अपने खेत को जोतने के लिए बना आदमी. मामला पेटलावद जनपद पंचायत की आदर्श ग्राम पंचायत सारंगी का
झाबुआ। देश मे भले ही सरकार गरीब परिवारों के लिए हर संभव मदद करने व योजनाओं का लाभ देने का दावा कर रही है, किंतु जमीनी हकीकत तो कुछ और ही है। सरकार की बड़ी-बड़ी जन कल्याणकारी योजनाए आज भी झाबुआ जिले में कागजो पर ही संचालित होरही है। यंहा गरीब परिवार आज भी गरीबी के बीच अपनी मेहनत का पसीना बहाकर दो वक्त की रोटी की जुगत में लगा है। दरसअल आदिवासी बाहुल्य झाबुआ जिले में अब भी कई गरीब परिवार ऐसे है जिन्हें सरकार की किसी भी योजना का लाभ नही मिला है और ना ही स्थानीय स्तर पर उनकी कोई सुनवाई होती है। मजबूरन उन्हें अपनी गरीबी के साथ ही जीने पर मजबूर होना पड़ता है। ‘ ‘ कुछ इस तरह का मामला पेटलावद जनपद पंचायत की आदर्श ग्राम पंचायत सारंगी से सामने आया है, जंहा एक युवक खुद बेल (मवेशी) बनकर अपने खेत की हकाई-जुताई करने में जुट गया है। साथ ही उसकी पत्नी भी उसका सहयोग कर रही है। क्योकि युवक बेहद गरीब है। ओर उसकी बेल खरीदने की भी हैशियत नही है।
यह हे मामला -
सारंगी निवासी महेश पिता गेंदालाल मालवीय खुद अपने एक छोटे से जमीन के टुकड़े पर हल-बक्खर चलाने हेतु बेल बनकर कार्य कर रहा है और उसकी पत्नी ममता भी उसका पूरा सहयोग कर रही है। महेश काफी गरीब परिवार से है, जिसके माता- पिता बचपन मे ही गुजर गए थे ओर महेश को झाबुआ के रहने वाले बलराम कसारा व उनकी पत्नी के द्वारा गोद ले लिया था जिसके बाद महेश की परवरिश उन्हीं के द्वारा की गई है। अब महेश को उनके द्वारा भी घर से निकाल दिया गया है। ऐसे में महेश व उसकी पत्नी ममता दोनों सारंगी से थोड़ी ही दूर पर स्थित अपने दादाजी की की जमीन के एक छोटे से टुकड़े पर एक घासफूस की झोपड़ी बनाकर रहने को मजबूर है। ना तो महेश के घर शौचालय है और ना ही रहने हेतु घर। झोपड़ी में रहकर महेश मजदूरी का कार्य करता है जो 100- 200 रुपये रोजाना कमाता है, और अपने व अपनी पत्नी के पेट को पालता है। मजदूरी के साथ ही महेश व उसकी पत्नी मिलकर अपने जमीन के टुकड़े पर कुछ फसल भी तैयार करते है किंतु अब गरीबी की मार के चलते उन्हें फसल तैयार करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। युवक महेश खेती करने हेतु खुद बेल (मवेशी) बनकर कार्य कर रहा है क्योंकि इनके पास इतने पैसे भी नही है कि वह बेल खरीद ले या फिर ट्रेक्टर से खेत की हकाई जुताई करवा लें। ऐसे में महेश व उसकी पत्नी ममता ने फैसला किया की वह खुद अपनी मेहनत से फसल तैयार करेंगे और फिर महेश गरीबी के चलते खुद ही बेल बन गया और उसकी पत्नी उसकी मदद कर रही है। हमे इस बात की खबर लगी तो हमारी टीम तत्तकाल मोके पर पहुची तो हमने देखा कि खुद महेश बेल बनकर खेत मे कार्य कर रहा है और उसकी पत्नी पीछे से उसका सहयोग कर रही है। हमने जब महेश व उसकी पत्नी ममता से बात करना चाही तो उन्होंने बताया कि हम काफी गरीब है और मजदूरी कर अपने घर का जैसे तैसे भरण पोषण करते हैं। सरकार की ओर से या प्रशासन की ओर से हमें किसी भी योजना का लाभ आज तक नहीं मिला है। हमें जिसके द्वारा गोद लिया गया था उन्हीं के द्वारा सारी योजनाओं का लाभ लिया जाता है किंतु हमें तो कुछ नहीं मिला है ना तो हमारे पास रहने को छत है ना ही शौचालय हमने जैसे तैसे हमारे दादाजी की जमीन पर एक छोटी सी झोपड़ी तैयार की है जिसमें ही हम खाना बनाते हैं और रहते हैं साथ ही इस जमीन के टुकड़े पर हम छुटपुट खेती करते हैं किंतु हमारे पास तो बेल भी नहीं है ऐसे में हमें ही बेल बनकर कार्य करना पड़ रहा है। हम यह कार्य मजबूरी में कर रहे हैं हम ऐसा नही करना चाहते हैं किंतु गरीबी के चलते हमें मजबूरन इस काम को करना पड़ रहा है। हम मजदूरी कर एक समय का खाना बनाते हैं जोकि सुबह और शाम दोनो टाइम खाते हैं प्रशासन और सरकार को हमारी ओर ध्यान देना चाहिए हम काफी गरीबी के बीच अपना भरण-पोषण कर रहे हैं। गौरतलब है कि ग्राम पंचायत सारंगी आदर्श ग्राम पंचायत है राष्ट्रपति से भी सारंगी पंचायत को अवार्ड मिल चुके हैं किंतु इस पंचायत में इस गरीब परिवार की कोई सुनवाई नहीं हो रही है यह काफी गरीबी के बीच अपना जीवन यापन कर रहे हैं।