कलेक्टर को लुपिन फाउन्डेशन द्वारा सामग्री सौंपी गई
विदिशा जिले में लुपिन फाउन्डेषन संस्था द्वारा नीति आयोग के साथ मिलकर आकांक्षी जिला कार्यक्रम के अन्तर्गत सम्पूर्ण जिले में 6 बिंदुआं पर कार्य किया जा रहा है। एवं कोरोना के संक्रमण को रोकने में प्रशासन के साथ मिलकर मिलकर गरीब, प्रवासी एवं जरूरतमंद लोगों की पहचान कर उनकी मदद की जा रही है। उन्हें आवश्यक सामग्री मास्क, सेनेटाईजर एवं खादय सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। कलेक्टर डॉ पंकज जैन को मंगलवार को लुपिन फाउन्डेशन संस्था के क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक श्री अनिल गुप्ता के द्वारा 45 पीपी किट, फेश शील्ड 30, हेण्ड ग्लब्ज 1000, तापमान मापक आधुनिक यंत्र गन चार, मास्क 600 तथा हाइजेनिक कीट आफिशियल एण्ड मीडिया पर्सन को कीट प्रदाय की गई है। जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग, महिला, एवं बाल विकास विभाग के कर्मचारियों, एवं ग्रामीण स्तर पर कार्यरत कर्मचारियों आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कोरोना की लड़ाई से जूझ रहे अमले को मास्क उपलब्ध कराए गए है। विदिशा जिले में लुपिन फाउन्डेषन द्वारा शहरी एव ग्रामीण क्षेत्रों के 370 गरीब बेरोजगार एवं असहाय परिवारों को भोजन व्यवस्था हेतु आवश्यक राशनन सामग्री (15 दिन हेतु) उपलब्ध करायी जा रही है। सोशल डिस्टेन्स बनाये रखने एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने की जानकारी दी जा रही है। विशेष कर ग्रामों मे मजदूरी करने आये हुये प्रवासी एवं पलायन करने वाले मजदूरो को जागरूक किया जा रहा है, जिससे कोरोना संक्रमण से बचाव किया जा सके एवं उन्हे मास्क उपलब्ध कराये जा रहे है।
सफलता की कहानी : उपार्जन कार्यो से हम्मालो को मिला रोजगार
समर्थन मूल्य पर जिले में उपार्जन कार्य जारी है उपार्जन कार्यो से अनेकों को रोजगार घर बैठे मिल रहा है। ग्राम करैया के श्री टीकाराम जो मजदूरी करने ईधर जाया करते थे ने बताया कि उपार्जन केन्द्र पर ही हम्माल का काम मिला है जिससे घर परिवारों को छोड़कर अन्य कही रोजगार की तलाश करने की जरूरत नही है। उपार्जन गाइड लाइन के अनुसार सभी हम्मालो को मास्क प्रदाय किए गए है। वही उनके द्वारा सोशल डिस्टेन्सिग का पालन किया जा रहा है जो किसानो एवं अन्य के लिए प्रेरणा देने का काम कर रहा है। पंजीकृत किसानो को गेंहू पूर्ण ईमानदारी और पारदर्शिता से तुलाई के उपरांत हम्मालो द्वारा वारदानो में भरकर टेगिंक मशीन से सिलाई उपरांत परिवहन हेतु ट्रको मेंं लोडिंग करने का कार्य किया जा रहा है। हम्माल श्री टीकाराम का कहना है कि मजदूरी के लिए अब इधर उधर के भटकाव से मुक्ति मिली है।
ई पास आवेदन हेतु अधिकतम दस रूपए एमपी ऑन लाइन के संचालक ले सकेंगे
