एसडीएम के आने कि अफवाह से मचा हडकम्प बाजार हुआ बंद चार लोगो को किया क्वारंेटाइन
पारा । आज बुधवार को पारा नगर मे उस समय हडक्म्प मचगया जब दुकानदारो को खबर लगी कि एसडीएम राजस्व के साथ खाद्य विभाग कि टिम पारा नगर मे बडी कारवाही करने आ रही हे। वही स्वास्थ्य विभाग ने पारा के चार लोगो को होम क्वारेटाइन किया हे। प्राप्त जानकारी के अनुसार पारा नगर मे आज सुबह करिब ग्याराह बजे के लगभग दुकानदारो मे हडक्म्प मच गया व पुरा बाजार धडाघड बंद होगया। बताया जाता हे कि किसीने यह अफवाह फेलादी कि नगर मे खाद्य विभाग कि टिम को लेकर एस डी एम अभयसिह खराडी पारा नगर मे बढी कारवाही करने के लिए आ रहे। यह खबर मिलते ही नगर मे अफरातफरी का माहोल बन गया व नगर कि सभी दुकाने शटर धडाधड बंद हो गये। वही ग्रामीण क्षेत्र से जरुरी सामान कि खरीददारी करने आए लोग भी बदहवास से सडको पर इधर उधर दोड कर भागने लगे। तो काई तत्काल अपना वाहन से वापस अपने घर को निकल गया। करिब घण्टे भर बाद पता चला कि कोई भी नही आया व सिर्फ अफवाह हे। उसके बाद पुनः बाजार दबे छुपे खुलने लगा।
चार लोगो को क्वारंेटाइन किया-- पुलिस प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने आज पारा नगर मे चार लोगो को क्वारेटाइन किया। बताया जाता हे कि पुलिस को शिकायत मिली कि पारा केे बजार मे सुबह सुबह चार लोग दुसरे प्रदेश आए है। जिसमे से तीन लोग गुजरात के दाहोद से आए थे जोकि लाकडाउन के चलते 40 दिन से वही पर रह गए थे। वही एक अन्य युवक का मेघनगर से आना बताया जाता हे। पुलिस ने पारा के चिकित्सक डा केएस डोडवा व उनकी टिम को बुलवा कर चारो का स्वास्थ्य परिक्षण करवा कर थर्मल स्क्ैनिग करवाया। चिकित्सक के अनूुसार चारो को किसी प्रकार कि फिलाहाल कोइ परेशानी नही हे। फिर भी सुरक्षा कि दृष्टि से चारो को 15 दिन के लिए होम क्वारेंटाइन किया हें।
झाबुआ जिले में भी पहुंचा कोरोना,एक महिला हुई संक्रमित आदिवासी बाहुल्य झाबुआ जिले पर कोरोना का खतरा मंडराया
झाबुआ । मध्यप्रदेश का आदिवासी बाहुल्य झाबुआ जिला अभी तक कोरोना से मुक्त था और ग्रीन झोन मेें था । लेकिन आज जिले की पेटलावद तहसील में एक महिला के कोरोना पाजिटीव्ह रिपोर्ट आने से झाबुआ जिला भी अब कोरोना के जाल में फंस गया है जिले में कोरोना संक्रमण के बादल छा गये है। पिछले 29 अप्रेल को नयागांव,निमच से एक बस द्वारा 45 मजदूर झाबुआ जिले में लाये गये थे जिनमें से दस लोग दाहोद के थे इनमेें से सात लोगों को दाहोद मेें कोरोना पाजिटीव्ह पाया गया था इसके बाद झाबुआ जिले के अधिकारीयों ने पेटलावद में आये 19 मजदूरों को क्वाटरटाईन करके उनकी जांच सेम्पल इंदौर भेजे थे इन जाच की रिपोर्ट आज आ गई जिसके तहत एक महिला नाम सजना उम्र 21 साल निवासी ग्राम नाहरपुरा तहसील पेटलावद जिला झाबुआ कोरोना संक्रमित पाई गई है। पेटलावद के अनुविभागीय अधिकारी एमएल मालवीय ने बताया की महिला की रिपोर्ट पोजिटीव्ह आई है और उसे जल्द ही झाबुआ जिला चिकित्सालय में भेजा जा रहा है। झाबुआ जिले में पहली महिला कोरोना पाजीटीव्ह मरीज के आने से प्रशासनीक हलकों में हडकम मच गया है। जिले में प्रतिदिन सैकडों की संख्या में गुजरात और राजस्थान से मजदूर आ रहे है लेकिन इनकी जांच में बडी लापरवाही की खबरे पहले से आती रही है जिसके चलते अब जिला भी कोरोना की गिरप्त में आ गया है ।