हालांकि जब इस मामले में पंचायत के सचिव व रोजगार सहायक से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कागजो पर महेश अपात्र है। इस वजह से उसे योजनाओं का लाभ नही मिल पाया है। वही जनपद सीईओ एनएस चैहान ने मामले को दिखावने की बात कही है, उन्होंने कहा कि अगर युवक पात्रता में आता है तो उसे जरूर लाभ दिया जायेगा ओर अगर नही है।
झाबुआ भाजपा महिला मोर्चा जागरूकता ऑनलाइन बैठक संपन्न’
’ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना हमारी जिम्मेदारी - विधायक कृष्णा गौर’
झाबुआ। रविवार को भाजपा महिला मोर्चा झाबुआ की ओर से आत्मनिर्भर अभियान के तहत ऑनलाइन जूम मीटिंग आयोजन किया गया। मीटिंग में अतिथि वक्ता के रूप कृष्णा गोर विधायक गोविंदपुरा भोपाल,विशेष मार्गदर्शन बबिता परमार सम्भागीय प्रभारी,लक्ष्मणसिंह नायक भाजपा जिलाअध्य्क्ष झाबुआ,आरती भानपुरिया महिला मोर्चा जिला अध्य्क्ष झाबुआ ने बैठक को संबोधित किया बैठक में जिले की समस्त महिला मोर्चा पदाधिकारी व सदश्य उपस्थिति रही..कोविड 19 रोकथाम व आत्मनिर्भर भारत पर विस्तृत चर्चा की गई...। मुख्य वक्ता के रूप में विधायक कृष्णा गौर ने महिला सशक्तीकरण पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में ही महिलाओं का पूर्ण सम्मान है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अंतर्गत महिलाओं को निरूशुल्क गैस कनेक्शन, सुकन्या समृद्धि योजना के तहत लाखो खाते खोले गए। महिला पेंशन के माध्यम से विधवाओं को प्रतिमाह पांच सौ रुपये दिया जा रहा है। गरीब लड़कियों की शादी के लिए सामूहिक विवाह योजना शुरू की है। इंदौर संभाग प्रभारी बबिता बामनिया ने आगामी 9 जून को जिले के सभी मंडलों में कोविड 19 रोकथाम के लिए निषुल्क मास्क और सैनिटाइजर वितरण करने की बात कही।झाबुआ भाजपा जिला अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह नायक ने झाबुआ महिला मोर्चा को घर-घर कोविड-19 आत्मनिर्भर भारत में जागरूकता लाने के विषय पर जोर दिया इस अवसर पर झाबुआ महिला मोर्चा की पदाधिकारी सुनीता पवार उपाध्यक्ष ,शालिनी यादव ज्योति जोशी,सुनीता, प्रीति पंचाल ,मंजू पाटीदार तरुणा गुप्ता, चन्दा कट्ठा,पायल पंचाल आदि भाजपा नेत्रिया उपस्थित रही। उक्त जानकारी जिला मीडिया प्रभारी राजेन्द्र सोनी द्वारा दी गई। े
क्षेत्रीय विधायक कांतिलाल भूरिया ने अपने विधायक निधि से 1 करोड़ 27 लाख की नवीन डीपी हेतु स्वीकृत किये। जिला कांग्रेस एवं झाबुआ विधानसभा की जनता ने भूरिया जी का किया आभार।
झाबुआ 7 जुन । क्षेत्रीय विधायक कांतिलाल भूरिया के अथक प्रयास के चलते झाबुआ विधानसभा में विकास की गंगा बह रही है। कांग्रेस जो कहती है, उसे पुरा करने में पूर्ण विश्वास रखती है। तथा कांग्रेस पार्टी एवं जनप्रतिनिधियों के द्वारा किये गये कार्य धरातल पर दिखते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी ने अपने शासनकाल के दौरान क्षेत्रीय विधायकों के साथ सहयोग कर जिले में करोड़ों के विकास कार्य किये गए हैं। जिसका लाभ जिलेवासीयों को मिलने लगा है, उसी कड़ी में झाबुआ विधायक कांतिलाल भूरिया ने विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र विकास योजना वर्ष 2019-20 के द्वारा अनुशंसित प्रस्ताव