झारखंड में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए उससे निपटने के लिए झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बैठक की. स्वास्थ्य मंत्री ने जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित सर्किट हाउस में कोल्हान के तीनों जिलों के सिविल सर्जन और डॉक्टरों के साथ बैठक कर कई दिशा निर्देश दिए.
जमशेदपुर (आर्यावर्त संवाददाता) झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने जमशेदपुर सर्किट हाउस में कोल्हान स्तरीय बैठक की है. बैठक में तीनों जिला के सिविल सर्जन और डॉक्टर मौजूद रहे. स्वास्थ्य मंत्री ने कोविड-19 के वर्तमान आंकड़े को देखते हुए कई दिशा निर्देश दिया है. झारखंड में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए उससे निपटने के लिए झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित सर्किट हाउस में कोल्हान के तीनों जिलों के सिविल सर्जन और डॉक्टरों के साथ बैठक की. बैठक में पूर्वी सिंहभूम जिला के उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला भी मौजूद रहे जमशेदपुर के अलावा राज्य के सभी जिलों में कोरोना संक्रमितों की लगातार बढ़ते आंकड़े को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कई निर्देश दिए हैं. मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि कोल्हान के सरायकेला और चाईबासा जिला के सिविल सर्जन को कहा गया है कि उनके जिला के संक्रमितों का इलाज वहीं आइसोलेशन वार्ड में किया जाए. जमशेदपुर में स्थित एमजीएम अस्पताल के नए भवन को कोविड वार्ड बनाया जाएगा. उन्होंने बताया है कि कोरोना सैंपल के जांच की गति बढ़ाई गई है. लेकिन अभी भी 3 हजार से ज्यादा जांच रिपोर्ट बाकी है, जिसे देखते हुए राज्य के सभी सदर और अन्य अस्पतालों में कोरोना जांच के लिए 30 ट्रू नेट मशीन लगाया जा रहा है. इस मशीन से गर्भवती महिलाओं को लाभ होगा जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने बताया है कि जो क्वॉरेंटाइन सेंटर में नहीं रहना चाहते हैं वो अगर सक्षम हैं तो उनके लिए अब होटलों में व्यवस्था की जाएगी. जिसका भुगतान उन्हें करना होगा. होटल में क्वॉरेंटाइन जिला प्रशासन की निगरानी में होगा. उन्होंने बताया कि बाहर से आने वालों से संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है, जिसे देखते हुए जिला उपायुक्त को कहा गया है कि जितनी भी कंपनियां हैं जिनका ट्रक ट्रेलर बाहर से आता है, उसके चालक को क्वॉरेंटाइन करने की व्यवस्था कंपनी करे स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ शंखनाद हो चुका है, इसका डटकर मुकाबला करेंगे. जनता से अपील है कि कोरोना होना अपराध नहीं है. सामाजिक दूरी बनाकर रहें, मास्क पहनें और तबीयत खराब होने पर मेडिकल टीम से संपर्क करें. स्वास्थ्य मंत्री ने मेडिकल की टीम को सबसे बड़ा कोरोना वॉरियर्स बताते हुए कहा है कि ऐसे समय में डॉक्टर और उनकी टीम सम्मान के पात्र हैं.
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