सुबह काम दिनभर आराम सी चल रही जिंदगी - कोरोना की दस्तक से थम ना जाये कही
थांदला। पहली बार स्वाभिमानी अमीरों की बीमारी नोवल कोविड 19 अर्थात कोरोना महमारी ने सभी को एक समान बना दिया है। लॉक डाउन खुलने के बाद सशर्त निर्धारित प्रातः 8 से दोपहर 2 बजे तक के समय में व्यापार की छूट क्या मिली बाजार में नई जान आ गई। अभी अभी कपास के जाने के बाद गेंहूँ व अन्य फसलों के आ जाने व शासन प्रशासन व समाजसेवियों की इस समय राशन व आर्थिक मदद से सभी के पास पैसा भी है जिसके चलते खरीददारी भी खूब हो रही है और माल के दाम भी मुँह मांगे मिल रहे है। वर्तमान परिदृश्य देखकर तो लगता है वैश्विक मंदी से जूझ रहे व्यापार में कोरोना महामारी से व्यक्ति आर्थिक खुशहाल हो गया है, लेकिन आने वाले समय मे आर्थिक तंगी जरूर देखने को मिले तो इस बात से भी इंकार नही किया जा सकता इसका मूल कारण मध्यमवर्गीय परिवारों की तंगहाली भी हो सकती है। मध्यप्रदेश सरकार ने तो आर्थिक संकट को दूर करने के लिए एक बार फिर शराब बिक्री को अनुमति दे दी है। जनता इस बात से जरूर हैरान है कि मदिरालय खुलने से कोरोना का खतरा नही है लेकिन देवालयों के खुलने से कोरोना का खतरा कैसे हो सकता है। तम्बाकू आदि प्रतिबंधित मादक पदार्थो की काला बाजारी भी चरम पर है जिसे रोकना पुलिस प्रशासन के लिए नामुमकिन सा ही लगता है, जिसका कारण शायद उनका भी व्यसनी होना हो सकता है वरना मजाल जिलें या नगर में कही मादक पदार्थो की तस्करी हो जाये। लॉक डाउन ने जन जीवन की दिशा बदल दी है अब लोग नए नजरिये से इस महामारी से लड़ना सिख रहे है वही सुबह काम दिनभर आराम भी करने लगे है।
कोरोना का भय नही यह गर्मी है साहब दिन होते होते बाजार वीरान
जिला कलेक्टर ने झाबुआ ग्रीन झोन होने से व्यापार के लिये दोपहर 2 बजे तक कि छूट दे रखी है इस कारण से ज्यादा गर्मी में पारा बढ़ कर 45 डिग्री तक पहुँच जाने से भी बाजार खाली होने लगे है। ग्रामीण लोग प्रातः 3 बजे से अवैध प्रतिबंधित पदार्थ तम्बाकू आदि की जुगत में देखे जा सकते है तो उनके साथ अन्य वस्तुओं का कारोबार भी सुबह से ही चल पड़ता है जो दोपहर 2 बजने से पहले ही वीरानी में भी बदल जाता है। यह सब कोरोना के भय से ज्यादा बढ़ती गर्मी के कारण हो रहा है वरना तो खुले बाजार में जो भीड़ दिखाई दे रही है जो न तो मास्क पहने है और न ही सोशल डिस्टेंश का पालन करते दिख रही है वह खतरा पैदा कर सकती है। बाजारों की भीड़ कम करने के लिये प्रशासन ने दुपहिया वाहन तक का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया था बावजूद इसके कुछेक वाहन नगर में प्रवेश कर गए वही एक गाड़ी पर तीन तीन सवारी करते भी देखे गए। यदि ऐसे में जिलें में कोरोना की दस्तक हो जाये तो कोई अतिश्योक्ति नही होगी। वैसे जिले की पेटलावद तहसील में एक महिला के कोरोना पॉजिटिव मिली है।
