- व्यापारियों संग जनता की सेवा ही व्यापार मंडल का लक्ष्य: विजय प्रकाश
- आत्मनिर्भर भारत के तहत वाराणसी में बने कुटीर उद्योग जोन: बग्गा
- लॉकडाउन में जब फैक्ट्री पर ताला जड़ा था तो बिजली का फिक्स चार्ज क्यों दें?
वाराणसी (सुरेश गांधी) समाज सेवा के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान देने, राजनीति के कुशल, सौम्य एवं ईमानदार उद्यमी विजय प्रकाश जायसवाल को वाराणसी व्यापार मंडल, वाराणसी का मुख्य संरक्षक पद से नावाजा गया है। श्री जायसवाल की इस नयी जिम्मेदारी का ऐलान रविवार को पिपलानी कटरा स्थित सरोजा पैलेस सभागार में आयोजित समारोह में व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा ने की। इस घोषण के बाद शहर के व्यापारियों, स्वयंसेवी संगठनों एवं जायसवाल क्लब के सदस्यों में खुशी की लहर छा गयी। फेसबुक, वाट्स्प, इंस्टाग्राम व ट्वीटर पर बधाई संदेश पूरे दिन ट्रेंड करता रहा।
इस नए पद को सहर्ष स्वीकारते हुए श्री जायसवाल ने कहा कि संगठन का लक्ष्य सिर्फ व्यापारियों के हक की लड़ाई तक सीमित नहीं होना चाहिए। बल्कि व्यापारियों के साथ-साथ आम जनता की सेवा का भाव भी होना चाहिए, जैसा की कोरोना संक्रमण के फैलाव के दौरान हुए लॉकडाउन अवधि में देखने को मिला। सेवा का यह भाव आगे भी निरंतर जारी रखना होगा, तभी हम अन्य व्यापारिक संगठनों से अलग दिखेंगे। जब अलग दिखेंगे और हमारे प्रति लोगों के मन में विश्वास भाव जागृत होगा तो स्वतः संगठन का कद बढ़ेगा।
समारोह में उपस्थिति व्यापारियों को संबोधित करते हुए नये मुख्य संरक्षक विजय प्रकाश जायसवाल ने कहा कि मैं खुद व्यापारी हूं और व्यापारियों के दुख-दर्द को अच्छी तरह समझता हूं। व्यापारियों के हितों के संघर्ष करते हुए जेल भी गया। आप लोगों के साथ जुड़कर मुझे आज बहुत अच्छा लगा। क्योंकि यहीं एकमात्र संगठन है, जो व्यापारियों के साथ-साथ जनता के हक की लड़ाई लड़ रहा है। संघर्ष ही हमारा जीवन है और होना भी चाहिए। मैं सदैव आप लोगों के लिए उपलब्ध हूं। आप लोग जब भी, जहां भी व्यापारियों और जनता की सेवा के लिए मुझे याद करेंगे, उपस्थित पायेंगे।
इस दौरान समारोह के मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा को व्यापारियों की समस्याओं से संबंधित पत्रक सौंपा गया। श्री विश्वकर्मा ने समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया। इस मौके पर व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्म निर्भर भारत अभियान की स्वागत करते हुए कहा कि वाराणसी में भी एक अलग से कुटीर उद्योग जोन की स्थापना हो, जिससे छोटे व्यापारी अपने हूनर को विकसित करते हुए आत्मनिर्भर बने। हालांकि श्री बग्गा ने प्रधानमंत्री के 20 लाख करोड़ के राहत आर्थिक पैकेज पर अपना असंतोष जताते हुए कहा कि इससे छोटे एवं मध्यम वर्गीय व्यापारियों एवं समाज का कोई भला नहीं होगा। इस पर प्रधानमंत्री को पुर्नविचार करना चाहिए।
लाॅकडाउन के दौरान सरकार से मिली अनुमति के बाद एमएसएमई इकाइयां तो शुरू हो गई, लेकिन मौजूदा हालातों में प्रोडक्शन शुरू कर पाना उद्योगपतियों के लिए परेशानी भरा हो रहा है। एक ओर मजदूरों का संकट बरकरार है, वहीं दूसरी ओर लॉकडाउन के दौरान बिजली विभाग की तरफ से हजारों रुपए का फिक्स चार्ज सिरदर्द बना हुआ है। श्री बग्गा ने कहा कि बिजली कंपनियों को जब केंद्र सरकार ने 90 हजार करोड़ रुपए का राहत पैकेज दिया है तो क्यों उद्योगों से बिजली का फिक्स चार्ज वसूला जा रहा है। श्री बग्गा ने कहा कि लॉकडाउन अवधि के दौरान उद्योगों के बिल में फिक्स चार्ज को माफ किया जाए। उन्होंने कहा कि जब लॉकडाउन में फैक्ट्रियां व दुकाने बंद थी, तो क्यों वे बिजली का फिक्स चार्ज दें। समारोह का संचालन मनीष गुप्ता ने की। समोराह में महामंत्री प्रमोद अग्रहरि, रमेश निरंकारी, सन्नी जौहर, विश्वनाथ दुबे, शिवप्रकाश, शालिनी गोस्वामी, जय निहलानी, विकास गुप्ता, जित्तन चैधरी, शाहिद कुरैशी, तिलकराज मिश्रा आदि थे।
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