जमशेदपुर मे प्रवासी मजदूरों को काम दिलाने को लेकर उपायुक्त ने बैठक की. वहीं, बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि योग्यता अनुरूप मजदूरों को रोजगार उपलब्ध करवाया जाएगा.
जमशेदपुर (आर्यावर्त संवाददाता) उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने प्रवासी मजदूरों को शहर में ही रोजगार मिले उसके लिए पहल शुरू कर दी है. वहीं, उपायुक्त ने शहर के तमाम उद्योग संगठनों, टाटा स्टील, टाटा मोटर्स और जुस्को सहित अन्य कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. इस बैठक के दौरान उन्होंने मौजूद प्रतिनिधियों से प्रवासी मजदूर को उनकी योग्यता अनुरूप रोजगार कैसे उपलब्ध हो उस पर उन्होंने विचार विमर्श किया. साथ ही दिशा निर्देश भी दिया. वहीं, उपायुक्त रविशंकर शुक्ला को भरोसा दिलाया कि वे इस मामले में जिला प्रशासन के साथ है. उन्होंने कहा कि जो भी प्रवासी मजदूर यहां आए है सभी स्किलड और सेमी स्किल्ड मजदूर है. जिसका लाभ यहां के उद्यमियों को मिलेगा. इसके लिए उन लोगों के जरिए जल्द ही प्रयास शुरू कर दिए जाएंगे. डीसी ने मौजूद कॉरपोरेट जगत के प्रतिनिधियों और विभिन्न औद्योगिक प्रतिष्ठानों से आए प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए सुझाव के तौर पर बताया कि कोल्हान प्रमंडल में 10 से 15000 राजस्थान के मोरबी से मजदूर आए हैं, जिन्हें टाइल्स इंडस्ट्री में काम करने का अच्छा खासा अनुभव है. उपायुक्त ने कॉरपोरेट जगत के प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि यदि प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु किसी प्रकार का प्रशिक्षण प्रदान करने की बात होगी, तो इसके लिए जिला प्रशासन ने उन्हें प्रशिक्षण भी दिलाया जाएगा. बता दें कि लाॅकडाउन के बाद पूर्वी सिंहभूम जिला में 8645 प्रवासी मजदूर आए है. जिनमें बहारागोरा प्रखंड में 1268, बोङाम में 966,चाकूलिया में 1537,धालभूमगढ़ में 616, डुमरिया में 761,घाटशिला में 499,गोलमुरी सह जूगसलाई 182, गुडाबंदा में 345,पोटका में 747,पटमदा में 1138 और मुसाबनी प्रखंड में 596 प्रवासी मजदूर आए है. इन मजदूरों में 1622 स्किलड, 1486 सेमी स्किलड और 5390 प्रवासी मजदूर अनस्किल्ड है.
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