तथा संबंधित क्रियान्वयन एैजेन्सी द्वारा प्रेसित प्राक्कलन व तकनीकी स्वीकृती प्रतिवेदन व विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र विकास योजना की मार्गदर्शिका अनुसार निम्नलिखित कार्याें की प्रशासकीय स्वीकृती प्राप्त हो गई है। विधायक प्रतिनिधि डाॅ. विक्रांत भूरिया एवं जिला कांग्रेस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि झाबुआ विधानसभा क्षेत्र में 1 करोड़ 27 लाख रूपये की राशि विद्युतीकरण के अन्तर्गत नवीन डीपी लगाने हेतु स्वीकृती हुई है। नवीन डीपी लगाने से झाबुआ विधानसभा की पंचायतों को लाभ मिलेगा। जिला कांग्रेस एवं क्षेत्र की जनता ने झाबुआ विधायक कांतिलाल भूरिया के अथक प्रयास के चलते यह राशि स्वीकृत करने पर उनका आभार व्यक्त किया है।
जनपद पंचायत झाबुआ के स्वीकृत कार्य निम्नानुसार है -
ग्राम पंचा. मोहनपुरा, पंचायत फलिया में विद्युतिकरण नवीन डीपी निर्माण, लागत 360372/-,ग्राम पंचा. डुंगराधन्ना विद्युतिकरण नवीन डीपी निर्माण लागत 363224/-,ग्राम पंचा. ढेकल बड़ी गल्लू फलिया विद्युतिकरण नवीन डीपी निर्माण लागत 3.38 लाख, ग्राम पंचा. आमली फलिया, वाखला फलिया में विद्युतिकरण नवीन डीपी निर्माण लागत 3.63 लाख, ग्राम पंचा. उमरी तालाब फलिया विद्युतिकरण नवीन डीपी निर्माण लागत 6.42 लाख, नल्दी बड़ी भाबोर फलिया में विद्युतिकरण नवीन डीपी निर्माण लागत 2.93 लाख, बामनसेमलिया भूरिया फलिया में विद्युतिकरण नवीन डीपी निर्माण लागत 3.44 लाख, तलावली बामनिया फलिया में विद्युतिकरण नवीन डीपी निर्माण लागत 3.86 लाख, हड़मतिया बबेरीया फलिया में विद्युतिकरण नवीन डीपी निर्माण लागत 4.03 लाख, नवागांव मोवड़ी फलिया विद्युतिकरण नवीन डीपी निर्माण लागत 3.78 लाख, आमलीपठार नदी फलिया विद्युतिकरण नवीन डीपी निर्माण लागत 2.77 लाख, नवापाड़ा भण्डारिया हटिला फलिया विद्युतिकरण नवीन डीपी निर्माण लागत 3.15 लाख, गुन्दीपाड़ा सातली फलिया विद्युतिकरण नवीन डीपी निर्माण लागत 3.16 लाख, पिटोल माल फलिया विद्युतिकरण नवीन डीपी निर्माण लागत 3.30 लाख, गोला छोटी मलिया खराड़ी फलिया विद्युतिकरण नवीन डीपी निर्माण लागत 4.30 लाख रूपये।
जनपद पंचायत राणापुर के स्वीकृत कार्य निम्नानुसार है -
ग्राम पंचायत धामनीनाना भूरिया फलिया में विद्युतिकरण नवीन डीपी निर्माण लागत 4.06 लाख, धामनीचमना अजनार फलिया में विद्युतिकरण नवीन डीपी निर्माण लागत 4.27 लाख , उबेराव नया फलिया में विद्युतिकरण नवीन डीपी निर्माण लागत 3.80 लाख, ग्राम पंचां मोहनपुरा ग्राम चुलिया बड़ी दलसिंह फलिया में विद्युतिकरण नवीन डीपी निर्माण लागत 3.25 लाख, अंधारवड़ कहुड़ा कंजा फलिया में विद्युतिकरण नवीन डीपी निर्माण लागत 4.06 लाख, डाबतलाई मोहनीया फलिया में विद्युतिकरण नवीन डीपी निर्माण लागत 3.31 लाख, दौतड़ सालेड़ा फलिया में विद्युतिकरण नवीन डीपी निर्माण लागत 6.13 लाख, समोई पालिया फलिया में विद्युतिकरण नवीन डीपी निर्माण लागत 4.23 लाख, ढोल्यावड़ बड़ा फलिया में विद्युतिकरण कार्य हेतु पोल लागत 4.89 लाख, बन सोलिया फलिया में विद्युतिकरण नवीन डीपी निर्माण लागत 2.91 लाख, पुवाला डुंगर फलिया में विद्युतिकरण नवीन डीपी निर्माण लागत 7.04 लाख, छापरखंडा तड़वी फलिया में विद्युतिकरण नवीन डीपी निर्माण लागत 4.17 लाख रूपये आदि कार्यो की स्वीकृती की गई । जिला कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल मेहता, कार्यवाहक अध्यक्ष रूपसिंह डामोर, हेमचन्द डामोर, पूर्व विधायक जेवियर मेड़ा, ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष झाबुआ काना गुण्डिया, ब्लाॅक कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष बन्टु अग्निहोत्री, ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष राणापुर कैलाश डामोर, कांग्रेस नेता प्रकाश रांका, मनिष व्यास, राजेश भटट्, विरेन्द्र मोदी, अलिमुद्धिन सैयद, आचार्य नामदेव, साबिर फिटवेल, मानसिंह मेड़ा, चन्दु पडियार, जसवन्तसिंह नायक, खीमा, कमलेश चैहान, देवलसिंह परमार, मथियास भूरिया, आदित्यसिंह ठाकुर, विजय पांडे, बंसीलाल, बालासेठ, नेहालचन्द, शंकरसिंह भूरिया, आशिष भूरिया, ठाकुर निर्भयसिंह राठौर, शंकर हटिला, भारू मावी, माना डामोर, खुन्ना गुण्डिया, कैलाश बारीया, सुरेन्द्र गरवाल, रवि ठाकुर, विलियम भाबोर, तेरसिंह भूरिया, मकना निनामा, धुम्मा भाबोर, मानसिंह परमार, दिलिप भूरिया, पेमा भाबोर, रकसिंह आई टी सेल जिला अध्यक्ष हर्ष जैन विधानसभा प्रवक्ता रिंकु रूनवाल, सहित कांग्रेस पदाधिकारी सरपंच, पंच तड़वी एवं कांग्रेस कार्यकर्ता एवं झाबुआ विधानसभा की जनता जन्नार्दन आदि ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक कांतिलाल भूरिया के प्रति आभार व्यक्त किया ।
बहादुर सागर तालाब (बड़ा तालाब) की नवीन पुलिया का निर्माण कार्य जोर-षोर से जारी, जून माह में बनकर तैयार हो जाएगी पुलिया, वर्षाकाल में अब ग्रामीणों और काॅलेज के छात्र-छात्राओं को आवागमन में नहीं होगी परेषानी
झाबुआ। शहर के बहादुर सागर तालाब (बड़ा तालाब) की नवीन पुलिया का निर्माण कार्य जोर-षोर से जारी है। पिछले दिनों लाॅकडाउन में पुलिया का निर्माण कार्य रूक गया था, लेकिन अब कार्य पुनः तेज गति से शुरू हो गया है। वार्ड क्र. 1 के पार्षद पपीष पानेरी एवं नगरपालिका के अथक प्रयासों से एक माह के भीतर पुलिया का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाएगा। जिसके बाद वर्षाकाल में यहां से प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में निकलने वाले ग्रामीणों, वाहन चालकों और पीजी काॅलेज के छात्र-छात्राओं को आवागमन में दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस पुलिया की कुल लागत करीब 18 लाख रू. है। बहादुर सागर तालाब (बडे़ तालाब) की इस ऐतिहासिक पुलिया पर वर्षाकाल में बारिष से बड़ा तालाब भर जाने से इसका पानी पुलिया पर से होते हुए मेहताजी के तालाब में समाहित होता था। बड़ा तालाब लबालब होने के बाद पानी पुलिया के ऊपर से बहकर मेहताजी के तालाब के मिलने से सड़क पर भारी मात्रा में पानी जमा रहने से पैदल लोगों सहित वाहन चालकों का आवागमन बाधित हो जाता था। इस कारण हादसे का भी भय बना रहता था। वार्ड क्र. 1 के पार्षद श्री पानेरी ने इस गंभीर समस्या की ओर ध्यान देते हुए नगरपालिका परिषद् की बैठकों में लगातार मांग रखने एवं नरगपालिका अधिकारियों से भी लिखित एवं मौखिक सत्त चर्चा उपरांत पुलिया का कार्य आरंभ हो सका है। इस पुलिया का उद्घाटन पिछले 4-5 महीने पूर्व हुआ। उस दौरान ही पुलिया का कार्य शुरू हो गया था, लेकिन कोरोना वायरस से रोकथाम हेतु लाॅकडाउन लगने से कार्य बंद हो गया था।
वार्ड पार्षद ने पुनः कार्य शुरू करवाया
लाॅकडाउन में षिथिलता मिलने के तुरंत बाद वार्ड पार्षद श्री पानेरी ने नगरपालिका सीएमओ से चर्चा उपरांत पुलिया का कार्य दुत गति से शुरू करवा दिया है। 75 प्रतिषत कार्य पूर्ण भी हो चुका है। शेष कार्य भी एक महीने के अंदर पूर्ण हो जाएगा। नवीन पुलिया बनने के बाद बारिष में बड़ा तालाब भर जाने से इसका पानी पुलिया के नीचे पिल्लरों से होकर मेहताजी के तालाब में समाहित होगा। पुलिया के ऊपर पैदल लोगों और वाहन चालकांे को आवागमन सुचारू जारी रह सकेगा। निर्माण कार्य ठेकेदार मुजम्मिल खान ‘लालाभाई’ द्वारा जोर-षोर से करवाया जा रहा है।
चैवीसो घंटे लगा रहता है आवागमन