भरी गर्मी में पीपीई किट पहने असल कोरोना योद्धा टीम पोजेटिव कोरोना महिला को जिले में लेकर आई
थांदला। जिले की असली परीक्षा लॉक डाउन छूट के बाद शुरू होती है। प्रशासन की सजगता से अभी तक सुरक्षित झाबुआ जिलें में समय रहते पहले पेटलावद जिले के नाहरपुरा गाँव मे 29 अप्रेल को नीमच से आये मजदूरों के समेप्ल से पुष्टि होने के बाद प्रशासन और भी ज्यादा अलर्ट हो गया है। जिला कप्तान प्रबल सिपाहा के निर्देश पर जिला सीएमएचओ बी एस बारिया द्वारा झाबुआ जिला चिकित्सालय की एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस टीम के असल कोरोना योद्धा जिला अधिकारी सुनील गुप्ता, मेंटेनेंस इंचार्ज रविंद्र कुशवाह द्वारा ईएमटी अनिल सोलंकी, पायलट, सुनील चैहान आदि स्टॉफ के साथ तत्काल प्रभाव से एंबुलेंस को पेटलावद कोरोना महिला को जिला मुख्यालय लाने के लिये रवाना किया गया। यहाँ आने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी कि इन्हें जिले में ही रखा जाए अथवा इंदौर भेजा जाए जहाँ इनका सही उपचार भी हो सके।
लाॅकडाउन में जिले के व्यापारियों की समस्या, जान जोखिम में डालकर काम कर रहे
झाबुआ। वर्तमान में कृषि से जुड़े हुए वाहनो और विभिन्न व्यापारी प्रकार के प्रतिष्ठान, मरम्मत के शोरूम, वर्क शॉप है जिन्हें सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक छूट दे रखी है। जिले के ग्रामीण मजदूर दूसरे राज्य में बाहर काम के लिए गए हुए थे।
शासन प्रशासन की मद्द से उनको वापस लाया जा रहा है, अगर यह अपने घर पर जाते है, तो ग्रामीण क्षेत्र में सभी लोग एक साथ बैठते ह। कोई सोषल डिस्टेंस का पालन नही करते है, ऐसे गांव से अगर कोई अपना वाहन मरम्मत कार्य हेतु नगर, शहर में लाता है, अगर कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित होगा और मरम्मत कार्य हेतु स्टाफ को बुलाया जा रहा है उनके संपर्क में आने से, कार्य समाप्त करने के पश्चात वह स्टाफ भी अपने घर गांव वापस जाता है, देखा जाए तो कहीं ना कहीं उनकी भी जान जोखिम में डाली जा रही है ओर दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आने से काफी परेशानी का सामना करना पढ़ सकता है।
परिवार को भरण-पोषण में आएगी समस्या
देश के प्रधानमंत्री द्वारा लॉक डाउन के दौरान जनता को संबोधित करते हुए अपने उद्बोधन में बोला गया था कि लॉक डाउन के दौरान जिस क्षेत्र में भी प्राइवेट जोब करते हैं, ऑफिस नहीं जाएंगे और अपना काम घर बैठे ही करेंगे। इस दौरान उनकी सैलरी काटी नहीं जाएगी, और ना ही उन्हें नौकरी से निकाला जाएगा। अगर कोई शॉप संचालक अपने यहां काम करने वाले स्टाॅफ, जो कि एक तरह से रीढ़ की हड्डी भी कहलाती है और उनकी सैलरी काटता है, जो अपने कार्य अनुसार स्टाॅफ की सैलरी 5000 से लेकर 10000 तक रहती है, अगर सैलरी काट के स्टाफ को मिलती है तो उनके सामने अपने परिवार का भरण-पोषण करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
