनुसार प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट योगासन प्राणायम एवं ध्यान करें। हल्दी, जीरा, धनिया एवं लहसुन आदि मसालो का भोजन बनाने में प्रयोग करें। च्यवनप्राश 10 ग्राम 01 चम्मच सुंबह ले। मधुमेह के रोगी शुगर फ्री च्यवनप्राश लें। तुलसी, दालचीनी, काली मिर्च, शुण्ठी (सूखी अदरक) एवं मुनक्का से बनी हर्बल टी/काढ़ा दिन में एक से दो बार पिएं। स्वाद के अनुसार इसमें गुड़ या ताजा नींबू रस मिला सकते है। गोल्डन मिल्क- 150 उस गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी चूर्ण दिन में एक से दो बार लें। नस्य सुबह एवं शाम तिल/नारियल का तेल या घी नाक के दोनो छिद्रों में लगाएं। केवल-01 चम्मच तिल/नारियल तेल को मुंह में लेकर दो से तीन मिनट कुल्ले की तरह मुंह में ही घुमाएं। उसके बाद उसे कुल्ले की तरह ही थूक दें। फिर गर्म पानी से कुल्ला कर लें। ऐसा दिन में एक से दो बार करें। दिन में कम से कम एक बार पुदीना के पत्ते/अजवाइन डाल कर पानी की भाप लें। खांसी या गले में खराश होने पर लौंग के चुर्ण में गुड़ या शहद मिलाकर दिन में दो से तीन बार लें। ये उपाय सामान्य सूखी खांसी एवं गले के खराश के लिए लाभदायक है। फिर भी अगर लक्षण बने रहते है तो डॉक्टर से परामर्श लें।
सम्भाग के समस्त अस्पतालों में फिलहाल नहीं लगेगा कोई शुल्क
कमिश्नर श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव ने संभाग के सभी कलेक्टर्स को निर्देश दिये है कि जिले में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अंतर्गत संचालित समस्त अस्पतालों में आगामी आदेश तक किसी भी मरीज से कोई पंजीयन शुल्क या अन्य शुल्क नहीं लिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि आयुक्त स्वास्थ्य संचालनालय मध्यप्रदेश द्वारा अनुमोदित आदेश में समस्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन सह-अस्पताल अधीक्षक आदि को कोविड-19 संक्रमण के संभावित जोखिम के दृष्टिगत प्रदेश में आम जनता को राहत प्रदान किये जाने के उद्देश्य से राज्य में संचालित शासकीय अस्पतालों में रोगी कल्याण समिति के सुदृढ़ीकरण हेतु लिये जाने वाले पंजीयन शुल्क एवं अन्य शुल्क को आगामी आदेश तक नहीं लिये जाने का आदेश जारी किया गया है।
उपार्जन की पूर्व तैयारी रखें संबंधित विभाग
प्रदेश में कोविड-19 के कारण 14 अप्रैल 2020 तक लॉक डाउन है। लॉक डाउन खुलने अथवा अन्य आदेश जारी होने तक तत्काल ही उपार्जन का कार्य प्रारंभ होगा। इसे दृष्टिगत रखते हुए आयुक्त सहकारिता एवं पंजीयक सहकारी संस्थाएं द्वारा समस्त संयुक्त, उप एवं सहायक आयुक्त सहकारिता तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित को निर्देशित किया गया है कि उपार्जन केन्द्रों पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं जैसे उपार्जन में लगने वाली सामग्री (धागा, स्टेन्सिल टेग, रंग, माश्चर मीटर आदि) की व्यवस्था सहित संपूर्ण तैयारी पूर्व से कर ली जाएं।
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