गुजरात, राजस्थान, उत्तरप्रदेष और महाराष्ट्र से लौट रहे मजदूरों के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने जारी की सूचना
लाॅकडाउन के दौरान सभी मजदूर अपने घरों पर रहे एवं आवष्यक सावधानियां बरते
झाबुआ। मप्र के मुख्यमंत्री षिवराजसिंह चैहान के आदेष एवं जिला कलेक्टर प्रबल सिपाहा के निर्देष पर झाबुआ जिले से मजदूरी के लिए गुजरात, राजस्थान, उत्तरप्रदेष और महाराष्ट्र गए मजदूरों को लाॅकडाउन के दौरान अपने गृह क्षेत्र में आने की छुट मिलने के बाद हजारों की संख्या में ग्रामीणजन इन राज्यों से झाबुआ जिले में अपने-अपने गांव लौट रहे है, लेकिन इन ग्रामीणों को अपने गांवों में लौटने के बाद कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु आवष्यक सावधानियां बरतना अत्यंत आवष्यक है, ताकि झाबुआ जिला भी सुरक्षित और स्वस्थ रह सके। जिसको लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी झाबुआ डाॅ. बीएस बारिया ने आवष्यक निर्देष जारी किए है। जिसमें कहा गया कि गुजरात, राजस्थान, उत्तरप्रदेष और महाराष्ट्र से लौटने वाले ग्रामीण महिला-पुरूष, युवा, बच्चें, बड़े, बुर्जुग सभी सुरक्षा की दृष्टि से जिले में अपने गांवों में पहुंचते ही स्वयं ही तुरंत 14 दिन होम आईसोलेषन में रहे, अर्थात 14 दिनों तक घरों से बाहर बिल्कुल ना निकले। ज्यादा पानी पीए। पोष्टीक आहार का सेवन करे। समय-समय पर अपने हाथों को पानी एवं साबुन से धोएं। पर्याप्त नींद ले एवं आराम करे, मोबाईल पर आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी आरोग्य सेतु एप डाउनलोड कर इसका उपयोग कर स्वयं अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा करे। गंतव्य स्थल पर पहुंचने पर आवष्यक रूप से ग्राम पंचायत सरपंच, सचिव अथवा नगरीय स्तर पर वार्ड प्रभारी, नोडल अधिकारी को सूचित करे।
यह नहीं करे
अपनी आंखे, नाक, मुंह को गंदे हाथों से ना छुएं, सार्वजनिक स्थानों पर ना थूके, बिना डाॅक्टरों की सलाह के दवा ना ले, सार्वजनिक स्थानों पर वस्तुओं को ना छुएं, बिना माॅस्क लगाए घरों से बाहर ना निकले। अफवाहे ना फैलाएं, सर्दी-खांसी, बुखार आदि के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत नजदीक अस्पताल में जाकर अपना उपचार करवाएं। विषेष रूप से कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए समय-समय पर अपने हाथों को पानी एवं साबुन से धोते रहे। शासन-प्रषासन, पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग को उनके द्वारा स्वास्थ्य एवं सुरक्षा की दृष्टि से किए जाने वाले कार्यों में आवष्यक सहयोग प्रदान करे।
कोरोना महमारी में कम नही है मदद के हाथ ,आदिवासी बेसहारा महिलाओं को राशन देकर बढ़ाये मदद के हाथ
थांदला। कोरोना महमारी में जहाँ एक ओर वस्तुओं के दाम में बेतहाशा वृद्धि हुई है, अधिकांश व्यापारियों ने मौके का फायदा उठाते हुए कालाबाजारी की है तो कुछ समाजसेवी संगठन व व्यापारी ऐसे भी है जिन्होंने मुक्त हस्त से दान देकर कोरोना महामारी में आर्थिक संकट से जूझ रहे मध्यम तथा निम्न वर्ग की मदद की है। आदिवासी बाहुल्य जिले में आदिवासियों के विकास के लिए प्रतिबद्ध आदिवासी किसान मजदूर पंचायत व समस्त नागरिकों के हक की लड़ाई में सहभागी बन उन्हें उनका हक दिलाने वाली राष्ट्र व्यापी संस्था राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग के प्रयासों से एक्शन एड एसोसिएशन के