पूरा वेतन दिया जाना चाहिए
सबसे बडी बात तो यह है कि व्यापारी प्रतिष्ठानो पर कुछ स्टाफ तो ऐसा भी रहता है। जिनको काम करते करते 2, 5 वं10 सालो से एक ही जगह कार्य कर रहे है। जिन्होंने अपनी मेहनत लगन से कई साल दिए है और उस प्रतिष्ठान को खड़ा किया है। इस मुश्किल की घड़ी में 2 जून की रोटी कमाने वाली सैलरी काटी जाती है तो उनके साथ बड़ी नाइंसाफी होगी ।प्रशासन को इस पर भी ध्यान आकर्षित कर गाईड लाइन बनाना चाहिए, जिससे कि जब तक लॉक डाउन रहे उसके दौरान उनको अपनी पूरी सैलरी प्राप्त हो सके और उनको अपने परिवार का भरण पोषण करने में किसी भी प्रकार की तकलीफ का सामना करना ना पड़े।
यषश्री राजेष चैहान ने अपने जन्मदिवस पर कोरोना वायरस से बचने के लिए लाॅकडाउन में जिले के लोगों को अपने घरों पर रहने हेतु अपील की
भारत का नक्षा बनाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री षिवराजसिंह चैहान को बताया आईडियल
झाबुआ। आज कोरोना वायरस (कोविड-19) जैसी महामारी से संपूर्ण देष सहित विष्व जूझ रहा है। झाबुआ जिले में भी कोरोना पाॅजीटीव एक मरीज आ चुका है। जिले में भी 17 मई तक लाॅकडाउन लगा हुआ है। इस बीच 5 मई, मंगलवार को शहर के वार्ड क्र. 1 स्थित तुलसी गली में शारदा विद्या मंदिर हिन्दी माध्यम बिलिडोज (झाबुआ) की प्राचार्य डाॅ. कंचन चैहान एवं राष्ट्रीय गौ-सेवा संघ के जिलाध्यक्ष राजेष चैहान की पुत्री यषश्री का जन्मदिवस होने पर अनोखे ढंग से मनाया गया। जिसमें मकान के कमरे में भारत का नक्षा बनाकर एक तरफ देष के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का चित्र बनाकर चित्र के सामने देष के लाॅकडाउन की चाॅबी रखकर एवं दूसरी तरफ मप्र के मुख्यमंत्री षिवराजसिंह चैहान का हाथ जोड़कर अपील करते हुए फोटो लगाया गया। बीच में भारत के नक्षे पर यषस्वी को बिठाया गया। यषश्री ने अपने घर पर ही क्वारेन्टाईन रहकर हाथ जोड़कर जिले के सभी लोगांे से अपील की कि कोरोना वायरस से बचाव हेतु लाॅकडाउन के दौरान सभी लोग अपने घरों पर सुरक्षित रहे। आवष्यक सावधानियां बरते। एक स्लोगन लिखी तख्ती के माध्यम से नन्हीं बालिका ने संदेष दिया कि ‘‘यह सड़के, यह चैराहे, हर गली-गली सुनसान है। आज हवा में उड़ रहे पंछी और पिंजरे में बंद इंसान है। मत घबराओ मेरे साथियों ‘यह उगता हिन्दूस्तान है, यह बढ़ता हिन्दूस्तान है, यह लड़ता हिन्दूस्तान है’’। बाद परिवारजनों ने केक काटकर यषश्री के जन्मदिवस पर खुषियां मनाई।
प्रख्यात साहित्यकार डॉ रामशंकर चंचल की ताजा कृतियां धरोहर 1,2,3 का विमोचन हुआ-