ज्ञातव्य रहे कि बड़े तालाब की इस पुलिया से चैवीसों घंटे आवागमन जारी रहता है। इस पुलिया से होकर समीपस्थ ग्राम मोजीपाड़ा, बिलिडोज, कालापीपल, ढेकल बड़ी-छोटी, रानापुर रोड़ की ओर से आने-जाने वाले समस्त लोगों, छोटे-बड़े वाहन चालकों, विषेषकर पीजी काॅलेज आने-जाने वाले सैकड़ों छात्र-छात्राओं, गायत्री शक्तिपीठ, खोड़ियार माता मंदिर आने-जाने वाले भक्तजनों और वार्ड के रहवासियों का भी आवागमन दिनभर लगा रहता है, जिन्हें नवीन पुलिया बनने के बाद काफी राहत एवं सुविधा मिलेगी। आजीवन समस्या से निजात मिल सकेगी।
अखिल भारतीय दयानंद सेवाश्रम संघ दिल्ली से जरूरतमंद परिवारों की सेवा के लिये खाद्य सामग्री आई
थांदला । अखिल भारतीय दयानंद सेवाश्रम संघ दिल्ली व आर्य गुरुकुल रानी बाग दिल्ली- 34 से जरूरतमन्दों के लिये प्राप्त खाद्य सामग्री थांदला तहसील के ग्राम काकनवानी व बालवासा स्थित सेवाश्रम इकाई के चयनित गाँवो फलियों आदि के 200 से अधिक जरूरतमंद आदिवासी परिवार के लोगों को मास्क आदि के साथ वितरित की गई। वितरण समारोह में सेवाश्रम थांदला के अध्यक्ष समाज सेवी विश्वास सोनी , आश्रम संचालक आचार्य दयासागर, कोषाध्यक्ष गुलाबसिंह आर्य, कड़वा कटारा, रमेश बारिया, मलसिंह भगत, दयाल सिंह आर्य, सुजीत भंवर तथा अनेक ग्रामवासी उपस्थित थे। गुलाबसिंह आर्य ने ग्राम वासियों को सेवाश्रम के कार्यों को बताते हुए सेवाश्रम मुख्यालय दिल्ली व आर्य गुरुकुल रानी बाग के पदाधिकारी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया गया। गौरतलब है कि झाबुआ जिले की सबसे पुरानी समाज सेवी संस्था महर्षि दयानंद सेवाश्रम अध्यक्ष विश्वास सोनी के मार्गदर्शन में कोरोना के प्रारंभिक काल से ही जरूरतमंद लोगों की सेवा करता रहा है।
स्वास्थ्य कर्मियों की एक दिन की कार्यशाला का हुआ आयोजन - सभी को बाँटे कोरोना किट
थांदला। विकासखण्ड थांदला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर चेतना संस्था और टीआरआईएफ द्वारा 1 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला मे थांदला ब्लॉक के बीएमओ सहित एएनएम-एमपीएडब्लू और सुपर वाइजर आदि उपस्थित थे। कार्यशाला की शुरुआत मे चेतना संस्था के ब्लॉक समन्वयक द्वारा चेतना संस्था का परिचय देते हुए बताया कि संस्था थांदला में स्वास्थ्य और पोषण के विषय पर कार्य कर रही है। संस्था ने कार्यशाला में कोरोना कोविड-19 के बारे में विस्तृत चर्चा की। संस्था द्वारा सामाजिक दूरी, होम क्वॉरेंटाइन, व्यक्तिगत स्वच्छता, कोरोना वाइरस महामारी के दौरान पोषण आहार, कोरोना वाइरस में रखने वाली सावधानी एवं मास्क की अनिवार्यता आदि विषय पर भी जानकारी दी। उक्त कार्यशाला मे उपस्थित सभी फील्ड के कार्यकर्ताओ का उत्साह वर्धन करते हुए कहा कि आपने कड़ी धूप मे भी मेहनत कर हमारे ब्लॉक और जिले को कोरोना मुक्त रखा एवं आशा करते है की आगे भी हम मिलकर इस महामारी को हराने मे कामयाब होंगे। वर्तमान मे जब लॉकडाउन, ऑनलॉक है, ऐसे में सभी लोगों को अधिक जागरूकता की जरूरत है ताकि हम इस संक्रमण से बचे रहे। इस अवसर पर सभी स्वास्थ्य कर्मियों को पीपीई किट, एन -95 मास्क, सेनेटाइजर बॉटल, दस्तानें आदि कोरोना किट भी वितरण किये गये।
पहली बारिश में तरबतर हुआ अंचल - देर रात हुई तेज बारिश सरकारी 28 एमएम दर्ज की गई
थांदला। नगर व आसपास अंचल में देर रात हुई तेज बारिश ने आसपास का वातावरण मनमोहक बना दिया है। कोरोना महामारी के समय जब व्यक्तियों के मन में डर व तनाव गहरागया था ऐसे में ऋतु परिवर्त के यह दृश्य सबके चेहरे पर खुशियां ले आये है। नगर की पूर्ति करने वाला खजूरी डेम पहली बारीश में ही आधा भर गया। सरकारी रिकार्ड के अनुसार 28 एमएम वर्षा दर्ज की गई जबकि पिछले माह यह निरंक थी।
प्रतिबंधित मछलियों के प्रजनन काल में मछुआरों ने फैलाये जाल