नोबल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए जारी लॉकडाउन अवधि में आमजनों को एक जगह से दूसरी जगह आने जाने के लिए शासन द्वारा ई पास की व्यवस्था सुनिश्चित कराई गई है। ई पास के लिए आवेदकगण अपने एड्रांयड फोन से http://mapit.gov.in/covid-19 पर सीधे आवेदन कर सकते है। विदिशा एसडीएम श्री संजय कुमार जैन ने बताया कि ऐसे आवेदकगण जो एड्रांयड फोन चलाना नही जानते है अथवा ई-पास की प्रक्रिया से अवगत नही है वे इस प्रकार के आवेदकगण एमपी ऑन लाइन, कियोस्क केन्द्रों के माध्यम से आवेदन कर रहे है। ततसंबंध में जानकारियां प्राप्त हुई है एमपी ऑनलाइन, कियोस्क पर आने वाले आवेदकों से संचालकों द्वारा सौ रूपए से अधिक की शुल्क ली जा रही है। एसडीएम श्री जैन ने विदिशा अनुविभाग क्षेत्र में संचालित सभी एमपी ऑन लाइन एवं कियोस्क संचालको को आदेश प्रसारित किए है कि ई-पास एप्लाई करने के लिए अधिकतम प्रति ई पास दस रूएए शुल्क निर्धारित की गई है। अतः आवेदकों से निर्धारित शुल्क से अधिक की राशि वसूली ना की जाए। यदि किसी के द्वारा आदेश का उल्लघंन किया गया तो उसके खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 51 (ख) के तहत नियमानुसार कार्यवाही कर ऑन लाइन/कियोस्क को सील किया जाएगा।
फ्लिपबुक्स से भाषा कौशल का संवर्धन
प्राथमिक कक्षाओं में अध्ययनरत बच्चों के भाषा कौशल संवर्धन के उद्वेश्य से राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा विशेष पहल की गई है। डीजी लेप कार्यक्रम के तहत प्रत्येक रविवार को प्रातः 11 बजे से फ्लिपबुक्स के माध्यम से बाल साहित्य उपलब्ध कराया जा रहा है। विदिशा विकासखण्ड के बीआरसी श्री लक्ष्मण सिंह यादव ने बताया कि फ्लिपबुक्स की लिंक अभिभावकों, बच्चो के मोबाइल पर अनिवार्य रूप से भेजी जाए के निर्देश राज्य शिक्षा केन्द्र के आयुक्त द्वारा प्रसारित किए गए है। उक्त आदेश की जानकारी समस्त बीआरसी, बीएसी, सीएसी प्राचार्यो एवं शिक्षकों को उपलब्ध कराई जाए। अब हर रविवार को पढ़ाई मजेदार हो इसी मंशा को मूर्तरूप देने हेतु डीजी लेप वाट्सएप ग्रुप द्वारा फ्लिपबुक्स के रूप में मजेदार कहानियां, गीत एवं अन्य मनोरंजन ओर मस्ती के साथ पढ़ने के लिए दोस्तो को पढ़ाना जरूरी, इन हिलती डुलती पन्ने पलटती किताबो को फिर बताना भी कि कैसी लगी है ये किताबें। इन फ्लिपबुक्स पर पहुंचने के लिए समग्र शिक्षा, स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा लिंक https://bit.lv/3d9tWNG पर उपलब्ध कराई गई है।
एक हजार मास्क सौंपे
कोरोना संक्रमण के प्रभाव को कम करने हेतु शासन स्तर पर जारी आदेश के अनुपालन में सभी व्यक्तियों को मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। टू-व्हीलर, फोर व्हीलर के परिचालन के दौरान यदि कोई व्यक्ति बिना मास्क के पाया जाता है तो उसके खिलाफ चालानी कार्यवाही की जाएगी। महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री बृजेश शिवहरे ने बताया कि जिले में आंगनबाडी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को शासन की मंशा के अनुरूप मास्क बनाने के दायित्व भी सौंपे गए है। कुरवाई एसडीएम श्री जीएस वर्मा को क्षेत्रीय परियोजना अधिकारी के द्वारा बुधवार को परियोजना के अंतर्गत कार्यकर्ता के द्वारा तैयार कराए गए एक हजार मास्क सौपें गए है। पर्यवेक्षक मधु सक्सेना ने बताया कि पहले कार्यकर्ताओं को मास्क बनाने हेतु कपडा प्रदाय किया गया था तदोपरांत कार्यकर्ताओं के द्वारा तैयार किए गए मास्क एसडीएम श्री वर्मा जी को सौपें गए है। इससे पहले क्षेत्र की आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को मास्क बनाने की विधा से प्रशिक्षित भी किया गया था।
