जमशेदपुर में इन दिनों गैंगवार की शुरुआत हो चुकी है. कुख्यात अपराधी अखिलेश सिंह के मुख्य साथी कन्हैया सिंह और अखिलेश सिंह से अलग अपना साम्राज्य स्थापित कर रहे सुधीर दुबे के बीच बकाया ढाई लाख रुपए को लेकर कहासुनी हुई. जिसमें अखिलेश सिंह के मुख्य साथी कन्हैया सिंह को गोली लगी.
जमशेदपुर (आर्यावर्त संवाददाता) लौहनगरी में आनेवाले समय में गैंगवार की घटना हो सकती है. जमशेदपुर पुलिस के लिए आनेवाला समय चुनौतीपूर्ण हो सकता है. कुख्यात अपराधी अखिलेश सिंह के मुख्य साथी कन्हैया सिंह और अखिलेश सिंह से अलग अपना साम्राज्य स्थापित कर रहे सुधीर दुबे के बीच बकाया ढाई लाख रुपए को लेकर कहासुनी हुई जिसमें अखिलेश सिंह के मुख्य साथी कन्हैया सिंह को गोली लगी. हालांकि कन्हैया सिंह के साथी भी गुरुवार तक अस्पताल में भर्ती रहे. पुलिस ने अपराधियों से पूछताछ कर अपराधियों के धर-पकड़ के लिए स्पेशल टीम का गठन भी किया है. जिसमें सात सदस्यीय टीम इस मामले की जांच कर रही है. गुरुवार की सुबह बागबेड़ा और सीतारामडेरा में पुलिस ने छापेमारी की पर अब तक अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. जमशेदपुर में इन दिनों गैंगवार की शुरुआत हो चुकी है. झारखंड के कुख्यात अपराधी अखिलेश सिंह की अपराध की फेहरिस्त लंबी है. अखिलेश ने घाघीडीह जेलर उमाशंकर पांडेय की जेल में ही हत्या कर दी थी. तब से अखिलेश ने झारखंड पर अपना कब्जा जमाना शुरू कर दिया. अखिलेश पर वर्तमान में 50 से अधिक मामले चल रहे हैं. अखिलेश ने जमशेदपुर में स्थापित पुलिस अधिकारी, यहां तक कि सिविल कोर्ट के जज, व्यवसायी, दूसरे गुट के अपराधियों को भी नहीं बख्शा है. अखिलेश से जिसने भी सामत करना चाही उसकी हत्या कर दी गई. उसने अपनी हुकूमत जमाने के लिए बिजनेसमैन ओम प्रकाश काबरा को भी मार डाला. आतंक का दूसरा नाम कहे जाने वाला अखिलेश इतने पर ही नहीं रुका उसने एक के बाद एक अपहरण हत्या करना शुरू कर दिया. परमजीत गिरोह और अखिलेश सिंह के बीच जमशेदपुर में एक और गुट जन्म ले चुका था जिसकी हत्या भी अखिलेश के मुख्य शूटर ने घाघीडीह जेल में ही कर दी थी. परमजीत गिरोह के कई सरगना अभी भी जमशेदपुर में मौजूद है. अखिलेश सिंह से अलग हुए सुधीर दुबे के साथ बुधवार की देर रात सीतारामडेरा के स्लैग रोड में घटना घटी जिसमें दोनों अपराधियों के तरफ से सात राउंड फायरिंग की गई.
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