सरकारी रिकार्ड अनुसार यह समय मछलियों के प्रजननकाल का रहता है जिसके चलते मछली पकड़ना पूर्णतः प्रतिबंधित रहता है बावजूद इसके इस ओर प्रशासन कभी सख्त नही रहा है जिसके चलते सैकड़ो मछुआरें डेम पर मछली पकड़ने पहुँचे व अपने जाल में मादक द्रव्य लगाकर मछली पकड़ने का काम किया। ज्ञातव्य है कि पर्व रियासत के समय में भी इस स्थान पर मछली पकड़ना पूर्णतः प्रतिबंधित रहा है, इस स्थान पर राजसी समय का शिलालेख इस बात का प्रमाण भी है। बारिश से बाजारों में रौनक - कृषि सामग्री व मकान सामग्री पर लगी भीड़ नगर व वनांचल में ग्रामीण कृषक अपने खेत आदि के लिये खाद बीज व कृषि उपकरण खरीदने आये वही अनेक जन अपने मकान आदि को बारिश से बचाने के लिये प्लास्टिक खरीदने आये जिसके चलते नगर के अतिव्यस्ततम आजाद मार्ग के पीपली चैराहे पर जबरजस्त भीड़ देखी गई जिसके चलते लोगो की आवाजाही भी प्रभावित हुई।
नगर परिषद के स्वच्छता अभियान की खुली पोल - पहली बारिश में ही कई स्थानों पर हालत गम्भीर
थांदला। कोरोना महामारी के चलते लॉक डाउन समयावधि में नगर परिषद थांदला को विगत दो माह का पर्याप्त अवसर मिला था जिसके चलते वह नगर के सभी वार्डों की सड़क व नालियों की पूर्ण सफाई करवा सकती थी जिसका दम्भ भरते हुए नगर परिषद ने अनेक स्थानों के फोटों समाचार आदि भी साझा किए लेकिन स्थिति कुछ और ही नजर आ रही है। वार्ड क्रमांक 4 में स्वयं पार्षद रोहित बैरागी की गली कीचड़ से भर गई जिससे खफा वह नगर परिषद के कर्मचारियों को ग्राउंड लेवल पर भी काम करने की नसीहत देते नजर आए वही जन समस्या को देखते हुए वे स्वयं आगे आये व अपनी गली की सफाई का काम चालू करवाया। यही आलम वार्ड क्रमांक 15 का भी रहा जहाँ स्वयं नगर परिषद अध्यक्ष बंटी डामोर व पार्षद पीटर बबेरिया ने जन समस्याओं का त्वरित निराकरण किया था लेकिन पहली बारीश में ही यहाँ के रहवासी भी परेशान होते नजर आए। यही हाल अन्य कई स्थानों का रहा जिसने नगर परिषद की सफाई व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है।
झाबुआ के वार्ड क्र. 18 में षिविर लगाकर 196 परिवारों को 570 त्रिकटु चूर्ण के पैकेट का वितरण किया गया, जिला आयुष विभाग की ओर से लगाया षिविर, वार्ड पार्षद ने विषेष सहयोग प्रदान किया
झाबुआ। वर्तमान में चल रहीं महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) से रोकथाम हेतु जिला आयुष विभाग द्वारा जिला आयुष अधिकारी डाॅ. मीना भायल के मार्गदर्षन में संपूर्ण शहर ही नहीं अपितु जिलेभर में भी लगातार केंप लगाकर एवं लोगों के घर-घर जाकर भी उन्हें चिकटु चूर्ण (काढ़े) के साथ कई प्रकार की आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक एवं यूनानी गोली-दवाईयांे का निःषुल्क वितरण किया जा रहा है, ताकि इससे शरीर का इम्यूनिटी पाॅवर बढ़ सके और प्रत्येक व्यक्ति में रोगों से लड़ने की क्षमता में अभिवृद्धि हो सके। यह कार्य भारत सरकार आयुष मंत्रालय एवं मप्र शासन आयुष विभाग के निर्देष पर पिछले करीब ढ़ाई महीने से किया जा रहा है। इसी क्रम में जिला आयुष अधिकारी डाॅ. मीना भायल के मार्गदर्षन में 7 जून, रविवार को सुबह शहर के वार्ड क्र. 18 में षिविर का आयोजन किया गया। षिविर में युवा चिकित्सा अधिकारी डाॅ. नवीन वर्मा एवं फार्मासिस्ट रवि शर्मा द्वारा अपनी सेवाएं दी गई। यह षिविर यहां वार्ड के सक्रिय एवं जागरूक पार्षद नरेन्द्र राठौरिया के विषेष सहयोग से संचालित हुआ। षिविर वार्ड के समर्पित कार्यकर्ता राजेष सतोगिया के निवास के बाहर लगाया गया। जहां वार्ड के सैकड़ों की संख्या में रहवासियों ने कतार में खड़े रहकर अपना पंजीयन करवाकर बाद कोरोना वायरस महामारी से बचाव हेतु त्रिकटु चूर्ण (काढ़े) के पैकेट प्राप्त किए। प्रत्येक व्यक्ति को अपने परिवार के सदस्यों की संख्या के अनुसार पैकेट दिए गए।