गर्भवती एवं बच्चो को सत्तू के पैकेटो का वितरण
महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से रेडी टू इट (सत्तू) के पैकेट गर्भवती एवं बच्चो को घर-घर पहुंचकर वितरित किए जा रहे है। राजीवनगर में संचालित आंगनबाडी केन्द्र क्रमांक 35/77 की आंगनबाडी कार्यकर्ता श्रीमती दुर्गेश यादव ने आंगनबाडी क्षेत्र की सभी गर्भवती एवं धात्री महिलाएं तथा बच्चो को शासन के मापदण्डों अनुसार एवं विभाग द्वारा दिए गए निर्देशो के अनुपालन में सत्तू के पैकेटो का संबंधितों के घर पहुंचकर प्रदाय किए गए है। इसके अलावा आरोग्य सेतू एप भी उनके द्वारा डाउनलोड करवाया गया है। इस दौरान आरोग्य सेतू एप से क्या फायदे है कि जानकारी भी आंगनबाडी कार्यकर्ता श्रीमती यादव के द्वारा दी गई है।
दुल्हा दुल्हन और बारातियों का चेकअप
विदिशा जिले के ग्राम अहमदपुर में हुई शादी वाले घर में चिकित्सकों ने पहुंचकर सभी परिवारजनों का चेकअप किया है। ज्ञातव्य हो कि बारात भोपाल-बैरसिया से होकर आई है। महिला चिकित्सकों द्वारा दुल्हन का और पुरूष चिकित्सकों द्वारा दुल्हा एवं अन्य के स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया है। उपरोक्त कार्यो का संपादन कोरोना वायरस के संक्रमण को रेकने हेतु जारी गाइड लाइन के परिपालन में किया गया है। इस अवसर पर चिकित्सक डॉ भूपेन्द्र सिंह एवं उनकी टीम के द्वारा कार्यो का संपादन किया गया है।
समर्थन मूल्य पर 449 किसानों से 678 मेट्रिक टन चना की खरीदी हुई
समर्थन मूल्य पर चना, मसूर की खरीदी कार्य उपार्जन केन्द्रों पर 29 अपै्रल से शुरू हुआ है ततसंबंधी उपार्जन कार्य 62 केन्द्रों पर एक साथ जारी है। मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन लिमिटेड के द्वारा जिले में चना मसूर का समर्थन मूल्य पर क्रय कार्य किया जा रहा है। कार्पोरेशन के जिला प्रबंधक श्री सोनू गर्ग ने बताया कि अब तक 449 किसानों से 678 मैट्रिक टन चना की खरीदी हुई है।
एसएमएस में वृद्वि
पंजीकृत किसानों को उपार्जन केन्द्रों पर चना, मसूर विक्रय हेतु एसएमएस प्रेषित किए जा रहे है। अब तक छह एसएमएस प्रत्येक उपार्जन केन्द्र के लिए भेजे जा रहे थे जिसमें वृद्वि की गई है तदानुसार अब बीस-बीस एसएमएस प्रत्येक उपार्जन केन्द्र के अंतर्गत पंजीकृत किसानों को प्रेषित किए जाएंगे।
एफएक्यू
कार्पोरेशन के जिला प्रबंधक श्री गर्ग ने एसएमएसधारक कृषकों से आग्रह किया है कि अपनी उपज संबंधित उपार्जन केन्द्र पर लाने पर शासन द्वारा निर्धारित एफएक्यू मापदण्ड अनुसार विक्रय हेतु लाए। एफएक्यू मापदण्ड अनुसार ना होने पर उपार्जन केन्द्रों पर स्वीकार नही की जा सकेगी। जिला प्रबंधक श्री गर्ग ने बताया कि जिले में चना फसल हेतु 34 हजार 700 कृषकों द्वारा तथा मसूर हेतु 10033 कृषकों के द्वारा समर्थन मूल्य पर विक्रय हेतु पंजीयन कराया गया है। ज्ञातव्य हो कि जिले में अब तक किसी भी कृषक के द्वारा समर्थन मूल्य पर मसूर फसल का विक्रय नही किया गया है। गौरतलब हौ कि शासन द्वारा चना फसल का समर्थन मूल्य प्रति कि्ंवटल 4875 रूपए तथा मसूर फसल प्रति कि्ंवटल 4800 रूपए घोषित की गई है।
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