झाबुआ । प्रख्यात साहित्यकार डॉ रामशंकर चंचल के ताजा कृतियां धरोहर 1,2,3 का विमोचन एसबीआई मुख्य प्रबंधक (राजवाड़ा चैक झाबुआ) श्री हेमेंद्र कुमार दधीच के कर कमलों से संपन्न हुआ ।विमोचन करते हुए श्री दधीच ने कहा यह सुखद अवसर है कि मैं डॉ चंचल जी की ताजा कृतियां धरोहर 1,2,3 का विमोचन कर रहा हूं ।यह उनके साहित्यिक साधना और उपलब्धियों का जीवित प्रमाण है अभी तक 30 -35 वर्षों में उनकी साहित्यिक साधना की अखबारी कतरनों का अद्भुत समावेश है।जो यह बताता है कि डॉक्टर चंचल आज से 25 वर्ष पूर्व भी इसी तरह से सतत साहित्य साधना में लगे थे जैसे आज हैं ऊंचाइयों पर मुकाम पाना तो सहज होता है किंतु उसे बरकरार रखना बड़ा मुश्किल काम है ।और यह मुश्किल काम डॉक्टर चंचल ने किया है ।डॉक्टर चंचल आज झाबुआ ही नहीं बल्कि प्रदेश व देश के लिए गौरवशाली है ।मुझे प्रसन्नता है कि इस विमोचन का शुभ अवसर मुझे मिला ।इसी अवसर पर डॉक्टर चंचल ने मुख्य प्रबंधक हेमेंद्र कुमार दधिच का आभार व्यक्त किया और कहा कि यह एक सुखद अवसर था कि मैंने मुख्य प्रबंधक हेमंत कुमार दधीचि के हाथों मेरी कृतियों का विमोचन कराया।
सांसद श्री डामोर द्वारा 89.17लाख रूपये की लागत से बने जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र भवन का लोकापर्ण
झाबुआ। सांसद श्री जी. एस. डामोर ने बुधवार को यहाॅं झाबुआ में षासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के सामने जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के नव-निमित भवन का लोकार्पण किया। इस भवन पर 89लाख 17 हजार रूपये की लागत आई है। इस भवन की निर्माण एजेंसी गृह निर्माण मण्डल है। इस अवसर पर कोरोन वायरस के संक्रमण केा देखते हुए सोसल डिस्टेंसिंग का पालन तथा मास्क भी लगाया गया। इस अवसर पर सांसर प्रतिनिधी श्री मनोज कुमार अरोरा, भाजपा जिला अध्यक्ष ओम प्रकाष षर्मा क्षेत्रीय विधायक श्री कांतिलाल भूरिया, महा प्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र श्री विरेन्द्र सिंह इस्के, अन्य अधिकारी व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। अतिथियों द्वारा लोकार्पण के बाद भवन का अवलोकन भी किया । अब जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र कार्यालय टी.सी.पी.सी राजगढ नाका से स्थातरित होकर 8 मई 2020 से लगना प्रारम्भ हो जाएगा।
2 हजार 992 व्यक्तियों को भोजन प्रदाय
झाबुआ,। कोविड-19 (कोरोना वायरस) संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए जिला स्तर से अब तक सर्दी, खांसी के मरीजों के साथ आईसोलेषन वार्ड क्वारेंटाइन केन्द्र एवं बाॅर्डर पर तैनात स्वास्थ्य कर्मी, पुलिस के लोग, आंगनवाडी एवं आषा कार्यकर्ता के कुल 356 सेम्पल जांच के लिए भेजे गये है। जिनमें से 300 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। जिनमें से एक भी सैम्पल की जांच रिपोर्ट में कोरोना पाॅजिटिव नहीं पाया गया है। इसी प्रकार 38 सेम्पलों की जाॅंच रिपोर्ट आना षेष है। जिले में कुल 969 लोगों को कोरेण्टाइन सेन्टर में रखा गया है। ज्ञात हो की जिले में कुल 8 आईसोलेसन वार्ड हैं। 