देशहित में खड़े प्रबुद्ध जनों पर जो स्वयं भी सरकार के नियमों का पालन करते हुए अपने घरों में कैद हैं किंतु फिर भी मानसिक और आर्थिक रूप से राष्ट्र के मध्यम और गरीब वर्ग के लोगों के साथ उनका हरसंभव मदद करने के लिए सदैव खड़े हैं
जमुई,19 अप्रैल। आज एक ओर पूरा विश्व कोरोना महामारी से त्रस्त है तो दूसरी ओर मानव मृत्यु से आक्रांत और भयाक्रांत भी है। हर दिन मौत का ग्राफ ऊपर की ओर जा रही है। विकसित व विकासशील देश परेशान हैं। दुनिया भर में एक लाख साठ हजार से अधिक लोगों की मौत हो गयी है। वहीं भारत जैसे विशाल राष्ट्र में सरकार ने COVID -19 के प्रकोप को तीसरे चरण में जाने से बचने के लिए दिनांक 23 मार्च 2020 से लगातार दूसरी बार दिनांक 03 मई 2020 तक पूरे देश में इस महामारी से मानव प्रजाति को बचाने के लिए लॉकडाउन कर दिया है । इस लॉकडाउन की वजह से पूरा देश अपने घरों में तो है लेकिन बहुत ऐसे परिवार हैं जो रोज कमाने और खाने वाले हैं । उन सभी परिवार के सामने खाने-पीने की समस्या आन पड़ी है । लोगों के घरों के राशन खत्म हो गए हैं तो पैसे भी राशन खरीदने के लिए नहीं हैं और लोग भूखे रहने को विवश हैं । लेकिन इस भयाक्रांत समय में भी बहुत ऐसे व्यक्ति हैं जो इन परिवारों की भूख मिटाने के लिए तैयार खड़े हैं । कुछ संस्थाएं भी इसके लिए कार्य कर रही हैं और समाज के लोगों का भोजन के बिना मृत्यु न हो इसके उद्देश्य से कार्य कर रही है और लोगों के घरों तक भोजन सामग्री पहुँचा रही है । इसी क्रम में प्रबोध जन सेवा संस्थान (मानव रक्षक रक्तदाता परिवार/मेडिको मित्र) जो जमुई जिले के लछुआड़ में अवस्थित है पिछले कई वर्षों से समाज के विभिन्न वर्गों के बीच समाजोत्थान का कार्य कर रही है ने भी अपने कदम इस महामारी से उबरने के लिए शानदार तरीके से आगे बढ़ाये हैं । यह संस्था भी कोरोना महामारी से त्रस्त और भूख से व्याकुल लोगों और परिवारजनों के बीच उन्हें इस बीमारी से बचाव और सुरक्षा के उपाय तो बताती ही है साथ ही भोजन की भी समुचित व्यवस्था कर रही है और भोजन सामग्री कई त्रस्त परिवार के बीच पहुँचा कर उनकी भूख मिटाने की कोशिश कर रही है । संस्था के इस प्रकार के कार्य को देखकर आम लोग भी प्रेरित हो रहे हैं और संस्था के साथ हाथ बढ़ाकर अपना सहयोग दे रहे हैं । इसी कार्यों से प्रेरित होकर दिल्ली में रह रहे एक दंपत्ति जिनका की कल दिनांक 18 अप्रैल को उनकी शादी की सालगिरह थी इस अवसर पर लगातार इसी संस्था के सहयोग से दर्जनों परिवार की भूख मिटाने की कोशिश कर रहे हैं । श्रीमान राजीव सिंह और प्रज्ञा सिंह (सोनी कुमारी) को संस्था के सचिव सुमन सौरभ, रवि किशन, बमबम लाल दास, अलोक कुमार, पियूष कुमार, कुन्दन कुमार, ऋषव राणा के साथ-साथ और भी समस्त सहयोगियों की ओर से शादी की सालगिरह पर ढेर सारी शुभकामनाएं दिए जा रहे हैं और उनके द्वारा किये जा रहे इस प्रकार के प्रेरित और प्रेरणादायक कार्य के लिए उनका बहुत-बहुत धन्यवाद कर रहे हैं । गर्व है ऐसे समाजसेवियों पर और हमारे देशहित में खड़े प्रबुद्ध जनों पर जो स्वयं भी सरकार के नियमों का पालन करते हुए अपने घरों में कैद हैं किंतु फिर भी मानसिक और आर्थिक रूप से राष्ट्र के मध्यम और गरीब वर्ग के लोगों के साथ उनका हरसंभव मदद करने के लिए सदैव खड़े हैं ।
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