संचालक वागु डोडियार, उमेश मेड़ा, पुष्पा गणावा, दिनेश धुलिया संग मानवाधिकार की सम्भागीय अध्यक्ष सुमित्रा राजू मेड़ा के अथक प्रयासों से पहली बार भारत मे कार्यरत विदेशी कम्पनी गीव इण्डिया, हेल्लो एप, एक्शन एड ने जिले की पेटलावद, थांदला व मेघनगर ब्लॉक की ग्रामीण बेहसहारा निराश्रित एवं विधवा महिलाओं को चिन्हित कर 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, 2 किलो तुअर दाल, 2 किलो चना दाल, 1 किलो तेल, 500 ग्राम घी, नमक, मिर्च, हल्दी, हैंडवॉश, साबुन सेट आदि लगभग 15 दिनों के राशन की किट प्रदान की। इस अवसर पर राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग के प्रदेशाध्यक्ष पवन नाहर, अलीअसगर बोहरा, समकित तलेरा ने ग्रामीणों को कोरोना महमारी से सम्बंधित बातें बताकर जागरूक किया वही सुमित्रा मेड़ा ने सेनेटाइजर से सभी के हाथ धुलवाना व मास्क पहनना सिखाया वही सभी को सेनेटाइजर व मास्क भी बाँटे। उनके इस प्रयासों की ग्रामीण अंचल के सरपंच, पूर्व सरपंच, सचिव, गाँव प्रमुख ने प्रसंशा की वही ग्रामीण महिलाओं ने राशन पाकर सभी को धन्यवाद दिया है।
कियोस्क संचालक ने हड़पी ग्रामीणों की राशि - सौंपा गया ज्ञापन
थांदला। अनपढ़ ग्रामीणों के साथ कियोस्क संचालक द्वारा राशि हड़पने का यह पहला मामला नही है इससे पहले भी अंचल में कई बार ऐसे मामले प्रकाश में आये है बावजूद इसके प्रशासन कोई ठोस कदम उठाने में असमर्थ नजर आ रहा है। मामला थांदला नगर के समीप ग्राम जामदा का है। यहाँ मियटी ग्राम के कियोस्क संचालक वरुसिंह प्रेमचंद भाभोर व सहायक रमेश कचरा डामोर द्वारा घर - घर जाकर ग्रामीणों को प्रधानमंत्री जनधन योजना, किसान सम्मान निधि आदि की राशि निकाल कर दी जा रही है। ग्राम के ही पप्पू कालूसिंह राणा, कालूसिंह खुमचंद मुणिया, संदीप पेमु मुणिया व अजय प्रकाशचंद्र मुणिया ने एक ज्ञापन एसड़ीएम व पुलिस थाना थांदला को देते हुए कियोस्क संचालक पर उनके खातों की राशि कम बताकर ज्यादा निकालने का गम्भीर आरोप लगाया है। उक्त युवाओं ने कियोस्क संचालक द्वारा अन्य ग्रामीणों की राशि को भी हड़पने का आरोप लगाया गया है। एसडीएम व पुलिस ने उक्त मामले की जाँच शुरू कर दी है।
पुलिस प्रशासन ने दिखाई सख्ती, बाजारों में बेवजह घूमने वालों की गाड़िया की जप्त
थांदला । कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देश भर में लॉकडाऊन की इस्थिति बनी हुई थी लॉकडाउन खुलने के बाद पुलिस प्रशासन पूरी तरह सख्त नजर आया। बाजारों में बुधवार की अपेक्षा गुरुवार को भीड़ कम नजर आई। कियो की पुलिस प्रसासन द्वारा बाजारों, मे बे वजह से ग्रामीण अंचलो से आने वाले लोगो के वहान नगर की सीमा पर ही खडे करवा लिए गए और जो वहान नगर मे बेवजह घूमते नजर आए उन पर करवाई कर वहान जप्त कर लिए गए !पुलिस प्रशासन को यह सख्त कदम नगर की हालत को व पेटलावद के निकट जो कोरोना संमरित महिला मिलने के कार्ड सकती की गई है पुलिस द्वारा 5-6 वाहनों के चालान भी किए गए। बैंक व कियोस्क सेंटर पर ग्रामीण जनो की भीड़ अधिक मात्रा में देखने को मिल रही है व सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं किया जा रहा है नाम मास्क लगाए जा रहे हैं! अगर इसी तरह का माहौल नगर मे देखने को मिलता है तो वो दिन दूर नहीं है! की पूरा थांदला नगर पूड रूप से लोगडाउन की इस्थ्ती मे जाकर खड़ा हो सकता है।