46 क्वारेंटाइन केन्द्र है सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के स्तर पर आर आर टी टीमों की संख्या झाबुआ मुख्यालय पर 2, राणापुर, मेघनगर, थान्दला, तथा पेटलावद में एक-एक और रामा में दो इस प्रकार कुल 8 आर आर टी टीम हैं। कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा ने अवगत कराया कि बुधवार को 2 हजार 992 जरूरतमंद व्यक्तियों को भोजन प्रदाय किया गया है। पुलिस विभाग द्वारा जिले में अब तक कुल 22 व्यक्तियों के खिलाफ एफ आई आर, धारा 151 के तहत 8 प्रकरण तथा 24 व्यक्तियों को अस्थाई जेल में निरूद्ध किया गया।
120999.00 क्विंटल गेंहू का उपार्जन
झाबुआ । कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा ने अवगत कराया की जिले में समर्थन मूल्य पर मंगलवार तक खरीदी केन्द्रो पर 2 हजार 912 किसानांे से 120999.00 क्विंटल गेंहू का उपार्जन किया गया है। जिले में किसानो को 4 करोड 38 लाख 52 हजार 345 रूपये की राषि का भुगतान किया जा चुका है। पंजीकृत किसानो को एस एम एस से सूचना प्रति दिन भेजी जा रही हैं।
25 हजार 773 श्रमिकों को वाहनों से भेजा जा चुका है
झाबुआ। कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा ने अवगत कराया कि कोरोना वायरस से बचाव एवं रोकथाम के लिए मध्य प्रदेष सहित अन्य राज्यों के श्रमिकों के उनके गंतव्य स्थानों तक पहुंचाने के लिए वाहनों की व्यवस्था की गई। मध्य प्रदेष राज्य की बार्डर स्थित ग्राम पिटोल में अब तक 25 हजार 773 श्रमिक आ चुकें हैं और इन श्रमिकों को उनके गंतव्य के लिये वाहनों से भेजा जा चुका है। जिसमें 143 तूफान से झाबुआ के 1 हजार 477 तथा आलीराजपुर जिले के399 श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुचाया गया है। राज्य की सीमा पर मध्य प्रदेष के विभिन्न जिलों तथा अन्य राज्यों के आने वाले श्रमिकों के स्वास्थ्य जाॅंच कर उन्हें भोजन भी उपलब्ध कराया जा रहा है। साथ ही वाहन चालकों और कन्डक्टरों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई है। इसी प्रकार श्रमिकों के लिए छाया, पानी तथा साफ-सफाई एवं विद्युत की पुख्ता व्यवस्था की गई है। कलेक्टर श्री सिपाहा ने पिटोल बार्डर पर सभी आवष्यक व्यवस्थाएं सुनिष्चित करने के लिए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व डाॅ. अभय सिंह खराड़ी तथा अन्य विभागों के अधिकारियों व चिकित्स्कों की ड्यूटी भी लगाई गई है। कलेक्टर श्री सिपाहा द्वारा राज्य षासन के निर्देषों को गम्भीरता से लेते हुए श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुचाने के लिए सभी आवष्यक प्रबंध किये गए हैं। कलेक्टर प्रति दिन इसकी मानीटरिंग भी सतत् कर रहे हैं। साथ ही अधिकारियों को निर्देष दिए हैं कि वे सौपे गए कार्य समय पर पूर्ण कराए।
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