पटना,05 मार्च। देश व दुनिया भर में महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में एकजुटता और सामूहिकता के इजहार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रात 9 बजे से 9 मिनट तक लाइट बंद कर दीये या टॉर्च जलाने की अपील की थी। पीएम मोदी की अपील पर कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में पूरा देश एक बार फिर एकजुट हो गया। कोरोना महामारी के अंधकार को चुनौती देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर देश के 130 करोड़ जनता ने रात नौ बजे नौ मिनट के लिए दीये जलाये हैं। बिहार में भी लोगों ने पीएम मोदी इस अपील का जोरदार समर्थन करते हुए दीप जलाये। बिहार के राज्यपाल फागू चैहान एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कोरोना वायरस के खिलाफ चल रहे अभियान की सफलता और संकल्प मजबूत करने के लिए दीप प्रज्ज्वलित किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीएम आवास (एक अणे मार्ग) में दीप प्रज्जवलित कर कोरोना संक्रमण के विरुद्ध अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित की। रात नौ बजे से नौ मिनट तक अपने आवास पर उन्होंने दीप जलाया और कोरोना महामारी के संक्रमण से बचाव में बिहारवासियों के साथ अपने संकल्प को आगे किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे हमारी दृढ़ इच्छाशक्ति और मजबूत हुई है। हमें पूरा विश्वास है कि संपूर्ण देशवासियों की एकजुटता से हम सब जल्द ही कोरोना संक्रमण से मुक्ति पाने में सफल होंगे। बिहार में मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने रविवार को रात 9 बजे से नौ मिनट तक अपने अपने घरों के दरवाजे और घर के रेलिंग पर लालटेन जलायी। राजद के प्रदेशाध्यक्ष जगदानंद सिंह ने इस आशय के आदेश रविवार की सुबह ही जारी कर दिये थे। पार्टी पदाधिकारियों ने प्रदेश कार्यालय से इस आदेश की सूचना जिला स्तर से लेकर वार्ड स्तर तक दी। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को निर्देश दिये थे कि प्रधानमंत्री के आह्वान का सम्मान करते हुए राष्ट्रीय जनता दल ऐसा करेगा. उन्होंने साफ किया कि चूंकि प्रकाश करने का जरिया कोई भी हो सकता है।इस दिशा में राजद ने लालटेन को चुना है क्योंकि वह हमारी पार्टी का चुनाव चिह्न भी है।
दीघा थाना क्षेत्र के मखदुमपुर बगीचा, बांसकोठी, कुर्जी, बालूपर, गोसाई टोला, मैनपुरा, राजापुर, रामजीचक आदि जगहों में नौ मिनट दीया जलाये और पटाखा भी छोडे़। कांग्रेस विधान पार्षद प्रेमचंद मिश्रा ने शनिवार को कहा था कि सरकार को कोरोना से जूझने के उपाय करने चाहिए। जबकि सरकार लोगों से कह रही दिया जलाओ बत्ती बुझाओ। उन्होंने कहा सरकार कोरोना से लडने वाले लोगों को जरूरी संसाधन दे ना कि इस प्रकार दिया जलाओ और बत्ती बुझाने का संदेश दे। जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता प्रेमचंद सिंह ने कहा था कि पीएम मोदी का ऐसा संदेश हास्यास्पद है। पीएम को कोरोना के योद्धाओं के लिए खजाना खोलना चाहिए न कि इस तरह के संदेश देने चाहिए। आम आदमी पार्टी प्रवक्ता चंद्रभूषण और पंकज ने भी बयान जारी कर कहा कि पीएम को ऐसे दिखावे से बचना चाहिए। भाजपा युवा मोर्चा ने रविवार को 400 जरूरतमंदों के बीच भोजन के पैकेट के अलावा मोमबत्ती और दीया भी वितरित किया।लोगों को अपने घर पर कोरोना को पराजित करने के लिए विश्वास एवं एकता का परिचय देने के लिए दिए प्रधानमंत्री ने यह आह्वान किया है।मोर्चा के पटना महानगर अध्यक्ष मनीष कुमार ने अपनी युवा मोर्चा की टीम के साथ खेतान मार्केट (भंवर पोखर) के पास प्रशासन की मदद से रिक्शा चालकों, दिहाड़ी मजदूर के बीच भोजन पैकेट के साथ दीया एवं मोमबत्ती का वितरण किया। उन्होंने बताया कि नौ बजे नौ मिनट के लिए दीया जलाकर कोरोना संकट के अंधकार को पराजित करने वाले प्रकाश को एकजुट होकर फैलायें। इस दौरान राहुल यादव, शशि शेखर, साहिल सिंह, अनिकेत झा, डॉ संजय, अमित गोलू, अशोक राय समेत अन्य मौजूद थे। वहीं संत माइकल हाई स्कूल के एलुमनी एसोसिएशन ने दीघा क्षेत्र में गरीब परिवारों के बीच सामग्री वितरित किए। इस बात की जानकारी राजन क्लेमेंट साह ने दी है।संत माइकल स्कूल के कैंपस में दीघा पुलिस की मौजूदगी में बालुपर और कुर्जी के गरीब परिवारों को सामग्री दिए।
अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ,पटना के महासचिव एस.के.लाॅरेंसे ने कहा कि हम ईसाइयों के लिये ईसाई धर्मानुसार लगभग प्रातः सात बजे प्रभु येसु के आदर में खजूर यात्रा(पाम संडे)का विशेष त्योहार का दिन था।काश की हमारे प्रधान मंत्री जी इस पावन समय पर भी ध्यान देते।फिर भी प्रधान मंत्री जी के अपील पर रात के नौ बजे लगभग ज्यादातर समुदाय के लोगों ने कमोबेश रौशनी उत्पन्न कर कोरोना नामक महामारी को परास्त करने के नाम पर अपनी जागरुकता दीखाने का प्रयास किया। इस महामारी के इलाज हेतु दवा या वैक्सीन की खोज में लगे वैज्ञानिक, जान जोखिम में डालने वाले डाक्टर, नर्स तथा अन्य वे लोग जो देश के लोगों की सुरक्षा में अपना बहुमुल्य योगदान दे रहे हैं ,उनका स्वस्थ एवं सुरक्षित रहने तथा सरकार द्वारा या अन्य लोगों के सहयोग से बेरोजगार, भूखे तथा असुरक्षित गरीबों की जरुरत पूरी हो सके इसके लिये, ईसाई समुदाय के लोगों ने पाम संडे के अवसर पर उस वक्त अपने धार्मिक विधि के तहत विशेष प्रार्थना की।ताली या थाली बजाने, निश्चित समय पर रौशनी कर एकजुटता दिखाने या भविष्य में कोई अन्य संकल्प लेने की अपील करने का हमारी सरकार को अधिकार है। परंतु इन सब से कोरोना को भगाने में शायद ही सफलता मिले। जरुरत इस बात की है कि हमारे देश के लोग इस महामारी से बचाव एवं सुरक्षा हेतु जागरुक रहें तथा हमारी सरकार कोरोना या अन्य बिमारियों से पीड़ित लोगों को स्वस्थ कराने, नया संक्रमण उत्पन्न होने से लोगों को बचाने तथा जरुरतमंद गरीबों,बेघर तथा बेरोजगारों के लिये कारगर तथा और तेजी से कार्य करता रहे।जहाँ तक भारतवासियों में संकट की घड़ी में एकजुटता हेतु जोश उत्पन्न करने के लिये लोगों का आह्वाहन करने की पहल होती रह्ती है।तो यह सर्वविदित है कि हम भारतवासी चाहे जिस धर्म या जाति के हों,बिना किसी संकल्प के,आह्वाहन के भी हम सभी देशवासी संकट की घड़ी में हमेशा एकजुट थे,हैं और रहेंगे।संकट की घड़ी में हम सभी का मनोबल सदा ऊँचा था, है तथा रहेगा।जिनके के पास कोई साधन उप्लब्ध नहीं था,उन्होने भी इसकी चिन्ता न कर अपने मन का दीप जलाकर,उनके लिये प्रार्थना कर अपने उंचे मनोबल को दर्शाया है कि इस संकट की घड़ी में हम अकेले नहीं,बल्कि एकजुट हैं।क्योंकि हम सभी भारतीय नागरिक हैं।
हम सभी जानते हैं कि सरकार, अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ, कई संगठनों के अलावा शहर के अन्य इलाकों में वहां के स्थानीय लोग भी बेरोजगार,बेसहारा हुए गरीबों तथा जरुरतमंदों को यथासम्भव मदद कर रहे हैं।अतरू हम भारतवासी इन्हें भी धन्यवाद देते हैं। इसके पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना संक्रमण के लिए उठाये गये कदमों के संबंध में मुख्य सचिव एवं अन्य वरीय अधिकारियों साथ गहन समीक्षा की। मुख्य सचिव ने बताया कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण तथा लाॅकडाउन की स्थिति से निपटने हेतु राज्य सरकार द्वारा राष्ट््रीय खाघ सुरक्षा अधिकार अधिनियम अन्तर्गत आच्छादित सभी राशन कार्डधारियों को कोरोना सहायता के रूप में एक हजार प्रति परिवार की दर से सीधे बैंक खाते में डी.बी.टी. के माध्यम से भुगतान की योजना के तहत लाभ दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि राशि अंतरित करने की गति बढ़ायी जाय और बचे हुये लाभुकों को कम से कम समय में राशि हस्तांतरित करने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाय। उन्होंने कहा कि जिन राशन कार्डधारियों की आधार सीडिंग नहीं हो पायी है, उनकी सीडिंग शीघ्र कराकर एक हजार रूपये का भुगतान करें। मुख्यमंत्री ने कोरोना संदिग्धों की टेस्टिंग की प्रगति की भी समीक्षा की और निर्देश दिया कि टेस्टिंग की क्षमता और बढ़ायी जाय ताकि अधिक से अधिक संदिग्ध लोगों की जांच हो सके। जो राज्य में बाहर से आये हैं, उनकी प्राथमिकता के आधार पर टेस्टिंग की जाय। क्वारंटाइन में रखे गये लोगों की निगरानी करते रहें और वहां की व्यवस्था ठीक रखें ताकि उन्हें किसी प्रकार की कोई कठिनाई न हो। लोगों का ट््रेसिंग करने की प्रक्रिया में भी तेजी लायी जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण से प्रत्येक व्यक्ति का सचेत रहना नितांत आवश्यक है। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते रहें। अपने घरों के अंदर रहें, अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें। सरकार कोरोना पीड़ितों की हरसंभव सहायता के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों एवं अनेक संगठनों ने मुख्यमंत्री राहत कोष में कर रहे हैं अंशदान। अधिक से अधिक संदिग्ध लोगों की जांच हो सके।
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