जमशेदपुर में शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने सर्किट हाउस में शिक्षा विभाग के कई अधिकारियों के साथ बैठक किया. शिक्षा मंत्री ने कहा कि निजी स्कूलों कि मनमानी सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी. कोरोना महामारी के दौरान स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई नहीं हुई है, ऐसे में स्कूलों को अभिभावक से फीस नहीं लेना चाहिए.
जमशेदपुर (आर्यावर्त संवाददाता) झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो पहली बार जमशेदपुर पहुंचे. जहां उन्होने परिसदन में शिक्षा विभाग के कई अधिकारियों के साथ बैठक की. वहीं लॉकडाउन के दौरान सरकारी स्कूलों की शिक्षा में डिजिटल तकनीकी को बढ़ावा देने के लिए अधिकारियों को कई दिशा-निर्देश दिए. वहीं, उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्री लगातार डिजिटल को बढ़ावा देने कि बात कर रहे है. राज्य सरकार का उद्देश्य है कि झारखंड में शिक्षा का अलख जगे. इसी के तहत झारखंड राज्य मे शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है. साथ ही जिन घरों में मोबाइल और नेट नहीं है. उनको सरकार हर सहयोग प्रदान करने का कार्य कर रही है. शिक्षा मंत्री ने साफ कह दिया है कि निजी स्कूलों कि मनमानी सरकार बर्दाशत नहीं करेगी. कोरोना महामारी के दौरान स्कूलों मे बच्चों की पढ़ाई नहीं हुई है, स्कूलों को अभिभावक से फीस नहीं लेना चाहिए, एक टीम का गठन कर इस पूरे मामले पर जांच कर जल्द ही निजी स्कूलों को निर्देश दिया जाएगा. वहीं जांच रिपोर्ट मे निजी स्कूल प्रबंधन और अभिभावकों पर पूरा ध्यान दिया जाएगा.
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