570 पैकेट वितरित किए
यह षिविर सुबह 10 से दोपहर 12.30 बजे तक संचालित हुआ। ढ़ाई घंटे में करीब 196 परिवारों का पंजीयन कर कुल 570 पैकेट प्रदान किए गए। इसके उपयोग की विस्तृत जानकारी चिकित्सा अधिकारी डाॅ. नवीन वर्मा ने प्रदान की। चिकित्सक डाॅ. वर्मा एवं पार्षद श्री राठौरिया ने बताया कि यह त्रिकटु चूर्ण मप्र शासन की ओर से सभी को निःषुल्क प्रदाय किया जा रहा है।
सर्दी-जुखाम, बुखार से रोकथाम में भी सहायक
इसमें बताई गई विधि अनुसार नियमित सेवन से व्यक्ति के शरीर का इम्यूनिटी पाॅवर तेजी से बढ़ता है। इससे कोरोना के वायरस सीधे व्यक्ति के शरीर को नुकसान नहीं पहुंचा पाते है। यह चूर्ण सर्दी-जुखाम, बुखार से रोकथाम में भी काफी सहायक है। केंप को सफल बनाने में सराहनीय सहयोग वार्ड क्र. 18 के सेवाभावी कार्यकर्ताओं में राजेष सतोगिया, चंदन, सुलेमान शेख, अजय राठौर, हेमेन्द्र भानपुरिया, संजय पटेल, कन्हैयालाल प्रजापत, अमरसिंह कुषवाह आदि ने प्रदान किया।
शासन के निर्देशों का कडाई से क्रियान्वयन सुनिश्चित करें- श्री सिपाहा
अब बच्चों की पढ़ाई नहीं रूकेगी
झाबुआ। कलेक्टर श्री प्रबल सिपाहा ने जिले के समस्त विकास खण्ड शिक्षा अधिकारियों, संकुल प्राचार्यों, विकास खण्ड स्रोत समन्वयकों को निर्देश दिये हैं कि वे शासन द्वारा जारी निर्देशों का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करे। वर्तमान परिदृश्य में शैक्षणिक गतिविधयों के अवरूद्ध होने से विद्याथियों का लर्निंग लाॅस ना हो इसके लिये स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संवर्धन के लिये क्पहपस्म्च् ;क्पहपजंस स्मंतदपदह म्दींदबमउमदज च्तवहतंउउमद्ध कार्यक्रम तैयार किया गया है। जिसके अंतर्गत व्हाटसअप ग्रुप के माध्यम से उच्च गुणवत्ता शिक्षण सामग्री कक्षा 1 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिये प्रतिदिन उपलब्ध कराई जा रही है। बच्चों के शैक्षणिक उन्नयन के लिये रेडियों स्कूल प्रतिदिन रविवार को छोड़कर प्रातः 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक प्रसारण, दूरदर्शन कक्षा 9 से 12 तक के लिये सोमवार से शनिवार, लोकल केबल स्थानीय परिस्थिति अनुसार तथा क्पहपस्म्च् ;क्पहपजंस स्मंतदपदह म्दींदबमउमदज च्तवहतंउउमद्ध व्हाटसअप के माध्यम से शिक्षण सामग्री कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं। कलेक्टर श्री सिपाहा ने अवगत कराया कि राज्य स्तर से समय-समय पर क्विज असाइनमेंट, अतिरिक्त शिक्षण और प्रत्येक रविवार को भेजी जा रही फिल्प बुक उपलब्ध कराई जा रही है। जिनसे शिक्षकों को अपने विद्यार्थियों के साथ फोन और व्हाटसअप, दोनों माध्यमों से जुडने में मदद मिले। परिवर्तित परिदृश्य में डिजीटल शिक्षा सिखने-सीखाने में का सशक्त माध्यम बन रहा है परन्तु पहली बार क्पहपस्म्च् द्वारा प्रदाय कराई जा रही शिक्षण सामग्री का उपयोग कर रहे विद्यार्थियों के मन मस्तिष्क में उत्पन्न हो रहे सवालों, भाव, चुनौतियों का समाधान बच्चों से जीवन्त सम्पर्क बनाये रखने से संभव है। श्री सिपाहा ने जारी परिपत्र में निर्देश दिए हैं कि आप डिजिलेप कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिये विद्यार्थी , अभिभावक तथा शिक्षकों से नियमित संवाद करने के साथ ही कार्यक्रम के संपूर्ण घटकों के पर्यवेक्षण के लिये जिम्मेदारी तय की गई है- विद्यार्थियों को नियमित रूप से डिजिलेप संबंधी जानकारी के प्रचार-प्रसार और अभिभावकों को प्रोत्साहित करने के लिये जागरूक्ता लाना, यह सुनिश्चित करना कि समूह में विद्यार्थियों, अभिभावकों को शिक्षकों द्वारा सही और समय पर शिक्षण सामग्री प्रतिदिन भेजी जाये। आप स्वयं प्रतिदिन 2-3 विद्यार्थियों, अभिभावकों और 2-3 शिक्षकों से कार्यक्रम संबंधी फीडबैक लेकर दी गई लिंक पर फीड करेंगे। शिक्षकों से प्रतिदिन चर्चा कर उन्हें टिप्पणियां एवं गृह कार्य शेयर करने तथा फोन, व्हाटसअप के माध्यम से की गई समीक्षा की जानकारी संधारित करेंगे। आप संकुल के समस्त शालाओं के प्रधानपाठक, शिक्षकों से नियमित संवाद करेंगे। डिजिलेप, टी.