जिले में 17 हजार 590 राहत कार्य प्रगतिरत 51 हजार 861 श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध
झाबुआ। महात्मा गांधी नरेगा अन्तर्गत जिले में 17 हजार 590 राहत कार्य किये जा रहे हैं। जिसमें 51 हजार 861 श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध हो रहा है। कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा ने अवगत कराया की इस योजना के तहत झाबुआ में 3 हजार 718, मेघनगर में 2 हजार 329, पेटलावद में 3 हजार 383, रामा में 2 हजार 261, रानापुर में 3 हजार 121, और थांदला जनपद पंचायत क्षेत्र में 2 हजार 778, राहत कार्य चल रहे हैं। इन कार्यों में झाबुआ में 7 हजार 958, मेघनगर में 8765, पेटलावद में 11 हजार 770, रामा में 7 हजार 940, रानापुर में 5 हजार 141, और थांदला जनपद पंचायत क्षेत्र में 10 हजार 287 श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। जिले में कपील धारा योजना के तहत 2 हजार 929 कूप, 1 हजार 960 सार्वजनिक कूप, 1 हजार 64, नदी पूनर्जीवन कार्य, 1 हजार 352, प्लानटेसन के कार्य, 830 तालाब, 9 खेत तालाब, 1 अन्य बोल्डर चैक का कार्य, तथा 11 अन्य कंाउटर ट्रेंच के कार्य, किये जा रहे हैं। इस योजना के तहत जिले में अब तक 682. 75 लाख रूपये खर्च किए गए हैं। झाबुआ में 40.62 लाख रूपये, मेघनगर में 176.34 लाख रूपये, पेटलावद में 204.92 लाख रूपये, रामा में 57.57 लाख रूपये, राणापुर में 151.32 लाख रूपये तथा थांदला जनपद पंचायत क्षेत्र में 51.98 लाख रूपये व्यय किये गये हैं।
4 हजार 569 व्यक्तियों को भोजन प्रदाय
झाबुआ,। कोविड-19 (कोरोना वायरस) संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए जिला स्तर से अब तक सर्दी, खांसी के मरीजों के साथ आईसोलेषन वार्ड क्वारेंटाइन केन्द्र एवं बाॅर्डर पर तैनात स्वास्थ्य कर्मी, पुलिस के लोग, आंगनवाडी एवं आषा कार्यकर्ता के कुल 356 सेम्पल जांच के लिए भेजे गये है। जिनमें से 325 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट में कोरोना पाजीटिव नहीं पाये गये तथा 1 सेम्पल पाजिटिव पाया गया है। इसी प्रकार 3सेम्पलों की जाॅंच रिपोर्ट आना षेष है। जिले में कुल 1022 लोगों को कोरेण्टाइन सेन्टर में रखा गया है। ज्ञात हो की जिले में कुल 8 आईसोलेसन वार्ड हैं। 46 क्वारेंटाइन केन्द्र है सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के स्तर पर आर आर टी टीमों की संख्या झाबुआ मुख्यालय पर 2, राणापुर, मेघनगर, थान्दला, तथा पेटलावद में एक-एक और रामा में दो इस प्रकार कुल 8 आर आर टी टीम हैं। कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा ने अवगत कराया कि गुरूवार काऐ 4 हजार 569 जरूरतमंद व्यक्तियों को भोजन प्रदाय किया गया है। पुलिस विभाग द्वारा जिले में अब तक कुल 22 व्यक्तियों के खिलाफ एफ आई आर, धारा 151 के तहत 8 प्रकरण तथा 24 व्यक्तियों को अस्थाई जेल में निरूद्ध किया गया।
130340.00 क्विंटल गेंहू का उपार्जन
झाबुआ। कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा ने अवगत कराया की जिले में समर्थन मूल्य पर बुधवार तक खरीदी केन्द्रो पर 3 हजार 151 किसानांे से 130340.00 क्विंटल गेंहू का उपार्जन किया गया है। जिले में किसानो को 4 करोड 38 लाख 52 हजार 345 रूपये की राषि का भुगतान किया जा चुका है। पंजीकृत किसानो को एस एम एस से सूचना प्रति दिन भेजी जा रही हैं।
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