भाजपा कार्यकर्ताओं ने पूर्व सीएम के पुतले को जुलूस निकालकर
- विधायक के नेतृत्व नारेबाजी कर श्यामपुर में चौराहे पर जलाया
सीहोर। भाजपा कार्यकर्ताओं ने विधायक सु़देश राय के नेतृत्व में श्यामपुर के बाजार में पूर्व सीएम के पुतले का जुलूस निकालकर केरोसिन डालकर विरोध स्वरूप पुतले को आग के हवाले कर दिया। भाजपा कार्यकर्ताओं में पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ को लेकर रविवार को जबदस्त रोष दिखाई दिया। ग्रामीणजनों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस नेता कमलनाथ को चीन का दलाल बताते हुए जमकर नारेबाजी करते चौराहे पर विरोध प्रदर्शन किया। पुतला दहन के पूर्व भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए विधायक सुदेश राय ने कहा की वरिष्ठ नेतृत्व के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री कांग्रेस नेता के तत्कालीन केंद्रीय मंत्री रहते हुए चीन के आयात पर टैक्स में भारी छूट दी गई थी। जिस से देश को भारी आर्थिक नुकसान हुआ था। विघायक श्री राय ने कहा की कांग्रेस पार्टी के द्वारा लगातार भारतीय सेना का अपमान भी किया जा रहा है देश भक्त यह सहन नहीं करेंगे। प्रदर्शन के दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता लक्ष्मीनारायण पाटीदार भारतीय जनता पार्टी मंडल अध्यक्ष श्यामपुर दिनेश मेवाड़ा जिला महामंत्री नवीन चौहान ने भी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। प्रदर्शन में विधायक प्रतिनिधि गोविंद पाटीदार, युवा मोर्चा मंडल महामंत्री जितेन वर्मा, परमानंद मीणा, पूर्व सरपंच अजय ठाकुर, धनराज पाटीदार, संजय पाटीदार, राजेंद्र हाड़ा, जगदीश मीणा, जगदीश पाटीदार, राकेश पाटीदार, मनोज पाटीदार, ओम पाटीदार, लोकेन्द्र ठाकुर, ओम पाटीदार, विकास सेन, रामभरोसे शाक्य, सुरेंद्र सिंह दांगी सहित समस्त भाजपा कार्यकर्ता और ग्रीमीणजन शामिल रहे।
“किल कोरोना” अभियान के संबंध में बैठक संपन्न
रविवार को कलेक्टर श्री अजय गुप्ता की अध्यक्षता में किल कोरोना अभियान के संबंध में बैठक आयोजित हुई। बैठक में ग्रामीण स्तर पर बनाई गई सर्वे टीम एमएमयू टीम और सेक्टर लेवल की टीम माइक्रो प्लानिंग के बारे में बताया गया एवं सर्वे टीम में उपयुक्त सभी अंतर विभागीय टीम रहेगी। यह अभियान 1 जुलाई से 15 जुलाई तक चलेगा जिसमें ऑर्बिट से संदिग्ध मरीजों की जांच, मलेरिया डेंगू, फीवर का सर्वे भी किया जाएगा। साथ-साथ टीकाकरण से छूटे हुए बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं का भी सर्वे किया जाएगा। बैठक में समस्त अनुविभागीय अधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पचंयात, मुख्य कार्यपालन अधिकारी नगरपालिका परिषद, स्वास्थ्य विभाग, महिला बाल विकास विभाग आदि के अधिकारी उपस्थित थे।
वन मित्र पोर्टल के संबंध में कलेक्टर ने दिए निर्देश
कलेक्टर श्री अजय गुप्ता की अध्यक्षता में वन मित्र पोर्टल सॉफ्टवेयर अंतर्गत वनाधिकार दावों के निराकरण संबंधी बैठक का आयोजन कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में किया गया। बैठक में कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनजाति वर्ग के पूर्व में निरस्त वन पट्टे के दावों के निराकरण में तत्परता लाई जाए। साथ ही पूर्व में निरस्त किए गए पट्टों का पुन:अवलोकन हितग्राहियों को वितरित किए जाएं। बैठक में वनमंडलाधिकारी श्री रमेश गनावा, अनुविभागीय अधिकारी, डीओडब्ल्यू, तहसीलदार और फॉरेस्ट के रेंजर उपस्थित थे।
शहरी क्षेत्र में मिले दो कोरोना पॉजीटिव मरीज अभी तक कुल 1274 सेंपल जांच के लिए भेजे गए
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुधीर डेहरिया ने जानकारी देते हुए बताया कि सीहोर शहरी क्षेत्र के दो और व्यक्तियों की कोरोना रिपोर्ट आज पॉजीटिव प्राप्त हुई है। इस प्रकार वर्तमान में जिले में कुल कोरोना पॉजीटिव मरीजों की संख्या 4 हो गई है। रविवार को वार्ड नंबर 4 जयंती कॉलोनी निवासी एक व्यक्ति की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजीटिव प्राप्त हुई है। यह सैंपल कल जिला चिकित्सालय में संचालित ट्रूनेट मशीन पर लगाया में गया था, जिसकी रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। सीहोर में ट्रूनेट मशीन से पॉटिव रिपोर्ट प्राप्त होने का यह पहला प्रकरण है। दूसरा पॉजीटिव व्यक्ति सब्जी मंडी के पास वार्ड क्रमांक 27 का निवासी है। उसका सैंपल इंदौर में लिया गया जहां उसकी रिपोर्ट आज पॉजीटिव प्राप्त हुई है। दोनो व्यक्ति उपचार के लिए इंदौर में भर्ती हैं। जिले में कोरोना पॉजीटिव मरीजों की संख्या अब 4 चारों ही पॉजीटिव व्यक्ति शहरी क्षेत्र के हैं। वार्ड नंबर 4 निवासी एक व्यक्ति कोविड केयर सेंटर में उपचार के लिए भर्ती है। गंज निवासी एक व्यक्ति का उपचार भोपाल में चल रहा है। वहीं आज पॉजीटिव मिले दोनों ही व्यक्ति उपचार के लिए इंदौर में भर्ती हैं।
दो और कंटेनमेंट एरिया घोषित, जिले में कंटेनमेंट एरिया की संख्या हुई 4
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री अजय गुप्ता द्वारा आज आदेश जारी कर पॉजीटिव व्यक्तियों के निवासी वाले दोनों ही एरिया को कंटेनमेंट घोषित कर दिया है। वार्ड नंबर 27 चन्द्रशेखर आजाद मार्ग सब्जी मंडी के पास एवं वार्ड नंबर 4 जयंती कॉलोनी सैकड़ाखेडी रोड़ रिमझिम ढाबा वाले एरिया को कंटेनमेंट एरिया घोषित किया गया है। जिले में कंटेनमेंट एरिया की संख्या 4 हो गई है चारों ही शहरी क्षेत्र में स्थित हैं। रविवार को कंटेनमेंट एरिया वार्ड 4 रिमझिम ढाबा वाले क्षेत्र में 5 घरों का सर्वे कर 24 व्यक्तियों के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी सर्वेदलों द्वारा प्राप्त की गई। वहीं वार्ड नंबर 27 सब्जी मंडी वाले कंटेनमेंट एरिया 37 घरों का सर्वे कर 154 व्यक्तियों के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्राप्त की गई। इसी प्रकार सैकड़ाखेड़ी रोड स्थित वार्ड नंबर 4 में दो सर्वे दलों द्वारा 45 घरों का सर्वे कर 240 व्यक्तियों के स्वास्थ्य परीक्षण की जानकारी प्राप्त की गई। वहीं बफर एरिया में 65 घरों का सर्वे कर 269 व्यक्तियों से स्वास्थ्य संबंधी फालोअप लिया गया। इधर वार्ड नंबर 13 में तीन सर्वे दलों द्वारा 94 घरों का सर्वे कर 343 व्यक्तियों का स्वास्थ्य फालोअप लिया गया। वहीं बफर एरिया में 70 घरों का सर्वे कर 323 व्यक्तियों का स्वास्थ्य फालोअप लिया गया। कोविड केयर सेंटर सीहोर में 1 पॉजीटिव व्यक्ति भर्ती है जिसका उपचार चल रहा है। जिले में अन्य देशों से सीहोर पहुंचे कुल व्यक्तियों की संख्या 232 है जिनमें से 184 लोगों की अब तक स्क्रीनिंग स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जा चुकी है। पिछले 24 घंटों के दौरान एक भी ऐसे व्यक्ति की पहचान नहीं की गई जो अन्य राज्यों और अन्य जिलों से लौटे थे। जिले में अब तक होम कोरेंटाईन किए गए व्यक्तियों की संख्या 43913 है। डॉ. डेहरिया ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान ऐसे व्यक्ति जो विदेश से सीहोर जिले में नहीं लौटे थे परंतु अन्य जिलों एवं राज्यों से लौटे थे और विभागीय अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा घर-घर सर्वे के दौरान चिन्हित किए गए। अब तक कुल 43913 व्यक्तियों का होम कोरेंटाइन पूर्ण किया जा चुका है। जिले से अब तक कुल 1274 सेम्पल जांच के लिए भेजे गए थे जिनमें से 1226 सेंपलों की रिपोर्ट अब तक निगेटिव प्राप्त हुई है। अभी तक हास्पिटल आईसोलेशन में भर्ती मरीजों की कुल संख्या 14 है। कोरोना संक्रमण पाजीटिव मरीजों की संख्या 13 है। कोरोना संक्रमण के कारण मृत्यु संख्या 2 है। कुल कंटेंमेंट एरिया 4 हैं। पैथालॉजी द्वारा कोरोना वायरस सेंपल की रिजेक्ट संख्या कुल 24 है। वहीं विदेश से आए यात्री जो गृह जिला या निवासरत जिला में वापस नहीं आए उनकी संख्या 48 है। कोरोना संक्रमित उपरांत ठीक हुए मरीजों की संख्या 9 है। जिले में जो व्यक्ति होम क्वारंटाइन में है उनके निवास स्थान से सीधे संवाद हेतु जिला स्तरीय कोविड-19 काल सेंटर स्थापित किया गया है जिसका संपर्क नंबर-7247704181 है कोविड-19 से संबंधित जानकारी इस संपर्क नंबर पर ली व दी जा सकती है। वहीं जिला चिकित्सालय सीहोर में टेलीमेडिसीन के लिए संपर्क नंबर 07562-401259 जारी किया गया है। राज्य स्तर पर 104/181 नंबर पर काल करके भी टेलीमेडिसीन सेवा का लाभ लिया जा सकता है। 104 नंबर पर ई-परामर्श सेवा का भी लाभ लिया जा सकता है। ई-संजीवनी ओपीडी सेवा हेतु www.esanjeevaniopd.in पंजीयन कराया जा सकता है। कलेक्ट्रेट कार्यालय में भी जिला स्तरीय काल सेंटर बनाया गया है जिसका संपर्क नंबर 07562-226470 है तथा होम क्वारंटाइन व्यक्तियों तथा उनके परिजनों के लिए हेल्पलाइन नंबर 18002330175 जारी किया गया है। जिस पर संस्थागत क्वारंटाइन अथवा होम क्वारंटाइन व्यक्ति अथवा उनके परिजन इमोशनल वेलनेस अथवा साईकोलाजिकल सपोर्ट एवं अन्य जरूरी परामर्श मानसिक सेवा प्रदाताओं से निःशुल्क प्राप्त कर सकते है।
पूरी तरह सुरक्षित है कुक्कुट उत्पादों का सेवन
पशुपालन विभाग ने स्पष्ट किया है कि मुर्गियों से कोरोना फैलने की बात निराधार और तथ्यों से परे है। पशुपालन विभाग ने इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग से अभिमत प्राप्त किया है। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के आधार पर स्पष्ट किया गया है कि कुक्कुट उत्पादों से किसी भी प्रकार से कोरोना फैलने की खबर पूरी तरह भ्रामक और आधारहीन है तथा कुक्कुट उत्पादों का सेवन पूरी तरह से सुरक्षित है। भारत सरकार के पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय ने भी सभी राज्यों के सचिवों को पत्र के जरिये सूचित किया है कि मुर्गी पालन से मनुष्यों में कोरोना का संक्रमण नहीं होता तथा वर्तमान में इनका सेवन न केवल सुरक्षित है बल्कि यह प्रोटीन से भरपूर सस्ता खाद्य पदार्थ है जो मनुष्यों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। स्वास्थ्य विभाग ने अपने पत्र में कुक्कुट उत्पादों का उपयोग नहीं करने तथा मुर्गी पालन फार्म को शीघ्र बंद करने जैसे कोई दिशा-निर्देश या चेतावनी-पत्र जारी नहीं किया है। उन्होंने कहा कि कतिपय वायरल खबर में उल्लिखित भोपाल, ग्वालियर, देवास, इंदौर, उज्जैन, रतलाम, बड़नगर, सीहोर, बड़वानी और महू में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुक्कुट के किसी भी प्रकार के नमूने नहीं लिये गये हैं। उन्होंने कहा कि कुक्कुट उत्पादों का उपयोग पूरी तरह से सुरक्षित है तथा इनसे अभी तक किसी भी प्रकार के कोरोना संक्रमण होने का कोई संकेत विश्व में कहीं भी नहीं मिला है। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि उपयोगकर्ता अफवाहों से सतर्क रहें। वर्तमान में चिकन तथा अंडों का उपयोग पूर्णतः सुरक्षित है।
मच्छर जनित बीमारियाँ अब प्रदेश में अधिसूचित संक्रामण रोगों के दायरे में
कोरोना संकटकाल के बीच मध्यप्रदेश सरकार ने मच्छर जनित बीमारियों के संक्रमण को रोकने के लिये अहम आदेश जारी किया है। गजट में हुए प्रकाशन के बाद अब मच्छरो के जरिये फैलने वाली बीमारियों डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया, चिकनगुनिया के साथ ही जैपनीज इंसेफेलाइटिस अब अधिसूचित संक्रामक रोगो (नोटिफाइड इन्फेक्शियस डिसीज) की श्रेणी में आयेगे। इससे इन बीमारियों के ज्यादा संक्रमण वाले इलको में रोकथाम के लिये काम करने वाले स्वास्थ्य विभाग, मलेरिया और नगर निगम का अमला और ज्यादा प्रभावी तरीके से कन्ट्रोल कर पायेगा। साथ ही निगम और मलेरिया विभाग का अमला बिना सर्च वारंट के घरो के अंदर लार्वा सर्वे की जांच कर सकेगा।
निजी अस्पतालों को देनी होगी इन बीमारियों के मरीजो की पूरी जानकारी
प्राप्त जानकारी अनुसार मौजूदा हालात में कोरोना से ज्यादा खतरनाक बीमारियों में मच्छरो के जरिये फैलने वाले रोगो डेंगू, चिकनगुनिया, जीका में भी मृत्यु दर काफी अधिक रहती है। एक्ट में शामिल न होने के कारण प्रायवेट अस्पताल और नर्सिग होम इन बीमारियों के मरीजो की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को नहीं देते थे। इससे इन बीमारियों के संक्रमण का सही स्तर पता नहीं लग पाता था। गजट नोटिफिकेशन के बाद अब इन बीमारियों के मरीजो की जानकारी प्रायवेट चिकित्सा संस्थानो को स्वास्थ्य विभाग को देनी होगी। वहीं मेडिकल स्टोर्स से भी विभागीय महकमा दवाएं लेने वाले मरीजों की जानकारी तलब कर सकेगा।
पटवारियों की संविलियन नीति के लिए आवेदन प्रक्रिया के संबंध में निर्देश
मप्र शासन के राजस्व विभाग द्वारा पटवारियों की संविलियन नीति के तहत अपरिहार्य परिस्थितियों में पटवारियों के एक जिले से दूसरे जिले में स्थानांतरण के लिए नीति निर्धारित की गई है। आयुक्त भू-अभिलेख एवं बंदोबस्त ग्वालियर द्वारा पटवारियों की संविलियन नीति के लिए आवेदन प्रक्रिया निर्धारित किए जाने के संबंध में सभी कलेक्टर (भू-अभिलेख) को निर्देश दिए गए हैं। संविलियन नीति के अंतर्गत ऑनलाईन आवेदन हेतु पात्रता की शर्ते निर्धारित की गई है। संविलियन नीति के अंतर्गत पटवारी परीक्षा 2017 का रिजल्ट 26 मार्च 2018 के पूर्व के नियुक्त पटवारी अंतर्जिला संविलियन के लिए ही पात्र होंगे। यदि किसी पटवारी के पति या पत्नि पटवारी के पदस्थापना जिले से अन्य जिले में शासकीय अधिकारी, कर्मचारी के रूप में पदस्थ है तो उस पटवारी पर कण्डिका 1.1 की शर्ते लागू नहीं होगी अर्थात वह स्थानांतरण के लिए आवेदन करते के लिए पात्र होगा। भले ही उस पटवारी की नियुक्ति 26 मार्च 2018 को अथवा बाद में हुई हो। इस नीति के अंतर्गत सेवाकाल में सिर्फ एक बार अंतर्जिला संविलियन की पात्रता होगी। ऐसे पटवारी जिनके विरूद्ध लोकायुक्त, आपराधिक प्रकरण एवं विभागीय जांच प्रचलित है वह पात्र नहीं होंगे। पटवारियों द्वारा इस नीति के अंतर्गत अन्य जिले में स्थानांतरण के लिए आवेदन करने से पूर्वWEBGIS (Mmpbhulekh.gov.in) में पंजीकृत होना अनिवार्य है। आवेदन में पटवारी को स्थानांतरण के लिए तीन जिलों का विकल्प दिया जाएगा ताकि जिलों की प्राथमिकता अनुसार निर्धारित नीति के अंतर्गत विचार किया जा सके। ऑनलाईन आवेदन करने के बाद संबंधित पटवारी के मोबाईल पर ओटीपी प्राप्त होगा जिसे दर्ज कर ही पटवारी द्वारा आवेदन जमा किया जा सकेगा। पटवारी द्वारा स्थानांतरण के लिए केवल एक बार ही आवेदन किया जा सकेगा। इसमें कोई भी परिवर्तन बाद में नहीं किया जा सकेगा। स्थानांतरण के लिए प्रत्येक जिले के पटवारियों द्वारा नियमानुसार निर्धारित अवधि में भेजे गए सभी आवेदन संबंधित जिले के अधीक्षक/प्रभारी अधीक्षक भू-अभिलेख को प्रदर्शित होंगे। अधीक्षक अथवा प्रभारी अधीक्षक भू-अभिलेख संबंधित जिला द्वारा सभी आवेदन पर कलेक्टर द्वारा अनुमोदन लिया जाएगा तथा अनुमोदन उपरांत प्रत्येक अभ्यर्थी के नाम के समक्ष अनुशंसा की जाती है अथवा अनुशंसा नहीं की जाती है, लिखकर सभी आवेदन 16 जुलाई तक जमा कर कार्यालय आयुक्त भू-अभिलेख को भेजे जाएंगे। आवेदन पत्रों की संवीक्षा उपरांत संविलियन के लिए पात्र कर्मचारियों की सूची आयुक्त भू-अभिलेख एवं बंदोबस्त द्वारा तैयार की जाएगी।
प्रत्येक प्रवासी श्रमिक के कल्याण एवं विकास के लिये म.प्र. प्रतिबद्ध : मुख्यमंत्री श्री चौहान
- मध्यप्रदेश प्रवासी श्रमिक आयोग गठित
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना संकट काल में प्रदेश लौटे हमारे हर मजदूर भाई-बहन को उनकी योग्यता के अनुसार रोजगार दिलवाने व उनके परिवार के कल्याण तथा विकास के लिये मध्यप्रदेश प्रतिबद्ध है और इसी उद्देश्य से ष्मध्यप्रदेश राज्य प्रवासी श्रमिक आयोगष् का गठन किया गया है। हम प्रदेश में ही उनकी आजीविका इतनी सुगम बनायेंगे कि उन्हें आजीविका के लिये दोबारा अन्य राज्यों में जाने की जरूरत ही न पड़े। मुख्यमंत्री श्री चौहान की घोषणा अनुसार आज श्रम विभाग द्वारा ष्मध्यप्रदेश राज्य श्रमिक आयोगष् के गठन के आदेश जारी कर दिए गए। आयोग का कार्यकाल दो वर्ष का होगा। आयोग का अध्यक्ष राज्य शासन द्वारा नामांकित व्यक्ति होगा। राज्य शासन ने आयोग के कर्त्तव्य एवं उद्देश्य निर्धारित किये हैं। आयोग को राज्य के प्रवासी श्रमिकों की सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के लिये आवश्यक सिफारिशें प्रस्तुत करना होंगी। आयोग सदस्यों से अथवा अन्य व्यक्तियों, संगठनों, विभागों, मण्डलों आदि से आवश्यक परामर्श करते हुए राज्य शासन को अपने सुझाव, अनुशंसाएँ एवं सिफारिशें प्रस्तुत करेगा। इसमें प्रवासी श्रमिकों के कल्याण, रोजगार के अवसरों के सृजन तथा प्रवासी श्रमिकों एवं उनके परिवार के कौशल विकास और हित संरक्षण के लिये प्रचलित कानूनों का प्रभावी क्रियान्वयन शामिल है। इसी के साथ आयोग प्रवासी श्रमिकों एवं उनके परिवार को राज्य की प्रचलित सामाजिक सुरक्षा एवं कल्याणकारी योजनाओं में लाभ प्रदान करने की तथा प्रवासी श्रमिकों के हित में कोई अन्य अनुशंसा कर सकेगा। आयोग में राज्य शासन द्वारा नामांकित दो सदस्य होंगे। श्रम विभाग द्वारा जारी आदेश में बताया गया है कि आयोग का कार्य क्षेत्र सम्पूर्ण मध्यप्रदेश राज्य होगा। इसके अंतर्गत ऐसे प्रवासी श्रमिक, जो मध्यप्रदेश के मूल निवासी हैं, जो अन्य राज्य में श्रमिक के रूप में कार्य कर रहे थे और एक मार्च, 2020 या उसके बाद मध्यप्रदेश वापस लौटे हैं, आएंगे। ऐसे श्रमिकों को राज्य शासन की विभिन्न योजनाओं और राज्य या केन्द्र के अधिनियमों में हितलाभ दिया जायेगा।
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