वी. और रेडियो पर स्कुल कार्यक्रमों के उत्कृष्ट क्रियान्वयन करने वाले शिक्षकों को राज्य, जिला, ब्लाक, स्तर पर पुरूस्कृत किये जान संबधी जानकारी तैयार करना। कोविड-19 ड्यूटी कार्य कर रहे शिक्षकों के अतिरिक्त डिजिलेप के क्रियान्वयन में उदासीनता बरतने वाले शिक्षकों की जानकारी संधारित करना। प्रत्येक शिक्षकों द्वारा प्रतिदिन डिजिलेप कार्यक्रम के विधिवत क्रियान्वयन के लिये बच्चो, अभिभावकों से मोबाईल पर फीडबैक लेना एवं इसकी जानकारी प्रतिदिवस दी गई निर्धारित लिंक पर फीड करने की समीक्षा करना। संलग्न गुगल फार्म सप्ताह में दो बार सोमवार और गुरूवार को प्राचार्य कक्षा 9 से 12 वी तक एवं जन शिक्षक कक्षा 1 से 8 तक की प्रविष्टि करना। विद्यार्थियों एवं पालकों को डिजीटल अध्ययन के माध्यम से प्रेरित करना और डिजिलेप व्हाटसअप ग्रुप में बच्चों, पालकों को शिक्षकों द्वारा कक्षा वार शामील किया जाना सुनिश्चित करना। ब्डत्पेम डिजिटल शिक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रम अंतर्गत आपके विकास खण्ड में पदस्थ समस्त शिक्षकों (कक्षा 1 से 12 तक) से दीक्षा एप के माध्यम से वर्तमान में संचालित कोर्स -1 , कोर्स-2 एवं कोर्स-3 का प्रशिक्षण पूर्ण कराना शामील है। कलेक्टर श्री सिपाहा ने निर्देश दिये हैं कि वर्तमान में उक्त समस्त डिजिलेप कार्यक्रम के क्रियान्वयन में झाबुआ जिले की स्थिति (रैकिंग) संतोष जनक नहीं है। इसलिए आप प्रतिदिन शिक्षकों, विद्यार्थियों और पालकों से डिजिलेप कार्यक्रम के संबंध में चर्चा कर संभावित लर्निंग लाॅस को कम करने एवं सिखने की प्रक्रिया की निरंतरता बनाये रखने के लिये प्रतिदिन अपने स्तर से पर्यवेक्षण करेंगे। और दी गई लिंक पर सभी जानकारियां फीड करना सुनिश्चित करेंगे तथा आप 10 जून तक डिजिलेप कार्यक्रम के संपूर्ण क्रियान्वयन के लिये आपके विकास खण्ड के लक्ष्य को सतप्रतिशत प्राप्त करते हुए अवगत कराएगें।
कृषि उद्यमिता में व्यवसायिक प्रषिक्षण के लिये आवेदन अब 20 जून 2020 तक
झाबुआ । राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबंधन संस्थान हैदराबाद द्वारा 45 दिवसीय निःषुल्क रहवासीय कृषि उद्यमिता व्यवसायिक प्रषिक्षण भोपाल में किया जाना प्रस्तावित है। प्रषिक्षण पष्चात कृषि , खाद्य प्रसंस्करण ,दुग्ध उत्पादन ,एग्री क्लीनिक,कस्टम हायरिंग ,पाॅली हाउस, पषुपालन , पोल्ट्री सहित 32 चिन्हित गतिविधियों में स्टार्ट अप के लिये अधिकतम 20 लाख रूपये ऋण एवं नियमानुसार 36 से 44 प्रतिषत तक अनुदान की पात्रता रहेगी। बी.एस.सी (कृषि/वनस्पति विज्ञान /प्राणिविज्ञान /रसायन विज्ञान) अथवा कृषि विषय से न्यूनतम 55 प्रतिषत अंको से हायर सेकन्डरी उत्तीर्ण युवा इस प्रषिक्षण हेतु आवेदन कर सकते हैं। प्रषिक्षण के लिये हितग्राहियों का चयन साक्षात्कार के माध्यम से किया जायेगा , कोरोना के प्रभाव के कारण आवेदन की अंतिम तिथि दिनांक 27 जून 2020 तक बढ़ा दी गई है ,विस्तृत जानकारी के लिये नोडल अधिकारी , उद्यमिता विकास केन्द्र मध्यप्रदेष (सेडमैप) 16-ए अरेरा हिल्स भोपाल से दूरभाष क्रमांक 07552575256 अथवा मोबाईल नं 9893663843 पर कार्यालयीन समय प्रातः 10ः30 सक षाम 05ः30 तक संपर्क कर सकते हैं।
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