अरुण शाण्डिल्य (बेगूसराय) गुप्त सूचना के आधार पर रांची के हिंदीपिढी में स्वास्थ्य विभाग की टीम लोगों की जांच करने पहुंची तो वहां के लोग भड़क गए।लोगों ने जांच टीम को भगा दिया।जबकि इसी एरिया में तबलीगी जमात में शामिल एक युवती कोरोना पॉजिटिव मिली है।इसके बाद भी लोगों ने अपना स्वास्थ्य जांच नहीं होने दिया।
यहां के लोगों का कहना है कि हमें जबर्दस्ती बदनाम किया जा रहा है
यहां इस हिंदीपिढी के लोगों ने विरोध को लेकर तर्क दिया है कि कोरोना के नाम पर यहां के लोगों को बदनाम किया जा रहा है।इसलिए वे लोग जांच नहीं होने दिया जिसके कारण स्वास्थ्य विभाग की टीम लोगों से फॉर्म भरवा कर वापस लौट गई।वहां के कई अधिकारी भी उन लोगों को समझाने गए,लेकिन ये लोग समझने को तैयार ही नहीं थे।सदर एसडीओ ने लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन कोई भी कुछ मानने को तैयार नहीं हुआ।
लोगों ने लॉक डाउन तोड़कर किया प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी
लॉकडाउन होने के बाद भी यहां के लोग सड़क पर उतर गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे,स्थिति को देख हुए भारी संख्या में यहां पर पुलिस बल को तैनात करना पड़ा और लोगों से घरों में रहने की अपील किया गई है।
हिंदीपिढी से पाई गई एक युवती और 24 विदेशी मौलवी कोरोना पॉजिटिव
तबलीगी जमात में शामिल होकर मलेशिया की युवती हिंदपीढ़ी पहुंची थी,जो जांच में कोरोना पॉजिटिव मिली है।इसके अलावा इस एरिया के एक मस्जिद से पुलिस 24 विदेशी मौलवी को 30 मार्च को ही पकड़ा था।पकड़े गए विदेशी मौलवियों में 08 मलेशिया के रहने वाला है,इसके अलावा पोलैंड और वेस्ट इंडीज के रहने वाला है।कोरोना जैसी संक्रमित वायरस के खतरे को देखते हुए पुलिस ने सभी के ब्लड सैंबल कोरोना जांच के लिए रिम्स भेज दिया है और सभी को खेलगांव स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया है।अब जांच के रिपोर्ट आने के बाद ही खुलासा हुआ सम्भव है कि इसमें निगेटिव और पॉजिटिव की क्या स्थिति है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें